काली लैट्रिन आने पर क्या करें? - kaalee laitrin aane par kya karen?

                   kali potty aane ke karan के बारे मे हमने इस लेख के अंदर विस्तार से जाना उम्मीद करते हैं कि आपको यह लेख पसंद आया होगा । यदि आपका इस संबंध मे कोई सवाल है तो आप हमें कमेंट करके बता सकते हैं।

इसे सुनेंरोकेंबहुत अधिक मात्रा में काले रंग की चीजें ना खाएं जैसे कि ब्लैक लिकोराइस, ब्लूबेरी और डार्क चॉकलेट के अधिक सेवन से भी मल का रंग काला हो जाता है। मल का ऐसा रंग बीटा-कैरोटीन के कारण होता है। यह यौगिक कई सब्जियों, फलों और अनाजों में पाया जाता है। गाजर, शकरकंद और कद्दू में बीटा-कैरोटीन की मात्रा बहुत ज्यादा होती है।

इसे सुनेंरोकेंकाला रंग ऐसे में चिंता की कोई बात नहीं है लेकिन अगर लगातार कई हफ़्तों तक आपके मल का रंग काला रहता है तो डॉक्टर से अपनी जांच ज़रूर करवाएं क्योंकि ऐसा गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट में खून निकलने के कारण भी हो सकता है। इसका सही समय पर इलाज ना करवाने से आगे चलकर कैंसर हो सकता है।

लाल पैखाना क्यों होता है?

इसे सुनेंरोकेंकाले या लाल रंग का मल आना इस बात का संकेत हो सकता है कि आपके पेट, आंतों या अन्नप्रणाली से खून बह रहा है, जबकि पीले या हरे रंग का मल पित्त नली की रुकावट का लक्षण हो सकता है, जो कि एक छोटी नली होती है जो यकृत से छोटी आंत तक पित्त को ले जाती है ।

मल में बलगम क्या है?

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इसे सुनेंरोकेंमल में बलगम आने के दो सामान्य कारण हैं डिहाइड्रेशन और कब्ज. इन दो स्थितियों के कारण बलगम मल के जरिए शरीर से बाहर निकल सकता है. इन समस्याओं के कारण होने वाला बलगम अपने आप या दवा से ठीक हो सकता है. यदि म्यूकस के स्तर में परिवर्तन होता है तो ये एक सूजन गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल स्थिति की वजह से हो सकता है.

प्रेगनेंसी में लैट्रिन काली क्यों होती है?

इसे सुनेंरोकेंगर्भावस्था में छाती से होते हुए पेट के नीचे तक जाती हुई गहरी काली लाइन को लिनिया नाइग्रा (Linea Nigra) कहा जाता है. लिनिया नाइग्रा ज्यादातर गर्भावस्था की दूसरी तिमाही में नजर आती है. इसे प्रेगनेंसी लाइन भी कहा जाता है.

संडास कितने प्रकार की होती है?

शौचालय मूलतः दो प्रकार के होते हैं:

  • शुष्क (जलरहित) शौचालय, तथा
  • नम (जल सहित) शौचालय

शौचालय को अंग्रेजी में क्या बोलते हैं?

इसे सुनेंरोकेंशौचालय (saucalaya) – Meaning in English Flush toilets use water, while dry or non-flush toilets do not.

इसे सुनेंरोकेंलेकिन, क्या आप जानते हैं कि पॉटी का रंग (Poop Colour) आपके शरीर की अंदरुनी सेहत के बारे में संकेत देता है. अगर आपको काली पॉटी यानी मल में कालापन आ रहा है, तो यह खराब पाचन का लक्षण हो सकता है. अगर खराब पाचन के कारण आपको भी काली पॉटी की समस्या हो रही है, तो तुरंत ये चीजें खाना शुरू करें.

बच्चे हरी टट्टी कब करते हैं?

इसे सुनेंरोकेंशिशुओं में हरे रंग का मल होना भी आम होता है। हरे रंग का मल होने के प्रमुख कारण बच्चे में सर्दी, पेट में कीड़े, खाद्य एलर्जी या एंटीबायोटिक दवाओं से परहेज आदि हो सकते हैं। शिशु में हरे रंग के मल का एक कारण यह भी होता है कि स्तनपान कराने वाली मां का पीलिया का इलाज चल रहा हो या उसके पाचन तंत्र में कोई समस्या हो गई है।

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मल में बदबू क्यों आती है?

इसे सुनेंरोकेंमल की विशिष्ट गंध, अमीनो अम्लों पर जीवाणु की क्रिया द्वारा उत्पन्न विषैले अमीन इन्डोल तथा स्केटॉल की उपस्थिति के कारण होती है। कुछ गैसें भी मल को गंध प्रदान करती है। ये कार्बोहाइड्रेट के किण्वन द्वारा उत्पन्न होती हैं।

लैट्रिन में बदबू आए तो क्या करें?

इसे सुनेंरोकेंगलत उत्पाद से सफाई आपके शौचालय से बदबू आने का सबसे स्पष्ट और सामान्य कारण अनियमित सफाई है और वह भी गलत उत्पाद से। क्या आप जानते हैं कि आपके टॉयलेट बाउल और सीट में खतरनाक रूप से उच्च मात्रा में खमीर, रोगाणु और मोल्ड हो सकते हैं? नियमित सफाई उत्पाद के साथ बार-बार शौचालय की सफाई या पोंछना पर्याप्त लग सकता है।

पुरानी कब्ज के लक्षण?

बच्चों में कब्ज के लक्षण

  • सख्त, सूखा या गांठदार मल आना
  • सामान्य से अधिक बड़ा मल आना या छोटे-छोटे टुकड़ों में मल आना
  • सामान्य से कम मल विसर्जन होना
  • मल को बाहर निकालने में दबाव लगाना या नहीं निकाल पाना
  • बाथरूम में काफी समय लगना
  • पेट में दर्द
  • मल विसर्जन के बाद भी फिर से शौच के लिए जाने की ज़रूरत महूसस होना

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आंव होने पर क्या खाएं?

इसे सुनेंरोकें-आंव और खूनी दस्त होने पर प्याज और दही खाने से लाभ होता है। -दस्त में अनार, सेब और केला का प्रयोग लाभप्रद है। -सोंठ, सौंफ और चीनी समान मात्रा में पीसकर एक -एक चम्मच दिन में तीन बार पानी के साथ लें। -शतपुष्पादि चूर्ण, विल्वादि चूर्ण और कुटजारिष्ट आदि औषधियों का प्रयोग चिकित्सक के परामर्श से करना चाहिए।

कब्ज का परमानेंट इलाज क्या है?

पुरानी से पुरानी कब्ज को जड़ से खत्म कर देंगे ये जबरदस्त उपाय

  • नींबू नींबू का रस पाचन तंत्र को ठीक करता है। इससे शरीर में मौजूद विषाक्त कण निकल जाते हैं।
  • पुदीना और अदरक पुदीना और अदरक दोनों की चाय बनाकर पीने से कब्ज की समस्या नहीं रहती।
  • गुड़ रात को सोने से पहले गुड़ खाने से सुबह के समय कब्ज की समस्या नहीं रहती।
  • कॉफी

कैसे मल में बलगम को रोकने के लिए?

इसे सुनेंरोकेंकोलन या रेक्टल का कैंसर कोलन या रेक्टल में शुरू होता है और मल में रक्त और बलगम का कारण बनता है. इन खतरनाक और गंभीर बीमारियों का इलाज करवाकर और अपनी डाइट के साथ-साथ लाइफस्टाइल में बदलाव करके आप मलाशय में म्यूकस को आने से रोक सकते हैं.

लगातार काला मल आने का क्या कारण है?

बहुत अधिक मात्रा में काले रंग की चीजें ना खाएं जैसे कि ब्लैक लिकोराइस, ब्लूबेरी और डार्क चॉकलेट के अधिक सेवन से भी मल का रंग काला हो जाता है। मल का ऐसा रंग बीटा-कैरोटीन के कारण होता है। यह यौगिक कई सब्जियों, फलों और अनाजों में पाया जाता है। गाजर, शकरकंद और कद्दू में बीटा-कैरोटीन की मात्रा बहुत ज्यादा होती है।

लैट्रिन काला होने पर क्या करें?

मल काला आने के घरेलू उपाय | Home Remedies for Black Stool.
खूब पानी पिएं.
आहार में बढ़ाएं फाइबर.
अनार का छिलका.
दही और मक्खन.
भोजन की मात्रा सीमित करें.

काली टट्टी होने से क्या होता है?

लेकिन, क्या आप जानते हैं कि पॉटी का रंग (Poop Colour) आपके शरीर की अंदरुनी सेहत के बारे में संकेत देता है. अगर आपको काली पॉटी यानी मल में कालापन आ रहा है, तो यह खराब पाचन का लक्षण हो सकता है. अगर खराब पाचन के कारण आपको भी काली पॉटी की समस्या हो रही है, तो तुरंत ये चीजें खाना शुरू करें.

लैट्रिन कितने प्रकार के होते हैं?

‌‌‌लैट्रिन कितने प्रकार की होती है ? इस बारे मे जानने से पहले हम मल की कुछ सामान्य बातों के बारे मे जान लेते हैं। ‌‌‌लैट्रिन का गहरा भूरा रंग बिलीरुबिन नामक वर्णक की वजह से बनता है जो लाल रूधिकरणिकाओं के टूटने से बनता है।.
‌‌‌काला मल black potty..
White potty..
Green potty..
Red potty..
Orange potty..