ईदगाह कहानी के कहानीकार कौन है इनकी रचनाओं की विशेषता क्या है? - eedagaah kahaanee ke kahaaneekaar kaun hai inakee rachanaon kee visheshata kya hai?

ईदगाह कहानी के कहानीकार हैं मुंशी प्रेमचंद जी। आधुनिक हिंदी साहित्य में इनका महत्वपूर्ण स्थान है। ये । आदर्शोन्मुख यथार्थवादी कहानीकार हैं। इन्हें उपन्यास सम्राट भी कहा जाता है। इन्होंने लग भग एक दर्जन उपन्यास और तीन सौ से अधिक कहानियों की रचना की। इनकी कहानियों में भारत देश के ग्रामीण जीवन का जीता जागता चित्रण स्पष्ट नज़र आता है। नैतिक मूल्यों का विकास व जागरण ही इनकी रचनाओं का खास विषय है। आपकी कहानियाँ मानस सरोवर शीर्षक से आठ खंडों में संकलित हैं।

ईदगाह कहानी के कहानीकार कौन हैं उनकी रचनाओं की विशेषता क्या है?

इसी ईदगाह के मैदान में लगने वाले मेले में प्रेमचंद को उनकी ईदगाह कहानी का किरदार 'हामिद' मिला था, जो खिलौनों के बजाए अपनी दादी के लिए ईदी में मिले पैसे से लोहे का चिमटा खरीदता है। 31 जुलाई 1880 को लमही बनारस से मात्र चार किलोमीटर दूर जन्मे धनपत राय उर्फ प्रेमचंद का कहानीकार-रचनाकार के रूप में जन्म गोरखपुर में ही हुआ।

ईदगाह कहानी के कथाकार कौन है?

2022-23 प्रेमचंद (सन् 1880-1936) Page 4 अंतरा ( साहित्यिक निबंध) | उन्होंने माधुरी, हंस, मर्यादा, जागरण आदि पत्रिकाओं का संपादन भी किया। इस पाठ्यपुस्तक में उनकी ईदगाह कहानी दी गई है ।

ईदगाह कहानी की विशेषता क्या है?

ईदगाह हामिद नाम के एक चार साल के अनाथ की कहानी है जो अपनी दादी अमीना के साथ रहता है। कहानी के नायक हामिद ने हाल ही में अपने माता-पिता को खो दिया है; हालाँकि उसकी दादी उसे बताती है कि उसके पिता पैसे कमाने के लिए चले गए हैं, और उसकी माँ उसके लिए सुंदर उपहार लाने के लिए अल्लाह के पास गई है।

ईदगाह कहानी का मुख्य पात्र कौन है उसकी चारित्रिक विशेषताओं का उल्लेख कीजिए?

(ग) भावुक और अपनो से प्रेम करने वाला- हामिद भावुक और अपनो से प्रेम करने वाला है। वह अपनी दादी की सुविधा के लिए चिमटा खरीदता है। यह उसकी भावुकता और प्रेम का प्रमाण है।