Best Time To Take High Blood Pressure Medicine: खान-पान की गलत आदतों और बदलते लाइफस्टाइल की वजह से आज हर तीसरा व्यक्ति हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से परेशान है। हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) यानी कि उच्च रक्तचाप आधुनिक जीवनशैली में होने वाली गंभीर समस्या है, जो एक समय बाद कोरोनरी हार्ट डिजीज, हार्ट फेल्योर, स्ट्रोक, किडनी फेल्योर और कई अन्य तरह की समस्याओं का कारण बन जाती है। हर साल दुनियाभर में 90 लाख व्यक्ति उच्च रक्तचाप के कारण मौत का शिकार हो रहे हैं। खास बात तो यह है कि हाई ब्लड प्रेशर का कोई संकेत या लक्षण नहीं होता। यही वजह है कि ज्यादातर लोग वर्षों तक इस समस्या से अनजान रहते हुए इस परेशानी से ग्रस्त रहते हैं। Show क्या होता है हाई ब्लड प्रेशर- हाई ब्लड प्रेशर से बढ़ सकता है इन 4 रोगों का खतरा- गुर्दे की समस्या- हार्ट अटैक का खतरा- मस्तिष्क पर असर- क्या है बीपी की दवा लेने का सही समय- करीब छह साल तक चले इस शोध में 19,000 से ज्यादा मरीजों और उनके दवा लेने के समय पर अध्ययन किया गया। यह अध्ययन काफी बड़ा था और सुबह व सोते वक्त दवा लेने के समय पर केंद्रित था। इस शोध में स्पेन के विगो विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने पाया कि वे लोग, जिन्होंने सोने से थोड़ी देर पहले ब्लड प्रेशर की दवा ली उनमें ह्रदय रोगों से मरने की संभावना 66 फीसदी कम हो गई। हालांकि दवाओं की प्रभावशीलता में जीवनशैली भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, इसलिए अपने दवा लेने के समय में कोई भी जरूरी बदलाव करने से पहले डॉक्टर से सलाह अवश्य लेनी चाहिए। नोट- यह भी पढ़ें - आपको आज ही बदल देनी चाहिए हेल्दी कही जाने वाली ये 5 आदतें जो असल में स्वस्थ नहीं हैं News Nation Bureau | Edited By : Karm Raj Mishra | Updated on: 17 May 2021, 02:33:38 PM Hypertension (Photo Credit: News Nation) highlights
: इंसानों की दौड़ती-भागती जिंदगी की वजह से पैदा हुए तनाव के कारण आज हम वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे (World Hypertension Day) तक सेलिब्रेट करने लगे हैं. वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे हर साल 17 मई को दुनियाभर में मनाया जाता है. हाइपरटेंशन (Hypertension) या हाई ब्लडप्रेशर (High BP) एक बीमारी है जिसका कोई भी शिकार हो सकता है. लेकिन यह सिर्फ मानसिक अवसाद या तनाव की वजह से नहीं बल्कि गलत आदतों की वजह से भी हो सकता है. डॉक्टरों के अनुसार खराब लाइफस्टाइल, तनाव, गलत खानपान और जेनेटिक कारणों से ही हाई ब्लड प्रेशर का शिकार हो जाते हैं. आज हम आपको हाई बीपी से छुटकारा पाने के लिए आयुर्वेदिक उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं. ये भी पढ़ें- जीभ सूख रही है... खुजली भी हो रही है... अब ये हैं कोरोना के नए लक्षण एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा बढ़ाएं आयुर्वेद में हाई बीपी को कंट्रोल करने के लिए सबसे अच्छी दवा हैं दालचीनी, इसका प्रयोग मसाले के रूप में भी किया जाता हैं. दालचीनी केवल इंसान को दिल की बीमारियों से ही नहीं बल्कि डायबटीज से भी बचाता हैं. इसके प्रयोग से शरीर में एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा बढ़ जाती हैं और ब्लड शुगर की कम. आपको रोज सुबह खाली पेट आधा चम्मच दालचीनी के पाउडर के साथ शहद मिलाकर लेना हैं और फिर ऊपर से गर्म पानी पी लें. इससे निजात पाने के लिए अर्जुन का क्षीरपाक इस्तेमाल कर सकते हैं. क्षीरपाक बनाने के लिए अर्जुन की छाल का 10 ग्राम चूर्ण, 100 मिली दूध और 100 मिली पानी लेते हैं. फिर इसे पकाते हैं, जब सिर्फ दूध बच जाए, मतलब सिर्फ 100 मिली रह जाए तब इसे आंच से उतार कर, ठंडा करके, छान कर इसे पीते हैं. इसके अलावा लहसुन की दो या तीन कलियों को सुबह खाली पेट पानी के साथ चबाकर खाना चाहिए. चबाने में दिक्कत हो तो लहसुन के रस की 5-6 बूंद 20 मिली पानी में मिलाकर ले सकते हैं. ये भी पढ़ें- कोरोना के नए वैरिएंट के खिलाफ कितनी असरदार है Covaxin? शोध में हुआ ये खुलासा हृदय की कमजोरी को दूर करने के लिए निम्बू में भी विशेष गुण होते हैं. इसके निरंतर प्रयोग से ब्लड वैसल में लचीलापन और कोमलता आ जाती हैं और इनकी कठोरता दूर हो जाती हैं. इसलिए हाई ब्लड प्रेशर अर्थात हाइपरटेंशन जैसे रोग को दूर करने में निम्बू काफी कारगर साबित होता हैं. इससे बुढ़ापे तक दिल शक्तिशाली बना रहता हैं और हार्ट अटैक का डर भी नहीं रहता. (Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. News Nation इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञों से परामर्श जरूर कर लीजिए.) संबंधित लेखFirst Published : 17 May 2021, 02:33:38 PM For all the Latest Health News, Download News Nation Android and iOS Mobile Apps.बीपी बढ़ने पर कौन सी टेबलेट खानी चाहिए?बीपी ऐट 5mg/50mg टैबलेट दो दवाओं का मिश्रण हैः एमलोडिपाइन और एटेनोलोल, जो ब्लड प्रेशर को प्रभावी ढंग से कम करता है. एमलोडिपाइन एक कैल्शियम चैनल ब्लॉकर है जो रक्त वाहिकाओं को आराम देकर काम करता है जबकि एटेनोलोल एक बीटा ब्लॉकर है जो विशेष रूप से हृदय की दर को धीमी करने के लिए काम करता है.
बीपी kam होने पर कौन सी टेबलेट दी जाती है?बीपी-नोल 50mg टैबलेट का इस्तेमाल दिल की धड़कन (खास तौर से आट्रियल फाइब्रिलेशन) को स्थिर करने के लिए किया जाता है. यह हृदय की असामान्य रिदम को सामान्य करने में मदद करता है, यह इसे होने से रोकता है या फिर इसके एपीसोड के दौरान हृदय दर को कम करता है.
बीपी के लिए सबसे अच्छी दवा कौन सी है?अश्वगंधा का सेवन
इसके सेवन से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता भी बेहतर होती है। आयुर्वेद चिकित्सक के सलाह पर रोजाना एक चम्मच अश्वगंधा दूध में मिलाकर सेवन कर सकते हैं। दूध के अलावा अश्वगंधा पाउडर को आप गुनगुने गर्म पानी में एक चम्मच मिलाकर सेवन कर सकते हैं, इससे रक्तचाप नियंत्रित रहता है।
BP की गोली कब खानी चाहिए?आमतौर पर जब सुबह आप जागते हैं, ये सबसे कम होगा और दिनभर काम करने के दौरान ये बढ़ा हुआ रहेगा। चूंकि ब्लड प्रेशर में दिनभर बदलाव होता है, ऐसे में दिन में कम से कम दो बार इसे लेना अच्छा विकल्प है। इसके लिए आप ऐसा समय चुनें, जब आप घर पर हों।
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