RBSE Solutions for Class 7 Hindi Chapter 3 इसे जगाओ are part of RBSE Solutions for Class 7 Hindi. Here we have given Rajasthan Board RBSE Class 7 Hindi Chapter 3 इसे जगाओ. Show Rajasthan Board RBSE Class 7 Hindi Chapter 3 इसे जगाओ (कविता)पाठ्य-पुस्तक के प्रश्नोत्तर पाठसे प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. लिर प्रश्न 1. प्रश्न 2. उत्तर: लघूत्तरात्मक प्रश्न प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. दीर्घ उत्तरात्मक प्रश्न प्रश्न 1. जो लोग सही वक्त पर किसी काम को आरंभ नहीं करते और केवल कल्पनाओं और सपनों में खोए रहते हैं, वे जब देर से जागते हैं, सच्चाई को सामने देखते हैं, तो घबरा जाते हैं। उसकी समझ में नहीं आता कि सही समय पर लक्ष्य तक कैसे पहुँचे। हड़बड़ाहट में वे भागना शुरू कर देते हैं। भागने का अर्थ बिना सोचे-समझे जल्दबाजी में काम करना है। इस ढंग से जीवन में सफल हो पाना असंभव-सा हो जाता है। प्रश्न 2. जो जीवन को केवल एक खेल समझकर सफलता के सपने देखा करते हैं, वे कभी लक्ष्य तक नहीं पहुँच पाते। सूरज, पवन और पंछी यही संदेश देते हैं कि समय पर काम में लग जाओ। क्या सूरज कभी सोता रह जाता है। जब सारी प्रकृति एक नियम में बँधकर निरंतर चल रही है तो फिर आदमी को वक्त से छूट कैसे मिल सकती है। भाषा की बात प्रश्न 1. उत्तर: अग्नि- आग, पावक, अगन आकाश- नभ, गगन, व्योम पेड़- वृक्ष, दरख्त, विटप पानी- जल, वारि, तोय बेटा- पुत्र, सुत, तनय। प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. (ख) राज़ – रहस्य राज – शासन पाठसे आगे प्रश्न 1. प्रश्न 2. सूरज प्रकाश और गर्मी प्रदान करता है। वायु शीतलता और श्वास के द्वारा जीवन देती है तथा पक्षी अपने मधुर कलरव से सबको जगाकर अपने कर्म में लगने की प्रेरणा देते हैं। हम इनसे ये गुण सीख सकते हैं कि हममें जो विशेषता या गुण हैं, उनसे हम दूसरों को लाभ पहुँचाए, उनकी सहायता करें। यह भी करें प्रश्न 1. अन्य महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. प्रश्न 5. उत्तर: रिक्त स्थानों की पूर्ति चित शब्द से कीजिए प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. उत्तर: अति लघूत्तरात्मक प्रश्नोत्तर प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. प्रश्न 5. लघूत्तरात्मक प्रश्नोत्तर प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. दीर्घ उत्तरात्मक प्रश्नोत्तर प्रश्न 1. पद्यांशों की सप्रसंग व्याख्याएँ (1) भई, सूरज कठिन शब्दार्थ- व्याख्या/भावार्थ- (2) भई, पंछी कठिन शब्दार्थ- व्याख्या/भावार्थ- (3) घबरा के भागना अलग है। कठिन शब्दार्थ- व्याख्या/भावार्थ- We hope the RBSE Solutions for Class 7 Hindi Chapter 3 इसे जगाओ will help you. If you have any query regarding Rajasthan Board RBSE Class 7 Hindi Chapter 3 इसे जगाओ, drop a comment below and we will get back to you at the earliest. इसे जगाओ कविता के रचयिता कौन है?संदर्भ – प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्यपुस्तक 'मंजरी' के 'इसे जगाओ' शीर्षक कविता से उद्धत हैं, इसके रचयिता कवि भवानी प्रसाद मिश्र हैं। प्रसंग – इस कविता में कवि ने मनुष्य को आलस्य छोड़ने और समय पर जागने की प्रेरणा दी है। व्याख्या – कवि सूरज और पवन से कहता है कि यह मनुष्य जो बहुत समय से सोया हुआ है, इसे ।
इसे जगाओ कविता का मूल भाव क्या है?यदि समय पर नहीं जगे, समय पर नहीं संभले तो दुनिया आगे निकल जाएगी और आप पीछे रह जाएंगे। इसलिए कवि कहते हैं, हे पंछी, इस सोये , सपनों में खोए व्यक्ति के कानों में ज़ोर ज़ोर से चिल्लाओ, हे सूरज, इस आदमी को वक्त पर ही जगाओ। यदि यह समय पर नहीं जगा तो जगने के बाद आगे निकल गए लोगों को पाने के लिए बहुत तेज दौड़ लगाएगा।
इसे जगाओ कविता का मुख्य संदेश क्या है?इसे जगाओ' कविता द्वारा कवि क्या संदेश देना चाहता है? उत्तर: कवि उन लोगों को सचेत करना और जीवन की कठोर सच्चाइयों से परिचित कराना चाहता है, जो वास्तविकता से दूर रहकर कल्पनाओं और सपनों के सहारे जीवन में सफलता पाना चाहते हैं। कवि का संदेश है कि सही समय पर सही ढंग से कार्य आरंभ करना ही सफलता की कुंजी हैं।
इसे जगाओं कविता में कवि ने कैसे शब्दों का प्रयोग किया है?शब्दार्थ क्षिप्र तेज़ सजग = जागा हुआ, चौकन्ना, सावधान = Page 4 टिप्पणी भई, सूरज ज़रा इस आदमी को जगाओ भई, पवन ज़रा इस आदमी को हिलाओ, यह आदमी जो सोया पड़ा है, जो सच से बेखबर सपनों में खोया पड़ा है । भई, पंछी इसके कानों पर चिल्लाओ ! भई, सूरज ! ज़रा इस आदमी को जगाओ !
|