बेतवा नदी (Betwa River), जिसका प्राचीन नाम वेत्रवती (Vetravati) था, भारत के मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश राज्यों में बहने वाली एक नदी है। यह यमुना नदी की उपनदी है। यह मध्य प्रदेश में रायसेन ज़िले के कुम्हारागाँव से निकलकर उत्तर-पूर्वी दिशा में बहती हुई भोपाल, विदिशा, झाँसी, ललितपुर आदि ज़िलों से होकर बहती है। इसके ऊपरी भाग में कई झरने मिलते हैं, किन्तु झाँसी के निकट यह काँप के मैदान में धीमे-धीमें बहती है। इसकी सम्पूर्ण लम्बाई 480 किलोमीटर है। यह बुंदेलखण्ड पठार की सबसे लम्बी नदी है। यह हमीरपुर के निकट यमुना में मिल जाती है। इसके किनारे सांची और विदिशा के प्रसिद्ध व सांस्कृतिक नगर स्थित हैं। लोगों का मानना है कि,आल्हा की लडाई में इतना खून बहाया गया की पूरी नदी लाल हो गयी थी उस समय से अब तक यहां लाल रंग का मौरंग पाया जाता है।बीना नदी इसकी एक प्रमुख उपनदी है।[1] लोक संस्कृति में[संपादित करें]भारतीय नौसेना ने बैटवा नदी के सम्मान में एक फ्रिगेट्सको आईएनएस बेतवा नाम दिया है[2]। इन्हें भी देखें[संपादित करें]
बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]
सन्दर्भ[संपादित करें]
बेतवा नदी कौन सी नदी में जाकर मिली?इसकी सम्पूर्ण लम्बाई 480 किलोमीटर है। यह बुंदेलखण्ड पठार की सबसे लम्बी नदी है। यह हमीरपुर के निकट यमुना में मिल जाती है।
बेतवा नदी की सहायक नदी कौन सी है?बेतवा नदीघाटी का जलग्रहण क्षेत्र 43895 वर्ग किमी है जिसमें से 30217 वर्ग किमी मध्य प्रदेश में एवं 13678 वर्ग किमी उत्तर प्रदेश में है। सहायक नदियों के अन्तर्गत घुरारी, गैरो, गरूखा, धसान (उपनदी-उर, सुखानी, सपरार, रोहिणी), लखेरी, चैनिच, परवाहा, जामिनी (संजाम, सहजाद), बीना बियरमा (अर्जुन) प्रमुख हैं।
बेतवा नदी कहाँ बहती है?विंध्याचल की पर्वतमाला के मध्य स्थित है बेतवा नदी का उद्गम स्थल झिरी। रातापानी अभयारण्य के अतंगर्त आने वाले इस स्थल पर प्राकृतिक रूप से पानी की एक झिर निकली हुई है। इस झिर से कई सौ वर्षों से पानी निकल रहा है। यह पानी भोपाल, रायसेन और विदीशा जिले से होता हुआ जमना नदी में मिलता है।
बेतवा नदी का पुराना नाम क्या है?बेतवा नदी का प्राचीन नाम वेत्रवती है।
|