जयशंकर प्रसाद की अन्तिम कहानी कौन सी है? - jayashankar prasaad kee antim kahaanee kaun see hai?

विषयसूची

  • 1 जयशंकर प्रसाद की अंतिम कहानी कौन सी है?
  • 2 जयशंकर प्रसाद जी को मरणोपरांत कौन से पुरस्कार से सम्मानित किया गया?
  • 3 आकाशदीप किसकी रचना है?
  • 4 जयशंकर प्रसाद को कौन सा पुरस्कार मिला है?

जयशंकर प्रसाद की अंतिम कहानी कौन सी है?

इसे सुनेंरोकेंउनकी अंतिम रचना ‘कामायनी’ छायावाद का अकेला महाकाव्‍य हैं. छायावाद का प्रतीक काव्‍य ‘कामायनी’ अपनी कई विशेषताओं के कारण स्‍तुत्‍य है. जयशंकर प्रसाद का जन्‍म वाराणसी के प्रसिद्ध वैश्‍य परिवार में हुआ था.

कौन सी कहानी प्रसाद द्वारा रचित नहीं है?

जयशंकर प्रसाद (30 जनवरी 1889 – १५ नवंबर १९३७), हिन्दी कवि, नाटककार, कहानीकार, उपन्यासकार तथा निबन्ध-लेखक थे। वे हिन्दी के छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में से एक हैं।…

जयशंकर प्रसाद
मृत्यु नवम्बर 15, 1937 (उम्र 48) वाराणसी, भारत
व्यवसाय कवि, नाटककार, कहानीकार, उपन्यासकार

जयशंकर प्रसाद की पहली रचना कौन सी है?

इसे सुनेंरोकेंहिंदी की खड़ी बोली में नाटक लेखन की शुरुआत भारतेंदु हरिश्चंद्र ने की थी, लेकिन खड़ी बोली में बेहतरीन कविताएं भी लिखी जा सकती हैं, इसे सबसे पहले जयशंकर प्रसाद ने साबित किया. 1925 में प्रकाशित ‘आंसू’ को खड़ी बोली कविता की पहली महान रचना माना जाता है.

जयशंकर प्रसाद जी को मरणोपरांत कौन से पुरस्कार से सम्मानित किया गया?

इसे सुनेंरोकेंउत्तरः पुरस्कार जयशंकर प्रसाद को ‘कामायनी’ पर मंगलाप्रसाद पारितोषिक प्राप्त हुआ था।

जयशंकर प्रसाद का निधन कब हुआ?

15 नवंबर 1937जयशंकर प्रसाद / मृत्यु तारीख

गुंडा किसकी रचना है?

इसे सुनेंरोकेंगुंडा (Gunda) के लेखक/कहानीकार/रचयिता (Lekhak/Kahanikar/Rachayitha) “जयशंकर प्रसाद” (Jaishankar Prasad) हैं।

आकाशदीप किसकी रचना है?

इसे सुनेंरोकेंजयशंकर प्रसाद द्वारा रचित एक कहानी।

जयशंकर प्रसाद की सभी रचनाएं कौन कौन सी हैं?

जयशंकर प्रसाद की प्रमुख रचनाएं

  • काव्य:- चित्राधार, कानन-कुसुम, करूणालय, महाराणा का महत्व, प्रेम-पथिक, झरना आँसू, लहर, कामायनी और प्रसाद-संगीत।
  • नाटक:- प्रायश्चित्त, सज्जन, कल्याणी-परिणय, अजात-शत्रु, विशाख, जनमेजय का नागयज्ञ, कामना, स्कन्दगुप्त, एक-घूँट, ध्रुवस्वामिनी।
  • उपन्यास:- कंकाल, तितली, इरावती।

जयशंकर प्रसाद जी के आलिंगन में आते आते क्या भाग गया?

इसे सुनेंरोकेंआलिंगन में आते-आते मुसक्या कर जो भाग गया। (ख) जिसके अरुण कोलों की मतवाली सुंदर छाया में। अनुरागिनी उषा लेती थी निज सुहाग मधुमाया में। उत्तर:-(क) कवि कहना चाहता है कि उसे वह सुख नहीं मिल सका जिसकी वह कल्पना कर रहा था।

जयशंकर प्रसाद को कौन सा पुरस्कार मिला है?

इसे सुनेंरोकेंजयशंकर प्रसाद विचार मंच रांची की ओर से राजभाषा हिन्दी, हिन्दी साहित्य, क्षेत्रीय भाषा व कला-संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जयशंकर प्रसाद स्मृति पुरस्कार-2021 की घोषणा कर दी गई है। इस वर्ष हिन्दी साहित्य से रांची के नीरज नीर व जमशेदपुर के डॉ नरेश अग्रवाल, को संयुक्त रूप से चयनित किया गया है।

जयशंकर प्रसाद की अन्तिम कहानी कौन सी है?

जयशंकर प्रसाद
जन्म
३० जनवरी १८८९ वाराणसी (उत्तर प्रदेश), भारत
मृत्यु
नवम्बर 15, 1937 (उम्र 48) वाराणसी, भारत
व्यवसाय
कवि, नाटककार, कहानीकार, उपन्यासकार
जयशंकर प्रसाद - विकिपीडियाhi.wikipedia.org › wiki › जयशंकर_प्रसादnull

जयशंकर प्रसाद की कुल कितनी रचनाएं हैं?

जयशंकर प्रसाद की रचनाएं उनकी प्रमुख रचनाएँ हैं -झरना, ऑसू, लहर, कामायनी, प्रेम पथिक (काव्य) स्कंदगुप्त चंद्रगुप्त, पुवस्वामिनी जन्मेजय का नागयज्ञ राज्यश्री, अजातशत्रु, विशाख, एक घूँट, कामना, करुणालय, कल्याणी परिणय, अग्निमित्र प्रायश्चित सज्जन (नाटक) छाया, प्रतिध्वनि, आकाशदीप, आँधी.

जयशंकर प्रसाद की प्रथम रचना कौन सी थी?

कानन-कुसुम - खड़ी-बोली में लिखित जयशंकर प्रसाद की कविताओं का प्रथम-संग्रह 'कानन-कुसुम' ही है। इन रचनाओं में कवि का भावगत सौन्दर्य तथा कला की प्रौढ़ता आकर्षक है। इसका प्रथम प्रकाशन 1912 ई.

प्रसाद की अंतिम तिथि कौन सी है?

जयशंकर प्रसाद (30 जनवरी 1889 – १५ नवंबर १९३७), हिन्दी कवि, नाटककार, कहानीकार, उपन्यासकार तथा निबन्ध-लेखक थे।

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