अगर दाढ़ में दर्द हो तो क्या करना चाहिए? - agar daadh mein dard ho to kya karana chaahie?

अक्ल दाढ़ उन दातों के नाम हैं जो आखिर में निकलते हैं. अधिकतर लोगों को 4 अक्ल दाढ़ होती हैं. मुंह के हर कोने में 1, ये ज्यादातर जवानी में निकलते हैं. अधिकतर लोगों की अक्ल दाढ़ (विस्डम टुथ) 17 से 25 साल के बीच में आ जाती है लेकिन कई लोगों में ये 25 के बाद भी आती है. ये हमारे मुंह के सबसे आखिरी, मजबूत दांत होते हैं और सबसे आखिर में आते हैं.

गंजापन दूर करने के साथ पुरुषों के लिए वरदान है धतूरा, बस करना होगा ऐसे इस्तेमाल

क्यों होता है इतना दर्द?
सबसे पहले तो ये जानना जरूरी है कि विस्डम टुथ आने के पहले दर्द क्यों होता है. दरअसल, विस्डम टुथ सबसे अंत में आते हैं और इसके चलते उन्हें मुंह में पूरी जगह नहीं मिल पाती. जिसकी वजह से जब ये दांत आते हैं तो बाकी के दांतों को भी पुश करते हैं. इसके साथ ही मसूडों पर भी दबाव  रहता है. विजडम टूथ या अक्ल दाढ़ मुंह के ठीक पीछे के हिस्से में मोलर का तीसरा सेट होता है. जिससे मसूड़ों में सूजन, दांतों में दर्द और बेचैनी महसूस होती है.

मसूड़ों में सूजन के कारण प्रभावित हिस्से में खून निकलता है और सिरदर्द की समस्या भी शुरू हो जाती है. वैसे तो दर्द को दवा से भी ठीक किया जा सकता है लेकिन घरेलू नुस्खे अधिक कारगर हैं. आइए जानते हैं विजडम टूथ या अक्ल दाढ़ को ठीक करने के घरेलू उपाय.

लौंग का तेल
लौंग के तेल में एनाल्जेसिक गुण पाए जाते हैं जो दांत दर्द को दूर करता है. ये बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करता है और संक्रमण के जोखिम को दूर करता है. अक्ल दाढ़ के दर्द को दूर करने के लिए लौंग के तेल का इस्तेमाल करें या लौंग की छह कलियों को पानी में उबालें और मसूड़ों पर मसाज करें. ऐसा करने से दर्द से राहत मिलेगी.

नमक पानी का कुल्ला
दांत के दर्द को दूर करने के लिए नमक पानी का कुल्ला करना फायदेमंद होता है. गुनगुने पानी में सोडियम क्लोराइड मिलाकर मसूड़ों को धोएं या कुल्ला करें. इससे हानिकारक बैक्टीरिया मर जाते हैं और मसूड़े स्वस्थ रहते हैं. अक्ल दाढ़ के कारण कभी-कभी दूसरे दांतों में भी दर्द शुरू हो जाता है या सिस्ट बन जाता है. नमक पानी से कुल्ला करने से दर्द से राहत मिलती है.

पिपरमिंट
पिपरमिंट के पत्ते में एसेंशियल ऑयल मौजूद होता है जो दर्द और सूजन को दूर करने में मदद करता है. पिपरमिंट के अर्क में कॉटन का टुकड़ा डुबोएं और मसूड़ों पर लगाएं. लेकिन इससे पहले दांतों पर थोड़ा तेल रगड़ें.

एलोवेरा
एलोवेरा नॉन-टॉक्सिक होता है और अक्ल दाढ़ के आसपास के हिस्सों में दर्द और सूजन को दूर करता है. आप अपने मुंह के पीछे एलोवेरा जेल लगा सकते हैं. ये उस हिस्से को ठंडा रखता है और दर्द को कम करता है

टी ट्री ऑयल
टी ट्री ऑयल में एंटीबैक्टीरियल एजेंट होते हैं जो बैक्टीरिया को मारते हैं. टी-ट्री ऑयल को नारियल तेल में मिलाकर मसूड़ों पर लगाने से बैक्टीरिया नष्ट हो जाते हैं और दर्द कम हो जाता है.  टी -ट्री ऑयल से आप कुल्ला भी कर सकते हैं.

प्याज
प्याज में एंटी-सेप्टिक, एंटी बैक्टीरियल और दूसरे कई गुण पाए जाते हैं. इसके इस्तेमाल से दांत के दर्ज से आराम मिलता है. इसके अलावा ये मसूड़ों में इंफेक्शन से सुरक्षित रखने में भी मददगार हैं.

अमरूद की पत्त‍ियां
अमरूद की पत्तियां दांत दर्द में दवा की तरह काम करती हैं. अमरूद की पत्त‍ियों में anti-inflammatory और antimicrobial गुण भी पाया जाता है. जो दांत के दर्ज में फायदेमंद साबित होता है.

महिला ही नहीं पुरुषों के लिए भी खास है स्ट्रॉबेरी, इन चीजों में दिखाती है कमाल

ऑयल पुलिंग 
ऑयल पुलिंग मसूड़ों की सूजन कम करने का एक कारगर तरीका हो सकता है. खासकर नारियल तेल की, तो इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी के साथ एनाल्जेसिक (Analgesic, दर्द निवारक) गुण भी मौजूद होते हैं, जो अकल दाढ़ के दर्द को बहुत हद तक कम कर सकते हैं.

हींग
हींग की बात करें, तो कई सालों से इसे न सिर्फ मसाले के रूप में, बल्कि औषधि के रूप में भी उपयोग किया जाता रहा है. सर्दी-जुकाम हो या किसी प्रकार का दर्द, यह एक बेहतरीन घरेलू नुस्खों में से एक है. इसमें मौजूद एनाल्जेसिक गुण और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण अक्ल दाढ़ के दर्द से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं.

हल्दी
हल्दी का उपयोग ओषधि के रुप में प्राचीन समय से किया जाता रहा है. हल्दी  एक बेहतरीन घरेलू नुस्खों में से एक है. यह एंटीबायोटिक्स से भरपूर होती है. इतना ही नहीं इसका एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीसेप्टिक गुण दर्द और सूजन को कम कर सकता है.

डिस्क्लेमर- ऊपर बताए गए अक्ल दाढ़ में दर्द के उपाय आपको दर्द से निपटने में मदद मिलेगी. हो सकता है कि ये दर्द को पूरी तरह से ठीक न कर पाए, लेकिन यह कुछ देर के लिए आराम जरूर दिला सकते हैं. अगर इसके बाद भी इनके उपयोग से आपको आराम नहीं मिलता रहा है, तो अक्ल दाढ़ दर्द का इलाज करने के लिए डॉक्टर से जरूर संपर्क करें.

अगर आपकी अक्ल दाढ़ आ चुकी है तो आपको इसके दर्द का अंदाजा होगा और अगर आपकी अक्ल दाढ़ अभी तक नहीं आई है तो आपको बता दें कि ये काफी दर्दभरा अनुभव होता है.

ज्यादातर लोगों की अक्ल दाढ़ (विस्डम टुथ) 17 से 25 साल के बीच में आ जाती है लेकिन कई लोगों में ये 25 के बाद भी आती है. ये हमारे मुंह के सबसे आखिरी, मजबूत दांत होते हैं और सबसे अंत में आते हैं.

सबसे पहले तो ये जानना जरूरी है कि विस्डम टुथ आने के पहले दर्द क्यों होता है. दरअसल, विस्डम टुथ सबसे अंत में आते हैं और इसके चलते उन्हें मुंह में पूरी जगह नहीं मिल पाती. इसकी वजह जब ये दांत आते हैं तो बाकी के दांतों को भी पुश करते हैं. इसके साथ ही मसूड़ों पर भी दवाब बनता है. इस वजह से दांतों में दर्द, मसूड़ों में सूजन और असहजता की शिकायत हो जाती है.

इस दौरान न केवल तेज दर्द होता है बल्क‍ि कई बार मुंह से दुर्गंध, खाने में तकलीफ और सिर दर्द की शिकायत भी हो जाती है. अक्ल दाढ़ का दर्द कभी भी हो सकता है और ये कम से कम एक या दो दिन तक तो रहता ही है. ऐसे में आप चाहें तो इन घरेलू उपायों को अपनाकर इस दर्द से राहत पा सकते हैं.

दाढ़ का दर्द कैसे खत्म होगा?

गर्म पानी में नमक डालकर कुल्ला करना IRJPMS पर प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, नमक एक प्राकृतिक कीटाणुनाशक है। ... .
बेकिंग सोडा पेस्ट दांत के दर्द से राहत पाने में बेकिंग सोडा आपके काम आ सकता है। ... .
प्रभावित हिस्से पर बर्फ लगाएं ... .
वनिला का रस ... .
टी बैग ... .

दाढ़ में दर्द क्यों होता है?

आमतौर पर सभी में अक्ल दाढ़ होते हैं. ये 17 से 25 वर्ष की आयु के बीच निकलता है, अक्ल दाढ़ निकलने का अनुभव वास्तव में दर्द भरा होता है और इसकी वजह से मसूड़ों में सूजन और दर्द का सामना करना पड़ता है. बहुत से लोग अक्ल दाढ़ में दर्द होने पर दवाइयों का सेवन करते हैं. लेकिन अगर आप चाहें तो घरेलू नुस्खों से इसे कम कर सकते हैं.