यदि आप एक महिला हैं तो आपको पता ही होगा की प्रेगनेंसी आपके जीवन में कितनी महत्वपूर्ण होती है, यही नहीं किसी पुरुष के लिए भी पिता बनना बहुत ही उत्साहपूर्ण होता है। यह समय जितना महत्वपूर्ण होता है उतना ही इस समय यह ध्यान रखना अत्यन्त आवश्यक होता है कि क्या करें और क्या न करें, कौन से Pregnancy Diet Chart in Hindi का अनुसरण करें और क्या न खाएं। Show इस समय के दौरान एक महिला के शरीर में बहुत से हार्मोनल बदलाव होते हैं जो महिला में मूड स्विंग, भूख और शरीर के चयापचय को प्रभावित करने के रूप में दिखाई देते हैं। ज्यादातर महिलाओं को प्रेगनेंसी के दौरान जी मिचलाने की समस्या का काफी बार सामना करना पड़ता है, जो उनके आहार और स्वास्थ्य को प्रभावित करती है। अतः यह आवश्यक है कि भोजन में आयरन, कैल्शियम, फोलिक एसिड और विटामिन हों। आज हम आपको बताने जा रहें हैं कि प्रेगनेंसी के दौरान किस आहार चार्ट का पालन करें जो पोषण में उच्च हो और पूरे दिन में आपको ऊर्जावान बनाए रखने में मदद भी करे। आइये नजर डालते हैं pregnancy diet in hindi पर। प्रेगनेंसी डाइट प्लानमहिला के गर्भ में पलने वाले बच्चे को आवश्यक पोषक तत्व महिला से प्राप्त होते हैं, इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि महिला अपने स्वास्थ्य का अच्छा से ख्याल रखे और संतुलित आहार लें। गर्भावस्था के दौरान वजन बढ़ना चिंता का एक और कारण है, संतुलित आहार चार्ट (Pregnancy Diet Chart in Hindi) का पालन करके एक स्वस्थ वजन प्राप्त किया जा सकता है। यहां प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए डाइट प्लान (Pregnancy Diet in Hindi) दिया गया है जो पोषण से भरपूर है और सही वजन हासिल करने में मदद कर सकता है। यदि आप प्रेग्नेंट हैं या प्रेगनेंसी के बारे में सोच रही हैं, तो आपके लिए तुरंत उचित पोषण लेना शुरू करना अत्यंत आवश्यक है। आप प्रेगनेंसी की शुरुआत से 3 महीने तक प्रेगनेंसी डाइट चार्ट (Pregnancy Diet Chart in Hindi) का पालन कर सकती हैं, क्योंकि यह पोषण को रिजर्व करने में मदद करेगा जो आपके बढ़ते बच्चे के लिए सहायक होगा। स्वस्थ भोजन आपको आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करेगा जो आपके शरीर और आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत करेगा, और आपके चयापचय (मेटाबोलिज्म) को बढ़ाएगा। इससे पहले कि आप प्रेगनेंसी के लिए एक निश्चित डाइट प्लान (Pregnancy Diet Chart in Hindi) का पालन करें, अपने गायनोकोलॉजिस्ट से सलाह अवश्य लें। साथ ही समय किसी डाइट प्लान (Pregnancy Diet in Hindi) का अनुसरण करते समय इन बातों का ध्यान अवश्य रखें:
पूरे दिन के दौरान नाश्ता, दोपहर का भोजन, शाम का स्नेक्स और रात का खाना किस प्रकार और क्या खाएं, आइये जानते हैं। इसके बारे में भी विस्तार से पढ़ें: गर्भावस्था के लक्षण – Symptoms of Pregnancy in Hindi सुबह सवेरे का भोजन – Morning Breakfastमॉर्निंग सिकनेस प्रेगनेंसी का एक अहम हिस्सा और एक प्रकार से तोहफा होता है। सुबह यह अवश्य सुनिश्चित करें कि आपके पास एक गिलास गाय का दूध हो क्योंकि यह आपको मॉर्निंग सिकनेस से राहत देने में मदद करता है। आप एक गिलास नारियल का दूध या नींबू पानी भी पी सकती है क्योंकि यह कब्ज और हार्टबर्न को कम करने में मदद करेगा। सुबह का नाश्ता दिन का सबसे आवश्यक भोजन होता है।यह सभी मनुष्य जनों के लिए अत्यंत आवश्यक होता है कि वे सुबह अच्छे से नाश्ता करें और यदि आप प्रेग्नेंट हैं तब यह आपके लिए अति अनिवार्य है। यदि आप नाश्ता छोड़ती हैं तो यह आपको पूरे दिन के दौरान आपको थका हुआ और सुस्त महसूस करा सकता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आपको रातभर भूखी होती हैं और इसके कारण आपका ब्लड शुगर लेवल गिर जाता है। आप अपने दिन की शुरुआत नीचे दिए गए पौष्टिक नाश्ते से कर सकते हैं जैसा कि नीचे बताया गया है:
दोपहर का भोजनदोपहर के भोजन के समय एक संतुलित आहार ग्रहण करें। आप दाल, सरील्स, साबुत अनाज, नट और ताजी सब्जियों का उपयोग करके अपने लिए व्यंजनों की एक सारणी (लिस्ट) बना सकते हैं। ये आपको सही मात्रा में विटामिन, फाइबर और खनिज प्रदान करेंगे। खाना पकाने के लिए केवल स्वस्थ तेलों जैसे चावल की भूसी का तेल, कुसुम का तेल या जैतून का तेल का ही उपयोग करें। दोपहर के भोजन से पहले आप सब्जियों की सलाद या एक कटोरी सूप ले सकती हैं। यदि आप मांसाहारी भोजन खाती हैं, तो आप चिकन और मछली को शामिल कर सकती हैं क्योंकि वे अच्छी मात्रा में कंसन्ट्रेटेड प्रोटीन, ओमेगा -3 और स्वस्थ वसा प्रदान करते हैं।ये लाल रक्त कोशिकाओं को बनाने में भी मदद करते हैं। दोपहर के भोजन के लिए कुछ विचार इस प्रकार हैं-
स्नैक्सजब आप प्रेग्नेंट होते हैं तो बार-बार भूख लगना आम बात होती है। क्योंकि आपके भीतर एक नया जीवन पल रहा होता है और आपका शरीर दिन-रात काम कर रहा होता है। इसलिए आपको निश्चित रूप से अधिक ऊर्जा और अधिक भोजन की आवश्यकता होगी ही। इसलिए आपको दिन में 3 बड़े भोजन के बजाय पूरे दिन के दौरान छोटे और लगातार भोजन करने की आदत डालनी चाहिए। शाम के लिए यहां कुछ स्नैक आइडिया इस प्रकार हैं:
रात का खानाऐसी सलाह दी जाती है कि आप रात में जितना हल्का और जल्दी खाना खाएं उतना ही आपके स्वास्थ्य के लोए अच्छा होता है। यह स्वस्थ आदत आपके भोजन के उचित पाचन में सहायता करेगी और आपको रात में अच्छी नींद लेने में मदद करेगी। रात के खाने के लिए, आप दोपहर के भोजन से विचारों को दोहरा सकते हैं। रात के भोजन में आप निम्न को शामिल कर सकते हैं:
निष्कर्षएक ऐसा डाइट प्लान चुनें जो आपके और आपके बच्चे के लिए सर्वोत्तम पोषक तत्वों को प्रदान करे। साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि आप किसी विशिष्ट आहार (Pregnancy Diet Chart in Hindi) का पालन करने से पहले अपने गायनोकोलॉजिस्ट या डायटीशियन से सलाह ले लें, ताकि आपको एक स्वस्थ प्रेग्नन्सी हो और आपका बच्चा भी स्वस्थ पैदा हो। इसके बारे में भी विस्तार से पढ़ें: Pregnancy in Hindi अपने स्वस्थ्य से जुडी किसी भी समस्या और मुफ़्त व्यक्तिगत मार्गदर्शन के लिए, क्रेडीहेल्थ मेडिकल एक्सपर्ट से बात करने के लिए यहाँ क्लिक करें- प्रेगनेंसी में शाम को क्या खाना चाहिए?शाम के स्नैक्स के रूप में आप फ्रूट्स, ड्राई फ्रूट्स, ज्यूस, हलवा, चना, ओट्स आदि को शामिल करना चाहिए क्योंकि ये विटामिन, प्रोटीन, फाइबर, आयरन और दूसरे उन सभी पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं जिनकी आपको जरूरत होती है।
गोरा बच्चा पैदा करने के लिए क्या खाना चाहिए?नारियल पानी के अलावा सूखा नारियल खाने से भी बच्चा गोरा पैदा होता है। प्रेगनेंसी के दौरान ब्रोकली, पत्ता गोभी और हरी पत्तेदार सब्जी जैसे- पालक, मेथी, बथुआ इन सारी चीजों को खाना चाहिए, क्योंकि इसमें फाइबर विटामिन ए, विटामिन के, कैल्शियम, फोलेट और पोटेशियम पाया जाता है, जो आपके और आपके बच्चे के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
गर्भ में बच्चे का दिमाग कैसे तेज करें?इंटेलिजेंट बच्चा करना चाहती हैं पैदा, तो प्रेग्नेंसी में खाएं.... ओमेगा-3 फैटी एसिड ओमेगा-3 फैटी एसिड शिशु के मस्तिष्क के विकास के लिए जरूरी होता है। ... . हरी पत्तेदार सब्जियां पालक और दालों से लेकर हरी पत्तेदार सब्जियों में फोलिक एसिड खूब होता है। ... . बादाम और कद्दू के बीज ... . दूध और बींस ... . फिट और एक्टिव रहें. प्रेग्नेंट महिला को सुबह उठकर क्या करना चाहिए?प्रेग्नेंसी में रोज सुबह उठकर ये एक काम करने से, जच्चा और बच्चा दोनों रहेंगे स्वस्थ. सुबह जल्दी उठना ... . ब्रीदिंग और एक्सरसाइज ... . किताबें पढ़ना ... . मॉर्निंग वॉक. |