भारत में वन्य जीवों के संरक्षण हेतु क्या कदम उठाए जा रहे इस पर विचार लिखें? - bhaarat mein vany jeevon ke sanrakshan hetu kya kadam uthae ja rahe is par vichaar likhen?

भारत में वन्यजीव संरक्षण के लिए कौन-कौन से कदम उठाए गए हैं?

प्रकृति और अन्य वन्यजीव प्रजातियों के महत्व को पहचानने के लिए वन्यजीवों का संरक्षण आवश्यक है। लुप्तप्राय पौधों और जानवरों की प्रजातियों को उनके प्राकृतिक निवास स्थान के साथ रक्षा करना भी ज़रूरी है।सबसे प्रमुख चिंता का विषय यह है कि वन्यजीवों के निवासस्थान की सुरक्षा किस प्रकार की जाए ताकि भविष्य में वन्यजीवों की पीढ़ियां और यहां तक की इंसान भी इसका आनंद ले सकें. यह लेख वन्यजीवों के संरक्षण के लिए आवश्यक चरणों से संबंधित है।

भारत में वन्य जीवों के संरक्षण हेतु क्या कदम उठाए जा रहे इस पर विचार लिखें? - bhaarat mein vany jeevon ke sanrakshan hetu kya kadam uthae ja rahe is par vichaar likhen?

वन्यजीवों में ऐसे वनस्पति और जीव (पौधें, जानवर और सूक्ष्मजीव) शामिल हैं, जिनका मनुष्यों के द्वारा पालन-पोषण नहीं होता हैं. दूसरी ओर वन्य जीवों, वनस्पतियों और उनके आवासों की सुरक्षा करना ही संरक्षण है. इसलिए, हम कह सकते हैं कि प्रकृति और अन्य वन्यजीवों की प्रजातियों के महत्व को पहचानने के लिए वन्यजीवों का संरक्षण आवश्यक है.

भारत में वन्य जीवों के संरक्षण हेतु क्या कदम उठाए जा रहे इस पर विचार लिखें? - bhaarat mein vany jeevon ke sanrakshan hetu kya kadam uthae ja rahe is par vichaar likhen?

लुप्तप्राय पौधें और जानवरों की प्रजातियों को उनके प्राकृतिक निवासस्थान के अंतर्गत सुरक्षा प्रदान करने के लिए वन्यजीवों का संरक्षण महत्वपूर्ण है. सबसे प्रमुख चिंता का विषय यह है कि वन्यजीवों के निवासस्थान की सुरक्षा किस प्रकार की जाए ताकि भविष्य में वन्यजीवों की पीढ़ियां और यहां तक की इंसान भी इसका आनंद ले सकें. यह लेख वन्यजीवों के संरक्षण के लिए आवश्यक चरणों से संबंधित है.

IUCN रेड डाटा बुक का क्या महत्व है?
मनुष्य द्वारा बड़े पैमाने पर जंगली जानवरों और पक्षियों की हत्या, एक गंभीर खतरा है जो कि वन्य जीवन अपने अस्तित्व के लिए सामना कर रहा है. जिसके कारण खाद्य श्रृंखला और पारिस्थितिक तंत्र अस्तव्यस्त हो जाती हैं. हम एक उदाहरण की मदद से बेहतर समझ सकते हैं; एक जंगली जानवर के रूप में सांप की त्वचा से फैंसी चमड़े के सामान को बनाने की बहुत ज्यादा मांग है, इसलिए साँप की त्वचा बाजार में ऊंची कीमत पर बेचीं जाती है. आसानी से पैसा कमाने के लिए कुछ लोगों ने बड़ी संख्या में सापों को अंधाधुंध मरना शुरू कर दिया. जिसकी वजह से खाद्य श्रृंखला में बाधा आती है और प्रकृति में असंतुलन पैदा होता है. क्या आप जानते हैं कि सांप किसान के दोस्त होते है, क्योंकि यह कीड़े, चूहें जो कि फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं, इनको खा लेते हैं. इसलिए, प्रकृति में पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने और संरक्षण के लिए वन्य जीवन को संरक्षित करना बहुत ही महत्वपूर्ण है।
वन्यजीवों के संरक्षण के लिए उठाए जाने वाले कदम इस प्रकार हैं:

भारत में वन्य जीवों के संरक्षण हेतु क्या कदम उठाए जा रहे इस पर विचार लिखें? - bhaarat mein vany jeevon ke sanrakshan hetu kya kadam uthae ja rahe is par vichaar likhen?

Source: www. image.slidesharecdn.com
1. लुप्तप्राय जानवरों या पक्षियों की हत्या और उनपर कब्जा करने पर प्रतिबंध लगाने के लिए कुछ कानून बनाए जाने चाहिए। यह एक दंडनीय अपराध होना चाहिए। ऐसे कानूनों को सकती से लागू किया जाना चाहिए और यह केवल कागज़ पर ही नहीं रह जाए इसका भी ध्यान देना अनिवार्य हैं.
2. जंगली पक्षियों और जानवरों की अंधाधुंध हत्या, चाहे बहुतायत में हो, वन अधिकारियों द्वारा अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
3. पूरे देश में जंगली जानवरों और पक्षियों के प्राकृतिक आवासों के संरक्षण के लिए राष्ट्रीय उद्यानों और अभयारण्यों की अधिक संख्या की स्थापना की जानी चाहिए।
4. सरकार के विभाग को वनों के संरक्षण के संबंध में सभी वनों में आवधिक सर्वेक्षण करना चाहिए। उन्हें जंगली जानवरों और पक्षियों की सभी प्रजातियों की आबादी के बारे में ज्ञान होना चाहिए, जिससे कि उन्हें बाढ़ और अकाल के समय मदद मिल सके।

एशियाई चीताः तथ्यों पर एक नजर
5. विशेष रूप से हमारे द्वारा भी विलुप्त होने वाले जंगली जानवरों और पक्षियों के लुप्तप्राय प्रजातियों के संरक्षण के लिए भी ध्यान दिया जाना चाहिए ताकि वे विलुप्त होने से बच सकें।
6. ईंधन के लिए जंगल में पेड़ों से लकड़ीयों का अनाधिकृत रूप से काटना तुरंत बंद होना चाहिए। क्योंकि वनों की कमी जंगली जानवरों और पक्षियों के प्राकृतिक आवास को नष्ट कर देती है।
7. हर एकड़ जंगल से पेड़ों की कटाई के लिए सरकार के प्राधिकरण मामले में, लंबे समय तक नुकसान को पूरा करने के लिए पौधों को लगाया जाना चाहिए।
8. यह हम सभी का कर्तव्य है कि हम अपने आसपास पेड़ लगाएं और दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करें।
9. लुप्तप्राय प्रजातियों के लिए प्रजनन कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना चाहिए।
अंत में हम निष्कर्ष निकाल सकते हैं कि वन्यजीवों का संरक्षण महत्वपूर्ण इसलिए है:

भारत में वन्य जीवों के संरक्षण हेतु क्या कदम उठाए जा रहे इस पर विचार लिखें? - bhaarat mein vany jeevon ke sanrakshan hetu kya kadam uthae ja rahe is par vichaar likhen?

Source: www.workingabroad.com
- वन्य जीवों की उपस्थिति से पृथ्वी की प्राकृतिक सुंदरता में वृद्धि होती है.
- वैज्ञानिक मूल्य, यानी वैज्ञानिकों ने वन्य जीवन का अध्ययन करके ज्ञान प्राप्त किया है और विभिन्न औषधीय उत्पादों की भी खोज की है।
- इससे आर्थिक मूल्य को भी बढ़ाया जा सकता है क्योंकि यह लकड़ी, फाइबर, मांस, खाद्य उत्पाद आदि जैसी कई मूल्यवान पदार्थों को  प्रदान करता है।
- जीवन रक्षा मूल्य भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह पृथ्वी की जीवित व्यवस्था के बीच संतुलन बनाए रखता है जो कि जीवन के अस्तित्व को सुनिश्चित करता है।

गिर राष्ट्रीय उद्यानः एशियाई शेरों का घर

भारत में वन्य जीवों के संरक्षण हेतु क्या कदम उठाए जा रहे इस पर विचार लिखें? - bhaarat mein vany jeevon ke sanrakshan hetu kya kadam uthae ja rahe is par vichaar likhen?

खेलें हर किस्म के रोमांच से भरपूर गेम्स सिर्फ़ जागरण प्ले पर

भारत में वन्य जीवों के संरक्षण हेतु क्या कदम उठाए जा रहे इस पर विचार लिखें? - bhaarat mein vany jeevon ke sanrakshan hetu kya kadam uthae ja rahe is par vichaar likhen?
भारत में वन्य जीवों के संरक्षण हेतु क्या कदम उठाए जा रहे इस पर विचार लिखें? - bhaarat mein vany jeevon ke sanrakshan hetu kya kadam uthae ja rahe is par vichaar likhen?
भारत में वन्य जीवों के संरक्षण हेतु क्या कदम उठाए जा रहे इस पर विचार लिखें? - bhaarat mein vany jeevon ke sanrakshan hetu kya kadam uthae ja rahe is par vichaar likhen?
भारत में वन्य जीवों के संरक्षण हेतु क्या कदम उठाए जा रहे इस पर विचार लिखें? - bhaarat mein vany jeevon ke sanrakshan hetu kya kadam uthae ja rahe is par vichaar likhen?

भारत में वन्य जीवों के संरक्षण हेतु क्या कदम उठाए जा रहे हैं?

इसमें कुल ६ अनुसूचियाँ है जो अलग-अलग तरह से वन्यजीवन को सुरक्षा प्रदान करता है। अनुसूची-१ तथा अनुसूची-२ के द्वितीय भाग वन्यजीवन को पूर्ण सुरक्षा प्रदान करते है| इनके तहत अपराधों के लिए उच्चतम दंड निर्धारित है। अनुसूची-३ और अनुसूची-४ भी संरक्षण प्रदान कर रहे हैं लेकिन इनमे दंड बहुत कम हैं

भारत में वन्य जीवों के संरक्षण हेतु क्या कदम उठाए जा रहे इस पर विचार लिखें शब्द सीमा 100 से 120?

ईंधन के लिए जंगल में पेड़ों से लकड़ीयों का अनाधिकृत रूप से काटना तुरंत बंद होना चाहिए। क्योंकि वनों की कमी जंगली जानवरों और पक्षियों के प्राकृतिक आवास को नष्ट कर देती है। 7. हर एकड़ जंगल से पेड़ों की कटाई के लिए सरकार के प्राधिकरण मामले में, लंबे समय तक नुकसान को पूरा करने के लिए पौधों को लगाया जाना चाहिए।

वन्यजीवों के संरक्षण के लिए क्या उपाय किए जा रहे हैं?

इसके अलावा, वन्यजीवों के लिए बने अभ्यारण्य में आग लगाना, वनों में हथियार के साथ प्रवेश पर भी रोक है। इस कानून के तहत जंगल के पेड़-पौधों को तोड़ना या काटना मना है। सरकार ने वन्य प्राणियों से जुड़े कानून को मजबूत बनाने के उद्देश्य से वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम 1972 में जनवरी, 2003 में संशोधन किया।

वन संरक्षण के लिए क्या कदम उठाए गए है?

(i) वन संरक्षण के लिए निम्नलिखित कदम उठाए गए हैं : वन नीति 1952 तथा 1988 में वन संरक्षण हेतु वन नीति लागू की गई। वन संसाधनों का सतत पोषणीय विकास किया जाएगा तथा स्थानीय लोगों की आवश्यकता की पूर्ति होगी। देश में 33% वन लगाने के यत्न किए जा रहे हैं। वनों में जैव विविधता तथा पारिस्थितिक संतुलन कायम रखा जाएगा।