क्रिया विशेषण किसकी विशेषता प्रकट करते हैं? - kriya visheshan kisakee visheshata prakat karate hain?

क्रिया विशेषण वह शब्द होते हैं जो हमें क्रिया की विशेषता बताते हैं। दूसरे शब्दों में कहें तो जिन शब्दों से क्रिया की विशेषता का पता चलता है, उन शब्दों को हम क्रिया विशेषण कहते हैं। इस ब्लॉग में क्रिया विशेषण की परिभाषा, क्रिया विशेषण के भेद के बारे में संपूर्ण जानकारी दी जाएगी। चलिए पढ़ते हैं क्रिया विशेषण (adverb in Hindi) के बारे में विस्तार से।

क्रिया विशेषण किसकी विशेषता प्रकट करते हैं? - kriya visheshan kisakee visheshata prakat karate hain?

क्रिया विशेषण किसकी विशेषता प्रकट करते हैं? - kriya visheshan kisakee visheshata prakat karate hain?

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This Blog Includes:
  1. शब्द के प्रकार
  2. क्रिया विशेषण की परिभाषा
  3. क्रिया विशेषण उदाहरण
  4. क्रिया विशेषण के भेद
    1. अर्थ के आधार पर क्रिया विशेषण के भेद
    2. प्रयोग के आधार पर क्रिया विशेषण के भेद
    3. रूप के आधार पर क्रिया विशेषण के भेद
  5. विशेषण और क्रिया विशेषण में अंतर
  6. क्रिया विशेषण Worksheet 
  7. क्रिया विशेषण (Adverb in Hindi) Question and Answer
  8. पीपीटी
  9. FAQs

शब्द के प्रकार

क्रिया विशेषण के बारे में जानने से पहले शब्दों के प्रकार पता होने चाहिए, जो नीचे दिए हैं:

  • विकारी शब्द: जिन शब्दों में लिंग, वचन और कारक के कारण विकार पैदा हो जाता है, उसे विकारी शब्द कहते हैं।
  • अविकारी शब्द: जिन शब्दों में लिंग, वचन और कारक के कारण विकार पैदा न हो, उसे अविकारी शब्द कहते हैं। क्रिया-विशेषण अविकारी शब्द का एक भेद होता है क्योंकि क्रिया-विशेषण शब्द किसी भी स्थिति में नहीं बदलते हैं।

क्रिया विशेषण की परिभाषा

वह शब्द जो हमें क्रिया की विशेषता के बारे में बताते हैं, वे शब्द क्रिया विशेषण कहलाते हैं।
जैसे: हिरण तेज़ भागता है। इस वाक्य में भागना क्रिया है। तेज़ शब्द हमें क्रिया कि विशेषता बता रहा है कि वह कितनी तेज़ भाग रहा है। तेज़ शब्द क्रिया विशेषण है।

Source : Rachna Sagar

क्रिया विशेषण उदाहरण

क्रिया विशेषण के उदाहरण कुछ इस प्रकार हैं:

  • वह धीरे-धीरे चलता है।
  • खरगोश तेज़ दौड़ता है।
  • शेर धीरे-धीरे आगे बढ़ता है।
  • राम धीरे चलता है ।
  • मैं वहां नहीं जाऊंगा ।
  • हमे यहां से आगे जाना है ।
  • कल मेरा जन्मदिन है ।
  • वह प्रतिदिन कसरत करता है ।
क्रिया विशेषण किसकी विशेषता प्रकट करते हैं? - kriya visheshan kisakee visheshata prakat karate hain?

धीरे-धीरे, तेज़ आदि शब्द चलना, दौड़ना, बढ़ना आदि क्रियाओं की विशेषता बताने का काम कर रहे है।  यह शब्द क्रिया विशेषण कहलाते हैं।

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Source: iPrep

क्रिया विशेषण के भेद

क्रिया विशेषण के चार भेद होते है। इन्हे नीचे विस्तारपूर्वक समझाया गया है।

अर्थ के आधार पर क्रिया विशेषण के भेद

अर्थ के आधार पर क्रिया विशेषण के चार भेद होते हैं:

  1. कालवाचक क्रिया विशेषण
  2. रीतिवाचक क्रिया विशेषण
  3. स्थानवाचक क्रिया विशेषण
  4. परिमाणवाचक क्रिया विशेषण

ज़रूर पढ़ें: काल

1. कालवाचक क्रिया विशेषण

वो क्रिया विशेषण शब्द जो क्रिया के होने के समय के बारे में बताते हैं, कालवाचक क्रिया विशेषण कहलाते हैं। जैसे:

  • श्यामू कल मेरे घर आया था।
  • परसों बरसात होगी।
  • मैंने सुबह खाना खाया था।
  • मैं शाम को खेलता हूँ।

 हमें निश्चित ही क्रिया के होने के समय के बारे में पता चल रहा है ऐसे शब्द कालवाचक क्रिया विशेषण के अंतर्गत आते हैं।

  • मैं  सुबह जल्दी उठता हूँ।
  • मैं दोपहर में स्कूल से लौटता हूँ।
  • हम अक्सर शाम को खेलने जाते हैं।

क्रिया शब्द जैसे आना, खाना, होना, उठना, लौटना आदि के होने के समय के बारे में कल, सुबह, शाम, दोपहर आदि शब्द बता रहे हैं।  यह शब्द कालवाचक क्रिया विशेषण के अंतर्गत आयेंगे।

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2. रीतिवाचक क्रिया विशेषण

ऐसे क्रिया विशेषण शब्द जो किसी क्रिया के होने की विधि या तरीके के बारे में बताते हैं, वह शब्द रीतिवाचक क्रिया विशेषण कहलाते हैं। जैसे:

  • सुरेश ध्यान से चलता है।
  • वह फटाफट खाता है।
  • अमित गलत चाल चलता है।
  • उमेश हमेशा सच बोलता है।
  • पियूष अच्छी तरह काम करता है।
  • नरेन्द्र ध्यान पूर्वक पढ़ाई करता है।
  • शेर धीरे-धीरे आगे बढ़ता है।

ध्यान से, फटाफट, ग़लत, हमेशा, सच, अच्छी तरह, ध्यान पूर्वक, धीरे-धीरे आदि शब्द खाना, चलना, बोलना आदि क्रियाओं की विशेषता बता रहे हैं। यह शब्द रीतिवाचक क्रिया विशेषण के अंतर्गत आयेंगे।

क्रिया विशेषण किसकी विशेषता प्रकट करते हैं? - kriya visheshan kisakee visheshata prakat karate hain?

ज़रूर पढ़ें : सर्वनाम

3. स्थानवाचक क्रियाविशेषण

ऐसे अविकारी शब्द जो हमें क्रियाओं के होने के स्थान का बोध कराते हैं, वे शब्द स्थानवाचक क्रिया विशेषण कहलाते हैं। जैसे:

  • तुम अन्दर जाकर बैठो।
  • मैं बाहर खेलता हूँ।
  • हम छत पर सोते हैं।
  • मैं पेड़ पर बैठा हूँ।
  • शशि मुझसे बहुत दूर बैठी है।
  • मुरारी मैदान में खेल रहा है।
  • तुम अपने दाहिने ओर गिर जाओ।

अन्दर, बाहर, छत पर, पेड़ पर, दूर, मैदान में, दाहिने आदि शब्द हमें बैठना, खेलना, सोना, गिरना आदि क्रियाओं के होने के स्थान का बोध करा रहे हैं। जब कोई शब्द हमें किसी क्रिया के होने के स्थान का बोध कराते हैं, ऐसे शब्द स्थानवाचक क्रियाविशेषण के अंतर्गत आते हैं।

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4. परिमाणवाचक क्रिया विशेषण

ऐसे क्रियाविशेषण शब्द जिनसे हमें क्रिया के परिमाण, संख्या या मात्र का पता चलता है, वे शब्द परिमाणवाचक क्रिया विशेषण कहलाते हैं। जैसे:

  • तुम थोड़ा अधिक खाओ।
  • अमृत बहुत ज़्यादा दौड़ता है।
  • मोहन अधिक खाना खाता है।
  • आयुष उसके दोस्त से ज़्यादा पढता है।
  • अभी तक तुमने पर्याप्त नींद नहीं ली।

अधिक, ज़्यादा, पर्याप्त आदि शब्द खाना, दौड़ना, सोना, पढ़ना आदि क्रियाओं के परिमाप या मात्र का बोध कराते हैं। परिभाषा से हमें यह जान पड़ता है की ऐसे शब्द जो हमें क्रिया के होने की मात्रा एवं संख्या के बोध कराते हैं ऐसे शब्द परिमाणवाचक क्रियाविशेषण के अंतर्गत आते हैं।

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प्रयोग के आधार पर क्रिया विशेषण के भेद

प्रयोग के आधार पर क्रियाविशेषण के तीन भेद होते हैं :

  1. साधारण क्रिया विशेषण ,
  2. सयोंजक क्रिया विशेषण 
  3. अनुबद्ध क्रिया विशेषण

1. साधारण क्रिया विशेषण

ऐसे क्रिया विशेषण शब्द जिनका प्रयोग वाक्य में स्वतंत्र होता है, वे शब्द साधारण क्रिया विशेषण कहलाते हैं। जैसे: 

  • अरे! तुम कब आए ?
  • हाय! यह क्या हो गया।
  • अरे! वह लड़का कहाँ चला गया ?
  • बेटा जल्दी आओ।

कुछ शब्दों का प्रयोग वाक्य में स्वतंत्र होता है। यह शब्द साधारण क्रिया विशेषण कहलाते हैं।

2. सयोंजक क्रिया विशेषण

जिन क्रिया विशेषणों का सम्बन्ध किसी उपवाक्य से होता है, वह शब्द सयोंजक क्रिया विशेषण कहलाते हैं। जैसे :

  • जहाँ तुम अभी खड़े हो, वहां घर हुआ करता था।
  • जहां तुम जाओगे, वहीँ मैं जाऊँगा।
  • यहाँ हम चल रहे हैं, वहां वो दौड़ रहे हैं।

 क्रिया विशेषणों का सम्बन्ध किसी उपवाक्य से है, यह क्रिया विशेषण शब्द सयोंजक क्रिया विशेषण कहलाते हैं।

3. अनुबद्ध क्रियाविशेषण

ऐसे शब्द जो निश्चय के लिए कहीं भी प्रयोग कर लिए जाते हैं वे शब्द अनुबद्ध क्रियाविशेषण कहलाते हैं। जैसे:

  • यह काम तो गलत ही हुआ है।
  • आपके आने भर की देर है।

 जैसे शब्दों का निश्चय के लिए कहीं भी प्रयोग हो जाता है। अतः यह शब्द अनुबद्ध क्रिया विशेषण के अंतर्गत आते हैं।

रूप के आधार पर क्रिया विशेषण के भेद

रूप के आधार पर क्रिया विशेषण के तीन भेद होते हैं :

  1. मूल क्रिया विशेषण
  2. स्थानीय क्रिया विशेषण
  3. योगिक क्रिया विशेषण

1. मूल क्रिया विशेषण

ऐसे शब्द जो दुसरे शब्दों के मेल से नहीं बनते यानी जो दुसरे शब्दों में प्रत्यय लगे बिना बन जाते हैं, वे शब्द मूल क्रियाविशेषण कहलाते हैं। जैसे: – 

  • पास
  • दूर
  • ऊपर  
  • आज  
  • सदा
  • अचानक 
  • फिर
  • नहीं
  • ठीक

2. स्थानीय क्रिया विशेषण

ऐसे अन्य शब्द-भेद जो बिना अपने रूप में बदलाव किए किसी विशेष स्थान पर आते हैं, वे स्थानीय क्रिया विशेषण कहलाते हैं। जैसे: 

  • वह अपना सिर पढे़गा।
  • तुम दौड़कर चलते हो।

सिर, चलते आदि शब्दों के रूप में बिना बदलाव हुए ही वे विशेष स्थान पर प्रयोग किए गए है, अतः यह स्थानीय क्रिया विशेषण के अंतर्गत आयेंगे।

3. यौगिक क्रियाविशेषण

ऐसे क्रियाविशेषण जो किसी दुसरे शब्दों में प्रत्यय या पद आदि लगाने से बनते हैं, ऐसे क्रियाविशेषण यौगिक क्रिया विशेषणों की श्रेणी में आते हैं।

संज्ञा से यौगिक क्रिया विशेषण :-
जैसे :- सवेरे, सायं, आजन्म, क्रमशः, प्रेमपूर्वक, रातभर, मन से आदि।

सर्वनाम से यौगिक क्रिया विशेषण :-
जैसे : यहाँ, वहाँ, अब, कब, इतना, उतना, जहाँ, जिससे आदि।

विशेषण से क्रिया विशेषण :-
जैसे :- चुपके, पहले, दूसरे, धीरे आदि।

क्रिया से क्रिया विशेषण :-
जैसे :- खाते, पीते, सोते, उठते, बैठते, जागते आदि।

विशेषण और क्रिया विशेषण में अंतर

नीचे विशेषण और kriya visheshan में अंतर दिया गया है।

विशेषण क्रिया विशेषण
जो शब्द संज्ञा या फिर सर्वनाम की विशेषता बताते हैं उन्हें विशेषण कहते हैं। जो शब्द क्रिया की विशेषता बताते हैं उन्हें क्रिया-विशेषण कहते हैं।
उदाहरण: वह अच्छा खिलाड़ी है। उदाहरण: वह अच्छा खेलता है।

क्रिया विशेषण Worksheet 

क्रिया विशेषण किसकी विशेषता प्रकट करते हैं? - kriya visheshan kisakee visheshata prakat karate hain?

क्रिया विशेषण (Adverb in Hindi) Question and Answer

क्रिया विशेषण किसकी विशेषता बताता है?
(i) संज्ञा
(ii) सर्वनाम
(iii) क्रिया
(iv) काल

उत्तर: (iii) क्रिया

Adverb in Hindi के कितने भेद होते हैं?
(i) तीन
(ii) चार
(iii) पाँच
(iv) आठ

उत्तर: (ii) चार

संज्ञा या सर्वनाम का शेष वाक्य के साथ संबंध जोड़ने वाला शब्द कहलाता है?
(i) संबंधबोधक
(ii) क्रिया
(iii) क्रियाविशेषण
(iv) सर्वनाम

उत्तर: (i) संबंधबोधक

समुच्चयबोधक शब्द का अभिप्राय है-
(i) दो शब्दों या वाक्यों को पृथक करना,
(ii) दो शब्दों या वाक्यों को जोड़ना
(iii) दो शब्दों या वाक्यों में समानता बताना
(iv) इनमें कोई नहीं

उत्तर: (ii) दो शब्दों या वाक्यों को जोड़ना

समुच्चयबोधक के उदाहरण हैं-
(i) के पास, से दूर
(ii) और, क्योंकि
(iii) में, पर
(iv) सुबह, रात

उत्तर: (ii) और, क्योंकि

हे प्रभु! मेरी प्रार्थना सुन लो। में भाव प्रकट हो रहा है-
(i) स्वीकृतिबोधक।
(ii) भयबोधक
(iii) संबंधबोधक
(iv) घृणाबोधक

उत्तर: (iii) संबंधबोधक

विजयी हो! तुम अवश्य शत्रु को हरा सकोगे।
(i) हर्षबोधक
(ii) घृणाबोधक
(iii) शोकबोधक
(iv) आर्शीवादबोधक

उत्तर: (iv) आर्शीवादबोधक

वाक्यों में आए सही निपात शब्द हैं
(i) मैं
(ii) ही
(iii) तुम
(iv) चलो

उत्तर: (ii) ही

क्रियाविशेषण के कितने भेद हैं?

अर्थ के आधार पर क्रिया विशेषण के चार भेद होते हैं:
1. कालवाचक क्रिया विशेषण
2. रीतिवाचक क्रिया विशेषण
3. स्थानवाचक क्रिया विशेषण
4. परिमाणवाचक क्रिया विशेषण

प्रयोग के आधार पर क्रिया विशेषण के तीन भेद होते हैं :
1. साधारण क्रिया विशेषण ,
2. सयोंजक क्रिया विशेषण 
3. अनुबद्ध क्रिया विशेषण

रूप के आधार पर क्रिया विशेषण के तीन भेद होते हैं
 1. मूल क्रिया विशेषण
 2. स्थानीय क्रिया विशेषण
 3. योगिक क्रिया विशेषण

क्रिया विशेषण का क्या अर्थ है?

वह शब्द जो हमें क्रियाओं की विशेषता का बोध कराते हैं वे शब्द क्रिया विशेषण कहलाते हैं। दुसरे शब्दों में कहें तो जिन शब्दों से क्रिया की विशेषता का पता चलता है, उन शब्दों को हम क्रिया विशेषण कहते हैं।

रीतिवाचक क्रिया विशेषण के कितने प्रकार है ?

1) निश्चयवाचक क्रिया विशेषण  
2) अनिश्चयवाचक क्रिया विशेषण
3) कारणात्मक क्रिया विशेषण 
4) आक्स्मिकतात्म्क क्रिया विशेषण
5) स्वीकारात्मक क्रिया विशेषण 
6) निषेधात्मक क्रिया विशेषण
7) आवृत्यात्मक क्रिया विशेषण
8) अवधारक क्रिया विशेषण
9) निष्कर्ष क्रिया विशेषण

क्रिया विशेषण किसकी विशेषता बताता है?

क्रिया

परिमाणवाचक क्रिया विशेषण किसे कहते है ?

ऐसे क्रिया विशेषण शब्द जिनसे हमें क्रिया के परिमाण, संख्या या मात्र का पता चलता है, वे शब्द परिमाणवाचक क्रिया विशेषण कहलाते हैं। 
जैसे: तुम थोड़ा अधिक खाओ।
       अमृत बहुत ज्यादा दौड़ता है।

जरूर पढ़ें: वर्ण विच्छेद , विलोम शब्द, पर्यायवाची शब्द , संधि, लिंग

पीपीटी

Source: Slideshare

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क्रिया विशेषण किसकी विशेषता प्रकट करते हैं? - kriya visheshan kisakee visheshata prakat karate hain?

FAQs

बार बार कौन सा क्रिया विशेषण है?

जो अविकारी शब्द किसी क्रिया के होने का समय बतलाते हैं, उन्हें कालवाचक क्रियाविशेषण कहते हैं। परसों, पहले, पीछे, कभी, अब तक, अभी-अभी, बार-बार।

कभी ना कभी मैं कौन सा क्रिया विशेषण है?

यौगिक क्रियाविशेषण :- जो दूसरे शब्दों में प्रत्यय या पद आदि लगाने से बनते हैं उन्हें यौगिक क्रियाविशेषण कहते हैं। जैसे : – कभी -कभी , खाते, पीते आजन्म आदि।

इधर उधर कौन सा क्रिया विशेषण है?

जो अविकारी शब्द किसी क्रिया की दिशा का बोध कराते हैं, उन्हें दिशावाचक क्रियाविशेषण कहते हैं। जैसे- दायें-बायें, इधर-उधर, किधर, एक ओर, चारों तरफ़ आदि। अतः इधर-उधर में दिशा वाचक क्रिया विशेषण है।

क्रिया के मुख्य भेद कितने हैं?

क्रिया के भेद –
सहायक क्रिया (helping Verb)
पूर्वकालिक क्रिया (Absolutive Verb)
नामबोधक क्रिया (Nominal Verb)
द्विकर्मक क्रिया (Double Transitive Verb)
सयुंक्त क्रिया (Compound Verb)
क्रियार्थक संज्ञा (Verbal Noun)

क्रिया के कितने प्रकार होते हैं?

किसी काम के करने या होने को क्रिया कहते हैं । क्रिया दो प्रकार की होती है -अकर्मक और सकरमक। जैसे खाना – वाना । इसमे खाना सकरमक और वाना अकर्मक क्रिया कहलाएगी ।

आशा करते हैं कि इस ब्लॉग से आपको kriya visheshan (Adverb in Hindi) के बारे में पता चल गया होगा। अगर आप विदेश में पढ़ाई करना चाहते हैं तो हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800 572 000 पर कॉल कर आज ही 30 मिनट का फ्री सैशन बुक करें।

क्रिया विशेषण शब्द किसकी विशेषता बताते हैं?

क्रिया विशेषण वह शब्द होते हैं जो हमें क्रिया की विशेषता बताते हैं। दूसरे शब्दों में कहें तो जिन शब्दों से क्रिया की विशेषता का पता चलता है, उन शब्दों को हम क्रिया विशेषण कहते हैं

क्रिया विशेषण की पहचान कैसे की जाती है?

क्रिया विशेषण- जिस शब्द से हमें क्रिया की अच्छाई या बुराई बताते हैं उसे kriya visheshan कहते हैं। विशेषण– जिस सबसे हमें संज्ञा या सर्वनाम शब्दों के गुण व दोष का पता चलता है उसे विशेषण कहते हैं। विशेष्य- वह संज्ञा या सर्वनाम शब्द उसकी विशेषता बताई जाती है उसे विशेष्य कहते हैं।

क्रिया विशेषण किसका भेद है?

क्रिया विशेषण की परिभाषा वह शब्द जो हमें क्रियाओं की विशेषता का बोध कराते हैं वे शब्द क्रिया विशेषण कहलाते हैं। दुसरे शब्दों में कहें तो जिन शब्दों से क्रिया की विशेषता का पता चलता है, उन शब्दों को हम क्रिया विशेषण कहते हैं। जैसे: हिरण तेज़ भागता है।

क्रिया विशेषण उदाहरण क्या है?

दूसरे शब्दों में – ऐसे क्रिया-विशेषण जो किसी दुसरे शब्दों में प्रत्यय या पद आदि लगाने से बनते हैं, ऐसे क्रिया-विशेषण यौगिक क्रिया-विशेषणों की श्रेणी में आते हैं। जैसे – सबेरे, सायं, आजन्म, क्रमशः, प्रेमपूर्वक, रातभर, मन से आदि। जैसे – यहाँ, वहाँ, अब, कब, इतना, उतना, जहाँ, जिससे आदि।