अंतिम बार राष्ट्रपति शासन कब लागू हुआ? - antim baar raashtrapati shaasan kab laagoo hua?

वहीं राजस्थान के स्थापना और अस्तित्व में आने के बाद से सियासत के भी कई रंग-रूप देखने को मिले। सत्ता हासिल की सियासी जंग के बीच कभी सुखद राजनीति की तस्वीर भी देखने को मिली, तो कुछ घटनाएं ऐसी भी हुईं जब इस प्रतिस्पर्धा में दलों के बीच टकराव भी चरम पर पहुंचा। प्रदेश के सियासी सफर की ख़ास बात ये भी रही कि यहां एक बार नहीं, बल्कि चार बार राष्ट्रपति शासन लगाया गया।

राजस्थान दिवस के मौके पर आज सूबे के गौरवपूर्ण इतिहास को याद किया जा रहा है। इसी क्रम में आपको बता रहे हैं राजस्थान के अब तक रहे मुख्यमंत्रियों और उनके कार्यकाल के बारे में।

अब तक 25 मुख्यमंत्री कार्यकाल
राजस्थान ने अब तक 25 मुख्यमंत्री कार्यकाल देखे हैं। स्थापना के बाद प्रदेश का पहला मुख्यमंत्री बनने का गौरव हासिल हुआ भारतीय कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता हीरालाल शास्त्री को। शास्त्री ने 7 अप्रेल 1949 को राजस्थान के पहले मुख्यमंत्री की कमान संभाली और वे 5 जनवरी 1951 तक इस महत्वपूर्ण पद पर काबिज़ रहे।

सबसे ज़्यादा 4 बार सीएम रहे सुखाड़िया
कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता मोहनलाल सुखाड़िया को सबसे ज़्यादा चार बार मुख्यमंत्री रहने का गौरव हासिल है।उन्होंने 1954 से 1971 तक सर्वाधिक समय लगभग 17 वर्ष तक राजस्थान के मुख्यमंत्री पद पर कार्य किया। सुखाड़िया ने पहली बार 13 नवम्बर 1954 से 11 अप्रेल 1957 तक, दूसरी बार 11 अप्रेल 1957 से 11 मार्च 1962 तक, तीसरी बार 12 मार्च 1962 से 13 मार्च 1967 तक और चौथी और अंतिम बार 26 अप्रेल 1967 से 9 जुलाई 1971 तक मुख्यमंत्री पद की ज़िम्मेदारी संभाली। सुखाड़िया को आधुनिक राजस्थान का निर्माता कहा जाता है। बाद में वे कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के राज्यपाल भी रहे।

दुबारा सीएम बनने वालों की 'कतार'
राजस्थान में अब तक ऐसे कई मौके आए, जब मुख्यमंत्री पद पर नेताओं के चेहरे रिपीट हुए। ऐसे नेताओं की फहरिस्त में सबसे पहले नाम आता है मोहनलाल सुखाड़िया का, जो चार बार मुख्यमंत्री पद पर आसीन रहे। इनके अलावा हरिदेव जोशी, भैरोंसिंह शेखावत और अशोक गहलोत तीन बार मुख्यमंत्री रहे। इसी तरह से जय नारायण व्यास, शिवचरण माथुर और वसुंधरा राजे सिंधिया को दो-दो बार मुख्यमंत्री बनने का गौरव हासिल हुआ।

4 बार रहा राष्ट्रपति शासन
राजस्थान में चार मौके ऐसे आए जब राष्ट्रपति शासन लगाना पड़ गया। सबसे पहला राष्ट्रपति शासन 13 मार्च 1967 से लगाया गया जो 26 अप्रेल 1967 तक चला। लगभग 42 दिनों का ये राष्ट्रपति शासन सबसे छोटा राष्ट्रपति शासन माना गया है। इसके बाद दूसरा राष्ट्रपति शासन 29 अगस्त 1973 से 22 जून 1977 तक, तीसरा 16 मार्च 1980 से 6 जून 1980 तक और चौथा राष्ट्रपति शासन 15 दिसम्बर 1992 से 4 दिसम्बर 1993 तक लागू रहा।

फ्लैश बैक: ऐसे चला मुख्यमंत्रियों का 'सफर'...
1 हीरा लाल शास्त्री 7 अप्रैल 1949 से 5 जनवरी 1951 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
2 सीएस वेंकटाचारी 6 जनवरी 1951 से 25 अप्रैल 1951 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
3 जय नारायण व्यास 26 अप्रैल 1951 से 3 मार्च 1952 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
4 टीका राम पालीवाल 3 मार्च 1952 से 31 अक्टूबर 1952 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
5 जय नारायण व्यास 1 नवम्बर 1952 से 12 नवम्बर 1954 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
6 मोहन लाल सुखाड़िया 13 नवम्बर 1954 से 11 अप्रेल 1957 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
7 मोहन लाल सुखाड़िया 11 अप्रेल 1957 से 11 मार्च 1962 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
8 मोहन लाल सुखाड़िया 12 मार्च 1962 से 13 मार्च 1967 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
रिक्त राष्ट्रपति शासन 13 मार्च 1967 से 26 अप्रेल 1967
9 मोहन लाल सुखाड़िया 26 अप्रेल 1967 से 9 जुलाई 1971 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
10 बरकतुल्लाह खान 9 जुलाई 1971 से 11 अगस्त 1973 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
11 हरिदेव जोशी 11 अगस्त 1973 से 29 अप्रेल 1977 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
रिक्त राष्ट्रपति शासन 29 अगस्त 1973 से 22 जून 1977
12 भैरोंसिंह शेखावत 22 जून 1977 से 16 फरवरी 1980 जनता पार्टी
रिक्त राष्ट्रपति शासन 16 मार्च 1980 से 6 जून 1980
13 जगन्नाथ पहाड़िया 6 जून 1980 से 13 जुलाई 1981 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
14 शिवचरण माथुर 14 जुलाई 1981 से 23 फरवरी 1985 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
15 हीरा लाल देवपुरा 23 फरवरी 1985 से 10 मार्च 1985 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
16 हरिदेव जोशी10 मार्च 1985 से 20 जनवरी 1988 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
17 शिवचरण माथुर 20 जनवरी 1988 से 4 दिसम्बर 1989 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
18 हरिदेव जोशी 4 दिसम्बर 1989 से 4 मार्च 1990 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
19 भैरोंसिंह शेखावत 4 मार्च 1990 से 15 दिसम्बर 1992 भाजपा
रिक्त राष्ट्रपति शासन 15 दिसम्बर 1992 से 4 दिसम्बर 1993
20 भैरोंसिंह शेखावत 4 दिसम्बर 1993 से 29 दिसम्बर 1998 भाजपा
21 अशोक गहलोत 1 दिसम्बर 1998 से 8 दिसम्बर 2003 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
22 वसुन्धरा राजे सिंधिया 8 दिसम्बर 2003 से 11 दिसम्बर 2008 भाजपा
23 अशोक गहलोत 12 दिसम्बर 2008 से 13 दिसम्बर 2013 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
24 वसुंधरा राजे सिंधिया 13 दिसम्बर 2013 से 16 दिसंबर 2018 भाजपा
25 अशोक गहलोत 17 दिसम्बर 2018 पदस्थ भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस

अंतिम बार राष्ट्रपति शासन कब लागू किया गया?

चौथा और अंतिम राष्ट्रपति शासन 15 दिसंबर 1992 को लगाया गया था, जो 4 दिसंबर 1993 को समाप्त हुआ था।

अब तक भारत में कितनी बार राष्ट्रपति शासन लागू हुआ है?

पहली बार जून १९५१ में पंजाब में राष्ट्रपति शासन अपने दलीय अंतर्कलह से निपटने के लिए लगाया था। पहली बार लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई केरल की कम्यूनिस्ट ईएमएस नम्बूदरीपाद की सरकार को सन् १९५९ में इस प्रावधान का उपयोग कर बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगाया गया था।

दूसरी बार राष्ट्रपति शासन कब लागू हुआ?

1977 में हरियाणा में दूसरी बार 52 दिनों के लिए राष्ट्रपति शासन लगाया गया था। तब बीडी गुप्ता को विधानसभा में बहुमत का समर्थन मिलने के बाद सरकार बर्खास्त हो गई थी। इस केन्द्रीय शासन की अवधि 52 दिन थी। जबकि पहली बार हरियाणा में 21 नवंबर 1967 को राष्ट्रपति शासन लगाया गया था।

सबसे अधिक बार राष्ट्रपति शासन कहाँ लगा?

Sabse Adhik Baar RashtraPati Shashan Kis Rajya Me Laga.
अब तक मणिपुर में सर्वाधिक 10. ... .
इसके अलावा उत्तर प्रदेश व पंजाब में ... .
छत्तीसगढ और तेलंगाना ऐसे राज्य हैं, ... .
संघशासित प्रदेशों में पुदुचेरी में ... .
जम्मू कश्मीर में संविधान के ... .
सबसे पहले 6 अप्रैल 1949 को ... .
उत्तराखंड में last राष्ट्रपति शासन.