जनवरी 1931 के दिन को अमर बनाने के लिए क्या क्या तैयारियां की गई? - janavaree 1931 ke din ko amar banaane ke lie kya kya taiyaariyaan kee gaee?

निम्नलिखित वाक्य संरचनाओं को ध्यान से पढ़िए और समझिए कि जाना, रहना और चुकना क्रियाओं का प्रयोग किस प्रकार किया गया है।
(क)  1. कई मकान सजाए गए थे।
       2. कलकत्ते के प्रत्येक भाग में झंडे लगाए गए थे।
(ख)  1. बड़े बाजार के प्राय : मकानों पर राष्ट्रीय झंडा फहरा रहा था।
       2. कितनी ही लारियाँ शहर में घुमाई जा रही थीं।
       3. पुलिस भी अपनी पूरी ताकत से शहर में गश्त देकर प्रदर्शन कर रही थी।
(ग) 1. सुभाष बाबू के जुलूस का भार पूर्णोदास पर था, वह प्रबंध कर चुका था।
     2. पुलिस कमिश्नर का नोटिस निकल चुका था।


(क) 1. कई मकान सजाए गए थे।
     2. कलकत्ते के प्रत्येक भाग में झंडे लगाए गए थे।

(ख) 1. बड़े बाजार के प्राय: मकानों पर राष्ट्रीय झंडा फहरा रहा था।
      2. कितनी ही लारियाँ शहर में घुमाई जा रही थीं।
      3. पुलिस भी अपनी पूरी ताकत से शहर में गश्त देकर प्रदर्शन कर रही थी।

(ग) 1. सुभाष बाबू के जुलूस का भार पूर्णोदास पर था, वह प्रबंध कर चुका था।
     2. पुलिस कमिश्नर का नोटिस निकल चुका था।

128 Views


रचना की दृष्टि से वाक्य तीन प्रकार होते हैं-
सरल वाक्य- सरल वाक्य में कर्ता, कर्म, पूरक, क्रिया और क्रिया विशेषण घटकों या इनमें से कुछ घटकों का योग होता है। स्वतंत्र रूप से प्रयुक्त होने वाला उपवाक्य ही सरल वाक्य है।
उदाहरण - लोग टोलियाँ बनाकर मैदान में घूमने लगे।
संयुक्त वाक्य- जिस वाक्य में दो या दो से अधिक स्वतंत्र या मुख्य उपवाक्य समानाधिकरण योजक से जुड़े हों, वह संयुक्त वाक्य कहलाता है।
योजक शब्द - और, परंतु, इसलिए आदि।
उदाहरण - मोनूमेंट के नीचे झंडा फहराया जाएगा और स्वतंत्रता की प्रतिज्ञा पढ़ी जाएगी।
मिश्र वाक्य- वह वाक्य जिसमें एक प्रधान उपवाक्य हो और एक या अधिक आश्रित उपवाक्य हों, मिश्र वाक्य कहलाता है।
उदाहरण - जब अविनाश बाबू ने झंडा गाड़ा तब पुलिस ने उनको पकड लिया?
निम्नलिखित वाक्यों को सरल वाक्यों में बदलिए
I. (क) दो सौ आदमियों का जुलूस लालबाजार गया और वहाँ पर गिरफ्तार हो गया।
   (ख) मैदान में हज़ारों आदमियों की भीड़ होने लगी और लोग टोलियाँ बना-बनाकर मैदान में घूमने लगे।
  (ग) सुभाष बाबू को पकड़ लिया गया और गाड़ी में बैठाकर लालबाजार लॉकअप में भेज दिया गया।
II. 'बड़े भाई साहब' पाठ में से भी दो-दो सरल, संयुक्त और मिश्र वाक्य छाँटकर लिखिए।


I. क) दो सौ आदमियों का जुलूस लालबाजार जाकर गिरफ्तार हो गया।
  ख) हज़ारों आदमियों की भीड़ होने पर लोग टोलियाँ बना-बनाकर मैदान में घूमने लगे।
  ग) सुभाष बाबू को पकड़कर गाड़ी में बैठाकर लालबाजार लॉकअप में भेज दिया गया।
 

II.
सरल वाक्य − (क) वह स्वभाव से बड़े अध्ययनशील थे।
(ख) उनकी रचनाओं को समझना छोटे मुँह बड़ी बात है।

संयुक्त वाक्य−1. उनकी नज़र मेरी ओर उठी और प्राण निकल गए।
                2. मुद्रा कांतिहीन हो गई थी, मगर बेचारे फेल हो गए।

मिश्र वाक्य − (क) मैंने बहुत चेष्टा की कि इस पहेली का कोई अर्थ निकालूँ लेकिन असफल रहा।
              (ख) मैं कह देता कि मुझे अपना अपराध स्वीकार है।

299 Views


नीचे दिए गए शब्दों की संरचना पर ध्यान दीजिए -
विद्या + अर्थी = विद्यार्थी
'विद्या' शब्द का अंतिम स्वर 'आ' और दूसरे शब्द 'अर्थी' की प्रथम स्वर ध्यनि 'अ' जब मिलते हैं तो वे मिलकर दीर्घ स्वर 'आ' में बदल जाते हैं। यह स्वर संधि है जो संधि का ही एक प्रकार है।
संधि शब्द का अर्थ है - जोड़ना। जब दो शब्द पास-पास आते हैं तो पहले शब्द की अंतिम ध्वनि बाद में आने वाले शब्द की पहली ध्वनि से मिलकर उसे प्रभावित करती है। ध्वनि परिवर्तन की इस प्रक्रिया को संधि कहते हैं। संधि तीन प्रकार की होती है - स्वर संधि, व्यंजन संधि, विसर्ग संधि। जब संधि युक्त पदों को अलग- अलग किया जाता है तो उसे संधि विच्छेद कहते हैं; जैसे - विद्यालय - विद्या +आलय
नीचे दिए गए शब्दों की संधि कीजिए -
1. श्रद्धा + आनंद = ................
2. प्रति + एक  = ..................
3. पुरुष + उत्तम= .................
4. झंडा + उत्सव = .................
5. पुन: + आवृत्ति =...................
6. ज्योति: + मय = ....................


1. श्रद्धा + आनंद =श्रद्धानंद
2. प्रति + एक = प्रत्येक
3. पुरुष + उत्तम =पुरुषोत्तम
4. झंडा + उत्सव =झंडोत्सव
5. पुन: + आवृत्ति =पुनरावृत्ति
6. ज्योति: + मय =ज्योतिमय

775 Views


Solution : 26 जनवरी, 1931 के दिन को अमर बनाने के लिए काफी तैयारियाँ की गई, कार्यकर्ताओं को उनका कार्य घर-घर जाकर समझाया गया। लोगों द्वारा अपने घरों को खूब सजाया गया। मकानों, बाजारों आदि में राष्ट्रीय ध्वज फहराने की तैयारी की गई। कलकत्ता के प्रत्येक भाग में झंडे लगाए गए। शाम को साढ़े चार बजे एक सार्वजनिक स्थान पर सभा की तैयारी की गई जिसमें लोगों को हर दिशा से जुलूस बना कर पहुँचना था।

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों मेंलिखिए 

26 जनवरी 1931 के दिन को अमर बनाने के लिए क्या-क्या तैयारियाँ की गईं?

Solution

26 जनवरी 1931 के दिन को अमर बनाने के लिए कलकत्ता शहर ने शहर में जगह-जगह झंडे लगाए गए थे। कई स्थानों पर जुलूस निकाले गए तथा झंड़ा फहराया गया था। टोलियाँ बनाकर भीड़ उस स्थान पर जुटने लगी जहाँ सुभाष बाबू का जुलूस पहुँचना था। पुलिस की लाठीचार्ज तथा गिरफ़तारी लोगों के जोश को कम न कर पाए।

Concept: गद्य (Prose) (Class 10 B)

  Is there an error in this question or solution?

APPEARS IN

जनवरी 1931 के दिन को अमर बनाने के लिए क्या क्या तैयारियों की गई?

26 जनवरी 1931 के दिन को अमर बनाने के लिए कलकत्ता शहर ने शहर में जगह-जगह झंडे लगाए गए थे। कई स्थानों पर जुलूस निकाले गए तथा झंड़ा फहराया गया था। टोलियाँ बनाकर भीड़ उस स्थान पर जुटने लगी जहाँ सुभाष बाबू का जुलूस पहुँचना था। पुलिस की लाठीचार्ज तथा गिरफ़तारी लोगों के जोश को कम न कर पाए।

26 जनवरी 1931 को क्या हुआ था?

26 जनवरी 1931 का दिन कलकत्तावासियों के लिए इसलिए महत्त्वपूर्ण था क्योंकि सन् 1930 में गुलाम भारत में पहली बार स्वतंत्रता दिवस मनाया गया था। इस वर्ष उसकी पुनरावृत्ति थी जिसके लिए काफ़ी तैयारियाँ पहले से ही की गई थीं।

कोलकाता वासियों के लिए 26 जनवरी 1931 का दिन क्यों महत्वपूर्ण है?

देश का स्वतंत्रता दिवस एक वर्ष पहले इसी दिन मनाया गया था। इससे पहले बंगाल वासियों की भूमिका नहीं थी। अब वे प्रत्यक्ष तौर पर जुड़ गए। इसलिए यह महत्वपूर्ण दिन था

लेखक ने ऐसा क्यों कहा है कि आज जो बात थी वह निराली थी?

आज का दिन निराला इसलिए था क्योंकि स्वतंत्रता दिवस मनाने की प्रथम आवृत्ति थी। पुलिस ने सभा करने को गैरकानूनी कहा था किंतु सुभाष बाबू के आह्वान पर पूरे कलकत्ता में अनेक संगठनों के माध्यम से जुलूस व सभाओं की जोशीली तैयारी थी