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गन्ने को छीलकर उसमें से गन्ने का रस निकाला जाता है। गन्ना वैसे तो एंटीऑक्सीडेंट्स का अच्छा स्रोत है पर जिन लोगों को डायबिटीज है उनके लिए ये उतना हेल्दी नहीं है जितना दिखता है। गन्ने में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है पर अगर आपको डायबिटीज है तो फाइबर के लिए आप गन्ने की जगह दूसरे फल खा सकते हैं। शुगर एक तरह का कॉर्ब है जिसे बॉडी तोड़कर ग्लूकोज बनाती है। जिन चीजों में कॉर्ब की मात्रा ज्यादा होती है उनके सेवन से ब्लड शुगर बढ़ जाता है, खासकर ऐसे लोगों के शरीर में जिन्हें डायबिटीज है। इसलिए ऐसे मरीजों को अपनी शुगर इंटेक कंट्रोल करनी चाहिए। गर्मी के दिनों में गन्ने के रस को पीने का मजा ही कुछ और है पर डायबिटीज में आपको इसे अवॉइड करना चाहिए। इस विषय पर ज्यादा जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की। गन्ने से ही चीनी, ब्राउन शुगर, गुड़ आदि बनाया जाता है, इसलिए ये शुगर का मुख्य स्रोत माना जाता है। गन्ने का रस रिफाइंड नहीं होता इसलिए इसमें विटामिन और मिनरल की भरपूर मात्रा होती है जिसके चलते हर कोई इसका सेवन करना चाहता है पर डायबिटीज के मरीजों को गन्ने के रस से दूरी बरतनी चाहिए। अगर आपको गर्मियों के दिनों में जूस पीने का ज्यादा मन कर रहा है तो आप डायबिटीज में ऐसे जूस पिएं जो शुद्ध निकाले गए हों और जिनमें एक्सट्रा शुगर न हो। आपको बीमारी को ध्यान में रखते हुए अपना शुगर इंटेक भी कम करना होगा। एक दिन में 3 टीस्पून यानी 15 ग्राम से ज्यादा शुगर आपको बिल्कुल भी कंज्यूम नहीं करनी है। डायबिटीज में क्यों नुकसानदायक हो सकता है गन्ने का जूस? (Why sugarcane juice is not healthy in diabetes)
इसे भी पढ़ें- गर्मी में लू, अपच जैसी कई समस्याओं से बचाता है गन्ने का सिरका, डॉक्टर से जानिए इसके 14 फायदे, नुकसान और उपयोग गन्ने के रस में कितनी कैलोरीज होती हैं? (Calories in sugarcane juice)नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ न्यूट्रिशन के मुताबिक गन्ने के 100 मिली लीटर रस में 242 कैलोरीज होती हैं और लगभग 12.85 ग्राम शुगर होती है। गन्ने में ग्लाइसेमिक इंडेक्स ज्यादा होता है जिससे शुगर लेवल बढ़ जाता है। गन्ने में ग्लाइसेमिक इंडेक्स करीब 30 से 40 के बीच होता है जो कि डायबिटीज मरीजों के लिए ठीक नहीं है। ग्लाइसेमिक इंडेक्स एक तरह का माप हे जिससे ये पता चलता है कि किसी भी खाने की चीज में मौजूद कॉर्ब्स, कितनी देर में ग्लूकोज में तबदील होगा। इसे भी पढ़ें- इन 5 परेशानियों से निजात दिला सकता है गन्ने का जूस, Rujuta Diwekar से जानें गन्ने का जूस पीने का सही समय डायबिटीज में गन्ने का जूस पीना चाहिए या नहीं? (Should I drink sugarcane juice in diabetes)दूसरे जूस की तरह गन्ने का जूस पीना भी डायबिटीज मरीजों के लिए सेहतमंद नहीं है। गन्ने का जूस पीने से ब्लड शुगर लेवल तेजी से बढ़ जाएगा। हालांकि कुछ स्टडीज में ऐसा कहा गया है कि गन्ने में पोलीफेनॉल एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जिससे इंसुलिन ज्यादा बनती है। इंसुलिन बनने से ब्लड शुगर कंट्रोल रहती है पर ज्यादातर डॉक्टर इस थ्योरी को मानते नहीं है। इसलिए आपको डायबिटीज में गन्ने के रस का सेवन अवॉइड करना चाहिए। डायबिटीज में गन्ने के जूस के अलावा ऐसे सभी जूस को पीना अवॉइड करें जिसमें शुगर की मात्रा ज्यादा हो जैसे मैंगो जूस या स्ट्राबेरी जूस आदि। Read more on Diabetes in Hindi
कैंसर और डायबिटीज पेशेंट्स के लिए फायदेमंद है गन्ने का जूसहैल्थ रिपोर्टर जयपुर गन्ने का जूस सिर्फ एनर्जी ही नहीं देता बल्कि यह कैंसर और डायबिटीज से भी बचाता है। इसमें एंटी ऑक्सीडेंट्स होने के कारण ये फ्री रेडिकल का बैलेंस बनाए रखते हैं। ये रेडिकल्स कैंसर और डायबिटीज से बचाने में मददगार है।इसमें पाए जाने वाले फ्लेवोनॉइड और फेनॉलिक एंटीऑक्सीडेंट बॉडी के लिए फायदेमंद हैं। एंटी-वायरल, एंटी-एलर्जिक, एंटी-ट्यूमर जैसे गुण हमें कई बीमारियों से बचाते हैं। इसमें कैल्शियम, पोटेशियम, आयरन, मैग्निशियम और फॉस्फोरस हडि्डयों को मजबूत बनाते हैं। दांतों की प्रॉब्लम्स कम करते हैं। 100 एमएल गन्ने के जूस में 269 कैलोरीज पाई जाती है, जो सेहत के लिहाज से एक मील के लिए अच्छा होता है। फ्रिज में पंद्रह मिनट से ज्यादा रखा हुआ जूस नहीं पिएं : फ्रिज में 15 मिनट से ज्यादा समय तक रखा जूस ऑक्सीडाइज होने लगता है। इसे पीने से फूड पॉइजनिंग का खतरा बढ़ता है। फ्रेश जूस पीएं। ज्यादा पीने से सिरदर्द -डॉ. अंशु चतुर्वेदी, डाइटिशियन, जयपुर तुरंत मिलती है एनर्जी खाने से पहले जूस पीना फायदेमंद ब्लड को करता है पतला स्किन करेंगी ग्लो डायबिटीज किड़नी और लिवर बनाता है हैल्दी हैल्थ रिपोर्टर जयपुर गन्ने का जूस सिर्फ एनर्जी ही नहीं देता बल्कि यह कैंसर और डायबिटीज से भी बचाता है। इसमें एंटी ऑक्सीडेंट्स होने के कारण ये फ्री रेडिकल का बैलेंस बनाए रखते हैं। ये रेडिकल्स कैंसर और डायबिटीज से बचाने में मददगार है।इसमें पाए जाने वाले फ्लेवोनॉइड और फेनॉलिक एंटीऑक्सीडेंट बॉडी के लिए फायदेमंद हैं। एंटी-वायरल, एंटी-एलर्जिक, एंटी-ट्यूमर जैसे गुण हमें कई बीमारियों से बचाते हैं। इसमें कैल्शियम, पोटेशियम, आयरन, मैग्निशियम और फॉस्फोरस हडि्डयों को मजबूत बनाते हैं। दांतों की प्रॉब्लम्स कम करते हैं। 100 एमएल गन्ने के जूस में 269 कैलोरीज पाई जाती है, जो सेहत के लिहाज से एक मील के लिए अच्छा होता है। फ्रिज में पंद्रह मिनट से ज्यादा रखा हुआ जूस नहीं पिएं : फ्रिज में 15 मिनट से ज्यादा समय तक रखा जूस ऑक्सीडाइज होने लगता है। इसे पीने से फूड पॉइजनिंग का खतरा बढ़ता है। फ्रेश जूस पीएं। ज्यादा
पीने से सिरदर्द -डॉ. अंशु चतुर्वेदी, डाइटिशियन, जयपुर क्या शुगर के पेशेंट को गन्ने का जूस पीना चाहिए?1-गन्ने के रस को बिना रिफाइंड किए सीधे गन्ने से निकालकर बनाया जाता है इसलिए हाई शुगर के कारण डायबिटीज में इसका सेवन नहीं करना चाहिए. 2-बता दें गन्ने के रस में एंटीऑक्सीडेंट्स की मात्रा ज्यादा होती है पर इसमें शुगर भी बहुत ज्यादा होती है इसलिए ये जूस डायबिटीज मरीजों के लिए हेल्दी नहीं है.
क्या शुगर वाले गन्ना खा सकते हैं?गन्ने का रस (Ganne ka juice) नेचुरल है इसके बावजूद इस तथ्य से इंकार नहीं किया जा सकता कि डायबिटीज (Diabetes) के मरीज इसे बहुत मात्रा में कंज्यूम नहीं कर सकते. वे नियंत्रित मात्रा में गन्ने का रस जरूर पी सकते हैं. साथ ही, इसके पीने का सही समय जान लेना भी जरूरी है.
शुगर कम करने के लिए कौन सा जूस पीना चाहिए?इस समय फलों और सब्जियों का रस पीना अच्छा होता है। फलों और सब्जियों के जूस में कई तरह के पोषक तत्व होते हैं, जो शुगर लेवल को नियंत्रित करने के साथ ही शरीर को कई तरह के फायदे भी पहुँचा सकते हैं। मधुमेह रोगियों के लिए विशेष रामबाण जूस की सूची में अनार का जूस, करेले का जूस, पालक का जूस, गाजर का जूस, आदि शामिल है।
शुगर को जड़ से खत्म करने के लिए क्या करें?अंजीर के पत्ते चबाएं
बता दें कि अंजीर के पत्तों से ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित होता है. मधुमेह से छुटकारा पाने के लिए आपको रोजाना सुबह खाली पेट अंजीर के पत्तों को चबाना चाहिए. साथ ही डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए आप अंजीर के पत्तों का पानी में उबालकर सेवन कर सकते हैं.
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