कोणीय वेग तथा रेखीय वेग में क्या संबंध है? - koneey veg tatha rekheey veg mein kya sambandh hai?

  • कोणीय वेग
  • रेखीय वेग
    • कोणीय वेग तथा रेखीय वेग में संबंध
    • कोणीय वेग और रेखीय वेग संबंधित प्रशन
        • 1. कोणीय वेग की विमा क्या होती है?
        • 2. कोणीय वेग का मात्रक क्या है?
        • 3. रेखीय वेग का सूत्र क्या है?

प्रस्तुत अध्याय में कोणीय वेग क्या है इसका सूत्र और परिभाषा तथा रेखीय वेग की परिभाषा, सूत्र और उनके बीच संबंध को समझाया गया है। आशा करते हैं कि यह अध्याय आपको पसंद आएगा।

कोणीय वेग

जब कोई कण किसी वृत्त की परिधि पर घूमता है तो उसका कोणीय विस्थापन समय के साथ परिवर्तित होता जाता है।अर्थात
वृत्तीय गति करते हुए किसी कण के कोणीय विस्थापन की समय के साथ परिवर्तन की दर को कोणीय वेग (angular velocity in Hindi) कहते हैं। इसे ω (ओमेगा) से प्रदर्शित किया जाता है‌‌।
माना कोई कण जिसका ∆t सूक्ष्म समयांतराल में, कोणीय विस्थापन ∆θ है तब कण का कोणीय वेग
\footnotesize \boxed { ω = \frac{कोणीय\, विस्थापन}{समयांतराल} = \frac{∆θ}{∆t} }
यह कोणीय वेग का सूत्र है इसका मात्रक रेडियन/सेकंड होता है। तथा कोणीय वेग की विमा [M0L0T-1] होती है।

चूंकि हम जानते हैं कि कोई कण एक वृत्तीय चक्कर पूरा करने में 360° यानी 2π घूम जाता है। एवं इस पूर्ण चक्र में लगा समय कण का परिक्रमण काल (T) कहलाता है। तो कण का औसत कोणीय वेग
ω = \large \frac{2π}{T}
या \footnotesize \boxed { ω = 2πn }
जहां n कण की आवृत्ति है।

रेखीय वेग

जब कोई कण रेखीय गति करता है तो उसका रेखीय विस्थापन समय के साथ परिवर्तित होता जाता है। अर्थात
रेखीय गति करते हुए किसी कण के रेखीय विस्थापन की समय के साथ परिवर्तन की दर को रेखीय वेग (linear velocity in Hindi) कहते हैं।
माना कोई कण जिसका ∆t सूक्ष्म समयांतराल में, रेखीय विस्थापन ∆s है तब कण का रेखीय वेग
v = \frac{रेखीय\, विस्थापन}{समयांतराल}
\footnotesize \boxed { v = \frac{∆s}{∆t} }
यह रेखीय वेग का सूत्र है इसका मात्रक मीटर/सेकंड होता है। यह एक सदिश राशि है।

कोणीय वेग तथा रेखीय वेग में संबंध

यदि कोई कण एक निश्चित त्रिज्या के वृत्त की परिधि पर एकसमान चाल से चलता है माना कण ∆t समयांतराल में वृत्त की परिधि पर ∆s दूरी घूम जाता है। यदि कण का कोणीय विस्थापन ∆θ हो तो

कोणीय वेग तथा रेखीय वेग में संबंध

कण का कोणीय वेग
ω = \small lim \large \frac{∆θ}{∆t}
जहां lim ∆t→0 है
ω = \small lim \large \frac{1}{∆t} × ∆θ
ω = \small lim \large \frac{1}{∆t} × \frac{∆s}{r}   (चूंकि ∆θ = \large \frac{∆s}{r} )
ω = \small lim \large \frac{∆s}{∆t} × \frac{1}{r}
ω = \large v × \frac{1}{r}   (चूंकि \large \frac{∆s}{∆t} = v)
ω = \large \frac{v}{r}
\footnotesize \boxed { v = rω }
रेखीय वेग = त्रिज्या × कोणीय वेग

यह कोणीय वेग और रेखीय वेग में संबंध का सूत्र है। (relation between angular velocity and linear velocity in Hindi)
सूत्र से स्पष्ट है कि कण केंद्र से जितनी अधिक दूरी पर होगा, उसका रेखीय वेग उतना ही अधिक होगा।

पढ़ें… 11वीं भौतिक नोट्स | 11th class physics notes in Hindi

कोणीय वेग और रेखीय वेग संबंधित प्रशन

1. कोणीय वेग की विमा क्या होती है?

[M0L0T-1]

2. कोणीय वेग का मात्रक क्या है?

रेडियन/सेकंड

3. रेखीय वेग का सूत्र क्या है?

v = ∆s/∆t

हमारे पास है कि लिखी हुई तथा कुनीबेकू मेगा में संबंध रखें तो एक ही बेकार कोणीय वेग में संबंध क्या होगा इसके लिए हम कल्पना करते हैं एक कंकड़ हमने मान लीजिए ले रखा करने के लिए उसके धर्म को स्मॉल ने कहा है और यह कल किसी मोड़ अर्थ जाके वृत्ताकार पथ में या वित्तीय मार्ग में कोई एक निश्चित कोली भूमिका से ऋतिक अधिकार रही है हमने बताया कि 8:00 बजा है और किसी निश्चित कुनीबेकू मेगा से वह गति गति कर रही है ठीक है अब हमें इतना तो बता दिया अब यह हम लेते हैं कि माली जी प्रारंभिक स्थिति उसकी बिंदु पर है यह उसके प्रेमी की स्थिति हम यह बता लिख जल्दी समय के बाद ठीक है थोड़ी सी सम अंतराल के बाद उसकी दूसरी स्थिति जो बनती है वह यहां पर कहीं बनती है बिंदु के रूप में ठीक है समय के साथ उसकी स्थिति परिवर्तित हुई है तो अब दूसरी स्थिति को भी हमको चित्र दिखाया जाए तो यह हो गया ठीक है अगर हम इस बीच पर एसीबी तक की जो रखे दूरी है वह देखना चाहे तो उसे क्या लिखा जाएगा उसे हम दिल से प्रदर्शित करेंगे इस दूरी को कौन सी दूरी

कुछ आप यहां पर हमारे पास क्या है इसे भी से गुजरने वाला जो चार्ट है वह छापी दूरी को बताएगा ठीक है और कुछ अगर हम बात करें तो कोनी विस्थापन को हम यहां पर डाटा से प्रस्तुत कर देते हैं कि किसी भी तक जाने में डैडी समय लेता है कोणीय विस्थापन कमांडेंट कीड़ा होता है ठीक है तू कुनीबेकू हम क्या लिख पाएंगे खड़के खड़के कुनीबेकू मेगा से कम पशु करते हैं तो यह क्या होगा यह होगा कोणीय विस्थापन विकी बात करना तो कोड़ी विस्थापन यहां पर होगा बेटे समय डेल्टा ग्रुप में ठीक है इतना हमें समझ में आया अब इस बीच अगर हम क्या करें लड़का रिसीव एक लेख लिखिए कोई भी एक हमारी अलग सूत्र हुआ समीकरण एक हम दे दिए अब हम रेकी भी की बात करें एक ही विश किया जाएगा कितना होगा यह बनता है कि ग्रुप में ठीक है हमारे पास हुआ कि हम देखें कौन कोठा हम लिखते हैं तो कौन की परिभाषा क्या होती हैं कौन की परिभाषा होती है थीटा बराबर चाप बैठे हैं यहां पर

आप कितना आ रहा है यहां पर अगर कोई की बात हम करें तो उसे डर ठीक-ठाक रुपए लगते हैं आप हमारे पास बनता है दिल्ली के रूप में मतलब अगर हम इसी बीच कि ईसीबी के बीच के बकरे स्थान को भी देखें एसीबी के इधर कभी देखे तो लगभग हमेशा समान मानते हैं तो इसलिए हमेशा आप को डर लगता है और तू जा यहां पर स्मॉल आर के रूप में प्रस्तुत होती हैं ठीक है तो अब हम क्या करें इसी का मान अब हम रखते हैं समीकरण समीकरण एक से हम देखेंगे ठीक है क्या बताता है समीकरण एक यह बताता है उन्हीं का कमाल ओमेगा कमाल कितना यह हमारे पास जल्दी टाटा डीलर के जगह हम लिख रहे हैं बैलेंस कटे यहां पर मौला को और यहां पर बनता है डैडी ठीक है यह हमारे पास हुआ इतना इसे ही क्या लिखेंगे ओमेगा ग्रुप में लिखेंगे तो यहां पर बनता है एक बटे मोर और यहां पर क्या बन रहा है डिटेल डिटेल कि हम सभी के मन के बराबर होगा एक बार और * यहां पर बनता है अभी और क्या होगा क्या होता है

आर के बराबर ठीक है यह हमारे लिए एक संबंध जो हम से क्वेश्चन पूछे तो यही हमारे लिए संबंध होता है थैंक यू

रेखीय वेग तथा कोणीय वेग में क्या संबंध है?

सूत्र से स्पष्ट है कि कण केंद्र से जितनी अधिक दूरी पर होगा, उसका रेखीय वेग उतना ही अधिक होगा।

रेखीय वेग क्या होता है?

रेडियन / सेकेंड (S.I.) कोणीय वेग एक सदिश राशि है (इसे छद्म सदिश कहना अधिक सही है)। इसकी दिशा वस्तु के घूर्णन तल के लम्बवत (अर्थात् घूर्णन अक्ष की दिशा में) होती है।

कोणीय वेग का मात्रक क्या होता है?

कोणीय वेग का SI मात्रक रेडियन/सेकंड है।