Show आयतन और ताप में सम्बन्ध दिखाने वाला एक चलायमान चित्र।
चार्ल्स का नियम (इसे आयतन नियम के नाम से भी जाना जाता है) प्रायोगिक गैस नियम है जिसके अनुसार गैस को गर्म करने पर उसमें विस्तार होता है। चार्ल्स के नियम का आधुनिक कथन निम्नलिखित प्रकार से लिखा जा सकता है:
यह अनुक्रमानुपाती सम्बन्ध निम्न प्रकार लिखा जा सकता है: V = kTअथवा जहाँ: V गैस का आयतन हैT गैस का (कैल्विन पैमाने पर) तापमान हैk नियतांक है।सन्दर्भ[संपादित करें]
चार्ल्स बॉयल का नियम क्या है?स्थिर ताप पर किसी गैस के निश्चित मात्रा का आयतन उसके दाब के व्युत्कमानुपति होती है। बॉयल का नियम आदर्श गैस का दाब और आयतन में सम्बंध बताता है। इसके अनुसार, नियत ताप पर गैस का आयतन दाब के व्यूत्क्रमानुपाती होता है।
वास्तविक गैस के लिए बॉयल तापमान कितना होता है?अभिकथन ( A ) - स्थिर ताप पर वास्तविक गैसों के लिए pV और V के मध्य ग्राफ़ एक सरल रेखा नहीं होती । तर्क ( R ) - उच्च दाब पर सभी गैसों के लिए Z> 1, परन्तु मध्यवर्ती दाब पर अधिकांश गैसों के लिए Z < 1 होता है ।
बॉयल का नियम क्या है इसका गणितीय व्यंजक लिखिए?बॉयल के नियम का गणितीय विश्लेषण
यहाँ = समानुपाती नियतांक है। यहाँ v 2 = अणु की वर्ग माध्य चाल है। चूँकि हमने अणुओं के वर्ग माध्य चाल के बारे में पढ़ा है, कि अणु की वर्ग मध्य चाल परम ताप के वर्ग मूल के अनुक्रमानुपाती होता है। यहाँ N A , 2/3 , α व नियत है।
बॉयल और चार्ल्स के नियम गतिज गैस समीकरण 4 से कैसे प्राप्त होते हैं?जब किसी शुष्क गैस को नियत दाब पर रखा जाता है तो केल्विन तापमान और आयतन एक दूसरे के अनुक्रमानुपाती होते हैं। k नियतांक है।
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