बुधवार को किस देवता की होती है पूजा, जानें इस दिन व्रत करने के नियम और फायदेजानिए बुधवार को दिन किस भगवान को समर्पित है और इसे करने से भक्तों को क्या लाभ मिलता है? Show हिंदू धर्म की मान्याओं के अनुसार हफ्ते का प्रत्येक दिन अलग-अलग देवताओं को समर्पित है. बुधवार का दिन भी बड़ा खास होता है और इस दिन भगवान गणेश जी की पूजा की जाती है. यह दिन भगवान को समर्पित है और गणेश जी में आस्था रखने वाले लोग इस दिन बड़ी ही श्रद्धा के साथ उनकी पूजा-अर्चना और व्रत भी करते हैं. कहा जाता है कि इस दिन व्रत करने के कई लाभ हैं. आइए जानते हैं बुधवार को व्रत करने की विधि और इससे मिलने वाले लाभ.Also Read - बुधवार के उपाय: आज बुधवार के दिन किया गया यह छोटा सा उपाय दिलाएगा जिंदगी में बड़ी कामयाबी बुधवार के व्रत की पूजा विधि
बुधवार को व्रत करने के नियम Also Read - संकष्टी चतुर्थी व्रत 2022: कब रखा जाएगा विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी का व्रत, जानिए शुभ मुहूर्त और पूजन विधि
ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें. India.Com पर विस्तार से पढ़ें धर्म की और अन्य ताजा-तरीन खबरें Published Date: September 22, 2021 10:07 AM IST |Updated Date: September 22, 2021 10:13 AM IST बुधवार को गणेश जी का व्रत कैसे करना चाहिए?पौराणिक मान्यताओं के अनुसार बुधवार के व्रत की शुरुआत किसी भी महीने के शुक्ल पक्ष के पहले बुधवार से की जानी चाहिए। लगातार 21 बुधवार ये व्रत रखा जाना चाहिए। इस व्रत के दिन स्नान के बाद हरे रंग के कपड़े पहनने चाहिए और सुबह में भगवान गणपति की पूजा करनी चाहिए। पूजा के अंत में भगवान गणेश जी की आरती अवश्य करें।
बुधवार का व्रत कैसे शुरू करें?बुधवार के व्रत की पूजा विधि
पूजा के लिए पूर्व दिशा की ओर मुख करना शुभ होता है. यदि पूर्व दिशा में मुख करना संभव न हो तो आप उत्तर दिशा की ओर मुख करके भी पूजा की शुरुआत कर सकते हैं. आसन पर बैठकर भगवान गणेश जी की फूल, धूप, दीप, कपूर, चंदन से पूजा अर्चना करें. मान्यता है कि पूजा में दूब यानि दूर्वा अर्पित करना शुभ होता है.
बुध का व्रत कैसे किया जाता है?व्रती के जीवन में सुख-शांति रहती है और घर धन-धान्य से भरे रहते हैं। * शुक्ल पक्ष के पहले बुधवार से भी बुधवार का व्रत करना शुभ माना जाता है। * प्रात:काल उठें व नित्यक्रियाओं से निपटने के पश्चात स्नानादि से स्वच्छ होकर भगवान बुध की पूजा करनी चाहिए। * व्रती हरे रंग की माला या वस्त्रों का प्रयोग करे तो उत्तम रहता है।
बुधवार के कितने व्रत करना चाहिए?* व्रत कब करें - यह व्रत किसी भी शुक्ल पक्ष के प्रथम बुधवार से शुरू करें। * कितने करें - व्रत संख्या 21 या 41 बुधवार तक रखें। * क्या न खाएं - नमक पूर्णत: वर्जित है।
|