हिमालय को नवीन पर्वत क्यों कहा जाता है? - himaalay ko naveen parvat kyon kaha jaata hai?

हिमालय पर्वत भारत और तिब्बत (चीन) के मध्य एक अवरोध के रूप में स्थित है। यह एक नवीन वलित पर्वतश्रेणी है, जो अब भी क्रमशः ऊँची उठ रही है।

हिमालय पर्वत की उत्पत्ति के सम्बन्ध में भू-वैज्ञानिकों का मत है कि आज जहाँ हिमालय है, वहाँ पहले कभी टेथिस नामक महासागर लहराता था। टेनिस महासागर भारत और म्यांमार (बर्मा) की वर्तमान सीमा से लेकर पश्चिमी एशिया के विशाल क्षेत्र में फैला हुआ था (वर्तमान में भूमध्यसागर इसी का अवशॆष है)। इस महासागर के उत्तर में अंगारालैण्ड तथा दक्षिण में गोंडवानालैण्ड कठोर स्थलखण्ड स्थित थे। इन स्थलखण्डों से नदियाँ प्रतिवर्ष भारी अवसाद बहाकर टेथिस सागर में जमा करती चली गईं। कालान्तर में भूगर्भ की आन्तरिक परिवर्तनकारी शक्तियों के फलस्वरूप ये दोनों कठोर स्थलखण्ड एक-दूसरे की ओर खिसके, जिससे टेथिस की अवसाद में वलन पने आरम्भ हो गए। कालान्तर में इस अवसाद ने वलित पर्वत का रूप धारण कर लिया, जो आज हिमालय के नाम से जाना जाता है। हिमालय की उत्पत्ति आज से लगभग 7 करोड़ वर्ष पूर्व मैसोजोइक (मध्य-जीव) महाकल्प से आरम्भ होकर अब से 20 लाख वर्ष पूर्व प्लीस्टोसीन युग तक चलती रही। हिमालय पर्वतीय क्षेत्र में आज भी आन्तरिक परिवर्तनकारी शक्तियाँ क्रियाशील हैं, इसी कारण हिमालय आज भी ऊँचा उठ रहा है। इसीलिए हिमालय को नवीन वलित पर्वत कहा जाता है।

विषयसूची

  • 1 हिमालय को नवीन वलित पर्वत क्यों कहा जाता है?
  • 2 यूराल पर्वत का निर्माण कैसे हुआ?
  • 3 युवा दलित पर्वत कौन सा है?
  • 4 पर्वत से क्या लाभ है?
  • 5 मोड़ दार पर्वत का उदाहरण क्या है?
  • 6 कौन सा युवा बलि पर्वत है?

हिमालय को नवीन वलित पर्वत क्यों कहा जाता है?

इसे सुनेंरोकेंहिमालय की उत्पत्ति आज से लगभग 7 करोड़ वर्ष पूर्व मैसोजोइक (मध्य-जीव) महाकल्प से आरम्भ होकर अब से 20 लाख वर्ष पूर्व प्लीस्टोसीन युग तक चलती रही। हिमालय पर्वतीय क्षेत्र में आज भी आन्तरिक परिवर्तनकारी शक्तियाँ क्रियाशील हैं, इसी कारण हिमालय आज भी ऊँचा उठ रहा है। इसीलिए हिमालय को नवीन वलित पर्वत कहा जाता है।

यूराल पर्वत का निर्माण कैसे हुआ?

इसे सुनेंरोकेंदक्षिणी यूरैल दक्षिण की ओर लगभग १,५०० फुट ऊँचा पठारी क्षेत्र है जिसमें नदियों की गहरी घाटियाँ पाई जाती हैं। यह क्षेत्र बोल्गा तक फैला है। यूराल पर्वत एक मोड़दार पर्वत है जिसमें तृतीय युग की चट्टानें पाई जाती हैं। यह पश्चिम में सिल्यूरियन, डिवोनी, कार्वोनी, परमियन तथा ट्रियासिक कल्प की परतों द्वारा ढँका हुआ है।

हिमालय पर्वत से हमें क्या लाभ है?

इसे सुनेंरोकेंहिमालय एक महान जलवायु बाधा है। वे हमारे देश को मध्य एशिया की ठंडी और सूखी हवाओं से बचाते हैं, यह हिंद महासागर की बारिश से भरी मानसून की हवाओं को उत्तरी देशों तक पहुंचने से रोकता है और उत्तरी भारत में भारी बारिश का कारण बनता है। यदि कोई हिमालय नहीं था, तो हमारा देश थार रेगिस्तान की तरह बंजर होता।

एक मुड़ा हुआ पहाड़ क्या है?

इसे सुनेंरोकेंवलित पर्वत अथवा मोड़दार पर्वत (अंग्रेज़ी: Fold mountains) वे पर्वत हैं जिनका निर्माण वलन नामक भूगर्भिक प्रक्रिया के तहत हुआ है।

युवा दलित पर्वत कौन सा है?

इसे सुनेंरोकेंSOLUTION. सही उत्तर विकल्प 4 है अर्थात यूराल पर्वत। जब पृथ्वी की ऊपरी परत के भीतर पृथ्वी की दो टेक्टोनिक प्लेटों को एक साथ धकेल दिया जाता है, तो वलित पर्वत बनते हैं।

पर्वत से क्या लाभ है?

इसे सुनेंरोकेंपर्वत स्थानीय निवासियों के साथ ही निचले मैदानी क्षेत्रों के लिए भी अपार ऊर्जा के भंडार हैं। पर्वतों में मुख्य रूप से जल ऊर्जा, ईंधन हेतु लकड़ी, सौर तथा पवन ऊर्जा प्रचुर मात्रा में पाई जाती है। पर्वत जल-विद्युत् ऊर्जा का मुख्य स्रोत है जिसका उपयोग मैदानी भागों में अधिक होता है।

पर्वत का महत्व क्या है?

इसे सुनेंरोकेंसंसाधनों के भण्डार – पर्वत प्राकृतिक सम्पदा के भंडार हैं। पर्वतों पर उगने वाले कई प्रकार के वनों में हमें विभिन्न उद्योगों के लिए इमारती लकड़ी, लाख, गोंद, जड़ी बूटियाँ तथा कागज उद्योगों के लिए लकड़ी प्राप्त होती हैं। पर्वतीय ढलानों पर चाय तथा फलों की कृषि का विकास हुआ है।

भारत का सबसे पुराना मोड़दार पहाड़ कौन है?

इसे सुनेंरोकेंअरावली भारत के पश्चिमी भाग राजस्थान में स्थित एक पर्वतमाला है। भारत की भौगोलिक संरचना में अरावली प्राचीनतम पर्वत है। यह भी कहा जाता है कि यह संसार की सबसे प्राचीन पर्वत श्रृंखला है, जो राजस्थान को उत्तर से दक्षिण दो भागों में बांटती है। अरावली का सर्वोच्च पर्वत शिखर सिरोही जिले में गुरुशिखर (1727 मी.)

मोड़ दार पर्वत का उदाहरण क्या है?

इसे सुनेंरोकेंमोड़दार पर्वत पृथ्वी की आंतरिक शक्तियों द्वारा धरातलीय चट्टानों में मोड़ या वलन पड़ने के परिणामस्वरूप बने हुए पर्वतों को कहते हैं। मोड़दार पर्वत को वलित पर्वत भी कहते हैं। यूरोप के आल्प्स, दक्षिण अमेरिका के एण्डीज व भारत की अरावली श्रृंखला आदि मोड़दार पर्वत के उदाहरण है।

कौन सा युवा बलि पर्वत है?

इसे सुनेंरोकेंवलित पर्वत- जब चट्टानों में पृथ्वी की आंतरिक शक्तियों के कारण मोड़ या वलन पड़ता है तो उसे वलित या मोड़दार पर्वत कहते हैं। ये विश्व के सबसे युवा, ऊँचे तथा सर्वाधिक विस्तृत पर्वत हैं। ये महाद्वीपीय किनारों पर या फिर उत्तर से दक्षिण या पश्चिम से पूर्व दिशा में पाए जाते हैं।

भारत की सीमा पर नवीनतम वलित पर्वत कौन सा है?

इसे सुनेंरोकेंहिमालय विश्व का नवीनतम वलित पर्वत है। हिमालय शब्द का अर्थ है “बर्फ का वास”। हिमालय पर्वत श्रेणी को “एशिया के जल मीनार” के रूप में भी जाना जाता है। यह तिब्बती पठार और गंगा के मैदान के बीच स्थित है।

हिमालय को नवीन वलित पर्वत कहते हैं क्यों?

हिमालय की उत्पत्ति टेथिस सागर में लगातार तलछटों के निक्षेप से बनी परतों में मोड़ पड़ जाने से हुई। भिंचाव की शक्तियों के कारण ये मोड़ ऊँचे उठते चले गये जो बाद में पर्वत बन गये। इसीलिए हिमालय को नवीन वलित पर्वत कहते हैं

भारत का सबसे नवीन पर्वत कौन सा है?

शिवालिक हिमालय, हिमालय की सबसे बाहरी एवं दक्षिणी श्रृंखला है जो की सबसे नवीन पर्वत श्रेणी भी है।

विश्व का सबसे पुराना पर्वत कौन सा है?

सही उत्तर अरावली है। भूवैज्ञानिक इतिहास के अनुसार, अरावली पर्वत सबसे पुराने पहाड़ हैं। यह भारत के उत्तर-पश्चिम में स्थित है।

हिमालय का दूसरा नाम क्या है?

हिमालय तीन समानांतर श्रेणियों से मिलकर बनता है, ग्रेटर हिमालय जिसे हिमाद्री के नाम से जाना जाता है, छोटा हिमालय जिसे हिमाचल कहा जाता है, और शिवालिक पहाड़ियों, जिसमें तलहटी शामिल है। बड़ा हिमालय हिमालय की सबसे भीतरी श्रृंखला है और इसे आंतरिक हिमालय भी कहा जाता है। इन्हें हिमाद्री के नाम से भी जाना जाता है।