गुलाबी आयरन की गोली का कम्पोजीशन क्या होता है - gulaabee aayaran kee golee ka kampojeeshan kya hota hai

गुलाबी आयरन की गोली का कम्पोजीशन क्या होता है - gulaabee aayaran kee golee ka kampojeeshan kya hota hai

By: Inextlive | Updated Date: Mon, 18 Feb 2019 06:00:32 (IST)

-नीली व गुलाबी गोली किशोर-किशोरियों में रोकेगी खून की कमी

-पांच से 19 साल तक के सभी किशोर-किशोरियों को दी जाएगी गोली

अगर आपके बच्चे में खून की कमी है या वो अनेमिया का शिकार है, जिससे उसका विकास रूक गया है तो उसकी यह समस्या बहुत जल्द खत्म हो जाएगी। क्योंकि अब इनके शरीर में होने वाली खून की कमी को दूर करेगी नीली और गुलाबी गोली। स्वास्थ्य विभाग बच्चों और किशोर-किशोरियों में खून की कमी को दूर करने के लिए वीकली आयरन फोलिक एसिड कार्यक्रम की शुरुआत कर रहा है। जिसके तहत स्कूल जाने वाले सभी बच्चों को सप्ताह में एक दिन नीली और गुलाबी गोली की खुराक दी जाएगी। ताकि इन बच्चों का मानसिक और शारीरिक विकास प्रॉपर हो सके।

ये बना है प्लान

वीकली आयरन फोलिक एसिड कार्यक्रम के तहत स्कूल जाने वाले सभी सरकारी व प्राइवेट स्कूल में 10 से 19 साल तक के सभी किशोर-किशोरियों को स्कूल में तथा स्कूल न जाने वालो को आंगनबाड़ी केन्द्र पर आयरन की नीली गोली दी जाएगी।

क्या आती है समस्या

स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों की मानें तो प्रदेश में 6 माह से 5 साल तक के 63.2 फीसदी बच्चों में खून की कमी है। जबकि 15 से 19 साल तक के 53.7 फीसदी किशोरियां खून की कमी एवं 29.2 फीसदी किशोर एनीमिया से पीडि़त हैं। जिससे उनके शरीर का पूरा विकास नहीं हो पाता।

सीएमओ डॉ। वीबी सिंह ने बताया कि छ: माह से 15 साल तक के सभी बच्चों एवं किशोर-किशोरियों को प्रत्येक सोमवार गोली दी जाएगी। इसके अलावा छ: माह से पांच साल के बच्चों को सप्ताह में दो बार सोमवार और गुरूवार को आयरन का सीरप पिलाने से काफी हद तक आयरन की कमी दूर किया जा सकता है।

दिया गया प्रशिक्षण

आयरन फोलिक एसिड कार्यक्रम के तहत सभी ब्लॉक के राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्त्रम (आरबीएसके) के चिकित्सक, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी, ब्लॉक कम्युनिटी प्रोसेस मैनेजर (बीसीपीएम), ब्लॉक से शिक्षा विभाग के सदस्य एवं ब्लॉक आईडीसीएस सुपरवाइजर को एसीएमओ एवं आरबीएसके के नोडल अधिकारी का प्रशिक्षण दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि जल्द ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सभी विद्यालयों के शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जायेगा।

डिपार्टमेंट स्कूली बच्चों में बढ़ते खून की कमी को रोकने के लिए इस कार्यक्रम की शुरुआत कर रहा है। इसके लिए संबंधित स्वास्थ्य अधिकारियों व चिकित्सकों को प्रशिक्षण दिया गया है।

डॉ। एके गुप्ता, नोडल अधिकारी, आरबीएसके

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आयरन की गुलाबी गोली का कार्यक्रम स्थगित

जिले को एनीमिया मुक्त करने को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा आज से शुरू होने वाली कार्यक्रम को अगले आदेश तक स्थगित कर दिया गया है। इस कार्यक्रम के तहत शून्य से दो वर्ष तक के बच्चों को विटामिन ए का खुराक पिलाना था। जबकि तीन से नौ वर्षतक के बच्चों को गुलाबी फोलिक एसिड की गोली खिलाई जानी थी। जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम विश्वजीत कुमार ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बाढ़ की स्थिति को देखते हुए प्रदेश स्तर से ही कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया है। स्थिति सामान्य होने के बाद कार्यक्रम का तिथि निर्धारित किया जाएगा।

विषयसूची

  • 1 गुलाबी गोली क्या होती है?
  • 2 गुलाबी आयरन की गोली का कंपोजिशन क्या होता है?
  • 3 फीमेल वियाग्रा कैसे काम करती है?
  • 4 पिंक वियाग्रा टेबलेट कैसे यूज़ करे?
  • 5 वियाग्रा का असर कितनी देर में शुरू होता है?
  • 6 विगोरा १०० कितनी देर में असर करती है?

गुलाबी गोली क्या होती है?

इसे सुनेंरोकेंपुरुषों के लिए छोटी नीली गोली के बाद महिलाओं के लिए एक पिंक गोली मार्केट में आई है. यह है हर्बल सप्लीमेंट से बनी ‘फीमेल वियाग्रा’. ब्रिटेन में इसकी काफी बिक्री हो रही है. वैज्ञानिकों का दावा है कि यह गोली सर्कुलेशन को बेहतर करके मिडिल एज महिलाओं की सेक्स लाइफ सुधार सकती है.

गुलाबी आयरन की गोली का कंपोजिशन क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंस्वास्थ्य विभाग बच्चों और किशोर-किशोरियों में खून की कमी को दूर करने के लिए वीकली आयरन फोलिक एसिड कार्यक्रम की शुरुआत कर रहा है। जिसके तहत स्कूल जाने वाले सभी बच्चों को सप्ताह में एक दिन नीली और गुलाबी गोली की खुराक दी जाएगी। ताकि इन बच्चों का मानसिक और शारीरिक विकास प्रॉपर हो सके।

प्रेगनेंसी में आयरन की गोली कब खानी चाहिए?

इसे सुनेंरोकें​कब लेनी चाहिए आयरन की गोली ज्‍यादातर डॉक्‍टर प्रेग्‍नेंसी के पहले 12 हफ्तों के बाद आयरन सप्‍लीमेंट लेने की सलाह देते हैं। प्रेग्‍नेंसी की शुरुआत में इसे पचाना मुश्किल भी होगा और पहली तिमाही में इसकी जरूरत भी नहीं होती है। खाना खाने के एक से दो घंटे बाद आयरन की गोली लेने की सलाह दी जाती है।

फीमेल वियाग्रा कैसे काम करती है?

इसे सुनेंरोकेंइस दवा को खाते ही मस्तिष्क में न्यूरोट्रांस्मीटर की एक्टिविटी सक्रिय हो जाती है। इससे कामोत्तेजना भी बढ़ती है। फ्लिबैनसेरिन पिल के अलावा कई अन्य दवाओं और इंजेक्शन के जरिए सेक्सुअल समस्याओं को दूर किया जाता है। ये दवाएं सेक्स के प्रति इच्छा और मूड को बढ़ाने का काम करती हैं।

पिंक वियाग्रा टेबलेट कैसे यूज़ करे?

इसे सुनेंरोकेंवियाग्रा को खाना खाने से आधा घंटे पहले या फिर खाना खाने के 2 घंटों के बाद ही लिया जाता है । इसका इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह से ही किया जाना चाहिए । वियाग्रा का असर करीब 4-5 घंटे कर शरीर में बना रहता है । वियाग्रा का इस्तेमाल सिर्फ पुरुषों को ही करना चाहिए ।

क्या मैनफोर्स टेबलेट महिला खा सकती है?

इसे सुनेंरोकेंजिसके चलते अब न केवल पुरुष बल्कि महिलाएं भी कर पाएंगी मैनफोर्स टेबलेट्स का सेवन और इस्तेमाल और बढ़ती उम्र के साथ भी कर सकेंगी अपनी सेक्सुअल लाइफ में सुधार— तो आइए जानते हैं Manforce Tablet for Female in Hindi की सारी जानकारी…

वियाग्रा का असर कितनी देर में शुरू होता है?

इसे सुनेंरोकेंएक गोली खाने के बाद इसका असर आधे या एक घंटे तक रहता है. बिना डॉक्टर की सलाह के आपको एक समय में एक से ज़्यादा गोली नहीं खानी चाहिए. वायग्रा का इस्तेमाल केवल पुरुषों को करना चाहिए.

विगोरा १०० कितनी देर में असर करती है?

इसे सुनेंरोकेंयह गोली खाली पेट (खाने के आधा घंटा पहले या खाना खाने के 2 घंटे बाद) ज्यादा असरदार रहती है। इसे 24 घंटे में एक बार लिया जा सकता है। इसका असर लेने के बाद 4-5 घंटे तक बना रहता है।

गुलाबी आयरन की गोली का कम्पोजीशन क्या होता है *?

स्वास्थ्य विभाग बच्चों और किशोर-किशोरियों में खून की कमी को दूर करने के लिए वीकली आयरन फोलिक एसिड कार्यक्रम की शुरुआत कर रहा है। जिसके तहत स्कूल जाने वाले सभी बच्चों को सप्ताह में एक दिन नीली और गुलाबी गोली की खुराक दी जाएगी। ताकि इन बच्चों का मानसिक और शारीरिक विकास प्रॉपर हो सके।

गुलाबी गोली क्या होती है?

वास्तव में गुलाबी गोली जो pfizer दवा कंपनी addyi के नाम से बेचती है, को female viagra भी कहते हैं. यह गोली मध्य औऱ अधिक उम्र की महिलाओं में कामे क्षा बढ़ाने के लिये प्रयोग में लाई जाती है. यह काफी मंहगी दवा है औऱ इसकी एक गोली की क़ीमत लगभग 22 डालर है.

विद्यालय में आयरन की गोलियां क्यों दी जाती है?

आयरन की गोली बच्चों को एनीमिया यानी खून की कमी दूर करने के लिए दी जाती है।