छत्तीसगढ़ के साहित्यकार एवं उनकी रचनाएँ Show रतनपुर के गोपाल मिश्र हिन्दी काव्य परम्परा की दृष्टि से छत्तीसगढ़ के वाल्मिकी हैं। छत्तीसगढ़ी की प्रथम समीक्षात्मक रचना डॉ॰ विनय कुमार पाठक की "छत्तीसगढ़ी साहित्य अऊ साहित्यकार" है।
छत्तीसगढ़ के प्रमुख साहित्यकार एवं उनकी रचनाएँ इस प्रकार हैं:
छत्तीसगढ़ के प्रमुख साहित्यकार इस प्रकार हैं:
छत्तीसगढ़ गजल के रचयिता का नाम क्या है?छत्तीसगढ़ी में गद्य लेखन की परम्परा का शुभारम्भ पं॰ लोचन प्रसाद पांडेय ने किया। प्रथम छत्तीसगढ़ी उपन्यास "हीरु के कहिनी" तथा "मोंगरा" को मानी जाती है। इसके रचयिता क्रमशः बंशीधर पांडेय तथा पं. शिवशंकर शुक्ल हैं।
छत्तीसगढ़ी सुधार के कवि कौन है?पंडित सुंदरलाल शर्मा (२१ दिसम्बर १८८१ - १९४०), छत्तीसगढ़ में जन जागरण तथा सामाजिक क्रांति के अग्रदूत थे। वे कवि, सामाजिक कार्यकर्ता, समाजसेवक, इतिहासकार, स्वतंत्रता-संग्राम सेनानी तथा बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। उन्हें 'छत्तीसगढ़ का गांधी' कहा जाता है।
खूब तमाशा किसकी रचना है?गोपाल मिश्र रतनपुर के राजा राजसिंहदेव के दरबारी कवी थे। ये अपनी रचना 'खूब तमाशा' के जाने जाते है, जिसमे इन्होंने छत्तीसगढ़ शब्द का प्रयोग ( 1746 ई. ) किया था।
छत्तीसगढ़ी राजभाषा दिवस कब मनाया जाता है?28 नवंबर 2007 को विधानसभा में छत्तीसगढ़ी को राजभाषा का दर्जा देने विधेयक पारित हुआ था।
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