These Solutions are part of NCERT Solutions for Class 9 Hindi. Here we have given NCERT Solutions for Class 9 Hindi Kritika Chapter 2 मेरे संग की औरतें. पाठ्य-पुस्तक के प्रश्न-अभ्यास
प्रश्न 1.
प्रश्न 2. प्रश्न 3.
(ख) उक्त कथन के आलोक में लेखिका की दादी के घर के माहौल में अनेक बातें कल्पना से परे लगने के बाद भी सत्य थी। वहाँ परिवार के सदस्यों को अपनी निजता बनाए रखने की छूट थी। वे अपने काम अपने ढंग से स्वतंत्रतापूर्वक करते थे। लेखिका की दादी संचय के विरुद्ध थी। वे अपनी तीसरी धोती दान दे देती थी। परिवार में महिलाओं की इज्ज़त थी। लेखिका की माँ की राय लेकर उसे महत्त्व दिया जाता था। लेखिका की दादी अपनी पुत्रवधू के गर्भवती होने पर मंदिर गई और पहली संतान कन्या के रूप में पाने की मन्नत माँगी । वे घर में पूजा-पाठ आदि के द्वारा धार्मिक वातावरण बनाए रखती थी। प्रश्न 4. उन्होंने महिला होकर स्वतंत्र जीवन जिया था तथा अपने जीवन में किसी प्रकार की रोक-टोक नहीं देखी थी, इसलिए महिला होना उनके लिए गर्व की बात थी। प्रश्न 5. प्रश्न 6.
प्रश्न 7. प्रश्न 8. एक बार वह बारिश में दो मील दूर स्कूल जाने की जिद पर पैदल जाने के लिए अड़ी रही। सब कहते रहे कि स्कूल बंद होगा, पर वह न मानी। बारिश में गई और स्कूल बंद देखकर वापस आ गई। इसें तरह वह मंजिल की ओर अकेले बढ़ने की दिशा में उत्सुक दिखती है। लेखिका भी जीवन की राह पर अकेले चलते हुए डालमिया नगर में स्त्री-पुरुषों के नाटक खेलकर सामाजिक कार्य हेतु धन एकत्र किया तथा कर्नाटक में अथक प्रयास से अंग्रेज़ी-कन्नड़-हिंदी तीन भाषाएँ पढ़ाने वाला स्कूल खोलकर उसे मान्यता दिलाना उनके स्वतंत्र सोच रखने तथा लीक से हटकर चलने वाले व्यक्तित्व की ओर संकेत करता है। Hope given NCERT Solutions for Class 9 Hindi Kritika Chapter 2 are helpful to complete your homework. If you have any doubts, please comment below. Learn Insta try to provide online tutoring for you. लेखिका के आजादी के जश्न में शामिल न हो पाने का क्या कारण था मेरे संग की औरतें पाठ के आधार पर *?उनकी नानी स्पष्टवादिनी महिला थीं। उन्होंने बिना संकोच अपने मन की बात स्वतंत्रता सेनानी प्यारेलाल शर्मा से कह दी जिसे सुनकर सब दंग रह गए। वे किसी की निजी जिंदगी में हस्तक्षेप नहीं करती थीं, भले ही वे लेखिका के नाना ही क्यों न हो।
लेखिका की नानी की मृत्यु कब हो गई थी?लेखिका की नानी उस समय मुँहज़ोर हो उठी थी जब वे कम उम्र में यह महसूस करने लगी कि उनकी मृत्यु निकट है। और उनकी इकलौती पंद्रह वर्षीया बेटी अभी अविवाहित है। उनके मुँहजोर होने का कारण अपने पति का आचार-विचार था। उनके उच्च शिक्षित पति अंग्रेजों के भक्त थे जबकि लेखिका की नानी स्वतंत्रताप्रिय नारी थीं।
लेखिका की परदादी ने ऐसी क्या मन्नत माँगी कि लोगों के मुँह खुले रह गए थे?लेखिका की परदादी को पौत्र की नहीं पौत्री की इच्छा थी। उन्होंने भगवान से यह दुआ माँगी कि उनकी पतोह की पहली संतान लड़की पैदा हो न कि लड़का।
15 अगस्त 1947 के दिन लेखिका की उम्र कितने वर्ष की थी?11. 15 अगस्त, 1947 के दिन लेखिका की उम्र कितने वर्ष थी ? (घ) नौ वर्ष। उत्तर- नौ वर्ष।
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