लकवा में क्या खाना चाहिए क्या नहीं खाना चाहिए? - lakava mein kya khaana chaahie kya nahin khaana chaahie?

Diet for Paralysis Patient लकवे का असर बॉडी के किसी भी हिस्से पर हो सकता है। स्ट्रोक की वजह सेशरीर का आधा हिस्सा लकवा से ग्रस्त हो सकता है। इस बीमारी के कारण मुंह होंठ या संबंधित अंग टेढ़े हो जाते हैं।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। लकवा एक ऐसी गंभीर बीमारी है, जिसका जल्द उपचार नहीं किया जाए, तो मरीज़ तमाम उम्र इस बीमारी को मात नहीं दे सकता। इस बीमारी का मुख्य कारण दिमाग के एक हिस्से में खून का प्रवाह रुकने की वजह से उस हिस्से को होने वाली क्षति होता है। लकवा के मरीज़ों की बात करें तो करीब 85 प्रतिशत लोगों में दिमाग की खून की नली अवरुद्ध होने पर और करीब 15 प्रतिशत में दिमाग में खून की नस फटने से लकवा होता है। लकवे का असर बॉडी के किसी भी हिस्से पर हो सकता है। स्ट्रोक की वजह से शरीर का आधा हिस्सा लकवा से ग्रस्त हो सकता है। इस बीमारी के कारण मुंह, होंठ या संबंधित अंग टेढ़े हो जाते हैं। आयुर्वेद के मुताबिक मरीज़ की डाइट लकवा के असर को कम कर सकती है। आइए जानते हैं कि लकवा के मरीज़ों की डाइट कैसी हो और उन्हें किन चीज़ों से परहेज करना चाहिए। 

लकवा के मरीज क्या खाएं? 

  • लकवा के मरीज़ अनाज में गेहूं, जौ, और बाजरा का सेवन करें।
  • दालों की बात करें तो उनके लिए मूंग की दाल और कुलथ बेहद फायदेमंद है।
  • सब्जियों में मरीज़ को चाहिए कि वो हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, सहजन, पत्ता गोभी और ब्रोकोली का सेवन करें।
  • फलों में मरीज अपनी डेली डाइट में  अनार, फालसा, अंगूर, हल्दी, सेब, पपीता, संतरा, चेरी और तरबूजा खाए।

लकवा के मरीज़ इन चीज़ों से सख्त करें परहेज़:

  1. मैदा, अरहर, मटर, चना से परहेज करें।
  2. फल और सब्जियों की बात करें तो आलू, टमाटर, नींबू, जामुन, करेला, केला, भिंडी और मूंगफली से दूरी बनाएं।
  3. तेल और घी के अधिक सेवन से परहेज करें। इसके अलावा सुपारी, ज्यादा नमक, पूरी, समोसा, चाट-पकोड़ा, मक्खन, आइसक्रीम, चाय, काफी से भी परहेज करें।
  4. भारी भोजन जैसे छोले, राजमा, उड़द चना मटर सोयाबीन, बैंगन, कटहल जैसी चीजें बिल्कुल नहीं खाएं।
  5. ठंडी चीजें, पनीर और चॉकलेट से परहेज़ करें।
  6. तैलीय मासलेदार खाना, नॉनवेज, अचार, कोल्ड ड्रिंक्स, बेकरी उत्पाद, शराब, फ़ास्ट फ़ूड, डिब्बा बंद खाद्य पदार्थ से परहेज करें।

डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

Edited By: Shahina Soni Noor

लकवा में क्या फल खाना चाहिए?

सब्जियों में मरीज़ को चाहिए कि वो हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, सहजन, पत्ता गोभी और ब्रोकोली का सेवन करें। फलों में मरीज अपनी डेली डाइट में अनार, फालसा, अंगूर, हल्दी, सेब, पपीता, संतरा, चेरी और तरबूजा खाए।

लहसुन खाने से लकवा ठीक होता है क्या?

- लकवा से पीड़ित व्यक्ति को पांच लहसुन की कलियां पीसकर इसमें दो चम्मच शहद मिलाकर दें। करीब डेढ़ से दो महीने के अंदर ही आपको मरीज में सुधार नजर आएगा। इसके अलावा लहसुन को दूध में मिलाकर पीने से भी आराम मिलता है।

लकवा के मरीज कितने दिन में ठीक हो जाते हैं?

ना ही पेशेंट अपना काम खुद करने में समर्थ हो पााएगा, जबकि डॉक्टर्स के मुताबिक, लकवा आने के दो से तीन दिन में पेशेंट में सुधार शुरू हो जाता है, तो छह महीने में रिकवरी आना शुरू होती है। डेढ़ साल में पूरी तरह से रिकवरी आ सकती है। इस पीरियड के बाद रिकवरी आने की संभावना खत्म हो जाती है।

लकवा कौन से विटामिन की कमी से होता है?

ऐसा तब होता है जब शरीर में विटामिन बी-12 और बी कॉम्प्लेक्स की कमी हो जाती है। यह पूरी तरह से जीवनशैली में आए बदलाव का साइड इफेक्ट है। फिलहाल खान-पान में बदलाव इसका कारण माना जा रहा हैं।