लाइसोसोम को कोशिका का अपशिष्ट निपटाने वाले तंत्र के रूप में क्यों जाना जाता है? - laisosom ko koshika ka apashisht nipataane vaale tantr ke roop mein kyon jaana jaata hai?

लाइसोसोम को कोशिका का अपशिष्ट निपटाने वाले तंत्र के रूप में क्यों जाना जाता है? - laisosom ko koshika ka apashisht nipataane vaale tantr ke roop mein kyon jaana jaata hai?

जन्तु कोशिका के कोशिका द्रव में पाए जाने वाले आवरणयुक्त गोल-गोल थैलीनुमा अंगाणुओं को लयनकाय (लाइसोसोम) कहते हैं। यह अन्तः कोशिकाय पाचन में मदद करता है।

लाइसोसोम=[1]> क्रिश्चियन डी डूवे ने सर्वप्रथम सन् 1958 में लाइसोसोम की खोज की। ये गोलाकार काय होते हैं, जिनके व्यास 0.4u-0.8u तक होता है। ये इकहरी युनिट मेम्ब्रेन से बने होते हैं तथा इनके अन्दर सघन मैट्रिक्स भरा रहता है, जिसमें ऐसिड फास्फेटेज एन्जाइम भरे रहते हैं।

1.न्यूक्लियेजेस - ये नाभिकीय अम्लों का नाइट्रोजनी क्षार , फास्फेट तथा शर्करा में जल - अपघटन करते हैं।

2. फास्फेटेजेस - ये फास्फेट यौगिकों का जल - अपघटन करते हैं।

3. प्रोटियेजेस - ये प्रोटीन्स का अमीनो का अम्लों में जल अपघटन करते हैं।

4. ग्लाइकोसाइडेजेस - ये जटिल कार्बोहाइड्रेट्स का मोनोसैकेराइड्स में जल अपघटन करते हैं।

5. सल्फेटेजेस - ये सल्फेट यौगिकों का जल अपघटन करते हैं।

6. लाइपेजेस - ये लिपिड अणुओं का ग्लिसरॉल तथा वसीय अम्लों में जल अपघटन करते हैं। 7.लाइसोसोम के फटने के साथ ही कोशिका विभाजन का प्रक्रम आरम्भ हो जाता है।

  1. त्रिपाठी, नरेन्द्र नाथ (मार्च २००४). सरल जीवन विज्ञान, भाग-२. कोलकाता: शेखर प्रकाशन. पृ॰ ४-५.

कोशिका का अपशिष्ट निपटाने वाला तंत्र कौन सा है?

कोशिका झिल्ली का लचीलापन एककोशिक जीवों में कोशिका के बाह्य पर्यावरण से अपना भोजन तथा अन्य पदार्थ ग्रहण करने में सहायता करता है। ऐसी प्रक्रिया को एन्डोसाइटोसिस कहते हैं। अमीबा अपना भोजन इसी प्रक्रिया द्वारा प्राप्त करता है।

लाइसोसोम को कोशिका का सुसाइड बैग क्यों कहा जाता है?

Solution : लाइसोसोम को . सुसाइड बैग. इसलिए कहा जाता है क्योंकि जब कोशिका क्षतिग्रस्त हो जाती है तो कोशिकीय उपापचय में गड़बड़ी के दौरान लाइसोसोम फूट जाते हैं और इससे निकले पाचक एंजाइम स्वयं अपनी कोशिका का ही पाचन करते हैं।

लाइसोसोम का मुख्य कार्य क्या है?

लाइसोसोम=> क्रिश्चियन डी डूवे ने सर्वप्रथम सन् 1958 में लाइसोसोम की खोज की। ये गोलाकार काय होते हैं, जिनके व्यास 0.4u-0.8u तक होता है। ये इकहरी युनिट मेम्ब्रेन से बने होते हैं तथा इनके अन्दर सघन मैट्रिक्स भरा रहता है, जिसमें ऐसिड फास्फेटेज एन्जाइम भरे रहते हैं।

लाइसोसोम किसका निर्माण करता है?

अन्तःप्रद्रव्यी जालिका (Endoplasmic Reticulum) और गॉल्जी काय (Golgi body) के द्वारा लाइसोसोम का निर्माण के द्वारा होता है। अन्तःप्रद्रव्यी जालिका (Endoplasmic Reticulum) के द्वारा लाइसोसोम के एंजाइमों का निर्माण होता है।