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भोजन (food)भोजन हमारेजीवन का अभिन्न अंग है | जीवन एक रासायनिक प्रक्रिया है जिसके अंतर्गत जीवित प्राणी भोजन से अपनी शारीरिक क्रियाओं, शरीर वृद्धि एवं स्वस्थ रहने के लिए उपयुक्त पदार्थ प्राप्त
करता है | स्वस्थ व्यक्तियों में भोजन करने की इच्छा स्वाभाविक होती है | उपयुक्त आहार से हमारे सभी अवयव और अंग-प्रत्यंग अपना काम सुचारु रूप से करते है | और शरीर शरीर सुडौल और सुगठित बनता है | भोजन शरीर का पोषण करता है | इसके अंतर्गत वे सभी खाने-पीने के पदार्थ आते है जिन्हे हम ग्रहण करते है | जब खायी और पी गई चीजें शरीर में प्रवेश करती है तो शरीर के पाचन तंत्र में पहुंचकर वहां उत्पन्न एंजाइमों के संपर्क में आकर विखंडित होती है | पाचन तत्व, रक्तधारा में प्रवाहित होकर सम्पूर्ण शरीर में पहुँच जाते है | इन्ही पोषक तत्त्वों की सहायता से सम्पूर्ण शरीर के विविध अंग -प्रत्ययों की पोषण सम्बन्धी आवश्यकताओं की पूर्ति होती है और जीवन चलता रहता है | इनकी उचित मात्रा मिलती रहती है तो शरीर ठीक-ठाक रहता है | इनकी कमी से, शरीर में अस्वस्था के लक्षण दिखाई देने लगते है | पोषक तत्वों का स्रोत भोजन ही होता है | ये पोषक तत्व शरीर में स्वतः निर्मित नहीं होते है | भोजन इनका पूर्ववर्ती स्वरूप होता है | पोषक तत्व, भोजन के वे संघटक होते है जिनकी उचित मात्रा, शरीर के विकास, पुरुत्पादन, निर्माण और सामान्य रूप से स्वस्थ जीवन बिताते के लिए जरूरी है | भोजन से उपलब्ध पोषक तत्व रक्त-धारा में पहुँच कर, सभी जगह वितरित हो जाते है | इन्ही से शरीर पनपता है, परिपक़्व होता है, परिवर्द्धित होता है, सुडौल और सुगठित बनता है, साथ ही सम्पूर्ण स्वास्थ्य की सुरक्षा होती है तथा जीवन -यात्रा सकुशलता से अग्रसर होती रहती है | इतना सब कुछ भोजन से मिलता है | भोज्य पदार्थों में स्थिर, पोषक तत्व जल, प्रोटीन, वसा,कार्बोज, खनिज तथा विटामिन होते है | शरीर में, भोजन से प्राप्त पोषक तत्वों के प्रमुख कार्य है, निर्माण करना, जन्म के बाद से ही शरीर को संधारित रखना, विविध आतंरिक कार्यों के अंतर्गत संपन्न होने वाली क्रियाओं के परिणामस्वरूप होनेवाली टूट-फुट की मरम्मत करना | (replacement of worn out cell ) तथा शरीर को, बाह्य तथा भीतर की क्रियाओं के हेतु आवश्यक ऊर्जा देना | शरीर को ऊर्जा की निरंतर आवश्यकता रहती है | यह भोजन से ही मिलती है | हेलो फ्रेंड्स लिस्ट में है हमारे लिए भोजन का क्या महत्व है भोजन को ऊर्जा का प्रमुख स्रोत क्यों कहते तो आइए इस प्रश्न का उत्तर देखते हैं ठीक है तो हमारे लिए भोजन का क्या महत्व है तो जो भोजन होता है जो भोजन होता है वह हमारा शरीर के लिए बहुत ही आवश्यक होता है भोजन हमारे शरीर के लिए बहुत ही आवश्यक होता है क्यों क्योंकि भोजन के द्वारा ही हम स्वस्थ रहते हैं और हमें ऊर्जा प्राप्त होती हैं भोजन के द्वारा ही हम स्वस्थ रहते हैं और हमें ऊर्जा प्राप्त होती है ठीक है और क्या होता है भोजन ग्रहण करते हैं हम जब भोजन को ग्रहण करते हैं तो क्या होता है कि वह भोजन छोटे-छोटे टुकड़ों में टूटता है उसके बाद क्या होता है उपापचय क्रिया होती है फिर वह जो भोजन रहता है वह हमें ऊर्जा प्रदान करता है ठीक है उर्जा के साथ-साथ हमारा शरीर स्वस्थ भी रखता है हमारे कमजोर नहीं होने देता है क्या नहीं है कमजोर नहीं होने देता है ठीक है और जो भोजन करते हैं उस के माध्यम से मारा वजन बढ़ता है ठीक है क्या होता है जो वजन रहता है उसमें भी निरंतर वृद्धि होती है और जब हमें कई कार्य करना पड़ेगा उस कार्य के लिए हमें आवश्यकता होगी उड़ जाएगी और वह ऊर्जा हमें प्राप्त होगी भोजन से ठीक है भोजन कैसे प्राप्त होगी भोजन से प्राप्त होगी और भोजन में जो संतुलित आहार रहता है उसमें हमें क्या-क्या खाना चाहिए हमें प्रोटीन वसा कार्बोहाइड्रेट यह तीनो चीज़ है वह मत पूर्ण रूप से खाने चाहिए तथा विटामिन खनिज लवण यह सब भी ठीक है भोजन है वह हमारे लिए बहुत ही आवश्यक होता है क्योंकि भोजन में पोषण प्राप्त होता है क्या होता है हमें पोषण तथा पोषक तत्व भी उसी से प्राप्त होते हैं ठीक है और भोजन को ऊर्जा का मुख्य स्रोत क्यों कहते हैं क्योंकि जो भोजन रहता है जब हम उसे ग्रहण करते हैं जो उपापचय क्रिया होती है उसके हमें क्या मिलती ऊर्जा मिलती है यानी कि कार्बोहाइड्रेट वसा प्रोटीन विटामिन स्वस्थ रखते हैं ठीक है इसीलिए जो भोजन है वह बहुत ही आवश्यक है और अगर लंबे समय तक हो सकती है तो आशा करती हूं कि आप इस प्रश्न का उत्तर समझ आया होगा
भोजन के कार्य Work of Foodजीवित रहने के लिए मनुष्य का भोजन ग्रहण करना अनिवार्य है। भोजन के अभाव में मनुष्य का शरीर अत्यन्त कमजोर एवं रोग ग्रस्त हो जाएगा। शरीर में भोजन के कई कार्य होते हैं जिन्हें निम्न रूप से वर्गीकृत किया जा सकता है:1. शारीरिक कार्य 2. सामाजिक कार्य 3. मनौवैज्ञानिक कार्य 1. भोजन के शारीरिक कार्यभोजन मनुष्य की 'भूख' को शान्त करता है:
ऊर्जा प्रदान करना:
शरीर का निर्माण एवं ऊतकों की टूट-फूट की मरम्मत:
शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि करना:
शरीर की विभिन्न महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं को नियंत्रित करना:
2. भोजन के सामाजिक कार्य
3. भोजन के मनोवैज्ञानिक कार्य
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