भारत का ताकतवर जाति कौन है? - bhaarat ka taakatavar jaati kaun hai?

आज हम जानेंगे भारत की सबसे ताकतवर जाति कौन सी है? (Bharat Ki Sabse Takatvar Jaati) भारत के पावरफुल जाति के इस जानकारी को हम भारत के इतिहास के आधार पर बताएंगे जिससे आपको सही सही जानकारी मिल सके।

जब आप यह जान लेंगे कि भारत की सबसे ताकतवर जाति कौन सी है? तब आपको इसके आधार पर ही यह पता चल जाएगा कि भारत का सबसे ताकतवर राज्य कौन सा है?

भारत का इतिहास अत्यंत शक्तिशाली रहा क्योंकि इसमें भाग लेने वाले सभी लोग ताकतवर जाति से संबंध रखते थे, तो आइए जानते हैं भारत की 10 सबसे ताकतवर जाति कौन सी है।

  • भारत की 10 सबसे ताकतवर जाति
  • 1. ब्राह्मण
  • 2. राजपूत
  • 3. भूमिहार
  • 4. अहीर
  • 5. सिख
  • 6. कुर्मी
  • 7. जाट
  • 8. गुज्जर 
  • 9. मीणा
  • 10. रेड्डी
  • प्रश्न और उत्तर
  • निष्कर्ष

यहां हमने भारत की 10 सबसे ताकतवर जाति की सूची दे रखी है जो घटते क्रम में है और यह सूची उन जातियों के इतिहास के आधार पर बनाई गई है जिससे आपको सही जानकारी मिलेगी।

भारत का ताकतवर जाति कौन है? - bhaarat ka taakatavar jaati kaun hai?

किसी भी जाति का तुलना करना आसान नहीं है लेकिन हमें हमारा इतिहास इस चीज को सरलता से करने की अनुमति देता है, तो आइए जानते हैं भारत की सबसे ताकतवर जाति कौन सी है? (Bharat Ki Sabse Takatvar Jaati)

1. ब्राह्मण

ऐसा मानव जो स्वयं ब्रह्मा के समान उसे ब्राह्मण कहते हैं इनमें अत्यधिक बुद्धि और शक्ति होती है भारतीय इतिहास में इस जाति को सर्वोपरि बताया गया है जो राजा से भी बढ़कर है इसलिए यह भारत की सबसे ताकतवर जाति मानी जाती है।

राजा अपने दरबार के ब्राह्मण के इजाजत के बिना कोई कार्य नहीं करते थे तथा सभी प्रकार के कार्यों में ब्राह्मण का परामर्श और आशीर्वाद जरूर लेते थे।

ब्राह्मण जातियां भारत के उत्तर प्रदेश, बिहार, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और हरियाणा जैसे राज्यों में अधिक पाया जाता है।

ब्राह्मण जातियों के अंतर्गत आने वाले उपनाम है: शर्मा, मिश्रा, पांडे, चतुर्वेदी, भारद्वाज, कश्यप, त्रिपाठी, पंडित, ठाकुर आदि।

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2. राजपूत

राजपूत का अर्थ होता है राजा का पुत्र अर्थात ऐसा व्यक्ति जो किसी शासन करने वाले व्यक्ति का वंश हो तो उसे राजपूत कहेंगे, भारत में राजपूत का इतिहास बहुत शक्तिशाली रहा है इसलिए यह भारत का दूसरा सबसे ताकतवर जाति माना जाता है। 

इनके अंदर शारीरिक ताकत और निर्णय लेने की शक्ति बहुत अच्छी होती है बचपन से ही इन्हें युद्ध से जुड़ी हुई गतिविधियां अच्छी लगती है।

यह ताकतवर जाति भारत के बिहार, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश और पंजाब जैसे राज्यों में पाया जाता है।

राजपूत जातियों के अंतर्गत आने वाले उपनाम है: राजपूत, सिंह, चौहान, मौर्य, ठाकुर, चौधरी आदि।

3. भूमिहार

भूमिहार का अर्थ होता है भूमि का मालिक अर्थात जिसके पास अधिक भूमि होती है उसे भूमिहार कहते हैं अंग्रेजी शासन में भूमिहार बहुत शक्तिशाली हुआ करते थे तथा इनके पास अत्यधिक भूमि और शक्ति होने की वजह से उन्हें भारत की सबसे ताकतवर जाति में से एक माना जाता है।

इनके पास काफी धन और संपत्ति होता है जिसकी वजह से आज के समय में कई सारे व्यापारी भूमिहार जाति से संबंध रखते हैं।

यह ताकतवर जाति भारत के बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड जैसे राज्यों में अधिक पाई जाती है।

भूमिहार जातियों के अंतर्गत आने वाले उपनाम: ठाकुर, सिंह, चौधरी, राजपूत, देवा आदि।

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4. अहीर

अहीर जाति का मुख्य पेशा पशुपालन होता है और यह शारीरिक शक्ति से काफी बलशाली होते हैं इनमें अत्यंत साहस और पराक्रम होता है जिसकी वजह से यह भारत की सबसे ताकतवर जातियों में गिनी जाती है।

महाराजा यदु के वंशज को अहीर कहते हैं जो एक चंद्रवंशी ऐतिहासिक राजा थे जिन्होंने भारत के कई हिस्सों पर अपना राज चलाया।

यह ताकतवर जाति भारत के बिहार, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली आदि राज्यों में अधिक पाई जाती है।

अहीर जाति के अंतर्गत आने वाले उपनाम: यादव, सिंह, राव, प्रताप, चौधरी आदि।

5. सिख

सिख धर्म को मानने वाले को सीख कहते हैं भारतीय इतिहास में उनका योगदान अत्यंत साहसी पूर्ण रहा है और अभी के समय में भी इनके पास धन संपत्ति के साथ साथ अच्छी शारीरिक शक्ति भी होती है।

भारत का ताकतवर जाति कौन है? - bhaarat ka taakatavar jaati kaun hai?

भारतीय इतिहास के कई सारे महत्वपूर्ण युद्ध में सिख जाति की उपस्थिति मिलती है इन सब के कारण सीख जाती भी भारत की सबसे ताकतवर जाति (Bharat Ki Sabse Takatvar Jaati)  में शामिल है। 

यह ताकतवर जाति भारत के पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में अधिक देखने को मिलती है।

सीख जाती के अंतर्गत आने वाले उपनाम: सिंह, देवल, रंधावा, संधु, गिल, प्राक आदि।

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6. कुर्मी

कुर्मी शब्द कृषि शब्द से लिया गया है ऐसा माना जाता है कि कुर्मी जाति का मुख्य पेशा कृषि है भारत के इतिहास में उज्जैन में होने वाले विद्रोह में कुर्मी जातियों ने राजपूतों के साथ मिलकर लड़ाई की थी, इस तरह के पर आकर भी इतिहास होने के कारण कुर्मी जाति को भारत की सबसे ताकतवर जाति में से एक माना जाता है। 

भारत के आजादी में भी अंग्रेजो के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में कुर्मी जाति का बहुत बड़ा योगदान रहा, कुर्मी जातियां से जुड़े हुए लोग अत्यंत साहसी एवं बलवान होते हैं।

यह ताकतवर जाति भारत के बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में पाई जाती है

कुर्मी जाति के अंतर्गत आने वाले उपनाम: रावत, सेन, पटेल

7. जाट

प्राचीन काल में जाट जातियां युद्ध कला में बहुत अच्छी हुआ करती थी और यही कारण है कि आज भारतीय सेना में इनकी खुद की जाट रेजीमेंट है इनके साहसी स्वभाव एवं युद्ध कला की निपुणता के कारण इसे भारत की सबसे ताकतवर जाति में से एक मानी जाती है ।

जाट जातियां मुख्यतः हिंदुओं में पाई जाती है लेकिन इसके अलावा यह सिख और मुस्लिम धर्म में भी मौजूद है।

यह ताकतवर जातियां भारत के हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों में पाई जाती है

जाट जाति के अंतर्गत आने वाले उपनाम: चौधरी, देशवाल, मल, भुल्लर, ढिल्लों, पुनिया, रंधावा, नेहरा, महाल, मान और बग्गर आदि।

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8. गुज्जर 

भारतीय इतिहास में गुर्जर एक प्रतिष्ठित जाती है जिनके पास अच्छी युद्ध कौशल और शारीरिक शक्ति होती है जिसकी वजह से यह काफी ताकतवर और प्रभावशाली होते हैं।

गुर्जर जातियों की मुख्य पेशा पशुपालन और खेती बाड़ी होती है इसके अलावा भारतीय सेना में गुर्जर जातियों की अच्छी-खासी संख्या देखने को मिलती है क्योंकि यह भारत की सबसे ताकतवर जाति में से एक है।

यह ताकतवर जातियां भारत के दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और जम्मू कश्मीर जैसे राज्यों में अधिक होती है।

गुज्जर जाति के अंतर्गत आने वाले उपनाम: गुर्जर, कनिष्क, राज, कनिष्क, कुषाण, आर्यन

9. मीणा

मीणा जाति भारत के प्राचीन जातियों में से एक मानी जाती है यह मुख्य रूप से मत्स्य पालन और पशुपालन करते हैं लेकिन इसके अलावा इनमें अत्यंत साहस और वीरता होती है जिसकी वजह से यह भारत के सबसे ताकतवर जातियों में गिनी जाती है।

मीणा जाति को राजस्थान के ऐतिहासिक शासकों में भी गिना जाता है जो राजस्थान के कई भाग पर राज करते थे।

यह ताकतवर जाति भारत के राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में पाए जाते हैं।

मीणा जाति के अंतर्गत आने वाले उपनाम: मीना, मान आदि

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10. रेड्डी

विजयनगर राज्य में रेड्डी जाति का उदय हुआ यह जाति अत्यंत साहसी और बलवान तथा पराक्रमी होते थे शुरुआत में रेड्डी जाति को शासक के रूप में नहीं माना जाता था बाद में उन्होंने अपने बल का प्रदर्शन करके हासिल कर लिया इसलिए रेड्डी जाति को भारत की सबसे ताकतवर जाति में से एक माना जाता है।

इनके शासकों में नरसिम्हा रेड्डी का नाम बहुत प्रसिद्ध है क्योंकि इतिहास में हमें इनके पराक्रम और साहस के सबूत मिलते हैं, यही सब कारण है रेड्डी Bharat Ki Sabse Takatvar Jaati है।

रेड्डी जाति भारत के आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, केरल आदि राज्यों में पाए जाते हैं।

रेड्डी जाति के अंतर्गत आने वाले उपनाम: रेड्डी, सोमणाद्री आदि।

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प्रश्न और उत्तर

भारत की सबसे ताकतवर जाति कौन सी है?

भारत की सबसे ताकतवर जाति ब्राह्मण है जो पूरे भारतवर्ष पर अपनी अच्छी पकड़ रखता है, ब्राह्मण जाति के लोगों के पास अत्यंत बुद्धि और साहस बल होता है जिसकी वजह से यह जाति सर्वश्रेष्ठ है।

भारत का सबसे दबंग जाति कौन सा है?

भारत का सबसे दबंग जाति राजपूत है जो बहुत पराक्रमी और बलवान होते हैं इनमें युद्ध कला की कोई कमी नहीं होती है, भारतीय इतिहास में अधिकांश राजा राजपूत जाति से संबंध रखते थे।

भारत का सबसे ताकतवर राज्य कौन सा है?

यदि हम भारत के सबसे ताकतवर राज्य की बात करें तो वह मुंबई है क्योंकि वहां असीमित पैसा है साथ ही वह बहुत ताकतवर लोग रहते हैं जो बहुत पावरफुल है।

भारत की सबसे बेस्ट जाति कौन सी है?

भारत की सबसे बेस्ट जाति ब्राह्मण है क्योंकि उनके पास सबसे अधिक बुद्धि और साहस होता है साथ ही उनके एकाग्र होने की क्षमता इन्हें और खास बनाती है और यह कभी मांसाहार नहीं खाते हैं जो जानवर की क्षति होने से बचाता है।

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निष्कर्ष

यदि हम वर्तमान भारत की बात करें तो किसी भी व्यक्ति की जाती उनके काम से निर्धारित होती है यदि कोई पूजा कराता है तो वह ब्राह्मण और कोई युद्ध लड़ता है तो उसे राजपूत कहते हैं, अब उनकी जातियों को नहीं देखा जाता है।

वर्तमान समय में कोई भी जाति छोटी या बड़ी नहीं होती है सभी जातियों के पास अभी अपने निर्णय लेने का समान अधिकार है तो यह कहना गलत होगा कि कोई जाति सबसे बड़ी है।

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भारत की सबसे बलवान जाति कौन सी है?

बंगाल सैनिक बिहार व उत्तर प्रदेश के राजपूत, भूमिहार आदि लड़ाकू जतियों से भर्ती होते थे। जबकि ब्रिटिश बफादार पस्तून, पंजाबी, कुमायूनी, गोरखा व गढ़वाली सैनिकों ने विद्रोह में भागीदारी नहीं की थी व ब्रिटिश हुकूमत की तरफ से लड़े थे।

सबसे शुद्ध जाति कौन सी है?

जातियों की संख्या और ब्लूमफील्ड का मत है कि ब्राह्मणों में ही दो हजार से अधिक भेद हैं। सन्‌ 1901 की जनगणना के अनुसार, जो जातिगणना की दृष्टि से अधिक शुद्ध मानी जाती है, भारत में उनकी संख्या 2378 है। डॉ॰ जी. एस.

सबसे ऊपर कौन सी जाती है?

भारतवर्ष में सबसे ऊँची जाति ब्राह्मण है। ब्राह्मणों में ऊँच-नीच के असंख्य भेद हैं।

भारत की सबसे पुरानी जाति कौन सी है?

मनुस्मृति के अनुसार खस अन्य भारतीय जाति जैसे शक, कम्बोज, दारद, पहलव, यवन, पारद आदि जैसे ही प्राचीन क्षत्रिय थे जो संस्कार का त्याग करने से 'व्रात्य क्षत्रिय' और 'म्लेच्छ' में परिणत हुए। मनुस्मृति में उन्हें व्रात्य क्षत्रिय के वंशज कहाँ गया था । प्राचीन खसों ने बौद्ध धर्म धारण किया था ।