क्या बवासीर में नींबू पानी पीना चाहिए? - kya bavaaseer mein neemboo paanee peena chaahie?

क्या बवासीर में नींबू पानी पीना चाहिए? - kya bavaaseer mein neemboo paanee peena chaahie?

बवासीर में मलाशय या गुदा की मांसपेशियां सूज जाती हैं और रक्त स्त्राव भी हो सकता है। बवासीर की समस्या में मल त्याग के दौरान सबसे अधिक परेशानी होती है। बवासीर से छुटकारा पाने के लिए कई दवाइयां मौजूद हैं लेकिन, घरेलू तरीकों से भी बवासीर से छुटकारा पाया जा सकता है।

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पाइल्स के इलाज के लिए नींबू का उपयोग किया जा सकता है। नींबू में कुछ ख़ास तत्व पाए जाते हैं जो त्वचा को रिलैक्स करते हैं। चलिए जानते हैं बवासीर में नींबू के क्या फायदे हैं और उपयोग करने के क्या तरीके हैं?

  • बवासीर में नींबू के उपयोग के क्या फायदे हैं? – Benefits of using lemon in Piles in Hindi
  • नींबू के अन्य फायदे – Other benefits of lemon in Hindi
  • बवासीर में नींबू का उपयोग कैसे करें? – How to use lemon during piles in Hindi
    • बवासीर के लिए नींबू और दूध
    • नींबू और शहद
    • बवासीर में नींबू के उपयोग के साइड इफेक्ट्स
  • निष्कर्ष- conclusion

बवासीर में नींबू के उपयोग के क्या फायदे हैं? – Benefits of using lemon in Piles in Hindi

  • नींबू में विटामिन सी पाया जाता है जो त्वचा के लिए बहुत लाभदायक है। इसके अलावा यह रक्त वाहिकाओं के लिए भी फायदेमंद है। बवासीर के दौरान गुदा क्षेत्र के आस-पास की रक्त वाहिकाओं में सूजन आ जाता है जिसे नींबू के प्रयोग से ठीक किया जा सकता है।
  • सेल्स को सुरक्षा प्रदान करता है और मांसपेशियों में स्फूर्ति लाता है।
  • नींबू बवासीर के दर्द को दूर करने में सक्षम है।
  • बवासीर में नींबू का सेवन करने से मल त्याग में आसानी होती है। नींबू में फाइबर पाया जाता है जो भोजन पचाने में मदद करता है।
  • बवासीर के दौरान कब्ज या एसिडिटी की शिकायत होती है तो नींबू पानी का सेवन करना चाहिए।

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नींबू के अन्य फायदे – Other benefits of lemon in Hindi

  • नींबू के सेवन करने से वजन कम होता है।
  • शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए नींबू का उपयोग करना चाहिए। यह रोग उत्पन्न करने वाले खतरनाक बैक्टीरिया को मारने में सक्षम है।
  • नींबू पानी का सेवन करने से डिहाइड्रेशन की समस्या नहीं होती है।
  • नींबू में सिट्रिक एसिड (citric acid) मौजूद होता है जो किडनी स्टोन में लाभदायक है।
  • चेहरे के मुंहासे और झुर्रियां से छुटकारा पाने के लिए नींबू और शहद का प्रयोग करना चाहिए।

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बवासीर में नींबू का उपयोग कैसे करें? – How to use lemon during piles in Hindi

बवासीर से छुटकारा पाने के लिए नींबू का उपयोग निम्न तरीकों से किया जा सकता है-

1. कटोरी में नींबू का रस निचोड़ लें और रुई के माध्यम से गुदा क्षेत्र में लगाएं। यह क्षतिग्रस्त त्वचा में ताजगी लाता है और सूजन को कम करता है। नींबू के रस से बवासीर के दौरान होने वाली खुजली से भी छुटकारा मिलता है।

2. आप नींबू को आहार में भी शामिल कर सकते हैं। सब्जी या दाल में नींबू का रस डालकर सेवन करें।

3. पाइल्स से छुटकारा पाने के लिए नींबू पानी का सेवन सबसे बेहतर तरीका हो सकता है। एक गिलास गुनगुने पानी में एक मध्यम आकार का नींबू निचोड़ें और पानी का सेवन करें। स्वाद के लिए नमक भी डाल सकते हैं।

बवासीर के लिए नींबू और दूध

नींबू और दूध का मिश्रण बवासीर में अनेक लाभ प्रदान करता है। दूध में ऐसे विटामिन और मिनरल पाए जाते हैं जो स्वस्थ होने की गति को तेज करते हैं। नींबू और दूध का सेवन ब्लीडिंग में भी फायदेमंद है। खूनी बवासीर से परेशान हैं तो दूध और नींबू का सेवन अवश्य करें।

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एक गिलास गुनगुने दूध में आधा कटा हुआ नींबू का रस मिलाएं और तुरंत पिएं। दूध ठंडा होने का इंतजार न करें। बवासीर में केवल दूध का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे कब्ज हो सकता है। 

नींबू और शहद

बवासीर के रोगी को रात को सोने से पहले नींबू और शहद का सेवन करना चाहिए। रात का भोजन करने के बाद दो बड़े चम्मच नींबू रस में आधा चम्मच शहद मिलाएं और इसका सेवन करें। शहद का सेवन खुजली और दर्द दूर करता है। इसके अलावा शहद भोजन पचाने में भी मदद करता है। उचित मात्रा में शहद और नींबू का सेवन करेंगे तो पाइल्स से राहत मिल सकती है।

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बवासीर में नींबू के उपयोग के साइड इफेक्ट्स

  • नींबू में ऑक्सलेट पाया जाता है जो पथरी का कारण बन सकता है। नींबू का अधिक सेवन करने से ऑक्सलेट शरीर के भीतर क्रिस्टल के रूप में जमा होने लगता है।
  • नींबू का अधिक सेवन करने से हार्ट बर्न की समस्या हो सकती है। यह शरीर में पेप्सिन एंजाइम को सक्रिय कर देता है जिससे प्रोटीन ब्रेक होने लगता है।
  • अल्सर से पीड़ित हैं तो नींबू का सेवन करने से बढ़ें। नींबू एसिडिक होता है जो अल्सर को और बिगाड़ सकता है।
  • त्वचा में नींबू का रस लगाकर धूप में निकलने से सनबर्न की समस्या हो सकती है।
  • नींबू के उपयोग से त्वचा में जलन हो सकती है। कुछ लोगों की त्वचा सेंसिटिव होती है जो नींबू के एसिड को सहन नहीं कर पाती है। इसके अलावा अगर आपको नींबू से एलर्जी है तो बवासीर में इसका किसी भी तरह से उपयोग न करें।

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निष्कर्ष- conclusion

बवासीर में नींबू के कई फायदे हैं लेकिन हर किसी को फायदा ही होगा इसकी गारंटी नहीं दी जा सकती है। कुछ लोगों में नींबू के उपयोग से बवासीर अधिक बढ़ जाती है। इसलिए इसका उपयोग करने से पहले डॉक्टर की सलाह लें। बवासीर का 30 मिनट में इलाज चाहते हैं तो Pristyn Care में लेजर ट्रीटमेंट करा सकते हैं। अभी Pristyn Care के डॉक्टर्स से अपनी समस्या साझा करें और उचित सलाह पाएं।

डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें|

बवासीर में नींबू का प्रयोग कैसे करें?

बवासीर के रोगी को रात को सोने से पहले नींबू और शहद का सेवन करना चाहिए। रात का भोजन करने के बाद दो बड़े चम्मच नींबू रस में आधा चम्मच शहद मिलाएं और इसका सेवन करें। शहद का सेवन खुजली और दर्द दूर करता है। इसके अलावा शहद भोजन पचाने में भी मदद करता है।

बवासीर में नींबू खा सकते हैं क्या?

बवासीर के इलाज के लिए कई घरेलू नुस्खे कारगर साबित हुए हैं, जिनमें से एक नींबू भी है. नींबू के इस्तेमाल से बवासीर का दर्द कम होता है और सूजन से राहत मिलती है.

क्या बवासीर के मरीज नींबू पानी पी सकते हैं?

गुनगुना पानी पीकर कब्ज न होने के कारण आपको मलत्याग में आसानी होगी और दर्द नहीं होगा, फलस्वरूप बवासीर को ठीक होने में मदद मिलेगी। एक गिलास पानी गर्म करें और गुनगुना होने पर इसे सादा ही पी लें। गुनगुने पानी में नींबू या हल्दी मिलाकर पी सकते हैं

बवासीर में दूध में नींबू डालकर पीने से क्या होता है?

दूध और नींबू पाइल्स की समस्या से निजात दिलाने में काफी कारगर है। यह खूनी बवासीर को भी 3 दिनों के अंदर ठीक कर देता है। इसके लिए सुबह खाली पेट एक कप ठंडे दूध में आधा नींबू निचोड़ कर तुंरत पी जाए। केला में नेचुरल लैक्सटिव के रूप में काम करता है।