अंतरा अणुक आकर्षण बल क्या है ?`? - antara anuk aakarshan bal kya hai ?`?

हेलो दोस्तों क्वेश्चन दिया गया है अंतरों का आकर्षण बल क्या है अतः दोस्तों को इस क्वेश्चन में बताना है कि जो अंतरण का कृष्ण बंद होता है वह क्या होता है तो आइए दोस्तों देखते हैं इसका आंसर दोस्तों हम जानते हैं कि पदार्थ मुख्य तीन अवस्था में पाए जाते हैं ठोस द्रव और गैस ठोस द्रव और गैस तीनों में ही पदार्थ के कणों की स्थिति अलग अलग होती है क्योंकि ठोस पदार्थ होता है उसके आकार एवं आयतन निश्चित होता है आप निश्चित होने के कारण बाइक संगठित होता है उसके कारण आपस में एक दूसरे के बहुत अधिक पास होते हैं इसलिए उसके करो कि मध्य जो अंतर वालों का आकर्षण भले वह अधिक पाया जाता है इसी प्रकार दोस्तों द्रव पदार्थ होता है जब पदार्थ का आकार तो है निश्चित होता है लेकिन आयतन निश्चित होता है आकार का है निश्चित का मतलब है कि वह किसी पात्र के अनुरूप अपना आकार परिवर्तित कर लेता है जैसे गिलास में जल को रक्त जल के अनुरूप अपना आकार बदल देता है इस प्रकार दोस्तों जो द्रव पदार्थ होते हैं जो पदार्थ के अणुओं के मध्य में जो दूरी होती है वह ठोस पदार्थ की अपेक्षा अधिक होती है ठोस पदार्थ के पिक्चर दूरी अधिक होने के कारण उनके अंगों के मध्य में जो

राम कृष्ण बल होता है तो ठोस पदार्थ की अपेक्षा कम होता है इसी प्रकार 230 से पदार्थ होते हैं गैस पदार्थ पदार्थ के बहुत अधिक दूरी पर स्थित होते हैं बहुत अधिक दूरी पर स्थित होने के कारणों के मध्य में जो अंतरण का आकर्षण बल होता है वह बहुत कम पाया जाता है दोस्तों हम से इस क्वेश्चन में पूछा गया कि अंतरण का आकर्षण बल क्या होता है इसकी परिभाषा होती है दोस्तों दो पड़ोसी कणों के मध्य आकर्षण बल अंतरण आकर्षण बल के लाता है और भी दो पड़ोसी करण या तो अनु हो सकती है कि परमाणु हो सकती हो सकते तो दोस्तों में लिख लेते एक बात तो दोस्तों इस प्रकार परिभाषा से स्पष्ट होता है कि दो पड़ोसी करो कि मध्य लगने वाला आकर्षण बल अंतराम का कृष्ण बल कहलाता है दोस्तों में एग्जांपल के तौर पर देख सकते हैं कि जो सोना होता है वह एक ठोस पदार्थ होता है तो उस पदार्थ होते हैं उनके करो बहुत अधिक पास पास होते हैं उनके मध्य आकर्षण बल होता है वह अधिक होता है तो दोस्तों सोने में 1 चरणों का कृष्ण बल अधिक होने के कारण उसकी संरचना होती सोने की बहुत संगठित होती इसी प्रकार दोस्तों जो गैस

गैस मंत्रों का कृष्ण बल बहुत कम पाया जाता है इसलिए गैस के अणु बहुत दूर दूर स्थित होते हैं इसी प्रकार दोस्तों इस क्वेश्चन का आंसर हो जाएगा धन्यवाद दोस्तों

अंतरा अन्य आकर्षण बल क्या है?

Solution : पदार्थ अत्यंत छोटे-छोटे सूक्ष्म कणों का बना होता है। इन कणों के बीच एक प्रकार का आकर्षण बल कार्यरत रहता है। यह बल अंतरा अणुक आकर्षण बल कहलाता है।

अन्तः अणुक बल क्या है?

उन सभी बलों को अंतःअणुक बल (intramolecular force) कहते हैं जो परमाणुओं को एकसाथ मिलाकर अणु या यौगिक बनाते हैं। इनमें सभी प्रकार के रासायनिक आबंध आते हैं।

अंतरा आणविक बल कितने प्रकार के होते हैं?

अंतरा अन्योन्यक्रियाएं वे अन्योन्यक्रियाएं या बल होते हैं, जो कि पदार्थ के संघटक कणों के बीच में परिचालित होते हैं, जो कि परमाणु अणु और आयन हो सकते हैं। ये बलें अंतर आणविक बलों जो कि अणुओं में परिचालित होते हैं की अपेक्षा कमजोर होते है, अर्थात् सहसंयोजक और आयनिक आबंध।

अंतरा अनुष्ठान से आप क्या समझते हैं?

अंतर आणविक स्थान दो अणुओं या परमाणुओं के बीच का स्थान है। ठोस, तरल पदार्थ और गैसों को उपलब्ध अंतर-आणविक रिक्त स्थान के आधार पर वर्गीकृत किया जा सकता है। ठोसों के बीच अंतराआण्विक स्थान अनुपस्थित होता है।