हाथलगनामुहावरेकाअर्थ hath lagana muhavare ka arth – पाना। Show दोस्तो जब किसी को कुछ ऐसा मिल जाता है जो उसका न हो और उसके नही चाहते हुए भी वह उसी का हो जाता है । तो इसे हाथ लगना कहा जाता है । क्योकी जब किसी मनुष्य के हाथ में कोई वस्तु आती है तो फिर वह उसकी बन जाती इससे पहले वह उसकी है यह कहना गलत है । इसी तहर से जब किसी वस्तु का कोई रखवाला नही होता है और वह किसी को मिल जाती है तो वह उसकी हो जाती है । और इस तरह से कुछ पाने को हाथ लगना कहा जाता है । हाथ लगना मुहावरे का वाक्य मे प्रयोग Use in sentence
हाथ लगना मुहावरे पर कहानी Idiom storyकुछ महिनो पहले की बात है संदिप नाम का एक लडका अपने माता पिता के साथ रहा करता था । संदिप के पास पैसो की कमी होने के कारण से वह ज्यादा पढाई नही कर सकता था । वह तो केवल 10 वी कक्षा ही पास था और फिर वह अपने पिता के साथ काम करने के लिए जाने लगा था । इस तरह से काम करते हुए संदिप को एक वर्ष हो गया था फिर एक दिन संदिप के दोस्त ने उसे कहा की भाई तुमने पढाई किस कारण से छोडी थी । उसकी बात का जबाब देते हुए संदिप ने कहा की मैंने तो पैसो के कारण से ही पढाई छोड दि थी । हवा हो जाना मुहावरे का मतलब या अर्थ और वाक्य मे प्रयोग हाथ को हाथ न सूझना का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग चेहरे पर हवाइयाँ उड़ना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग हरी झंडी दिखाना का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग हथेली पर सरसों जमाना का मतलब व वाक्य मे प्रयोग क्योकी आज के समय मे पढाई करने के लिए लिए पैसो की जरूरत पडती है । यह सुनकर उसके दोस्त ने कहा की अब तो तुम भी काम करने के लिए जाने लगे हो तो अब कम से कम तुम नोकरी की तैयारी तो कर ही सकते हो । यह सुनकर संदिप ने कहा की बात तो तुम्हारी सही है पर इतनी अधिक तैयारी नही होगी । तब उसके दोस्त ने कहा की आज के समय मे भी कुछ लोगो की किस्मत ऐसी होती है की बिना तैयारी के ही नोकरी मे नम्बर आ जाता है । कम से कम तुम एक दो बार नोकरी की कोशिश तो करके देख लो । तब संदिप ने कहा की भाई तुम्हारी बात तो सही है तो इस बार मैं भी नोकरी का फोर्म भरा दूगा । तब संदिप ने उससे यह भी पूछा की मैं किस नोकरी का फोर्म भर सकता हूं । क्योकी वह लडका संदिप से ज्यादा पढा लिखा था इस कारण से वह बताने लगा की आज के समय मे भी अनेक नोकरी ऐसी है जिसके लिए दसवी कक्षा तक पढे लिखे लडको को नोकरी लगा लेते है । जैसे रेलवे और पुलिस मे खास कर हमेशा ही दसवी के लिए नोकरी निकलती रहती है । संदिप ने रेलवे का नाम सुन रखा था इस कारण से उसने अपने मित्र से कहा की ठिक है इस बार जब भी रेलवे की नोकरी निकले तो मेरा भी फोर्म भरा देना । इतना कह कर संदिप ने कहा की जब भी फोर्म निकले तो मुझे बता देना और फिर कहा की अब मैं जाता हूं फिर कभी बात करेगे । इतना कह कर वह वहां से अपने घर चला गया था । धिरे धिरे समय बितता गया और छ महिनो के बाद ही नोकरी का फोर्म निकल आया था । इस कारण से संदिप के मित्र ने उसे फोर्म भराने के लिए कहा तो संदिप ने फोर्म भरा दिया था । फोर्म भरा देने के बाद भी संदिप ने पढाई नही की और जब रेलवे का पेपर आया तो वह देने को चला गया था । जब पेपर देकर वह अपने घर आया तो उसके मित्र ने कहा की पेपर कैसा था । तब संदिप ने कहा की मैंने तो ऐसे ही किया था मुझे तो कुछ भी नही आता था । तब उसके मित्र ने कहा की मेरा पेपर तो बहुत ही अच्छा गया है । इस तरह से वे दोनो बातें करने लगे थे । जब दो महिनो मे उस पेपर का रिजल्ट आया तो उन दोनो ने देखा तब संदिप का नम्बर आ गया था और उसके मित्र का नम्बर नही आया था । यह देखकर उसका मित्र खुश भी हुआ क्योकी उसके मित्र का नम्बर आ गया था । और वह दूखी भी हुआ क्योकी उसका नम्बर नही आया था । इस बारे मे उसने संदिप को कहा की तुमने तो बिलकुल भी पढाई नही फिर भी तुम्हारे नोकरी हाथ लग गई है। तब संदिप ने कहा की हां भाई मैंने तो बिलकुल भी पढाई नही की थी फिर भी नोकरी मे नम्बर आ गया है । इस तरह से बात करते रहे थे । और धिरे धिरे संदिप को नोकरी करते हुए एक वर्ष हो गया था । तब उसने एक जमीन खरीद ली थी । वह भी शहर मे ताकी वह वहां पर मकान बना कर उन्हे किराए पर दे सके । जब इस बारे मे उसके मित्र व गाव के लोगो को पता चला तो वे सभी संदिप और उसके पिता से पूछने लगे की आपने कितने मे वहां पर जमीन खरीदी है । जब संदिप और उसके पिता ने जमीन की किमत बताई तो गाव के लोग कहने लगे की आपके तो बहुत ही सस्ते मे जमीन हाथ लग गई है। जिसके कारण से आपका फायदा ही होगा । तब संदिप और उसके पिता कहते की हां यह बात तो है जमीन सस्ते मे हाथ लग गई है । इस तरह से संदिप का जीवन बहुत ही मस्त बन गया था उसे लाभ होने लगा था । जिसके कारण से वह अपने जीवन मे खूश रहने लगा था । साथ ही संदिप नोकरी लग गया था इसके लिए वह अपने मित्र को ही कारण बताता था और कहता की इसके कारण ही मुझे नोकरी मिली है । इस तरह से आप लोगो को पता चल गया होगा की इस कहानी से मुहावरे का अर्थ पाना होता है । निचे बेस्ट हिंदी मुहावरे दिए गए है जो ज्यादातर प्रयोग मे आते है । कलम तोड़ना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग एक अनार सौ बीमार मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग एक आँख से देखना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग उँची दुकान फीका पकवान मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग आस्तीन का सांप होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग उँगली उठाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग आपे से बाहर होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग आग में घी डालना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग आँखों में धूल झोंकना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग आँखें बिछाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग आकाश पाताल एक करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग अगर मगर करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग पहाड़ टूट पड़ना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग आग लगने पर कुआँ खोदना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग श्री गणेश करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग टस से मस न होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग छोटा मुँह बड़ी बात मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग चोली दामन का साथ मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग गुदड़ी का लाल मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग गागर में सागर भरना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग कान पर जूं न रेंगना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग आँखें फेर लेना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग घाट घाट का पानी पीना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग बालू से तेल निकालना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग अंग अंग ढीला होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग अक्ल के घोड़े दौड़ाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग आवाज उठाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग मक्खी मारना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग चैन की बंशी बजाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग आग बबूला होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग हाथ लगना इस मुहावरे का अर्थ क्या है?इनके अर्थ समझो और प्रत्येक मुहावरे से वाक्य बनाओ- (क) हाथ को हाथ न सूझना (ख) हाथ साफ़ करना
आँख लगना मुहावरे का अर्थ क्या है?"आंख लगना" मुहावरे का सही अर्थ है- ''झपकी आना''।
हाथों हाथ लेना इस मुहावरे का अर्थ क्या है?हाथों हाथ लेना मुहावरे का अर्थ hathon hath lena muhavare ka arth – तुरंत लेना या बहुत अधिक स्वागत–सत्कार करना ।
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