गुलाब की कलम किस महीने में लगाना चाहिए : हेलो दोस्तों नमस्कार आज हम आप लोगों को बताएंगे कि गुलाब की कलम किस महीने में लगाना चाहिए वैसे तो दोस्तों गुलाब का फूल सबको पसंद होता है और सभी लोग अपने घर में जरूर से जरूर लगाते हैं क्योंकि गुलाब की खुशबू ही इतनी अच्छी होती है और गुलाब का फूल मां लक्ष्मी को बहुत ही प्रिय होता है इसीलिए मां लक्ष्मी की पूजा करने के लिए भी कई लोग घर में गुलाब का पेड़ लगाते हैं. Show
लड़का या लड़की एक दूसरे को जब पसंद करते हैं तो गुलाब का फूल देकर पसंद करते हैं उसके लिए भी गुलाब का फूल प्रयोग में लाया जाता है गुलाब के बहुत सारे फायदे हैं अगर आप कभी भी अपने घर में गुलाब का पेड़ लगाते हैं तो उसकी सही दिशा का चुनाव करके ही गुलाब की कलम लगानी चाहिए जिससे आपके घर में कोई भी नेगेटिविटी ना आ पाए अगर आपको भी जानना है. कि गुलाब की कलम कैसे लगाई जाती है और गुलाब की कलम लगाने की सही दिशा क्या होती है तो आप इस लेख को पूरा जरूर पढ़ें तभी आपको पता चलेगा कि गुलाब की कलम किस महीने में लगाना चाहिए और उसे लगाने की सही दिशा क्या होती है? गुलाब की कलम किस महीने में लगाना चाहिए | Gulab ki kalam kisi mhine me lgana chahiyeवैसे तो गुलाब की कलम लगाने का कोई टाइम नहीं होता है ना कोई महीना होता है लेकिन आप जब चाहे तब गुलाब की कलम लगा सकते हैं अगर आप गुलाब की कलम लगाना चाहते हैं तो आप इसे मई और जून के महीने में लगा सकते हैं इस महीने में आपकी गुलाब की कलम बहुत जल्द ही उगना शुरू हो जाती है और जल्द ही पेड़ बनने लगता है. इसीलिए आप मई जून के महीने में गुलाब की कलम को लगा सकते हैं इस महीने में गुलाब को उगाने में आपको कोई दिक्कत नहीं होगी और आप जब भी गुलाब की कलम लगाते हैं तो उसमें थोड़ा सा गोबर की पुरानी पस डालकर लगाते हैं तो आप का पेड़ अच्छा उगता है और ज्यादा दिनों तक टिकता है। गुलाब लगाना शुभ या अशुभअक्सर हम अपने घर में कोई भी शुभ कार्य करते हैं तो उसको अच्छा बनाए रखने के लिए और शुभ बनाए रखने के लिए अलग-अलग तरीके अपनाते हैं वास्तु शास्त्र के हिसाब से घर में गुलाब का पेड़ लगाना बहुत ही शुभ माना जाता है और यह गुलाब का फूल शुभ कार्यों के लिए भी प्रयोग किया जाता है वास्तु शास्त्र एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है उसके लिए चाहे घर का मेन गेट हो या रसोईघर या स्टोर रूम हो या फिर ड्राइंग रूम सबकी एक फिक्स जगह होती है. वास्तु शास्त्र के अनुसार पौधों की भी एक जगह फिक्स होती है अगर आप सभी कार्य वास्तु शास्त्र के अनुसार करते हैं तो वह आपके लिए लाभकारी होंगे और अगर वास्तु शास्त्र के अनुसार काम नहीं करते हैं तो उसमें आप को हानि हो सकती है वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में कांटेदार पौधे नहीं लगाने चाहिए कांटेदार पौधे लगाना घर में शुभ नहीं माना जाता है वैसे गुलाब का फूल सभी को बहुत पसंद होता है. गुलाब की खुशबू सभी को पसंद होती है और खिले हुए गुलाब देखने में जितने सुंदर लगते हैं और उतने ही मन में पॉजिटिविटी भी लाते हैं गुलाब का पेड़ घर में शुभ माना जाता है गुलाब का पेड़ वास्तु शास्त्र के नियम के अंतर्गतनहीं आता है तो हम वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में गुलाब का पेड़ लगा सकते हैं क्योंकि यह कांटेदार होने के बावजूद इस को शुभ माना जाता है. इसका कारण यह है कि देवी लक्ष्मी का प्रिय फूल है और हर शुक्रवार को देवी लक्ष्मी जी को अर्पित किया जाता है और अन्य शुभ कार्य में इसका उपयोग किया जाता है तो इसको आप अपने घर में लगा सकते हैं। गुलाब का पेड़ किस दिशा में लगाना चाहिएअगर आप भी गुलाब का पौधा उत्तर या पूर्व दिशा मैं लगाते हैं तो यह आपके लिए अत्यंत लाभकारी होता है और आपके घर में पॉजिटिविटी एनर्जी लेकर आता है तो आप भी अपने घर में गुलाब का पौधा जरूर लगाएं आपने देखा होगा कुछ लोग का अपने घर में फूल लगाना बहुत ही पसंद करते हैं और उन्हीं फूलों में से एक गुलाब का फूल है जो लोगों को बहुत ही पसंद होता है और उसकी खुशबू लोगों को बहुत ही पसंद होती है. तो लोग गुलाब के अलग-अलग तरह की कैटेगरी लगाते हैं ऐसे में अगर वह सही दिशा का ध्यान रखेंगे तो उनका घर हमेशा सकारात्मकता से भरा रहेगा कोई नेगेटिविटी नहीं आएगी उसके घर में कोई भी बाहरी शक्ति या खराब चीजें नहीं आ सकती हैं जिससे आपको गुलाब का पूरा लाभ मिले इसके लिए दिशा का ध्यान रखना आवश्यक है। गुलाब का पेड़ लगाने का आसान तरीकागुलाब की कलम लगाने के लिए एक पेंसिल की आकार की कलम ले और ध्यान रखें वह ज्यादा मोटी ना हो जिसमें अभी-अभी किल्ले फूटे हो ज्यादा पुरानी कलम ना हो या फिर कलम में अभी छोटे किल्ले ही निकले हो उसे ले और अगर आप ने अभी कलम काटा है तो उसको 1 घंटे के लिए पानी में डाल दें अगर कलम को काटे 2 से 3 घंटे हो चुके हैं तो 24 घंटे के यह पानी में डाल दें क्योंकि पानी सूखने के बाद यह बिल्कुल मुलायम और गीला हो जाती है. गुलाब की कलम लगाने के लिए हमें दो तरह की मिट्टी चाहिए एक काली मिट्टी दूसरी कोकोपिट इन दोनों मिट्टियों का मिश्रण बहुत ही अच्छा काम आता है एक डिब्बे में मिट्टी और कोकोपीट दोनों को पानी में डालकर फुला दे और उसको 5 मिनट के लिए रख दें जिससे वह कोकोपीट पानी में शोक कर नमी बना ले कलम लगाने से पहले कलम की छाल को छील लेंगे कलम की छाल जहां पर छिली गई है. वहां पर हम एलोवेरा जेल को लगा देंगे एलोवेरा जो है. वह रोटीन हारबोनेम का काम करता है उसके बाद एलोवेरा लगाने के बाद डायरेक्ट हम गुलाब की कलम को मिट्टी में लगा देंगे गुलाब की कलम को कम से कम 3 इंच तक मिट्टी में गाड़ देना चाहिए इसको गाड़ने के बाद हम इसको पन्नी से ढक देंगे और इसको दो-तीन दिन तक पानी नहीं देना है. क्योंकि 2 दिन तक इसको पानी की जरूरत नहीं पड़ेगी 2 दिन बाद हम इसको थोड़ा थोड़ा पानी देंगे अगर इस तरीके से आप गुलाब की कलम लगाते हैं तो 1 हफ्ते में इसमें पत्तियां आने लगती है। गुलाब का पेड़ लगाने के फायदेआप गुलाब के फूल को तो जानते होंगे गुलाब लोगों का पसंदीदा फूल होता है यह कई रंगों के होते हैं जितना यह देखने में सुंदर होते हैं उतना ही यह हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते हैं केवल गुलाब ही नहीं बल्कि गुलाब का पेड़ औषधि गुण से भरपूर होता है और इसका इस्तेमाल बहुत सी बीमारी के उपचार में किया जाता है गुलाब के पौधे का इस्तेमाल सौंदर्य बढ़ाने दर्द से छुटकारा पाने कब्जे घाव आदि कई सारी समस्याओं के उपचार में किया जाता है. यह मुंह के छाले में लाभकारी होता है यह बवासीर में लाभकारी होता है गुलाब की पंखुड़ी को मिश्री के साथ सेवन करने से बहुत लाभ मिलता है यह धाव को भी सही करने का कार्य करता है बच्चा रोग दाद खाद खुजली आदि समस्या से छुटकारा मिलता है कई बार घर के बाहर निकलते हैं. तो आंखों में मिट्टी पड़ जाती है उसके बाद उस में जलन का असर होता है तो गुलाब जल की एक बूंद डालने से गुलाब जल आंखों की अच्छी तरह से सफाई कर देता है यह कब्ज भी खत्म कर देता है यह चेहरे से तिल , मुहासा , दाग धब्बे भी हटा देता है यह जोड़ों के दर्द में भी लाभकारी होता है। गुलाब के उपयोग
FAQ : गुलाब की कलम किस महीने में लगाना चाहिएगुलाब की कलम लगाने का सही समय क्या है?गुलाब की कलम लगाने का सही समय अक्सर गर्मी में ही होता है जब भी आप गुलाब की कलम लगाएं उसे गर्मी में भी लगाना चाहिए वैसे आप गुलाब की कलम किसी भी महीने में लगा सकते हैं लेकिन जून व मई के महीने में ज्यादातर गुलाब की कलम लगाई जाती है। गुलाब का पौधा कितने दिन में उगता है?गुलाब को लगाने के बाद कम से कम 4 से 16 हफ्ते तक लग सकते हैं यह निर्भर करता है कि गुलाब की किस्म तथा हर बीज के लिए अलग अलग हो सकता है। गुलाब का फूल कब खिलता है?अधिकतर उत्तर प्रदेश में राजस्थान , बिहार , मध्य प्रदेश में गुलाब जनवरी व अप्रैल के महीने में ही खिलता है। निष्कर्षदोस्तों अब आप लोग जान गए होंगे कि गुलाब की कलम किस महीने में लगाना चाहिए तो दोस्तों अब हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह आज का लेख जरूर पसंद आया होगा इसमें हमने आपको गुलाब से जुड़ी अन्य जानकारियां भी दी है. जिनको पढ़ने के बाद आपको गुलाब की सारी जानकारियां मिल जाएंगे जैसे कि गुलाब की कलम किस महीने में लगानी चाहिए और किस दिशा में लगानी चाहिए गुलाब लगाने का सही तरीका क्या है उसके फायदे क्या है उसके नुकसान क्या है इन सारी विषयों पर ने चर्चा की है तो आज आप लोगों को पता चल गया होगा कि गुलाब की कलम किस महीने में लगाना चाहिए। गुलाब की कलम कौन से महीने में लगाई जाती है?गुलाब की कटिंग्स किसी भी सीज़न में उग सकनी चाहिए। लेकिन, ध्यान में रखें कि उन्हें हमेशा पानी देना पड़ेगा, इसलिए अगर आपने गुलाब की कटिंग्स को गर्मी में लगाया है, या आप एक गरम जगह में रहते हैं, तो जड़ें सूख जाएंगी। इस कारण, बरसात का मौसम आपका सबसे अच्छा ऑप्शन होगा।
गुलाब की कलम को कैसे लगाया जाता है?गुलाब की कलम लगाने वाली मिट्टी में सूखा गोबर मिला लेना चाहिए और जिस गमले में लगाए उसकी तली में छोटा छेद कर देना चाहिए। गुलाब की कलम का जो हिस्सा आप मिट्टी में लगाए उसे आधा इंच छील लें। गुलाब की कलम को मिट्टी में 3 इंच तक दबा देना चाहिए। मिट्टी में पानी डालने के बाद ही गुलाब की कलम लगाएं।
गुलाब का पौधा कब लगाया जाता है?साल भर में आप कभी भी गुलाब का पौधा लगा सकते हैं, लेकिन पतझड़ के बाद और बसंत से पहले का समय गुलाब के पौधे लगाने के लिए सबसे ठीक माना जाता है. इससे गर्मियों के अंत तक आप अपनी नर्सरी या गमले में गुलाब को खिलता हुआ देख सकेंगे.
बारिश में गुलाब की कलम कैसे लगाएं?गुलाब की कलम को फरवरी से लेकर जून-जुलाई के महीने तक लगाया जा सकता है। गुलाब के पौधे की 7-8 इंच लम्बाई की कटिंग को सीधे गमले या ग्रो बैग की मिट्टी में लगाएं। गुलाब की कलम को लगाने के लिए मिट्टी में गोबर खाद, वर्मीकम्पोस्ट और नीम केक, आदि को मिला लें, जिससे मिट्टी की उपजाऊ क्षमता बढ़ जाती है।
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