कोयल और मोर की क्या-क्या विशेषताएँ है ? - koyal aur mor kee kya-kya visheshataen hai ?

इस लेख में आप मोर पर निबंध (Essay on Peacock in Hindi) पढेंगे। इसमें मोर पक्षी क्या खाता है, कहाँ रहता है, प्रजातियाँ, विशेषताएं, कहानी, 10 लाइन दिया गया है। कक्षा 4 से12 तक यह निबंध परीक्षाओं में अवश्य पूछा जाता है।

प्रस्तावना (मोर पर निबंध Essay on Peacock in Hindi)

पृथ्वी पर जीव जंतुओं की लाखों प्रजातियां पाई जाती हैं। जिनमें सभी की अपनी एक अलग विशेषता और महत्व होता है। 

पक्षियों में सबसे खूबसूरत मोर को माना जाता है इसीलिए इसे पक्षियों का राजा भी कहा जाता है। मोर दिखने  में अत्यंत खूबसूरत होता है। इसके चटक रंग- बिरंगे पंख सबका मन मोह लेते हैं।

वर्षा के मौसम में जब आकाश में काली घटा छाने लगती है और छोटे छोटे पानी की बूंदे गिरती हैं तो यह पक्षी अपने पंख फैलाकर नित्य करता है।

 मोर अकेला ऐसा पक्षी है जो प्रसन्न होने पर नित्य करता है। इसको नृत्य करता देखने के लिए छतों पर लोगों की होड़ लग जाती है।

यह ज्यादातर जंगलों में रहना पसंद करते हैं किंतु वृक्षों के काटे जाने के कारण यह खाने की तलाश में इंसानी बस्ती तक आ जाते हैं। जंगलों की घटती संख्या के साथ ही इस पक्षी की आबादी भी लगातार घटती जा रही है  जो एक चिंता का विषय है। 

मोर की आवाज इसके दिखावे से एकदम विपरीत होती है क्योंकि इसकी आवाज बेहद कर्कश होती है जिसे कुछ लोग कम पसंद करते हैं।

इस पक्षी की कई प्रजातियां होती हैं जो अलग-अलग देशों में पाई जाती हैं, लेकिन इसकी मुख्य प्रजाति है भारत में भी देखने को मिलती है।

मोर क्या है? What is Peacock in Hindi?

मोर के पंख अत्यंत चमकीले, नीले, हरे और बैगनी आदि रंगों के समावेश है बना होता है। अपनी मनमोहक अंदाज के कारण मोर प्रारंभ से मनुष्य के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।

इस पक्षी की अधिकतर प्रजातियां गर्म प्रदेशों में पाई जाती है किंतु भारत में इसकी प्रमुख प्रजाति देखने को मिलती है। लेकिन ये ज्यादातर दक्षिण पूर्वी एशिया में पाए जाते हैं।

मोर की अत्यंत दुर्लभ प्रजाति है भारत, म्यानमार और श्रीलंका जैसे अन्य देशों में देखे जाते हैं जहां लोगों के आकर्षण का केंद्र होने के कारण इसे राष्ट्रीय पक्षी भी घोषित किया गया है।

मोर क्या खाता है? What Does Peacock Eats?

मोर एक मिश्राहारी पक्षी होता है जो बीज, मक्के,फल, सब्जियां और अनाज आदि खाना पसंद करता है तथा साथ ही इसे कीड़े मकोड़े, चूहे और सांप खाना अत्यंत पसंद होता है।

खेतों में फसलों को बर्बाद करने वाले कीड़े मकोड़े और सांप इत्यादि को यह पक्षी खा लेते हैं  जिससे फसलें बर्बाद होने से बच जाती हैं इसी कारण मोर को किसानों का मित्र भी कहा जाता है।

मोर कहाँ रहते हैं? Where Does Peacock lives?

यह पक्षी देखने में अत्यंत सुंदर होते हैं  जो भारतीय उपमहाद्वीप, दक्षिण पूर्वी एशिया और अफ्रीका महाद्वीप के कांगो बेसिन में मुख्य रूप से पाए जाते हैं। 

आमतौर पर यह पक्षी जंगलों में रहना पसंद करते हैं लेकिन दिन-ब-दिन शहरीकरण के कारण प्रतिदिन हजारों वृक्षों की कटाई की जाती है जिससे इन्हें मजबूर होकर भोजन की तलाश में इंसानी बस्ती में आना पड़ता है।

मोर अधिकतर ऊंचाई वाले क्षेत्रों में रहना अधिक पसंद करते हैं। कई बार सुरक्षित जगह न मिलने के कारण यह रात को घने पेड़ों की डालियों पर ही खड़े खड़े सो जाते हैं। 

भोजन की तलाश में कई बार यह पक्षी शिकारियों का शिकार बन जाते हैं और अपनी जान से हाथ धो बैठते हैं।

मोर की प्रजातियाँ Peacock Species in Hindi

मोर की सभी प्रजातियों में नर और मादा मोर में बहुत अंतर देखने को मिलता है। नर की लंबाई लगभग 215 सेंटीमीटर और ऊंचाई लगभग 95 सेंटीमीटर जितनी होती है। दूसरी तरफ मादा मोर की लंबाई लगभग 95 सेंटीमीटर की होती है।

नर पक्षी मादा से कई गुना अधिक सुंदर औरआकर्षक होता है। नर के सिर पर बड़ी कलंगी तथा मादा के सिर पर छोटी कलंगी होती है। नर की लंबी और सजावटी रंग बिरंगे पंखों का गुच्छा होता है जबकि मादा के पंख इतने सजावटी और आकर्षक नहीं होते हैं।

मोर की विशेषताएं Peacock Features in Hindi

प्राचीनकाल से ही इस पक्षी के रूप रूप का वर्णन होता आया है इस पक्षी के मनमोहक रूप के कारण ही भारत में 26 जनवरी 1963 को इसे राष्ट्रीय पक्षी के रूप में घोषित किया गया।

हिंदू धर्म में मोर का महत्व बहुत अधिक है। भारत में इसे परंपराओं के तहत मंदिरों में चित्रित कला, काव्य, और लोक संगीत में मुख्य जगह दी जाती है।

भारत में हिंदू धर्म में पूजे जाने वाले देवी देवताओं के साथ भी मोर को एक अहम पक्षी के रूप में दर्शाया जाता है जिसमें श्री कृष्ण के सिर पर मोर पंख का मुकुट तथा युद्ध के देवता कार्तिकेय की सवारी के रूप में निरूपित किया जाता है।

हिंदू धर्म के अलावा अन्य दूसरे धर्मों में भी मोर को एक महत्वपूर्ण पक्षी के रूप में बताया जाता है जिसके कारण लोग इस पक्षी को मारकर उसका भक्षण करने को बहुत बुरा मानते हैं। 1972 में भारत सरकार ने मोर के महत्व को समझते हुए इसके शिकार पर पूर्ण रूप से रोक लगा दिया था।

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मोर की कहानी Story of Peacock in Hindi

जंगल में एक कौवा रहता था और अपनी जिंदगी से बेहद खुश था। लेकिन एक दिन उसने एक हंस देखा और वह सोचने लगा कि यह हंस कितना सफेद है और मैं कितना काला हूं वास्तव में तो  हंस ही अपनी जिंदगी में सबसे खुश रहता होगा।

कौवे ने हंस को अपने मन की सारी बात बताई इसके बाद हंस ने उत्तर दिया कि- मैं भी यही सोचता था कि मैं दुनिया में  सब से खुश नहीं हूं जब तक मैंने तोता को नहीं देखा था। बात बढ़ाते हुए हंस ने कौवे से कहा कि उसे तोते से मिलना चाहिए।

यह सुनकर कौवा तोते से मिलने गया, फिर तोते से मिलने के बाद जब कौवे ने उससे भी यही प्रश्न किया तो तोते ने जवाब दिया कि वह भी अपने आप को बहुत खुश मानता था, लेकिन जब उसने  मोर को देखा कि उसके पास कई रंग है तो उसकी खुशी गायब हो गई। इसके बाद तोते ने कौवे को मोर से मिलने  की सलाह दी।

तोते की बात को मानते हुए कौवा मोर से मिलने चिड़ियाघर में चला गया और वहा देखा कि सैकड़ों लोग उस मोर को देखने के लिए इकट्ठे हुए थे लोगों के जाने के बाद  कौवे ने मोर से बात की और कहा की मोर तुम तो इस दुनिया में सबसे खूबसूरत पक्षी हो तुम्हें देखने  तो हजारों लोग आते हैं लेकिन मुझे कोई भी देखना पसंद नहीं करता है।   

कौवे की यह बात सुनकर मोर ने जवाब दिया “मैंने हमेशा सोचा था कि मैं इस धरती पर पर सबसे सुंदर और खुश पक्षी था लेकिन मेरी सुंदरता के कारण मैं इस चिड़ियाघर में फंस गया हूँ। 

मोर कौवे से बात करते हुए आगे कहा कि मुझे भी पहले अपनी सुंदरता पर बहुत घमंड होता था और मुझे लगता था कि इस दुनिया में मैं ही एक खुश पक्षी हूं लेकिन मेरी सुंदरता की वजह से लोगों ने मुझे पिंजरे में कैद कर दिया है। 

अब मुझे लगता है कि इस पूरी दुनिया में एकमात्र  कौवा ही ऐसा पक्षी है जो सबसे ज्यादा खुश है क्योंकि वह आसमान में स्वतंत्र रूप से उड़ सकता है और उसे कोई कैद भी नहीं करता है। मोर की आवाज सुनकर कौवा खुद को फिर से खुशहाल पक्षी समझने लगा और जंगल की तरफ उड़ गया।

मोर पर 10 लाइन Best 10 Lines on Peacock in Hindi

नीचे पढ़ें मोर पर 10 वाक्य –

  1.  मोर पूरी दुनिया में सबसे सुंदर पक्षी माना जाता है।
  2.  मोर का पूरा जीवनकाल 15 से 25 वर्ष तक होता है।
  3.  26 जनवरी 1963 को भारत  मोर को राष्ट्रीय पक्षी का दर्जा दिया गया।
  4.  मादा मोर नर के मुकाबले अधिक सुंदर और आकर्षक होते हैं।
  5.  मोर को खाने में कीड़े मकोड़े, चूरू और सांप इत्यादि बहुत पसंद होते हैं।
  6.  भारत में 1972 में मोर के शिकार पर प्रतिबंध लगा दिया  गया।
  7.  हिंदू धर्म में मोर  को बहुत महत्व दिया जाता है और उनकी पूजा भी की जाती है।
  8.  अत्यंत लुभावने होने के कारण मोर को पक्षियों का राजा भी कहा जाता है
  9. मोर खेतों की रक्षा करते हैं इसलिए उन्हें किसानों का दोस्त भी कहा जाता है 
  10. मोर की मुख्य प्रजातियां भारत, बांग्लादेश और म्यांमार में पाई जाती हैं। 

निष्कर्ष Conclusion

इस लेख में आपने मोर पर निबंध (Essay on Peacock in Hindi) पढ़ा। आशा है यह लेख आपको पसंद आया हो, अगर यह लेख आपको अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरुर करें।