Court Marriage Procedure: कोर्ट मैरिज कैसे करें? कोर्ट मैरिज की फीस और डॉक्यूमेंट्स के बारे में जानें सबकुछCourt Marriage Procedure in India: कोर्ट मैरिज का सीधे शब्दों में अर्थ है कानूनी रूप से पति-पत्नी बनना. कोर्ट मैरिज करने के लिए तीन गवाहों की भी आवश्यकता पड़ती है. कोर्ट में शादी करने पर औसत खर्च 10 से 20 हजार रुपये आ जाता है. Show
कोर्ट मैरिज करने का पूरा प्रॉसेस क्या है, जानिए भारत एक ऐसा देश है जहां कई धर्मों के लोग एक साथ रहते हैं. इसकी खास बात ये है कि सभी धर्मों की शादियां यहां रीति-रिवाज़ों के अनुसार की जाती है. हालांकि देश में कोर्ट मैरिज सबसे अलग होता है. कोर्ट मैरिज के दौरान बिना किसी रस्मों और रिवाजों के कानूनी रूप से लड़का-लड़की एक रिश्तें में बंध जाते हैं. अब तो ज्यादातर नवविवाहित जोड़े अपने रिश्ते को कानूनी रूप देने के लिए कोर्ट में भी जाते हैं. आज की स्टोरी में हम आपको बताने जा रहे हैं कि कोर्ट मैरिज क्या है और यहां शादी कैसे होती है?
कोर्ट मैरिज की शर्तें
कोर्ट मैरिज के लिए आवश्यक दस्तावेज
कोर्ट मैरिज कैसे होता है News Reels यदि लड़का-लड़की दूसरे धर्म में शादी करना चाहते हैं तो इस स्थिति में उन्हें संबंधित जिला के विवाह अधिकारी के पास अपनी शादी की एक लिखित सूचना देनी होगी. हालांकि किसी को इस शादी से आपत्ति है तो वो 30 दिनों के भीतर अपनी शिकायत कर सकता है. यदि किसी ने कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है तो विवाह रजिस्ट्रेशन की फीस देकर शादी हो सकती है. कोर्ट में शादी संपन्न कराने के लिए तीन गवाहों का होना आवश्यक है. शादी की रजिस्ट्रेशन कराने की प्रक्रिया काफी लंबी होती है और इसके लिए अलग-अलग फिस भी निर्धारित है. वैसे तो कोर्ट मैरिज करने की न्यूनतम फीस एक हजार रुपये है लेकिन कागजी कार्यवाही और वकिलों को लेकर ये खर्च 10 हजार से 20 हजार रुपये तक आ जाता है. यह भी पढ़ें Know Your Rights: संपत्ति से बेदखल करने को लेकर क्या है कानून ? जानिए इससे जुड़े हर सवाल का जवाब UP Election 2022: राजनीति का ऐसा चस्का! बदायूं में सपा और BJP समर्थक के बीच दांव पर लगी चार बीघा जमीन, जानें पूरा मामला परम्परागत शादी-विवाह समारोह के तामझाम से हटकर कोर्ट मैरिज साधारण रूप से कोर्ट में मैरिज अधिकारी के समक्ष होता है। सभी कोर्ट मैरिज विशेष विवाह अधिनियम के अंतर्गत ही सम्पन्न होते हैं। कोर्ट मैरिज किसी भी जाति, सम्प्रदाय, धर्म के बालिग युवक युवतियों के बीच हो सकती है। यह किसी भी भारतीय और विदेशी युवक युवतियों के बीच भी हो सकती है। इसके लिए दोनों पक्षों को रजिस्ट्रार के
समक्ष आवेदन पत्र प्रस्तुत करना आवश्यक कोर्ट मैरिज पुरे भारत में एक सामान है। इसे विशेष विवाह अधिनियम 1954 के तहत शासित किया गया है। कोर्ट मैरिज के लिए शर्ते | Court Marriage Guidelines | Court Marriage Rulesअध्याय 2 और धारा 4 के अनुसार कोर्ट मैरिज करने के लिए कुछ शर्तों का पालन करना आवश्यक है।
कोर्ट मैरिज की प्रक्रिया | Court Marriage Processस्टेप–1 | Step 1
स्टेप–2 | Step 2
स्टेप–3 | Step 3
स्टेप–4 | Step 4
स्टेप–5 | Step 5
मैरिज सर्टिफिकेट 2023 | Marriage Certificate 2023विवाह अधिनियम की अनुसूची 4 में निर्देशित नियम के अनुसार विवाह अधिकारी शादी का एक प्रमाणपत्र जारी करेगा। इस विवाह प्रमाणपत्र दोनों पक्ष और तीन गवाहों के हस्ताक्षर होंगे। यह प्रमाण पत्र अदालत में भी विवाह का निर्णायक प्रमाण होता है। विवाह प्रमाणपत्र के प्रारूप | Court Marriage form 2023“ मैं विवाह अधिकारी, इसके द्वारा प्रमाणित करता हूँ कि ____ 21 __ के __ दिन दूल्हा और दुल्हन मेरे समक्ष उपस्थित हुए और उनमें से प्रत्येक ने, मेरी उपस्थिति में तथा तीन गवाहों की उपस्थिति में, जिन्होंने वहाँ हस्ताक्षर किए हैं, ने धारा 11 के लिए आवश्यक घोषणाएँ की और इस इस अधिनियम के तहत मेरी उपस्थिति में उनके बीच एक विवाह की घोषणा की गई थी। (हस्ताक्षर) कोर्ट मैरिज के लिए आवश्यक दस्तावेज | Required Documents for Court Marriage
कोर्ट मैरिज का फ़ीस | Court Marriage Feeकोर्ट मैरिज के लिए आप फ़ो प्यरकर का विकल्प चुन सकते हैं। आपके खर्च उसी पर निर्भर करेगा।
कोर्ट मैरिज से सम्बंधित महत्वपूर्ण बातें | Guidelines for Court Marriageकोर्ट मैरिज करने वाले दम्पत्ति के ऊपर कुछ अधिनियम स्वतः लागू हो जाते हैं। कोर्ट मैरिज के बाद जो क़ानूनी प्रावधान आप पर स्वत् लागू हो जाता है वह निम्नलिखित है।
अपने खुद के प्यार से शादी करने के लिए क्या करें?पढ़ते हैं आगे.... 1 - परिवारों वालों को पहले से ही दें संकेत ... . 2 - सकारात्मक माहौल में करें बात ... . 3 - धैर्य से लें काम ... . 4 - दूसरों का दें उदहारण ... . 5 - किसी दूसरे की ले सकते हैं मदद ... . 6 - बताएं पार्टनर भी है शादी के लिए तैयार ... . 7 - लव मैरिज की बात करने से नकारात्मक लोगों से बनाएं दूरी ... . 8 - एक बार दोनों को जरूर मिलवाएं. भाग कर शादी कैसे की जाती है?भाग कर शादी करना कोई अच्छा ऑप्शन नहीं है सबसे पहले आपको अपने माता-पिता को इस विवाह के लिए राजी करना चाहिए राजी हो जाने के बाद विवाह करना चाहिए परंतु कुछ प्रेमी जोड़े ऐसे भी हैं जिनके मां बाप इस रिश्ते से इंकार कर देते हैं तब प्रेमी जोड़े के पास कोई ऑप्शन नहीं बचता वह भाग कर शादी कर लेते हैं।
शादी करने में क्या क्या लगता है?भरा हुआ आवेदन पत्र. लड़का-लड़की का चार पासपोर्ट साइज फोटो. निवास प्रमाण पत्र. 10वीं की मार्कशीट. तलाकशुदा मामले में तलाक के कागजात. विधवा या विधुर के मामलें में मृत्यु प्रमाण पत्र. गवाहों की फोटो. पैन कार्ड और पहचान पत्र. |