संतान भाग्य से ही प्राप्त होती है। स्वस्थ संतान के लिए माता-पिता का स्वास्थ्य भी महत्वपूर्ण है। चंद्र, मंगल, रवि एवं बृहस्पति 'गर्भाधान' में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, बशर्ते कुंडली में संतान प्राप्ति के योग हों। चंद्रमा तिथि, रवि माह तथा बृहस्पति गर्भाधान का वर्ष बताता है। शनि एवं बृहस्पति की दशा गर्भ को पुष्ट करती है। Show पंचम लग्न या एकादश भाव पर प्रसव के समय मंगल व शनि का प्रभाव हो, या इन भावों के स्वामी इन ग्रहों के प्रभाव में हों तब शल्य क्रिया से संतान का जन्म होता है। भारतीय ज्योतिष ने संतान संख्या, संतान का लिंग, संतानोत्पत्ति के समय स्त्री के आसपास का वातावरण, पिता की स्थिति, गर्भाधान के समय माता-पिता की मनःस्थिति पर विस्तार से प्रकाश डाला है। इसके लिए जन्म कुंडली के साथ सप्तमांश व नवांश कुंडली के विभिन्न योगों का फलित ग्रंथों में विस्तार से वर्णन है। 'गर्भपात' संतान चाहने वाले दंपतियों के लिए एक दुःखद स्थिति है। इसके अतिरिक्त समय से पूर्व अविकसित प्रसव भी कष्टदायक है। फलित ज्योतिष ने इस विषय पर भी प्रकाश डाला है। सप्ताह का ज्ञान प्रश्न: कुंडली में अगर मंगल अपने घर में हो तो अच्छा है या बुरा? – ज्योत्सना निहलानी जानें कालसर्प योग के क्या हैं लक्ष्ण और लाभ प्राप्ति के उपाय प्रश्न: गर्भाधान के लिए श्रेष्ठ मुहूर्त कौन सा है? – ऋचा गुप्ता जानिए गृहप्रवेश के लिए श्रेष्ठ महीना कौन सा है प्रश्न: भाग्येश किस ग्रह को कहा जाता है। – अलौकिक नारायण अगर, आप भी सद्गुरु स्वामी आनंद जी से अपने सवालों के जवाब जानना चाहते हैं या किसी समस्या का समाधान चाहते हैं तो अपनी जन्मतिथि, जन्म समय और जन्म स्थान के साथ अपना सवाल पर मेल कर सकते हैं। सद्गुरुश्री स्वामी आनंदजी Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें गर्भधारण करने के लिए कौन सा महीना अच्छा होता है?उत्तर: सद्गुरुश्री कहते हैं कि शीतकाल में विशेष रूप से माघ और फाल्गुन माह में धारण गर्भ उत्तम संतान का बीजारोपण करते हैं। यानी जो बच्चे जो अक्टूबर से दिसंबर के मध्य जन्म लेते हैं, उनके जीवन में संघर्ष का परिमाण अन्य लोगों से कम होता है। कभी-कभी यह स्थिति सितंबर के मध्य से लेकर जनवरी के मध्य तक निर्मित होती है।
कौन सी तिथि को गर्भ धारण करना चाहिए?-वार के हिसाब से सोमवार, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार के दिन कंसीव करना अच्छा माना गया है. वहीं अष्टमी, दशमी द्वादशी और तिथि भी गर्भधारण के लिए शुभ माने गए हैं. -शुद्ध होने के सात दिनों तक गर्भधारण के प्रयास से बचना चाहिए क्योंकि इन दिनों महिला का शरीर कमजोर होता है.
कौन से नक्षत्र में गर्भ धारण करना चाहिए?नक्षत्र – गर्भधारण संस्कार के लिए तीनों उत्तरा, मृगशिरा, हस्त, अनुराधा, रोहणी, स्वाति, श्रवण, धनिष्ठा, शतभिषा आदि नक्षत्र शुभ होते हैं। वार – गर्भधारण संस्कार के लिए रविवार, मंगलवार और शनिवार को वर्जित माना गया है।
2022 में शुभ मुहूर्त कौन कौन से हैं?अप्रैल 2022 में विवाह के शुभ मुहूर्त: 15, 16, 17, 19, 20, 21, 22, 23, 24 और 27 तारीख को विवाह करना शुभ होगा। 5. मई 2022 में विवाह के शुभ मुहूर्त: 02, 03 (अक्षय तृतीया), 09, 10, 11, 12, 15, 17, 18, 19, 20, 21, 26, 27 और 31 तारीख को शादी करना शुभ रहेगा।
मंगलवार को गर्भ धारण करने से क्या होता है?शनिवार और मंगलवार को गर्भधारण शुभ फल नहीं देता। गर्भधारण के दरम्यान पति-पत्नी दोनों का चंद्रमा बलवान होना आवश्यक है। उत्तर: सद्गुरुश्री कहते हैं कि जन्म कुंडली में नवम भाव को धन भाव कहा जाता है। इस भाव में जो भी राशि हो, उसके स्वामी ग्रह को भाग्येश या भाग्य का स्वामी कहा जाता है।
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