चार्ल्स बैबेज एक अंग्रेजी बहुश्रुत थे वह एक गणितज्ञ, दार्शनिक, आविष्कारक और यांत्रिक इंजीनियर थे, जो वर्तमान में सबसे अच्छे कंप्यूटर प्रोग्राम की अवधारणा के उद्धव के लिए जाने जाते हैं या याद किये जाते है चार्ल्स बैबेज को "कंप्यूटर का पिता"(फादर ऑफ कम्प्यूटर ) माना जाता है। बैबेज को अंततः अधिक जटिल डिजाइन करने के लिए एवं उनके नेतृत्व में पहली यांत्रिक कंप्यूटर की खोज करने का श्रेय दिया जाता है। इन्हें अन्य क्षेत्रों में अपने विभिन्न कामो के लिए भी जाना जाता है एवं इन्हें अपने समय में काफी लोकप्रियता एवं सम्मान भी मिला अपने विभिन्न खोज के लिए और वही आगे चल कर कंप्यूटर जगत में नए खोजो का श्रोत बना। बैबेज के द्वारा निर्मित अपूर्ण तंत्र के कुछ हिस्सों को लंदन साइंस म्यूजियम में प्रदर्शनी के लिए रखा गया है| 1991 में, एक पूरी तरह से कार्य कर रहा अंतर इंजन बैबेज की मूल योजना से निर्माण किया गया था। 19 वीं सदी में प्राप्त के लिए निर्मित, समाप्त इंजन की सफलता ने यह संकेत दिया की बैबेज की मशीन काम करती है। Show
प्रारंभिक जीवन. इनका प्रारंभिक जीवन बहुत ही अच्छी तरह से गुजरा और इनकी प्रारंभिक शिक्षा घर पर ही हुई और ये आगे चलकर कंप्यूटर के आविष्कार कर्ता बने|[संपादित करें]कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में[संपादित करें]चार्ल्स बैबेज ने अक्टूबर 1810 में, ट्रिनिटी कॉलेज, कैम्ब्रिज में दाखिला लिया वह पहले से ही समकालीन गणित के कुछ भागों को स्वयं अध्यन किया करते थे, वह रॉबर्ट वुडहाउस, यूसुफ लुइस Lagrange और मैरी Agnesi को पढ़ा करते थे नतीजे के तौर पर उन्हें कैम्ब्रिज में उपलब्ध मानक गणितीय शिक्षा में निराशा प्राप्त हुई चार्ल्स बैबेज और उनके कुछ मित्रगणों "जॉन Herschel, जॉर्ज मयूर" और कई अन्य मित्रों ने मिलकर 1812 में विश्लेषणात्मक सोसायटी का गठन किया। कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के बाद[संपादित करें]एस्ट्रॉनॉमिकल सोसायटी[संपादित करें]ब्रिटिश लाग्रंगियन स्कूल[संपादित करें]चार्ल्स बैबेज ने कंप्यूटर का आविष्कार कब किया कंप्यूटर का आविष्कार कब और किसने किया था इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया भारत में कंप्यूटर का आविष्कार कब हुआ कंप्यूटर की खोज किसने की और कब भारत में कंप्यूटर कब आया कंप्यूटर की खोज कब हुई थी 1 Answers चार्ल्स बैबेज़ ने सन् 1822 में डिफरेंश इंजन के नाम से एक ऐसी मशीन का आविष्कार किया था जिसे वर्तमान समय के कंप्यूटर का आधार माना जाता है। बाद में इन्होंने इस मशीन में सुधार करके इसका नाम एनॉलिटिकल इंजन रखा और इसे जनरल परपज़ कम्प्यूटिंग मशीन बना दिया। कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया था? – इस प्रश्न का उत्तर चार्ल्स बैबेज की जीवनी (Biography Of Charles Babbage In Hindi) में वर्णित है। चार्ल्स बैबेज का जीवन परिचय और कंप्यूटर के आविष्कार से सबंधित कई प्रश्नों का उत्तर सहित समावेश आगे पोस्ट में दिया गया है। उन्होंने कंप्यूटर का आविष्कार करके दुनिया में क्रांति लाने का कार्य किया था। आज कंप्यूटर की वजह से ही काफी चीजे सम्भव और आसान हो पाई है। चार्ल्स बैबेज की जीवनी – Biography Of Charles Babbage In Hindiचार्ल्स बैबेज (Charles Babbage) को कंप्यूटर का जनक कहा जाता है। चार्ल्स बैबेज का जन्म 26 नवम्बर, 1791 को लन्दन में हुआ था। वो एक धनी परिवार से थे और उनके पिता का नाम बेंजामिन बैबेज था जो कि एक बैंकर थे। बैबेज की शुरुआती शिक्षा घर पर ही हुई थी। उन्हें एक प्राइवेट टयूटर पढ़ाने आते थे। बैबेज गणित विषय में काफी होशियार थे। उनको होल्मवुड स्कूल में भी शिक्षा के लिए दाखिला दिया गया था। यहां पर मौजूद लाइबेरी से उन्हें गणित की पुस्तकें पढ़ने को मिल जाती थी। उन्हें गणित की कठिन गणनाएं करने में भी मजा आता था। चार्ल्स बैबेज ने 1811 ईस्वी को आगे की पढ़ाई के लिए कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय (University Of Cambridge) के ट्रिनिटी कॉलेज में प्रवेश लिया था। कैम्ब्रिज के ही पीटरहाउस नामक कॉलेज से उन्होंने स्नातक पूरी की थी। 1814 में चार्ल्स बैवेज ने जार्जियाना व्हिटमोर नामक महिला से विवाह किया था। उनके कुल 8 बच्चे हुए जिनमे से 3 बच्चे ही जीवित रह पाए। चार्ल्स बैबेज (Charles Babbage) ने रॉयल एनालिटिकल और घोस्ट क्लब नामक सोसाइटी का गठन भी किया था। बैबेज को 1816 में “रॉयल सोसाइटी” का सदस्य चुना गया। 1820 में चार्ल्स बैबेज ने एस्ट्रोनॉमिकल सोसाइटी भी बनाई थी। कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया था? खोजवर्ष 1822 में चार्ल्स बैवेज ने कंप्यूटर का आविष्कार किया था। कई वैज्ञानिकों ने समय समय पर कंप्यूटर सबन्धी आविष्कारों से आधुनिक कंप्यूटर की नींव डाली थी। वर्ष 1945 में “ENIAC” के निर्माण तक यह सिलसिला चलता रहा। परन्तु कंप्यूटर आविष्कार का जनक चार्ल्स बैवेज को ही कहा जाता है। चार्ल्स बैबेज ने एक एनालिटिकल इंजिन का निर्माण किया जो गणितीय गणना करने में सक्षम था। यह एक मेकैनिकल मशीन थी। यह कमरे से भी बड़ी मशीन थी जिसको बनाने में काफी खर्चा आया था। इस खर्चे का वहन ब्रिटिश सरकार ने किया था। यह इंजन भाप से चलता था जिसमे शाफ़्ट, क्रैंक इत्यादि लगी हुई थी। यह आकार में बड़ा होने के साथ ही भारी भरकम भी था। आगे चलकर उन्होंने एक और मशीन को डिज़ाइन किया जिसे डिफरेंशियल इंजन कहा गया। आगे चलकर यही मशीन आधुनिक कंप्यूटर का आधार बनी। चार्ल्स बैबेज को कंप्यूटर का पिता इसलिये भी कहते है कि उन्होंने पहला प्रोग्रामिंग कंप्यूटर डिज़ाइन किया था। इस महान गणितज्ञ, दार्शनिक और इन्वेंटर का निधन 18 अक्टूबर, 1971 को लन्दन में हुआ था। चार्ल्स बैबेज के किये कंप्यूटर का आविष्कार के लिए दुनिया हमेशा उन्हें याद रखेगी। FAQ About Charles Babbage:- Q.1 कंप्यूटर का जनक किसे कहते है? Ans. चार्ल्स बैबेज Q.2 चार्ल्स बैबेज का आविष्कार क्या था? Ans. कंप्यूटर Q.3 चार्ल्स बैबेज कौन थे? Ans. कंप्यूटर के आविष्कारक इस लेख Biography Of Charles Babbage In Hindi में चार्ल्स बैबेज की जीवनी और कंप्यूटर आविष्कार की कहानी आपको कैसी लगी? चार्ल्स बैबेज का जीवन परिचय (Charles Babbage Information In Hindi और कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया? पर यह जानकारी आपको अच्छी लगी हो तो इसे शेयर भी करे। यह भी पढ़िए –
चार्ल्स बैबेज ने कंप्यूटर की खोज कब की?बैबेज के द्वारा निर्मित अपूर्ण तंत्र के कुछ हिस्सों को लंदन साइंस म्यूजियम में प्रदर्शनी के लिए रखा गया है| 1991 में, एक पूरी तरह से कार्य कर रहा अंतर इंजन बैबेज की मूल योजना से निर्माण किया गया था। 19 वीं सदी में प्राप्त के लिए निर्मित, समाप्त इंजन की सफलता ने यह संकेत दिया की बैबेज की मशीन काम करती है।
कंप्यूटर की खोज कब और किसने की?कंप्यूटर का आविष्कार Charles Babbage ने किया था। इन्हें कंप्यूटर का जनक कहा जाता है। 1822 में Charles Babbage नें “डिफरेंशिअल इंजन” नाम के मैकेनिकल कंप्यूटर का आविष्कार किया था। इसके बाद 1938 में United States Navy ने इलेक्ट्रो मैकेनिकल कंप्यूटर बनाया था।
चार्ल्स बैबेज कौन थे उन्हें कंप्यूटर का जनक क्यों कहा जाता है?चार्ल्स बैबेज का जन्म 26 नवंबर 1791 को हुआ था। उन्हें फॉदर ऑफ कंप्यूटर कहा जाता है। बैबैज ने पहले मैकेनिकल कंप्यूटर का आविष्कार किया था, जोकि आज के समय के मुताबिक काफी कॉप्लेक्स था। हालांकि शुरुआत में उन्हें गणित काफी पसंद थी, ऐसे में गणित की बड़ी-बड़ी कैलकुलेशन को सॉल्व करने के लिए उन्होंने कंप्यूटर मशीन बनाई।
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