इस कविता का मूल संदेश क्या है? - is kavita ka mool sandesh kya hai?

विषयसूची

  • 1 कविता का मूल संदेश क्या है?
  • 2 मातृभूमि कविता द्वारा कवि क्या सन्देश देना चाहते हैं?
  • 3 वह देश कौन सा है कविता से हमें क्या सीख मिलती है?
  • 4 दीवानों की हस्ती कविता में कवि ने अपने आपको दीवाना क्यों कहा है?
  • 5 कविता का संदेश क्या है?
  • 6 इस कविता का मूलभाव क्या है स्पष्ट कीजिए?
  • 7 कविता का माध्यम क्या है?
  • 8 मनुष्यता कविता में कवि ने हमें परोपकार के लिए कैसे प्रेरित किया है?

कविता का मूल संदेश क्या है?

इसे सुनेंरोकें’यह सबसे कठिन समय नहीं’ कविता हमें जीवन में आगे बढ़ने का संदेश देती है। कवयित्री जया जादवानी का मानना है कि हमें अपना लक्ष्य साधना चाहिए व आगे बढ़ना चाहिए। समय तो सदा अच्छा ही होता है।

कविता से हमें क्या शिक्षा मिलती है?

इसे सुनेंरोकेंइस कविता से हमें यह संदेश मिलता है कि हमारे मन मैं देशप्रेम की भावना होनी चाहिए। हम केवल ‘स्व’ हेतु नहीं बल्कि ‘पर’ हेतु जीना चाहिए। अपने रिश्ते-नातों से भी बढ्कर सभी देशवासियों के बारे में सोचना चाहिए और देश पर यदि कोई विपत्ति आ जाए तो सर्वस्व समर्पण करने में संकोच नहीं करना चाहिए।

दिवानों की हस्ती इस कविता से हमें क्या संदेश मिलता हैं?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर: इस कविता से हमें यह संदेश मिलता है कि हमारे मन में भी देश-प्रेम की भावना होनी चाहिए। हमें केवल अपने लिए नहीं, अपितु दूसरों के लिए भी जीना चाहिए। यदि देश पर कोई विपत्ति आ जाए, तो अपना सर्वस्व न्यौछावर करने के लिए तैयार रहना चाहिए।

मातृभूमि कविता द्वारा कवि क्या सन्देश देना चाहते हैं?

इसे सुनेंरोकेंExplanation: कवि मातृभूमि के लिए तन-मन-प्राण सब कुछ समर्पित करना चाहता है। वह अपने मस्तक, गीत तथा रक्त का एक-एक कण भी अपने देश की धरती के लिए अर्पित कर देना चाहता है। कवि अपने गाँव, द्वार-घर-आँगन आदि सभी के प्रति अपने लगाव को छोड़कर मातृभूमि के लिए सर्वस्व प्रदान करना चाहता है।

कविता का मूलभाव क्या है *?

इसे सुनेंरोकेंSolution. इस कविता का मूलभाव है कि जीवन संघर्षों से भरा रहता है। इसमें कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। हर पल, हर पग पर चुनौतियाँ मिलती हैं परन्तु इन्हें स्वीकार करना चाहिए, इनसे घबरा कर पीछे नहीं हटना चाहिए, ना ही मुड़ कर देखना या किसी का सहारा लेना चाहिए।

कविता का मूलभाव क्या है?( I कल्याण II अमरदान की प्राप्ति iii विश्व परिवार की भावना IV सत्य की प्राप्ति?

इसे सुनेंरोकेंसही विकल्प: A. उपर्युक्त कविता का मूल भाव ‘ कल्याण ‘ है।

वह देश कौन सा है कविता से हमें क्या सीख मिलती है?

इसे सुनेंरोकेंजहाँ स्वर्ग के समान सुख फैला हुआ है, वह देश कौन-सा है, अर्थात् वह देश भारत ही है। जिसका चरण हमेशा समुद्र धोता रहता है और जिसका मुकुट हिमालय है, वह देश कौन-सा है; अर्थात् वह देश भारत ही है। जहाँ नदियाँ अमृत की धारा बहा रही हैं और जिसका सलोना सींचा हुआ है, वह देश कौन-सा है? अर्थात् वह देश भारत ही है।

4 इस कविता में कौन सी बातें हैं जिन्हें तुम अपने जीवन में उतारना चाहोगे?

इसे सुनेंरोकें(3) देश के नवनिर्माण के लिए आप क्या-क्या करना चाहेंगे? (4) इस कविता में कौन-सी बातें हैं, जिन्हें तुम अपने जीवन में उतारना चाहोगे? डटे रहो तुम अपने पथ पर, कठिनाई-तूफानों में। डिगो न अपने पथ से तुम, तो सबकुछ पा सकते हो प्यारे, तुम भी ऊँचे उड़ सकते हो, छू सकते हो नभ के तारे।

कवि दीवानो के बारे में क्या बताना चाहता है?

इसे सुनेंरोकेंदीवानों की हस्ती पाठ प्रवेश इस कविता में कवि ने अपने प्रेम से भरे हृदय को दर्शाया है क्योंकि कवि का स्वभाव बहुत ही प्रेमपूर्ण है। सभी संसार के व्यक्तियों से वह प्रेम करता है और खुशियाँ बाँटता है यही सब इस कविता में दर्शाया है। वो अपने जीवन को अपने ढंग से जीते हैं, मस्त-मौला है चारों ओर प्रेम बाँटने का सन्देश देते हैं।

दीवानों की हस्ती कविता में कवि ने अपने आपको दीवाना क्यों कहा है?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर – कवि ने अपने आप को दीवाना इसलिए कहा है क्योंकि वह मस्तमौला है। उसे किसी बात की फिक्र नहीं है। वह अपनी मस्ती में ही बिना किसी मंज़िल के आगे बढ़ा चला जा रहा है।

जीवन कविता द्वारा कवि कौन सा संदेश दे रहे है?

इसे सुनेंरोकेंquestion. ‘जीवन संदेश’ कविता महाकवि श्री रामनरेश त्रिपाठी जी की रचना है। इस कविता में उन्होंने प्रकृति के विभिन्न रूपों की क्रियाशीलता का उदाहरण देकर मनुष्य को कर्मशील रहने का संदेश दिया है। वे कहते हैं कि मनुष्य का अपने देश और समाज के प्रति कुछ कर्तव्य है जिसे उसे निभाना चाहिए।

कवि मातृभूमि से क्या विनती कर रहे हैं?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: कवि मातृभूमि के लिए अपना तन, मन, जीवन, अपने गान, प्राण, रक्त का प्रत्येक कण, अपने स्वपन, प्रश्न, आयु का प्रत्येक क्षण, सुमन, चमन और अपने नीड़ का प्रत्येक तृण भी अर्पित करना चाहता है। अर्थात वह सर्वस्व अर्पित करना चाहता है।

कविता का संदेश क्या है?

इसे सुनेंरोकेंकवि ने इस कविता के माध्यम से संदेश देना चाहा है कि पराधीन सपनेहुँ सुख नाहीं। यानी स्वतंत्रता सबसे अच्छी है। स्वतंत्र रहकर ही अपने सपने और अरमान पूरे किए जा सकते हैं। पराधीनता में सारी इच्छाएँ खत्म हो जाती हैं।

कविता के माध्यम से कवि क्या कहना चाहता है?

इसे सुनेंरोकेंSolution. इस कविता के माध्यम से कवि ने आजादी के महत्त्व को बतलाने का प्रयास किया है। इसमें कवि ने बताने का प्रयास किया है कि आजादी के साथ आने वाली जिम्मेदारियों का अहसास हमें होना चाहिए। स्वतंत्र होना सभी को अच्छा लगता है लेकिन स्वतंत्रता का सही उपयोग कम ही लोग कर पाते हैं।

मनुष्यता कनवता के माध्यम से कनव क्या संदेश देना चाहता है?

इसे सुनेंरोकें’मनुष्यता’ कविता के माध्यम से कवि क्या संदेश देना चाहता है? मनुष्यता कविता के माध्यम से कवि यह संदेश देना चाहता है कि मनुष्य मरणशील प्राणी है। उसके पास सोचने-समझने की बुद्धि के अलावा त्याग और परोपकार जैसे मानवीय मूल्य भी हैं। उसमें चिंतनशीलता, त्याग, उदारता, प्रेम, सद्भाव जैसे मानवोचित गुणों का संगम है।

इस कविता का मूलभाव क्या है स्पष्ट कीजिए?

इसे सुनेंरोकेंइस कविता का मूलभाव है कि जीवन संघर्षों से भरा रहता है। इसमें कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। हर पल, हर पग पर चुनौतियाँ मिलती हैं परन्तु इन्हें स्वीकार करना चाहिए, इनसे घबरा कर पीछे नहीं हटना चाहिए, ना ही मुड़ कर देखना या किसी का सहारा लेना चाहिए। संकटों का सामना स्वयं ही करना चाहिए।

कविता से हमें क्या मिलता है?

इसे सुनेंरोकेंअपने रिश्ते-नातों से भी बढ्कर सभी देशवासियों के बारे में सोचना चाहिए और देश पर यदि कोई विपत्ति आ जाए तो सर्वस्व समर्पण करने में संकोच नहीं करना चाहिए। जिस प्रकार ‘दीवानो की हस्ती’ कविता में वीर सेनानी केवल देश हेतु ही जीवन जीता है बाकी सभी बंधनों को तोड़ देने में विश्वास करता है।

इस कविता से हमें क्या सीख मिलती है?

इसे सुनेंरोकेंयह कविता पढ़कर हमें यह प्रेरणा मिलती है कि सभी प्राणियों को एक समान मानना चाहिए। जन्म को आधार मानकर किसी को अछूत कहना निन्दनीय अपराध हैं। किसी को निम्न जाति का मानकर मंदिर में प्रवेश न करने देना, मारपीट करना सरासर गलत है। मानव-मानव में भेद नहीं करना चाहिए।

कविता का माध्यम क्या है?

इसे सुनेंरोकेंकविता के माध्यम से कवि यह संदेश देना चाहता है कि प्रकृति के प्राणियों की तुलना में मनुष्य में चेतना शक्ति की प्रबलता होती है। वह स्वयं के ही नहीं दूसरों के हित-अहित का विचार करके आचरण करता है।

बगुले के माध्यम से कवि क्या कहना चाहता है इससे हमें क्या सीख मिलती है?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: इन पंक्तियों के माध्यम से कवि ने नगर के मतलबी रिश्तों पर प्रहार करते हुए कहा है कि यहाँ शहर जैसा स्वार्थ नहीं है। यहाँ के लोगों के बीच एक दूसरे के प्रति सच्चा प्रेम है, सच्ची सहानुभूति है।

मनुष्यता कविता में कवि ने किन महान व्यक्तियों का उदाहरण दिया है और उन के माध्यम से क्या संदेश देना चाहा है?

इसे सुनेंरोकेंAnswer. Answer: मनुष्यता कविता में कवि ने राजा रंतिदेव, दधीचि ऋषि, उशीनर, कर्ण तथा महात्मा बुद्ध का उदाहरण देते हुए मानवता, एकता, सहानुभूति, सद्भाव, उदारता और करुणा का संदेश देना चाहता है। वह मनुष्य को स्वार्थ, भिन्नता, वर्गवाद, जातिवाद आदि संकीर्णताओं से मुक्त करना चाहता है।

मनुष्यता कविता में कवि ने हमें परोपकार के लिए कैसे प्रेरित किया है?

इसे सुनेंरोकेंमनुष्यता कविता में कवि ने हमें अनेक उदाहरणों और प्रेरणादायक बातों के द्वारा परोपकार के लिये प्रेरित किया है। कवि गुप्त जी कहते हैं कि हमें ऐसा जीवन व्यतीत करना चाहिए जो सदैव दूसरों के काम आए। मनुष्य को अपने स्वार्थ का त्याग करके परमार्थ के लिए काम करना चाहिये।

इस कविता का मूलभाव क्या है?

इसमें कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। हर पल, हर पग पर चुनौतियाँ मिलती हैं परन्तु इन्हें स्वीकार करना चाहिए, इनसे घबरा कर पीछे नहीं हटना चाहिए, ना ही मुड़ कर देखना या किसी का सहारा लेना चाहिए। संकटों का सामना स्वयं ही करना चाहिए। बिना थके, बिना रूके, बिना हार माने इस जीवन पथ पर निरंतर आगे बढ़ते रहना चाहिए।

हम इस कविता से क्या सीखते हैं?

ऐसा करते समय बच्चे लिखित भाषा को किसी अर्थ से नहीं जोड़ पाते । वर्णमाला के अक्षरों का अलग से कोई अर्थ नहीं होता।

कविता का मुख्य सन्देश क्या है?

सन्देश रासक, रासक काव्यरूप की विशेषताओं से संयुक्त तीन प्रक्रमों में विभाजित 223 छंदों का एक छोटा-सा विरह काव्य है, जिसमें कथावस्तु का कोई विशेष महत्त्व नहीं है।

कविता के मूल में क्या होता है?

इस कविता का मूल भाव, आपसी भाईचारा और आपसी समझ को बढ़ावा देना है। संपूर्ण कविता राष्ट्रीय एकता के मार्ग की समस्याओं को रखांकित करती चलती है।