कान से कम सुनाई दे तो क्या करें? - kaan se kam sunaee de to kya karen?

अगर आप क‍िसी ऐसी जगह पर हैं जहां शोर ज्‍यादा है तो आपको ईयरप्‍लग्‍स का इस्‍तेमाल करना चाह‍िए। इससे आप तेज आवाज के संपर्क में आने से बच जाएंगे। ये उन लोगों के ल‍िए अच्‍छा है जो ज्‍यादा आवाज में काम करते हैं या जो म्‍यूज‍िश‍ियन बैंड या लाउडस्‍पीकर के पास रहते हैं उनके ल‍िए ईयरप्‍लग्‍स का इस्‍तेमाल जरूरी है।

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2. कानों की सेहत के ल‍िए व‍िटाम‍िन बी12 लें (Vitamin B12)

आपको कानों को स्‍वस्‍थ्‍य रखने के ल‍िए न‍ियमित तौर पर चेकअप और कानों की सफाई करवाएं, इससे कान स्‍वस्‍थ्‍य रहेंगे और आप बहरेपन के लक्षण से बच सकेंगे।

बढ़ती उम्र के साथ-साथ ज्यादातर लोगों के सुनने की क्षमता कमजोर होने लगती है, कई लोगों में यह लक्षण आनुवंशिक भी होता है और कई लोगों को कुछ बीमारियां हो जाती हैं, जिनकी वजह से भी सुनाई कम देने की समस्या हो जाती है। ऐसे में किसी के जोर से बोलने पर अगर सुनने में आपको परेशानी होती है तो यह बहरापन का संकेत हो सकता है। बहरापन की स्थिति में कम सुनना या बिल्कुल भी सुनाई नहीं देना आता है आज हम कान से कम सुनने के घरेलू उपचार पर बात करेंगे।

यह समस्या गंभीर हो सकती है लेकिन कुछ ऐसे घरेलू उपचार हैं जो आपके लिए मददगार साबित हो सकते हैं तो आज हम कान से कम सुनाई देने के घरेलू उपचार के बारे में बात करेंगे उससे पहले हम यह जानेंगे कि आप अपने कान की स्थिति को समझें और कैसे पहचानेंगे की आपकी हियरिंग लॉस हो रही है आइए जानते हैं

 

कान से कम सुनाई दे तो क्या करें? - kaan se kam sunaee de to kya karen?

 

हियरिंग लॉस यानी बहरापन कब होता है पहचानें Hearing Loss Causes Symptoms and treatment

जब कोई आदमी जोर से बोलता है फिर भी हमें नहीं सुनाई देता है या सुनने में परेशानी महसूस होती है तो यह हियरिंग लॉस या डेफ्नेस हो सकता है।

बहरापन एक ऐसी स्थिति है जिसमें इंसान को या तो कम सुनाई देता है या किसी- किसी स्थिति में बिल्कुल भी सुनाई नहीं देता है।

कुछ लोगों को कुछ विशेष तरह के शब्दों को समझने में काफी परेशानी होने लगती है।

टीवी या रेडियो की जब तेज आवाज चलता है तो वहां पर जोर से बोलने के लिए बार-बार अगर कहना पड़ता है या सुनने में आपको समस्या आ रही है तो यह बहरापन की स्थिति हो सकती है।

इसके लिए आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए बहरापन की शुरुआत में ही अगर इलाज करते हैं तो हमें काफी राहत मिलता है।

 जो घरेलू उपचार है बहरापन को दूर करने के लिए, कम सुनाई देने के उपाय को दूर करने के लिए उसे जरूर अमल में लाएं।

कम सुनाई देने का कारण causes of Deafness

बहुत से लोगों को धीमी गति से या जोर से बोलने पर भी अगर सुनाई नहीं देता है तो इससे उनकी दिनचर्या प्रभावित होती है और इस स्थिति में वह कौन से कारण है जिसकी वजह से ऐसा होता है आइए जानते हैं Kan ka bahrapan

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कान से कम सुनाई देने का कारण-कान के भीतरी हिस्से में छेद होना

कान के भीतरी हिस्से में अगर छेद हो जाता है या कोई नुकसान हो जाता है, संक्रमण हो जाता है तो इस वजह से भी हमें कम सुनाई देता है।

कम सुनाई देने का कारण-कान की हड्डी बढ़ना Kan se kam sunai Dene ka Karan Kan ki haddi ka badhna hai

कुछ लोगों के केस में ऐसा भी होता है कि कान के अंदर की हड्डी बढ़ जाती है और ट्यूमर का रूप ले लेती है इस वजह से भी बहरापन होने का संभावना रहता है।

कम सुनाई क्यों देता है-कान में मैल होना kam se kam sunai deta hai Kan mein sankraman hone per

बहुत से लोगों के कान में मैल होता है उसकी वजह से हमें कम सुनाई देता है।

कम सुनाई देने का कारण -कान में संक्रमण होने पर

कान में संक्रमण होने पर हमें जोर से बोलने पर भी नहीं सुनाई देता है और यह संक्रमण अंदर ही अंदर फैल जाता है जिस का तुरंत उपचार जरूरी है।

कान के परदे में छेद होने पर हमें एक कान से कम सुनाई देता है Kan ke parde mein chhed hona

कम सुनाई देने का प्रमुख कारण कान के परदे में छेद होना है। कान के परदे में अगर छेद हो जाए तो ऐसे में इसका असर हमारे सुनने की क्षमता पर पड़ता है और हम हियरिंग लॉस की तरह बढ़ते रहते हैं।

कम सुनाई देने की क्षमता कम होना बढ़ती उम्र एक कारण है

जैसे- जैसे हमारी उम्र बढ़ती है वैसे-वैसे हमारी सुनने की क्षमता भी कम होती रहती है और इसकी आशंका बढ़ जाती है जब हम अपने हियरिंग लॉस पर ध्यान नहीं देते हैं।

कम सुनाई देने का कारण आनुवंशिकता भी है 

आनुवंशिकता की वजह से भी ऐसा होता है कि आपको कम सुनाई दे क्योंकि अगर यह परिवार में चला आ रहा है।

सभी लोगों को कम सुनाई देता है तो उस स्थिति में यह संभावना बन जाती है कि आनुवांशिक कारण से भी आपको कम सुनाई दे।

ज्यादा शोर वाले स्थान पर रहने से भी कान में हियरिंग लॉस की समस्या हो जाती है

जो लोग ज्यादा शोरगुल वाले स्थान पर रहते हैं वहां पर ऐसा होता है कि तेज ध्वनि से कान हमारा प्रभावित होते रहता है।

और अगर कोई धीरे बोलता है तो हमें नहीं सुनाई देता है जब तक वह जोर से न बोले। इस स्थिति में भी हमारी सुनने की क्षमता प्रभावित होती है।

कम सुनाई देने का कारण बीमारियां भी होती है bahrapan ka gharelu ilaaj

कुछ ऐसी बीमारियां हैं जैसे बहुत ज्यादा आप को बुखार है या कोई ऐसा रोग है जो लगातार चल रहा है तो इससे भी आपके कानों की सुनने की क्षमता प्रभावित होती है।

कान की बीमारियां अगर है तो ध्यान दें यह भी आप की सुनने की क्षमता को कम कर सकता है

हालांकि सभी कान की बीमारियां चिंताजनक नहीं होती है लेकिन कुछ कान के रोग जो कि जल्दी ठीक नहीं होते हैं।

उससे बहरापन भी आने की समस्या होती है इसलिए कान की बीमारी होने पर अच्छे डॉक्टर से कंसल्ट करके इसको सही कराएं।

अब हम बात करेंगे की सुनने की अगर परेशानी है तो उसके घरेलू उपचार क्या है आइए जानते हैं

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सुनने में परेशानी के घरेलू उपाय

How to stop hearing loss in Hindi

सुनने की क्षमता हमारे लिए बहुत ही जरूरी होती है अगर किसी की सुनने की क्षमता कम है या हियरिंग लॉस की समस्या है उसे तो ऐसे में वह इंसान अपने आप में काफी डिप्रेस्ड फील करता है।

अगर कोई कम सुनने की समस्या से ग्रसित है तो उसके लिए कुछ घरेलू उपचार बताए गए हैं जो कि बहुत ही लाभदायक हो सकते हैं।

आइए जानते हैं कि कौन से घरेलू उपचार हैं जो आपको कम सुनने की समस्या से छुटकारा दिलाएंगे।

Sunane me presani ke ghrelu upay in Hindi

सुनने की क्षमता को बढ़ाना है तो करें बादाम का सेवन bahrapan dur karne ka upay hai alomnd

अगर सुनने की क्षमता को बढ़ाना है तो बादाम का सेवन करें। बादाम आपके लिए काफी लाभदायक होगा और आयुर्वेद में बादाम के बहुत ही जबरदस्त फायदे बताए गए हैं।

इसलिए आप बादाम का सेवन करें इससे आपके सुनने की क्षमता बढ़ेगी।

सरसों तेल कम सुनने की समस्या में है उपयोगी Kan ki samasya ko dur karne ka gharelu nuskha

सरसों का तेल कम सुनने की समस्या में बहुत ही उपयोगी है। इसके लिए आपको करना यह होगा कि सरसों के तेल में शहद को मिलाकर 2 से 3 दिन तक कान में डालें।

ऐसा करने से सुनने की क्षमता में सुधार होता है ऐसा आयुर्वेद में बताया गया है।

सुनने की क्षमता के लिए फायदेमंद है सेब का सिरका km sunne ka upay hai apple cider vinegar

सेब का सिरका कम सुनने की प्रक्रिया को सुधारता है और इसमें मैग्नीशियम और जिंक भरपूर मात्रा में पाया जाता है।

इसके लिए आपको करना यह होगा कि एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच शहद और एक बड़ा चम्मच सेब का सिरका मिलाकर के रोजाना एक बार या संभव हो सके तो दो बार पीजिए. यह आपके सुनने की प्रक्रिया को सुधारता है।

अदरक बहरेपन के उपचार में काफी फायदेमंद है bahrapan dur kren ginger se

सुनने की शक्ति को बढ़ाने का उपाय अदरक है, अदरक कई रोगों के उपचार में भी काम आता है, इसके लिए आपको  अदरक की चाय का प्रतिदिन सेवन करना है।

इसका फायदा बहुत जबरदस्त दिखेगा और इसमें इसके नियमित सेवन से सुनने की शक्ति में वृद्धि होने लगेगी।

सुनने की प्रक्रिया को बढ़ाने में लहसुन है कारगर Kan ka bahrapan dur karne ka upay

सुनने की प्रक्रिया को बढ़ाने में लहसुन काफी कारगर है इसके लिए आप दो या तीन लहसुन की कली प्रतिदिन खा सकते हैं।

जो आपके लिए बहुत ही फायदेमंद होगा वैसे भी लहसुन का उपयोग कई तरह से किया जाता है, लहसुन हमारे लिए काफी लाभप्रद है।

कान से सुनने के क्षमता को ठीक करता है नींद bahrapan ka gharelu ilaaj

कान कम से कम सुनाई देने को ठीक करता है नीम का तेल अगर कानों में आपके संक्रमण है तो इसके लिए नीम काफी उपयोग होगा।

नीम का तेल आप कानों में डाल सकते हैं इस इसके साथ ही नीम के पत्तों का भी उपयोग कर सकते हैं।

इसके लिए नीम के पत्तों को 10 मिनट पानी में उबालें और फिर उस उबले हुए पानी से कानों को धोएं।

ऐसा करने से इसका फायदा यह होगा कि जो भी संक्रमण होगा कान के अंदर वह खत्म होने लगेगा।

कम सुनने की समस्या में अश्वगंधा है लाभकारी bahrapan ka gharelu upchar

किसी को कम सुनाई देता है तो उसको दूर करने के लिए अश्वगंधा का इस्तेमाल करें। अश्वगंधा के बहुत सारे लाभ है यह हमारे लिए बहुत ही उपयोगी है।

इसके लिए एक चम्मच अश्वगंधा का पाउडर ले लें और गर्म पानी या दूध के साथ आप इसको ले सकते हैं और ऐसा करने से कान के बहरेपन को दूर करने में काफी सहायता मिलती है।

कम सुनने की क्षमता में लाभकारी है प्याज sunne ki shanta tej karta hai onion

प्याज के बारे में हम सभी जानते हैं कि एंटी ऑक्सीडेंट गुणों से परिपूर्ण होता है और यह कम सुनने की समस्या में काफी प्रभावकारी माना जाता है।

शोधों के अनुसार अपने आहार में जो लोग प्याज शामिल करते हैं उनकी सुनने की जो परेशानी है वह दूर होती है।

इसके लिए आप प्याज का उपयोग अपने खाने में नियमित रूप से कर सकते हैं।

 दूसरी तरफ प्याज को मोटे कपड़े में रखकर 15 मिनट तक गर्म करिए और फिर 5 मिनट के लिए अपने कानों पर रखिए इसका नतीजा बहुत ही अच्छा मिलेगा।

कान से कम सुनाई देने का उपचार -गुड़ और सौंठ का मिश्रण कानों के बहरापन को दूर करता है 

सुनने की प्रक्रिया को बढ़ाने में सोंठ और गुड़ काफी लाभकारी है, 4 महीने तक अगर 25 ग्राम गुड़ में एक चम्मच सोंठ मिलाकर के सेवन किया जाए तो इससे बहरापन की शिकायत दूर होती रहती है।

 

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FAQ

 

कान में आवाज आना कौन सी बीमारी है Kan mein siti bajane ka gharelu upchar

कान में सीटी बजने जैसी आवाज आना एक तरह की बीमारी है। कुछ लोग इसे कान का बजना भी कहते हैं।

यह टिनीटस नाम की बीमारी है, इस बीमारी में होता यह है कि बगैर किसी कारण के आप के कानों से आवाज आती रहती है, ऐसा लगता है कि कान के अंदर कुछ सुनाई दे रहा है।

कान से कम क्यों सुनाई देता है Kan se kam sunai Dene ka Karan

कान से अगर कम सुनाई देता है तो उसी स्थिति में तुरंत चिकित्सीय संपर्क करना चाहिए। Kan se kam sunai Dene ka gharelu upchar

यह ज्यादा जरूरी है क्योंकि कान की भीतरी हिस्से में अगर कोई क्षति होती है तो उस वजह से कम सुनाई देता है।

जैसे कान में संक्रमण हो गया हो, कान में मैल हो और असामान्य रूप से हड्डी का बढ़ना हो या फिर ट्यूमर जैसी बीमारी हो सकती है, जिसकी वजह से कान से कम सुनाई देता है।

कान बजने का कारण क्या है Kan kyon badhta hai

कान बजने का कई कारण हो सकता है। कुछ लोगों को हाई बीपी की समस्या रहती है। थायराइड ग्रंथि कम या अधिक सक्रिय हो जाता है। Kan se awaz kyu sunai deta hai

डायबिटीज वाले मरीज हैं, एनीमिया वाले हैं और या फिर शोर-शराबे वाले स्थान पर यह रहते हैं तो उस स्थिति में भी ऐसा लगता है कि कानों से आवाज आ रही है।

कान से कम सुनाई देने का क्या कारण है kam se kam sunai Dene Ka Karan

 

कान से कम सुनाई देने का कई कारण है ऐसी समस्या उम्र के साथ बढ़ती है।

आपकी श्रवण हानि के पीछे कई कारण होते हैं जैसे तेज आवाज या शोर , बुढ़ापा, वंशानुगत और संक्रमण इस तरह के कई कारण हैं, जिस वजह से कानों से कम सुनाई देता है।

कहीं-कहीं तो वंशानुगत कारण भी होता है यह पीढ़ी दर पीढ़ी चलता रहता है।

सुनने की क्षमता को विकसित करने का क्या उपाय है Kan ka gharelu ilaaj

सुनने की क्षमता को बढ़ाने के लिए कान को साफ रखें, सरसों तेल का इस्तेमाल करें, धूम्रपान से दूरी बनाए।

इसके साथ ही जो भी अन्य कारण है कम सुनाई देने के उस पर ध्यान दें और कोशिश यही करें कि जहां ज्यादा शोर शराबा हो वहां से दूरी बनाएं।

बहरापन में क्या होता है Kan ka ilaaj

सुनने की क्षमता जब कम हो जाती है तो उसे बहरापन कहते हैं और इससे सामाजिक और मानसिक परेशानियां भी बढ़ जाती हैं।

इसलिए बहरापन है, अगर कम सुनने के क्षमता है तो उसका इलाज करवाना चाहिए।

कान से न सुनाई दे तो क्या करना चाहिए

अगर कान Kan se kam sunai dene ke gharelu nuskhe से बिल्कुल न सुनाई दे तो ऐसी स्थिति में संभावना रहती है कि कान का पर्दा फट गया है।

जिसकी वजह से कान से नहीं सुनाई दे रहा है तो डॉक्टर इसके लिए हियरिंग एड का इस्तेमाल करते हैं।

जिससे कभी- कभी सुनाई देने भी लगता है और बहुत लोगों पर यह ईयररिंग ऐड काम नहीं करता है, इस वजह से सर्जरी से उसे ठीक किया जाता है।

कान के दर्द से कैसे छुटकारा पाएं kaan ke Dard se chutkara pane ke gharelu nuskhe

कान के दर्द से छुटकारा पाने के लिए तुलसी की ताजी पत्तियों का रस निकालें और एक दो बूंद कान में डालें।

दो-तीन दिन में राहत मिलने के चांस रहते हैं। तुलसी को औषधीय गुणों से भरपूर माना जाता है, यह कानों के दर्द के लिए अच्छा माना गया है।

कान को स्वस्थ रखने के लिए क्या खाना चाहिए bahrapan dur karne ka gharelu aahar

कान को स्वस्थ रखने के लिए मैग्नीशियम युक्त खाद्य पदार्थों को खाना चाहिए।

 इसमें डार्क चॉकलेट, कद्दू का बीज, अलसी के बीज, नट्स साबुत अनाज आते हैं।

एवोकाडो पालक के फलियां सहायक होते हैं इससे कानों को स्वस्थ रखने और कम सुनाई देने की समस्या में काफी राहत मिलता है।

कान में दर्द क्यों होता है Kan se kam sunai Dene ka gharelu ilaj

कान में दर्द होने का कुछ कारण है जैसे कान में मैल हो जाना, साइनस का इंफेक्शन है।

या गला आपका खराब रहता है, कान में शैंपू का पानी चला गया, कान में छेद करवाने से भी कान में दर्द होता है।

दांतों में अगर संक्रमण है तो इसका भी असर कान पर पड़ता है और कान में अगर एग्जिमा हो गया है तो उससे भी कानों में दर्द होता है,।

ज्यादा हवा का दबाव अगर कान पर पड़ता है तो उससे भी कान में दर्द होता है।

 

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कान से कम सुनाई दे तो क्या करें  Kan se kam sunai Dene ka gharelu upchar

अगर कान से कम सुनाई देता है तो इसके लिए आपको चार पांच बुंद सरसों का तेल कान में डालना चाहिए, जिससे कम सुनाई देने की समस्या से आपको राहत मिल सकता है।

अदरक के रस को शहद और थोड़ा सा नमक मिलाकर दो-चार बूंद कान में डालें, इससे भी राहत मिलता है इसके अलावा सौंठ गुड़ और घी को खाने से बहरापन दूर होता है।

इस प्रकार आज के ब्लॉग के माध्यम से हमने जाना कि बहरापन को कैसे दूर करें, कम सुनाई देने के क्या घरेलू उपाय हैं

कान से कम सुनाई देने का घरेलू उपचार||Home remedies for Deafness in Hindi||Health Vishesh

अगर कम सुनाई देता है तो कैसे पहचाने कि इसके लक्षण क्या है, किन कारणों की वजह से हमें कम सुनाई देता है

 उम्मीद है कम सुनाई देने के घरेलू उपाय पर लिखा गया यह लेख आपके लिए काफी मददगार होगा हम आगे भी इसी तरह के स्वास्थ्य वर्धक लेख लाते रहेंगे विशेष समस्या होने पर विशेष परिस्थिति में डॉक्टर से संपर्क जरूर करें धन्यवाद।

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कान की सुनने की क्षमता को कैसे बढ़ाएं?

सुनने की क्षमता विकसित करने के उपाय – Sunne Ki Shakti Kaise Badhaye.
कान की सुनने की शक्ति बढ़ाने के लिए योग कान के सुनने की शक्ति बढ़ाने के उपाय में योग का नाम भी शामिल है। ... .
कानों को साफ रखें ... .
सरसों का तेल का इस्तेमाल करें ... .
धूम्रपान से दूर रहें ... .
कम सुनाई देने के कारणों पर ध्यान दें.

एक कान से कम सुनाई दे तो क्या करें?

कान से कम तभी सुनाई देता है जब उसमें वैक्स हो, कान का पर्दा फटा हो या फिर कोई जख्म हो। अगर यह तीनों कारण नहीं हैं तो चौथा कारण ब्रेन ट्यूमर ही होता है। ऐसी स्थिति में ईएनटी विशेषज्ञ को किसी न्यूरोसर्जन को दिखाने या एमआरआइ कराने की सलाह देनी चाहिए। यह जांच महज तीन हजार में हो जाती है।

एक कान में कम सुनाई देने का क्या कारण है?

कई लोग ऐसे भी होते हैं, जिन्हें कान से सुनाई ना देने या कम सुनाई देने की समस्याएं होती हैं. ऐसी समस्या या तो बचपन से ही होती है या बढ़ती उम्र में कई बार लापरवाही के कारण भी होती है. myUpchar के अनुसार, श्रवण हानि के पीछे कई कारण हो सकते हैं जैसे तेज आवाज या शोर, चोट, बुढ़ापा, वंशानुगत और संक्रमण.

कान का बहरापन कैसे दूर करें?

बहरेपन का उपचार | Hearing Loss Treatment in Hindi.
कानों की सफाई बहरापन को ठीक करने के लिए डाक्टर की सलाह पर कानों की सफाई व मैल को हटाया जाता है यह सुनने की क्षमता पर प्रभाव डालता है |.
सर्जरी द्वारा उपचार ... .
कान की मशीन का प्रयोग.