क्षेत्र में लगभग 6.5 करोड वर्ष पुराने (प्राचीन) दुर्लभ डायनासोर जीवाश्मों की प्राप्ति के कारण पारिस्थिकीय, प्राणी जातीय, वनस्पतीय, भू आकृति विज्ञान, प्राणी वैज्ञानिकीय और जीवाश्म की दृष्टि से पर्याप्त महत्तव का है । यह क्षेत्र वर्ष 2011 में डायनासोर जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान बाग के रूप में अधिसूचित किया गया है । Show
घुघवा राष्ट्रीय जीवाश्म उद्यान, गाँव घुघवा में डिंडोरी से 70 किमी दूर स्थित है। यह 75 एकड़ भूमि के क्षेत्र में बसा है, जहां पत्तियों और पेड़ों के आकर्षक और दुर्लभ जीवाश्मों की खोज होती रही है। इस राष्ट्रीय उद्यान में जीवाश्म रूप में पौधे हैं जो 40 मिलियन से 150 मिलियन साल पहले भारत में कभी मौजूद थे। पेड़ों की कई छटी हुयी टहनियों की पहचान जिमनोस्पर्म, एंजियोस्पर्म मोनोसाईटलिडोंस के रूप में की गई है। कुछ ब्रायोफाइट भी हैं। जिस उम्र में पैंजिया, लौरसिया और गोंडवाना भूमि में विभाजित हुआ, उसके आधार पर जीवाश्म या तो जुरासिक या क्रेटेशियस काल के हैं। Ghugwa Fossil Park In Hindi : मध्य प्रदेश के डिंडोरी जिले में स्थित घुघवा जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान या फॉसिल नेशनल पार्क भारत में एक अनूठा गंतव्य है, जिसे एशिया के सबसे बड़े जीवाश्म पार्क के रूप में जाना जाता है। यह स्थान पुरातत्व प्रेमियों के लिए बेहद खास जगह है जहाँ पौधों के 65 मिलियन वर्ष पुराने जीवाश्मों के ऐतिहासिक साक्ष्य का पता लगा लगाया जा सकता है। फॉसिल नेशनल पार्क में एक और आकर्षण संग्रहालय है जहां कोई भी कई संरक्षित बीज और पत्ती के जीवाश्म देख सकता है। इस पार्क में कई खुली जगहों पर महत्वपूर्ण जानकारी भी अंकित की गई है जो इस पार्क के भौगोलिक क्षेत्र के लाखों साल पुराने इतिहास को बेहतर समझने में मदद करते हैं। यदि आप मध्य प्रदेश में घूमने के लिए कुछ हटकर जगह की तलाश कर रहे है तो फॉसिल नेशनल पार्क आपके लिए बिलकुल परफेक्ट जगह है जहाँ आप घूमने के साथ साथ लाखों साल पुराने संरक्षित जीवाश्मो के बारे में जान सकते है जो आपके लिए बहुत ही खास अनुभव हो सकता है। लेकिन यदि आप यहाँ घूमने नही भी जा पा रहे है तो एक बार इस लेख को पूरा जरूर पढ़े जिसके माध्यम से हम आपको घुघवा जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान की यात्रा कराने वाले है – Table of Contents
घुघवा जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान का इतिहास – History of Ghugwa Fossil Park in Hindiकई लाखो साल पुराने पेड पौधो के ऐतिहासिक साक्ष्यों प्रदर्शन करने वाले घुघवा फॉसिल नेशनल पार्क की स्थापना वर्ष 1970 में की गई थी और घुघुआ फॉसिल नेशनल पार्क को वर्ष 1983 में घोषित किया गया था। घुघवा जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान का एरिया – Area of Ghugwa Fossil Park in HindiImage Credit : Neetha P75 एकड़ घुघवा जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान में पाए जाने वाले जीवाश्म – Ghughwa Fossil Park me paaye jaane wale Jivasham in HindiImage Credit : Neetha Pजब भी आप अपने परिवार या फ्रेंड्स के साथ घुघवा फॉसिल नेशनल पार्क पर आयेंगे तो आप यहाँ लाखो साल पुराने पौधों, पर्वतारोहियों, पत्तियों, फूलों, फलों और बीजों के संरक्षित जीवाश्मों को देख सकेगें जिनमे से डायकोटाइलडन और पाम फॉसिल कुछ ऐसे पौधे है जिन्हें पुरे भारत में कुछ चुनिन्दा जगहों पर ही देखा जा सकता है। जबकि यूकेलिप्टस जीवाश्म अपने प्रकार का अब तक का सबसे पुराना जीवाश्म है और यह खोज गोंडवाना के अपने उद्गम का समर्थन करती है। यहां पाए जाने वाले नीलगिरी के पेड़ों के जीवाश्म ऑस्ट्रेलिया के मूल निवासी हैं जो उस समय के संकेत देते हैं जब ग्रेट गोंडवाना सुपरकॉन्टिनेंट पृथ्वी पर मौजूद था। अन्य जीवाश्म पौधों में प्राचीन खजूर, जामुन, केला, रुद्राक्ष और आंवला शामिल हैं। इसके अलावा, कुछ शैल असर वाले जानवरों के जीवाश्म भी पाए गए हैं जो यह दर्शाता है कि, अतीत में, यह क्षेत्र अधिक आर्द्र था और अधिक वर्षा प्राप्त करता है। घुघवा जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान संग्रहालय – Ghugwa Fossil National Park Museum in HindiImage Credit : Assu Khanघुघवा फॉसिल नेशनल पार्क के अन्दर एक छोटा सा संग्रहालय भी स्थापित है जो इसके आकर्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इस संग्राहलय में बीज और पत्ती के जीवाश्मों को संरक्षित और शोकेस किया गया है जिन्हें आप देख सकते है और इनके बारे में जाड्या से जाड्या जानकारी प्राप्त कर सकते है। घुघवा फॉसिल नेशनल पार्क की टाइमिंग – Ghughwa Fossil National Park Timing in Hindi
घुघवा फॉसिल पार्क की एंट्री फीस – Entry fees of Fossil National Park in Hindiजो भी पर्यटक घुघवा फॉसिल पार्क की ट्रिप पर आने वाले है हम उन्हें बता दे घुघवा जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान के लिए कोई भी प्रवेश शुल्क नही है यहाँ आप बिना किसी शुल्क का भुगतान किये आराम से घूम सकते है। और पढ़े : पेंच राष्ट्रीय उद्यान की पूरी जानकारी घुघवा फॉसिल नेशनल पार्क घूमने जाने का सबसे अच्छा समय – Best time to visit National Fossil Park Ghughwa in Hindiवैसे तो साल के किसी भी समय घुघवा जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान की यात्रा की जा सकती है लेकिन सर्दियों के महीने यहाँ घूमने आने के लिए सबसे अच्छा समय माना जाता है जब मौसम ठंडा और सुखद होता है। इस दौरान आपको भारत के विभिन्न हिस्सों से आये हुए पर्यटक भी देखने को मिल सकते है। घुघवा फॉसिल नेशनल पार्क की यात्रा में रुकने के लिए होटल्स – Hotels to stay for a trip to Ghughwa Fossil National Park in Hindiयदि आप घुघवा जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान घूमने जाने वाले है और अपनी यात्रा में रुकने के लिए किसी होटल्स को सर्च कर रहे है तो हम आपको बता दे घुघवा जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान के आसपास रुकने के लिए काफी सीमित विकल्प उपलब्ध है। आपको इसके आसपास कुछ बजट होटल्स और होमस्टे की सुविधायें मिल जाएगी। घुघवा फॉसिल नेशनल पार्क केसे पहुचें – How to Reach Ghughwa Fossil National Park in Hindiघुघवा राष्ट्रीय जीवाश्म पार्क डिंडोरी से लगभग 70 किमी की दुरी पर स्थित है जहाँ तक पहुचने का सबसे आरामदायक तरीका बस, जीप या सड़क मार्ग से यात्रा करके जाना है। हालांकि आप ट्रेन और फ्लाइट से यात्रा करके भी यहाँ पहुचा जा सकते है। यदि आप घुघवा राष्ट्रीय जीवाश्म पार्क जाने के लिए परिवहन के सभी साधनों के बारे में जानना चाहते है तो नीचे दी गई जानकारी को पूरा पढ़े – फ्लाइट में घुघवा फॉसिल पार्क केसे पहुचें – How To Reach Ghughwa Fossil National Park By Flight in Hindiयदि आपने अपनी घुघवा राष्ट्रीय जीवाश्म पार्क की ट्रिप के लिए फ्लाइट से ट्रेवल करने के ऑप्शन को सिलेक्ट किया है, तो हम आपको बता दे घुघवा राष्ट्रीय जीवाश्म पार्क का निकटतम एयरपोर्ट भोपाल में है, जो पार्क से लगभग 110 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह एयरपोर्ट दिल्ली, आगरा सहित भारत के कई प्रमुख शहरों से हवाई मार्ग द्वारा जुड़ा है। फ्लाइट से ट्रेवल करके जबलपुर एयरपोर्ट पहुचने के बाद आप बस या एक टेक्सी बुक करके घुघवा फॉसिल नेशनल पार्क जा सकते है। ट्रेन से घुघवा फॉसिल नेशनल पार्क केसे जायें – How To Reach Ghughwa Fossil National Park By Train in Hindiघुघवा फॉसिल नेशनल पार्क से लगभग 110 किलोमीटर की दूरी पर स्थित जबलपुर रेलवे स्टेशन पार्क का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन है। जबलपुर रेलवे स्टेशन राज्य के प्रमुख रेल जंक्शनो में से एक है जिसके लिए आप लगभग भारत के किसी भी हिस्से से ट्रेन ले सकते है। सड़क मार्ग से घुघवा फॉसिल नेशनल पार्क केसे पहुंचे – How To Reach Ghughwa Fossil National Park By Road in Hindiबस या सड़क मार्ग से घुघवा फॉसिल नेशनल पार्क की यात्रा करना बेस्ट ऑप्शन है, जो टूरिस्ट्स को काफी पसंद भी आता है। यह अपने आस-पास के शहरों और शाहपुरा, डिंडोर, मंडला, जबलपुर, बांधवगढ़, कान्हा राष्ट्रीय उद्यान, अमरकंटक, उमरिया आदि शहरों से सड़क द्वारा जुड़ा हुआ है। यहाँ के लिए नियमित रूप से बसे संचालित की जाती है बस के अलावा आप अपनी पर्सनल कार या टेक्सी बुक करके भी यहाँ आ सकते है। और पढ़े : मध्य प्रदेश के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान और वन्यजीव अभयारण्य इस आर्टिकल में आपने घुघवा फॉसिल नेशनल पार्क की ट्रिप से रिलेटेड पूरी इन्फोर्मेशन को डिटेल में जाना है आपको हमारा ये आर्टिकल केसा लगा हमे कमेंट्स में जरूर बतायें। इसी तरह की अन्य जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक करें। और आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं। डायनासोर राष्ट्रीय उद्यान कहाँ है?
जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान कहाँ है राजस्थान?आकल जीवाश्म उद्यान (Akal Fossil Park or Akal Wood Fossil Park) राजस्थान का एक दर्शनीय स्थान है। यह उद्यान जैसलमेर-बाडमेर रोड पर जैसलमेर से लगभग 15 किलोमीटर दूर स्थित है तथा 21 हैक्टेयर क्षेत्र में फैला हुआ है।
मंडला जिले में कौन सा राष्ट्रीय उद्यान है?कान्हा टाइगर रिजर्व | जिला प्रशासन मंडला, मध्यप्रदेश शासन | भारत
भारत में कितने जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान?इस जीवाश्म क प्रमुख स्थान 'घुघवा' है, जो ६.८४ एकड़ जमीन पर फैला हुआ है, इसके अलावा तीन अन्य स्थल भी खोजे गये है जिसमें उमरिया-सिल्थेर (२३.०२ एकड़), देवरी खुर्द (१६.५३ एकड़) और बरबसपुर (१६.५३ एकड़) शामिल है।
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