क्या चौराहे पर मूर्ति लगाना उचित है? - kya chauraahe par moorti lagaana uchit hai?

uchit hai ..चौराहों पर देशभक्तों की मूर्ति इसलिए लगाई जाती है कि जनता को उनका बलिदान और कार्य याद रहे हैं। इस प्रकार जहाँ हम उनके प्रति श्रद्धा व्यक्त करते हैं, वहीं हम लोगों को उन्हें इस प्रकार भुलने नहीं देते हैं। यह बहुत अच्छा प्रयास है। यह अवश्य है कि जब चौराहों पर मूर्ति लगाई जाती है, तो पक्षियों द्वारा उनकी मूर्ति खराब कर दी जाती है। कई लोग इसे अपमानजनक मानते हैं। परन्तु पक्षियों को इस विषय में कुछ ज्ञान नहीं होता। अतः यह अपमानजनक नहीं है। परंतु उनके बलिदान को भुल जाना या उनके विषय में कुछ पता ही न होना अपमानजनक बात है। इसलिए यह प्रयास बहुत अच्छा है। हर चौराहों पर इस प्रकार मूर्ति लगाकर हम उन्हें याद रखते हैं। उनके लिए हम इतना अवश्य करते हैं। यह हमारे कर्तव्य है और हमें इसे करना चाहिए।

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विषयसूची

  • 1 चौराहों पर किसी प्रसिद्ध व्यक्ति की मूर्ति लगाने के क्या उद्देश्य हो सकते हैं?
  • 2 मूर्ति लगाने का क्या उद्देश्य हो सकता है?
  • 3 किसी मूर्ति के प्रति लोगों की क्या जिम्मेदारी होनी चाहिए?
  • 4 आप अपने इलाके के चौराहे पर किसी व्यक्ति की मूर्ति स्थापित करवाना चाहेंगे और क्यों?
  • 5 शहर के मुख्य चौराहे पर मूर्ति किसने लगवाई उसका उद्देश्य क्या था?
  • 6 चौराहे पर इस तरह की लगी मूर्तियाँ के प्रति हमारा क्या कर्तव्य है शब्द सीमा 80 100?
  • 7 कस्बों शहरों एवीं महानगरों के चौराहों पर ककसी भी प्रलसद्ध व्यक्क्त की म ू र्ति लगाने के क्या उद्देश्य हो सकते हैं?
  • 8 इस मूर्ति के प्रति आपके एवं दूसरे लोगों के क्या उत्तरदायित्व होने चाहिए?
  • 9 क्या चौराहे पर मूर्ति लगाना उचित है पर निबंध?

चौराहों पर किसी प्रसिद्ध व्यक्ति की मूर्ति लगाने के क्या उद्देश्य हो सकते हैं?

इसे सुनेंरोकेंकस्बों, शहरों, महानगरों के चौराहों पर किसी-न-किसी क्षेत्र के प्रसिद्ध व्यक्ति की मूर्ति लगाने के पीछे यह उद्देश्य रहता है कि लोग उस व्यक्ति के व्यक्तिव से शिक्षा लें। लोगों में देश के प्रति उत्तरदायित्व की भावना जागृत हो। उस मूर्ति को देखकर लोग भी देश के लिए कुछ करने का दृढ़ संकल्प लें।

मूर्ति लगाने का क्या उद्देश्य हो सकता है?

इसे सुनेंरोकेंचौराहे पर मूर्ति लगाने का यह उद्देश्य हो सकता है कि लोग उस व्यक्ति को याद रखें, किसी महापुरुष की स्मृति को जीवित l रखने के लिए चौराहे पर मूर्ति लगाई जाती है,यह एक प्रकार से उस महापुरुष के प्रति लोगों के विनम्र श्रद्धांजलि होती है, मूर्ति के प्रति लोगों का यह कर्तव्य बन जाता है कि उसका सम्मान बनाए रखें, मूर्ति का साफ …

किसी मूर्ति के प्रति लोगों की क्या जिम्मेदारी होनी चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंचौराहे पर लगी मूर्ति के प्रति हमारा और दूसरे लोगों का यह उत्तरदायित्व होना चाहिए कि उस मूर्ति के प्रति आदर और सम्मान की भावना हो। दूसरे लोगों को मूर्ति वाले व्यक्ति के व्यक्ति से परिचित कराया जाए। इसके लिए समय-समय पर वहाँ पर देशभक्ति के समागम होने चाहिए, जिससे आम व्यक्ति में देशभक्ति की भावना प्रबल हो।

ग उस मूर्ति के प्रति आपके एवं दूसरे लोगों के क्या उत्तरदायित्व होने चाहिए?

इसे सुनेंरोकें(ग) मूर्ति के प्रति हमारे तथा समाज के अन्य लोगों के कुछ उत्तरदायित्व हैं। हमें मूर्ति का सम्मान करना चाहिए क्योंकि ये मूर्ति किसी सम्माननीय व्यक्ति का प्रतीक है। हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि किसी भी प्रकार से मूर्ति का अपमान न हो, मूर्ति की ज़रुरतों को पूरा करना हमारा कर्त्तव्य है।

आपके इलाके में लगी हुई मूर्ति के प्रति आपके क्या उत्तरदायित्व होने चाहिए वाहन का रखरखाव कैसे होना चाहिए?

आप अपने इलाके के चौराहे पर किसी व्यक्ति की मूर्ति स्थापित करवाना चाहेंगे और क्यों?

इसे सुनेंरोकें(ख) हम अपने इलाके के चौराहे पर महात्मा गाँधी की मूर्ति स्थापित करवाना चाहेंगे। क्योंकि उन्होंने हमारे देश को आज़ाद करवाने में मुख्य भूमिका निभाई। उन्होंने हिंसा को त्याग कर अहिंसा के पथ को प्रधानता दी। (ग) मूर्ति के प्रति हमारे तथा समाज के अन्य लोगों के कुछ उत्तरदायित्व हैं।

शहर के मुख्य चौराहे पर मूर्ति किसने लगवाई उसका उद्देश्य क्या था?

इसे सुनेंरोकेंएक बार नगरपालिका के एक उत्साही अधिकारी ने मुख्य बाज़ार के चैराहे पर सुभाषचन्द्र बोस की संगमरमर की प्रतिमा लगवा दी। चूँकि बजट ज्यादा नही था इसलिए मूर्ति बनाने का काम कस्बे के इकलौते हाई स्कूल के शिक्षक को सौंपा गया। मूर्ति सुन्दर बनी थी बस एक चीज़ की कमी थी, नेताजी की आँख पर चश्मा नहीं था।

चौराहे पर इस तरह की लगी मूर्तियाँ के प्रति हमारा क्या कर्तव्य है शब्द सीमा 80 100?

हालदार साहब हमेशा चौराहे पर रुककर नेताजी की मूर्ति को क्यों निहारते थे?

इसे सुनेंरोकेंहालदार साहब हमेशा चौराहे पर रुकते और नेताजी को निहारते। हालदार साहब का चौराहे पर रुक कर नेता जी की मूर्ति को निहारने से यह पता चलता है कि उनके मन में देश के नेताओं के प्रति आदर और सम्मान की भावना थी। नेता जी की मूर्ति उन्हें देश के निर्माण में सहयोग देने के लिए प्रेरित करती थी।

हालदार साहब ने नेताजी की प्रतिमा पर चश्मा न होने की क्या क्या संभावनाएं व्यक्त की?

इसे सुनेंरोकें(ग) हालदार साहब ने नेताजी की प्रतिमा पर चश्मा न होने की क्य-क्या संभावनाएँ व्यक्त कीं? पत्थर की मूर्ति पर काँच वाला पारदर्शी चश्मा कैसे बनाया जाए, तय नहीं कर पाया होगा। चश्मा बनाने का प्रयास तो किया होगा लेकिन बना नहीं पाया होगा। कुछ और बारीकी के चक्कर में चश्मा टूट गया होगा।

कस्बों शहरों एवीं महानगरों के चौराहों पर ककसी भी प्रलसद्ध व्यक्क्त की म ू र्ति लगाने के क्या उद्देश्य हो सकते हैं?

इसे सुनेंरोकेंकस्बों, शहरों, महानगरों के चौराहों पर किसी-न-किसी क्षेत्र के प्रसिद्ध व्यक्ति की मूर्ति लगाने के पीछे यह उद्देश्य रहता है कि लोग उस व्यक्ति के व्यक्तिव से शिक्षा लें। लोगों में देश के प्रति उत्तरदायित्व की भावना जागृत हो। उस मूर्ति को देखकर लोग भी देश के लिए कुछ करने का दृढ़ संकल्प लें। कैप्टन फेरी लगाता था।

इस मूर्ति के प्रति आपके एवं दूसरे लोगों के क्या उत्तरदायित्व होने चाहिए?

क्या चौराहे पर मूर्ति लगाना उचित है पर निबंध?

इसे सुनेंरोकेंuchit hai ..चौराहों पर देशभक्तों की मूर्ति इसलिए लगाई जाती है कि जनता को उनका बलिदान और कार्य याद रहे हैं। इस प्रकार जहाँ हम उनके प्रति श्रद्धा व्यक्त करते हैं, वहीं हम लोगों को उन्हें इस प्रकार भुलने नहीं देते हैं। यह बहुत अच्छा प्रयास है।

इस प्रकार की मूर्ति चौराहे पर लगाने का क्या उद्देश्य हो सकता है?

(ग) मूर्ति के प्रति हमारे तथा समाज के अन्य लोगों के कुछ उत्तरदायित्व हैं। हमें मूर्ति का सम्मान करना चाहिए क्योंकि ये मूर्ति किसी सम्माननीय व्यक्ति का प्रतीक है। हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि किसी भी प्रकार से मूर्ति का अपमान न हो, मूर्ति की ज़रुरतों को पूरा करना हमारा कर्त्तव्य है।

चौराहे पर मूर्ति क्यों लगाई गई?

नगरपालिका थी तो कुछ-न-कुछ करती भी रहती थी । कभी कोई सड़क पक्की करवा दी, कभी कुछ पेशाबघर बनवा दिए, कभी कबूतरों छतरी बनवा दी तो कभी कवि सम्मेलन करवा दिया। इसी नगरपालिका के किसी उत्साही बोर्ड या प्रशासनिक अधिकारी ने एक बार 'शहर' के मुख्य बाज़ार के मुख्य चौराहे पर नेताजी सुभाषचंद्र बोस की एक संगमरमर की प्रतिमा लगवा दी ।

आप अपने इलाके के चौराहे पर किस व्यक्ति की मूर्ति स्थापित करना चाहते हैं और क्यों?

(ख) हम अपने इलाके के चौराहे पर महात्मा गाँधी की मूर्ति स्थापित करवाना चाहेंगे। क्योंकि उन्होंने हमारे देश को आज़ाद करवाने में मुख्य भूमिका निभाई। उन्होंने हिंसा को त्याग कर अहिंसा के पथ को प्रधानता दी। (ग) मूर्ति के प्रति हमारे तथा समाज के अन्य लोगों के कुछ उत्तरदायित्व हैं

चौराहे पर लगी मूर्ति के प्रति आपके और दूसरे लोगों के क्या उत्तरदायित्व होने चाहिए?

चौराहे पर लगी मूर्ति के प्रति हमारा और दूसरे लोगों का यह उत्तरदायित्व होना चाहिए कि उस मूर्ति के प्रति आदर और सम्मान की भावना हो। दूसरे लोगों को मूर्ति वाले व्यक्ति के व्यक्ति से परिचित कराया जाए। इसके लिए समय-समय पर वहाँ पर देशभक्ति के समागम होने चाहिए, जिससे आम व्यक्ति में देशभक्ति की भावना प्रबल हो।