प्रश्न-कोविड-19 महामारी के कारण वर्ष 2020 में भारत में चाय के उत्पादन में कितने प्रतिशत गिरावट दर्ज की गई है?
(a) 5.7 प्रतिशत
(b) 8 प्रतिशत
(c) 10 प्रतिशत
(d) 9.7 प्रतिशत
उत्तर—(d)
संबंधित तथ्य
- वर्ष 2020 में कोरोना महामारी के कारण भारत में चाय उत्पादन में गिरावट दर्ज की गई है।
- भारत में वर्ष 2020 में लगभग 1255.60 मिलियन किलोग्राम चाय का उत्पादन हुआ है‚ जो कि वर्ष 2019 में उत्पादन की तुलना में लगभग 9.7 प्रतिशत कम है।
- चूंकि चाय का उत्पादन कम हुआ है‚ अत: चाय की कीमतों में वर्ष 2019 के अपेक्षा 31 प्रतिशत बढ़कर‚ प्रतिकिलो के हिसाब से 184.69, रुपये हो गई है।
- ध्यातव्य हो कि वर्ष 2020 में असम में बाढ़ के कारण जनजीवन प्रभावित रहा तथा चाय के बागानों को बड़े पैमाने पर क्षति पहुंची।
- वर्ष 2020 में प्रथम 11 माह के दौरान प्राप्त आंकड़ों के अनुसार‚ भारत के चाय निर्यात में 18.2 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
- वर्ष 2020 में भारत का चाय उत्पादन कुल 187.92 मिलियन किलोग्राम था‚ जो पिछले वर्षों के निर्यात आंकड़ों की अपेक्षा कम है।
- भारत चाय उत्पादन में विश्व में दूसरे स्थान पर है‚ प्रथम स्थान पर चीन है।
लेखक-अभय कुमार पांडेय
संबंधित लिंक भी देखें…
//www.businesstoday.in/current/economy-politics/india-tea-output-drops-97-in-2020-raises-prices-to-record-high/story/430337.html
विषयसूची
चाय निर्यातक देश में भारत का कौन सा स्थान है?
इसे सुनेंरोकेंचौथा स्थान है।
निम्नलिखित में से कौन सा देश चाय का निर्यातक नहीं है?
इसे सुनेंरोकेंनिम्नलिखित में से कौन – सा देश चाय का निर्यातक नहीं है? B. यू. के.
विश्व का चाय निर्यातक देश कौन सा है?
इसे सुनेंरोकेंचाय का उत्पादक विश्व में सबसे ज्यादा भारत में किया जाता है तथा सबसे ज्यादा निर्यातक देशश्रीलंका है। यहाँ तक की श्रीलंका की राष्ट्रीय आय भी चाय के निर्यात से चलती है ।
विश्व में सबसे बड़ा चाय निर्यातक देश कौन सा है?
विश्व में चाय का सबसे बड़ा निर्यातक चीन है। यह 24 मिलियन टन चाय का उत्पादन करता है।
भारत में सर्वाधिक चाय उत्पादन करने वाला राज्य कौन सा है?
इसे सुनेंरोकेंअसम भारत के उत्तरपूर्व में स्थित है और भारत का सबसे बड़ा चाय उत्पादक राज्य है.
विश्व का सबसे बड़ा चाय निर्यातक बंदरगाह कौन सा है?
इसे सुनेंरोकेंविश्व में चाय का सबसे बड़ा निर्यातक देश और कोई नही चीन है । विश्व का सर्वाधिक चाय निर्यात करने वाला देश कौन सा है? बीजिंग।
चाय का पूरा नाम क्या है?
इसे सुनेंरोकेंयूटिलिटी डेस्क। सुबह उठते ही सबसे पहले चाय यानी TEA लेते हुए अखबार में ताजी खबर यानी NEWS पढ़ते हैं, लेकिन क्या कभी आपने इन अंग्रेजी के शब्दों के फुल फॉर्म के बारे में सोचा है? शायद नहीं सोचा होगा। TEA का फुल फॉर्म Taste and Energy Admitted होता है।
भारत में चाय उत्पादन में प्रथम स्थान किसका है?
इसे सुनेंरोकेंसही उत्तर असम है। भारत में उत्पादित पूरी चाय का लगभग 52%, 652.9 मिलियन किलोग्राम असम राज्य से आता है। लखीमपुर, कामरूप, गोलपारा, शिवसागर, कछार, नागांव और राज्य के देरांग जिले चाय के प्रमुख उत्पादक हैं। 329.70 मिलियन किलोग्राम चाय उत्पादन के साथ पश्चिम बंगाल चाय उत्पादक राज्यों की सूची में दूसरे स्थान पर आता है।
चाय उत्पादक राज्य कौन कौन है?
इसे सुनेंरोकेंअसम, तमिलनाडु व पश्चिम बंगाल में चाय अधिक इंडियन टी बोर्ड के अनुसार असम देश में सबसे बड़ा चाय उत्पादक राज्य है। देश के चाय उत्पादन में असम का योगदान करीब 50 फीसदी है। एक चौथाई हिस्सा पश्चिम बंगाल का है। तमिलनाडु व केरल के कुछ हिस्सों में भी चाय के बागान है।
चावल उत्पादन में भारत का कौन सा नंबर है?
इसे सुनेंरोकेंचावल का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक, पहला स्थान चीन का है । बिनौला का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक, पहला स्थान चीन का है ।
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| Updated: 11 Jul 2021, 9:03 pm
गुवाहटी 11 जुलाई (भाषा) निर्यात में सुस्ती का सामना कर रहे भारतीय चाय उद्योग का निर्यात 2021 में तीन से चार करोड़ किलो घट सकता है। इसका मुख्य कारण वैश्विक बाजारों में कम लागत वाली चाय के किस्मों की उपलब्धता और मजबूत आयातक रहे देशों में व्यापार पर जारी प्रतिबंध है। चाय उद्योग से जुड़े सूत्रों ने कहा कि कोविड-19 महामारी की वजह से विश्व के ज्यादातर देशों में आर्थिक मंदी होने की वजह से निर्यात पर असर पड़ा है।चाय बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार जनवरी-मार्च, 2021 में चाय का निर्यात जनवरी-मार्च,2020 की तुलना में 13.23 प्रतिशत और 2019 की
चाय उद्योग से जुड़े सूत्रों ने कहा कि कोविड-19 महामारी की वजह से विश्व के ज्यादातर देशों में आर्थिक मंदी
होने की वजह से निर्यात पर असर पड़ा है।चाय बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार जनवरी-मार्च, 2021 में चाय का निर्यात जनवरी-मार्च,2020 की तुलना में 13.23 प्रतिशत और 2019 की इसी अवधि के मुकाबले 29.03 प्रतिशत कम रहा। बॉर्ड ने कहा कि 2021 के पहले तीन महीनों में भारतीय चाय का निर्यात कुल मिलाकर 4.86 करोड़ किलोग्राम रहा। जो वर्ष 2020 की इसी अवधि में 5.85 करोड़ किलो और 2019 में 6.62 करोड़ किलो था।
वही पिछले तीन वर्षों के दौरान दक्षिण भारत के मुकाबले उत्तर भारत के राज्यों का चाय निर्यात अधिक अनुपात में घटा।
बोर्ड़ के अनुसार जनवरी-अप्रैल, 2021 के दौरान उत्तर भारतीय राज्यों का निर्यात इससे पिछले वर्ष की इसी अवधि के मुकाबले 17.83 प्रतिशत और 2019 की समान अवधि की तुलना में 31.04 प्रतिशत गिर गया।
गुवाहाटी टी ऑक्शन बायर्स एसोसिएशन के सचिव दिनेश बिहानी ने कहा, ‘केन्या द्वारा नीलाम की जाने वाली चाय का दाम दो अमेरिकी डॉलर प्रति किलो से कम है जो हमारे यहां की नीलामी के औसत भाव से भी कम है।’
उन्होंने कहा कि केन्या की चाय 1.8 अमेरिका डॉलर में उपलब्ध है जो औसतन 130-135 रुपये किलो पड़ती है। वही भारतीय चाय का औसत दाम 200 से 210 रुपये प्रति किलो के करीब है।
एक अन्य चाय उद्योग ने कहा कि केन्या और श्रीलंका में घरेलू चाय खपत की मांग बहुत कम है। जिससे उनके पास निर्यात के लिए अधिक चाय उपलब्ध है।
वही चाय बोर्ड द्वारा प्रकाशित 2018 'चाय की घरेलू खपत पर अध्ययन के कार्यकारी सारांश' के अनुसार भारत में उत्पादित चाय का लगभग 80 प्रतिशत घरेलू खपत के लिए बेचा जाता है।
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