बाल झड़ने की होम्योपैथिक दवा कौन सी है? - baal jhadane kee homyopaithik dava kaun see hai?

बाल झड़ने के होम्योपैथिक उपचार में आमतौर पर इस्तेमाल की जाने वाली कुछ होम्योपैथिक दवाएं नीचे दिए गए हैं :

थुजा ऑक्सिडेंटलिस
सामान्य नाम :
आर्बर वाइटे
लक्षण : यह उपाय ढीली मांसपेशियों वाले ऐसे लोगों में सबसे अच्छा असर करता है, जिन्हें उमस भरे और बारिश के मौसम में लक्षण बिगड़ने का अनुभव होता है। इसका उपयोग निम्नलिखित लक्षणों के उपचार के लिए किया जाता है :

  • फंगल इंफेक्शन और उमस भरे मौसम की वजह से त्वचा संबंधी समस्याएं और हेयर फॉल होना (और पढ़ें - फंगल इंफेक्शन के घरेलू उपाय)
  • डैंड्रफ की वजह से बाल गिरना (और पढ़ें - बालों में नींबू लगाने के फायदे)
  • डैंड्रफ जो सफेद और सूखी पपड़ी की तरह दिख सकती है
  • सिर और चेहरे पर गर्म महसूस करने के लिए उसे लपेट कर रखने की इच्छा करना
  • खोपड़ी में गंभीर रूप से खुजली, जैसे कुछ काट रहा हो
  • पतले सूखे व दो मुहे बाल (और पढ़ें - दो मुंहे बाल कैसे ठीक करें)
  • बालों का विकास बहुत धीमे होना
  • खोपड़ी में खुजली होना, जिसे खरोंचने से राहत मिलती है (और पढ़ें - सिर में खुजली के उपाय)

यह लक्षण ठंड और उमस भरे मौसम में, रात में और दिन में 3 से लेकर रात में 3 बजे के बीच बढ़ जाते हैं। बिस्तर पर लगने वाली गर्मी भी इन लक्षणों को खराब करती है, लेकिन बाईं ओर लेटने पर रोगी बेहतर महसूस करता है।

फास्फोरस
सामान्य नाम :
फॉस्फोरस
लक्षण : यह दवा उन लोगों में अच्छा असर करती है, जो लंबे और गोरे हैं और जिनका विकास तेजी से हुआ है। फॉस्फोरस की आवश्यकता अक्सर ऐसे लोगों को होती है, जो संवेदनशील होते हैं, चिंतित होते हैं और जिनमें आसानी से ब्लीडिंग की प्रवृत्ति होती है। इसके अलावा यह निम्नलिखित लक्षणों से भी राहत दे सकता है :

  • ब्लीडिंग ​डिसऑर्डर (खून बहने से संबंधित विकार) या खून की अत्यधिक कमी जैसी बड़ी बीमारियों के बाद बाल गिरना
  • डैंड्रफ, एलोपेसिया एरेटा और फंगल संक्रमण के कारण बाल गिरना
  • खोपड़ी में तेज खुजली व बहुत ज्यादा डैंड्रफ होना
  • सूखे बाल जो गुच्छों में ​गिरते हैं
  • बालों का जल्दी सफेद होना जो कि डैंड्रफ और बाल झड़ने से जुड़ा होता है 
    • गुच्छों में बाल गिरना और उस जगह पर पपड़ीदार रूसी आ जाना (और पढ़ें - रूसी की होम्योपैथिक दवा)

खोपड़ी में खुजली होना, जो कि गर्म मौसम और खरोंचने से बढ़ जाती है, जबकि खुली हवा में रहने और ठंडा पानी पड़ने से लक्षणों में सुधार होता है।

(और पढ़ें - खुजली का आयुर्वेदिक इलाज)

सेपिया
सामान्य नाम :
इंकी जूस ऑफ कटलफिश
लक्षण : यह उपाय उन महिलाओं में सबसे अच्छा काम करता है जिनके बाल काले हैं, मांसपेशिया मजबूत हैं और वे स्वभाव से सौम्य (गुस्सा नहीं करते) होती हैं। इसके अलावा यह निम्नलिखित लक्षणों के प्रति भी सकारात्मक प्रतिक्रिया करता है :

  • प्रसव के बाद और रजोनिवृत्ति के दौरान बाल गिरना
  • खोपड़ी में तेज खुजली जैसे किसी कीट काटने पर महसूस होता है। यह खुजली विशेष रूप से सिर और कान के पीछे की तरफ से होती है
  • खोपड़ी पर तेज जलन के साथ खुजली होना
  • खोपड़ी पर छोटे फोड़े बनना, जिसकी वजह से तेज खुजली और बाल झड़ते हैं
  • फंगल इंफेक्शन (दाद) की वजह से बाल झड़ना (और पढ़ें - फंगल इन्फेक्शन की होम्योपैथिक दवा)
  • बालों की जड़ों का संवेदनशील होना, यह लक्षण बालों को छूने और ठंडी हवा से बढ़ जाते हैं

शाम को, ठंडी हवा में और पसीना आने के बाद यह लक्षण बढ़ जाते हैं। नींद लेने, गर्म सिकाई करने या ठंडे पानी से नहाने के बाद रोगी बेहतर महसूस करता है।

फॉस्फोरिकम एसिडम
सामान्य नाम :
फॉस्फोरिक एसिड
लक्षण : यह दवा उन लोगों में बेहतर असर करती है, जो लंबे समय तक बीमार रहने की वजह से कमजोर और अत्यधिक थक गए हैं। यह उन युवा लोगों के लिए उपयुक्त है जो तेजी से बढ़ते हैं, लंबे होते हैं और जिनके कंधों में झुकाव है। इस उपाय का उपयोग निम्नलिखित लक्षणों को ठीक करने में भी किया जाता है :

  • बुखार जैसे टाइफाइड, मलेरिया या वायरल फीवर के बाद बाल गिरना
  • मानसिक और शारीरिक थकान
  • मानसिक तनाव जैसे स्ट्रेस की वजह से बाल गिरना व खोपड़ी में तेज खुजली
  • युवा लोगों में कम उम्र में सफेद बाल होने की वजह से बाल झड़ना

शरीर में पानी की कमी या खून की कमी होने से यह लक्षण बढ़ जाते हैं जबकि शरीर का तापमान बढ़ने से इनमें सुधार होता है।

फ्लोरिकम एसिडम
सामान्य नाम :
हाइड्रोफ्लोरोइक एसिड
लक्षण : यह दवा वृद्ध लोगों और ऐसे युवाओं में अच्छी तरह से काम करती है, जिनके समय से पहले सफेद बाल की वजह से वे बूढ़े लगने लगते हैं। यह उन युवाओं में भी अच्छा असर करती है, जिनमें किसी बड़ी बीमारी के बाद कमजोरी आ जाती है। इसके अलावा यह निम्नलिखित लक्षणों के प्रबंधन में भी मदद करती है :

  • एलोपीसिया एरेटा और टाइफाइड के बाद बालों का झड़ना
  • सूखे बाल, जो आसानी से टूटते व गिरते हैं
  • बालों के अत्यधिक सूखने की वजह से उनका उलझ जाना
  • बाल झड़ना, जिसकी वजह से खोपड़ी में उन जगहों पर खुजली होती है जहां से गुच्छों में बाल झड़ते हैं। 

यह लक्षण गर्मी और गर्म पेय लेने से बढ़ जाते हैं, जबकि आमतौर पर टहलने (खासकर ठंड के मौसम में) से लक्षणों में राहत मिलती है।

सल्फर
सामान्य नाम :
सब्लीमेटड सल्फर
लक्षण : सल्फर उन लोगों के लिए बेहतरीन उपाय है, जो खड़े होने और बैठने के दौरान झुके रहते हैं, स्वभाव से घबराए और आसानी से चिढ़ जाते हैं। इसके अलावा जिनकी त्वचा बहुत संवेदनशील है और वातावरण में हल्के बदलाव से भी प्रभावित हो जाती है। हालांकि, सल्फर का उपयोग निम्नलिखित लक्षणों के सुधार में भी किया जाता है :

  • डैंड्रफ, स्कैल्प सोरायसिस और खोपड़ी पर फंगल इंफेक्शन की वजह से बाल झड़ना
  • सूखे बाल जो आसानी से गिर जाते हैं
  • रूसी की वजह से तेज खुजली होना, जिसकी वजह से खोपड़ी बहुत संवेदनशील हो जाती है (और पढ़ें - नीम के उपयोग से रूसी हटाने के तरीके)
  • खोपड़ी में दर्द होना, जो कि छूने के प्रति संवेदनशील होती है

शाम में, उमसभरे मौसम और गर्मी से खुजली बढ़ जाती है, जबकि दाईं ओर लेटने, सूखे और गर्म मौसम में लक्षणों में सुधार होता है।

(और पढ़ें - खुजली दूर करने के घरेलू)

मेजेरियम
सामान्य नाम :
स्पर्ज ओलिव
लक्षण : मेजेरियम उन लोगों में सबसे अच्छा काम करता है जो ठंडी हवा के प्रति संवेदनशील होते हैं, स्वभाव से शांत होते हैं। इसका उपयोग निम्नलिखित लक्षणों के उपचार के लिए किया जाता है :

  • खोपड़ी में फंगल संक्रमण, खोपड़ी में एक्जिमा और रूसी के कारण बाल गिरना (और पढ़ें - रूसी हटाने के घरेलू उपाय)
  • खोपड़ी में मोटी पपड़ी पड़ना, जिसकी वजह से तेज खुजली के साथ बाल झड़ते हैं
  • खोपड़ी से मुट्ठी भर बाल गिरना
  • खोपड़ी पर सफेद, सूखी और मोटी पपड़ी व डैंड्रफ होना

इसमें होने वाली जलन व खुजली रात में और खोपड़ी को रगड़ने से बढ़ जाती है।

(और पढ़ें - खुजली का होम्योपैथिक इलाज)

आर्सेनिकम एल्बम
सामान्य नाम :
आर्सेनिक एसिड, आर्सेनिक ट्राइऑक्साइड
लक्षण : आर्सेनिकम एल्बम उन लोगों के लिए सबसे उपयुक्त है जो कमजोर और एनीमिया से पीड़ित हैं। आर्सेनिकम एल्बम की आवश्यकता उन्हें होती है जो अपने स्वास्थ्य को लेकर बेचैन, परेशान और चिंतित रहते हैं। इस उपाय से निम्नलिखित लक्षणों का भी इलाज किया जा सकता है :

  • खोपड़ी में फंगल इंफेक्शन और एलोपेसिया एरेटा की वजह से बाल गिरना
  • खोपड़ी में फंगल इंफेक्शन की वजह से बालों का सूखना, खुरदरा होना और झड़ना (और पढ़ें - फंगल इन्फेक्शन की आयुर्वेदिक दवा)
  • खोपड़ी पर गोल पैच (जब एक ही जगह के बाल गिरते हैं) की वजह से बाल गिरना
  • तेज खुजली के साथ खोपड़ी पर सूखी व पपड़ीदार गोल सतह
  • खोपड़ी का अत्यधिक संवेदनशील होना, जिसकी वजह से बालों को कंघी करना भी मुश्किल हो जाता है
  • खोपड़ी पर जलन के साथ तेज खुजली (विशेष रूप से रात में)

इसमें होने वाले खुजली की स्थिति में गर्म पेय लेने और गर्मी से राहत मिल सकती है, यह लक्षण आधीरात को, समुद्र के किनारे या आसपास रहने पर और ठंडी हवा के संपर्क में आने से बढ़ जाते हैं। 

(और पढ़ें - बाल झड़ने से रोकने के लिए हेयर मास्क)

सिलिकिया
सामान्य नाम :
प्योर फ्लिंट, सिलिका
लक्षण : यह उपाय उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो कमजोर हैं, मांसपेशियां ढीली हैं, आसानी से सर्दी-जुकाम हो सकता है और साफ रंग के हैं। इसका उपयोग निम्नलिखित लक्षणों के उपचार के लिए किया जाता है :

  • कम उम्र में बाल झड़ना
  • छोटे मवाद से भरे फोड़े-फुंसियों की वजह से खोपड़ी में तेज खुजली
  • खोपड़ी का एक्जिमा (और पढ़ें - एक्जिमा के लिए योग)
  • खोपड़ी का अत्यधिक संवेदनशील होना व सिर और गर्दन पर अधिक पसीना आना

उमसभरे मौसम, गर्मी और सिर को ढकने से इन लक्षणों में सुधार होता है, जबकि ठंडे मौसम, सुबह के समय और पानी के संपर्क में आने से यह खराब हो जाते हैं।

(और पढ़ें - पसीना अधिक आने के उपाय)

लाइकोपोडियम क्लैवेटम
सामान्य नाम :
क्लब मॉस
लक्षण : यह उपाय उन लोगों के लिए बेस्ट है जो बुद्धिमान हैं, लेकिन शारीरिक रूप से कमजोर हैं। इसके अलावा जिनमें पेट और फेफड़ों से संबंधित क्रोनिक परेशानियों जैसे अपच, पेट फूलना और निमोनिया की शिकायत रहती है। इसके अलावा यह इन लक्षणों में भी सुधार करता है :

  • डैंड्रफ, लिवर और पेट से जुड़ी क्रोनिक बीमारियों, प्रसव के बाद, एक्जिमा, वंशानुगत गंजापन और पॉलीसिस्टिक डिम्बग्रंथि डिजीज की वजह से बाल गिरना (और पढ़ें - गंजापन दूर करने के घरेलू उपाय)
  • खोपड़ी में तेज खुजली की वजह से जलन का अनुभव होना
  • व्यायाम या अन्य शारीरिक गतिविधियों के दौरान गर्मी और पसीना आने से खुजली होना
  • एक्जिमा के मामले में खोपड़ी पर मोटी पपड़ी बन जाना, जिसमें से बुरी गंध आ सकती है (और पढ़ें - एक्जिमा के घरेलू उपचार)
  • बालों का जल्दी सफेद होना
  • किसी भी बीमारी में शरीर के दाहिने हिस्से पर ज्यादा असर पड़ना

यह लक्षण शाम 4 बजे से रात 8 बजे तक और गर्मी से बिगड़ जाते हैं, जबकि ठंडी हवा के संपर्क में आने से बेहतर महसूस होता है।

(और पढ़ें - बाल झड़ने से रोकने के लिए तेल)

बाल झड़ने पर कौन सी दवा लेनी चाहिए?

बालों का झड़ना रोकने की दवाइयां.
Minoxidil (मिनोक्सिडिल) महिलाओं और पुरुषों में बाल झड़ने की एक वजह होती है एंड्रोजेनेटिक ऐलोपीशिया। ... .
Finasterid (फिनास्टेरीड) दुनियाभर में इस दवा का इस्तेमाल पुरुषों में गंजेपन के इलाज के लिए किया जा रहा है। ... .
स्टेम सेल थेरेपी ... .
इंटेंसिव हेयर रूट थेरेपी ... .
लेजर हेयर ट्रीटमेंट ... .
हेयर ट्रांसप्लांट.

कौन से विटामिन की कमी से बाल झड़ते हैं?

Hair Vitamins विटामिन डी जिंक और सेलेनियम की कमी बालों के झड़ने की वजह बन सकती हैं

बालों के लिए सबसे अच्छी दवा कौन सी है?

बाल मजबूत होने से बालों का गिरना कम होगा और बाल झड़ने की समस्या से निजात मिलेगी. पुरुषों में बाल झड़ने की समस्या को रोकने के लिए मिनोक्सीडिल और फिनास्टेराइड केवल दो ही दवाइयां हैं. इस बात की भी कोई गारंटी नहीं है कि इन दवाइयों के इस्तेमाल से किसी भी तरह का साइड इफेक्ट नहीं होगा.

होम्योपैथिक दवा का असर कितने दिनों में होता है?

होम्‍योपैथी दवाओं का असर इस बात पर निर्भर करता है कि मरीज का रोग एक्यूट है या क्रॉनिक. एक्यूट रोगों में यह 5 से 30 मिनट और क्रॉनिक बीमारियों में यह 5 से 7 दिन में असर दिखाती है.

क्या होम्योपैथी में गंजेपन का इलाज है?

होम्योपैथी का इलाज बाल झड़ने के अंतर्निहित कारणों जैसे एनीमिया, थॉयराइड आदि पर भी कारगर रहता है। चिकित्सा प्रक्रिया सुरक्षित है और इसे आसानी से अपनाया जा सकता है। इसमें खान-पान संबंधी कोई पाबंदी नहीं होती। गंजेपन के पैटर्न के 1 से 7 तक के चरणों के आधार पर होम्योपैथी इलाज की सिफ़ारिश की जाती है।