मोबाइल फोन सेमोबाइल फोन से आँखों को होने वाले नुकसान से कैसे बचाएं | मोबाइल से आँखों को नुकसान (jyada mobile dekhne se kya hota hai) Show
आज के इस टेक्नोलॉजी की दुनिया में मानव पूरी तरह से बदल चुका है आज वर्तमान में छोटे बच्चे से लेकर बड़े बुजुर्ग तक सभी इस टेक्नोलॉजी की चपेट में आ चुके हैं। सुबह आँख खुलने से लेकर रात को आँख बंद करने तक ज्यादातर हमारा समय स्क्रीन को देखने में ही बीतता जा रहा है फिर चाहे वह मोबाइल चलाना हो, टीवी देखना हो, या फिर कंप्यूटर / लैपटॉप पर काम करना हो। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है इन सबका हमारे आँखों पर कितना बुरा प्रभाव पड़ता है। मोबाइल से आँखों को नुकसान – मोबाइल फोन से आँखों को होने वाले नुकसान से कैसे बचाएंहेलो दोस्तों मैं हूँ रोहित और Technical R Post में आपका स्वागत है। आज मैं इसी के विषय में चर्चा करुंगा और साथ ही मोबाइल फोन से क्या नुकसान होता है और इससे कैसे बचा जा सकता है।
मोबाइल फोन कैसे हमारी आँखों को नुकसान पहुचाते हैं? Mobile dekhne se aankh kharab hota haiमोबाइल, कंप्यूटर / लैपटॉप, टेलीवीजन आदि सभी प्रकार की स्क्रीन से हानिकारक नीली रोशनी निकलती है जो हमारी आँखों को बहुत ज्यादा प्रभावित करती है। यह नीली रोशनी का जहर हमारी आँखों की रोशनी को धुंधला किए जा रहा है सामान्यत: प्रति मिनट 12 से 14 बार आँखे झपकतीहैं, लेकिन मोबाइल स्क्रीन पर बने रहने पर यह रेट सिर्फ 6 से 7 हो जाता है। इससे आंखों में सूखापन बढ़ रहा है और आँखें कमजोर हो रही हैं। जिससे कई प्रकार की समस्याएं होती है जैसे- सूख रहा आंखों का पानी : लगातार मोबाइल स्क्रीन पर लगे रहने से हमारी आँखो में बहुत ज्यादा जोर पड़ता है जिसके वजह से आँखों का पानी सूखा जा रहा है जिससे आंखों में खुजली और जलन होने लगती है। ऐसा लगातार करने से आँखों की अश्रु ग्रंथि पर बुरा असर पड़ता है। इसके अलावा आँखों की पुतलियां और नसें भी सिकुडऩे लगती हैं। इससे आँखों की रोशनी के साथ-साथ सिरदर्द की समस्या भी होने लगती है। धुंधला दिखना : देर रात तक Smart Phone का इस्तेमाल करते रहने से आँखों में धुधला दिखना आम समस्या हो गयी है। देर रात तक मोबाइल इस्तेमाल करने से स्क्रीन की रोशनी सीधे आँखों पर पड़ती है। और आँखों को ऐसे में बहुत ज्यादा असर होता है। रेटिना पर अटैक : रात में जब आप अपना फोन यूज करते हैं, तो उससे निकलने वाली रोशनी सीधे हमारी आँख की रेटिना पर असर करती हैं। इससे आंखें जल्दी खराब होने लगती हैं। और देखने की क्षमता भी धीरे-धीरे घटने लगती है। आँखों का लाल होना : लगातार स्क्रीन पर देखते रहने से आँखों का सफेद भाग लाल होने लगता है। Eye Drop डालने पर भी ये समस्या कम नहीं होती। लाल होने के साथ ही आँखें हमेशा सूजी हुई भी लगती हैं। आँख में जल्दी चश्मा लगना: आज भले ही मोबाइल फोन इतना जरूरी हो गया है कि इसके बिना कोई भी लोग रह नही सकता लेकिन इसका जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल करने पर आँखो में चश्मा लग सकता है और आगे चलकर चश्मा का नंबर भी बढ़ने लगता है। कुछ सालों के बाद आपको आँखों का ऑपरेशन तक करवाना पड़ सकता है। Temporary Blindness: लगातार फोन की तरफ देखने से जब अचानक आप कहीं और देखते हैं, तो कुछ देर के लिए सब ब्लैक दिखता है। आँखों के सामने अंधेरा सा छा जाता है। मोबाइल फोन से आँखों को होने वाले नुकसान से कैसे बचाएं? how to protect eyes from mobile screen
अगर आप बिना मतलब के हर समय मोबाइल का बहुत ज्यादा इस्तेमाल करते हैं तो आपको जल्दी ही इसे छुड़ाने पर विचार करना चाहिए। क्योंकि मोबाइल से आँखों को नुकसान बहुत ज्यादा होता है। और आँखें हमारे लिए सबसे जरूरी है अंगों में से एक है। इस खूबसूरत दुनिया को देखने के लिए भगवान ने हमें आँखें दी हैं। परन्तु अब हमारी जिम्मेदारी बनती है की इसकी सुरक्षा का ख्याल रखा जाए। FAQQ. jyada mobile dekhne se kya hota haiAns : जरूरत से ज्यादा मोबाइल देखने से आंखो को नुकसान होता है। आंखों के नीचे कालापन आ जाता है। और मानसिक तनाव भी बढ़ता है। Q. मोबाइल से आँखों को नुकसानAns : आंखों का पानी सूखना, धुधला दिखाई देना, जल्दी चश्मा लगना, आँखो का लाल होना, Temporary Blindness. Q. मोबाइल देखने के लिए कौन सा चश्मा यूज़ करें?Ans : मोबाइल और कंप्यूटर की डिस्प्ले से हानिकारक ब्लू किरणें निकलती हैं, जो हमारी आंखों को नुकसान पहुँचाती है। इसलिए आपको ब्लू लाइट ब्लॉकिंग चश्मा का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए। यह भी पढ़ें….👇 👉 आँखों में फेवीक्विक पड़ जाए तो क्या करें? 👉 ऑनलाइन फोटो का बैकग्राउंड बदले सिर्फ 2 सेकंड में 👉 Android Phone को Reset कैसे करे? | Without Deleting Any Data 👉 Flight मोड में इंटरनेट कैसे चलाएं? ज्यादा मोबाइल देखने से आंखों पर क्या प्रभाव पड़ता है?मोबाइल फोन-कंप्यूटर की स्क्रीन घातक
कोरोना काल में युवाओं का अधिकांश समय मोबाइल फोन, कंप्यूटर, टीवी स्क्रीन पर बीतने की वजह से आंखों में लालिमा, धुंधलापन आना और आंख में व सिर में दर्द बने रहने की शिकायत बढ़ रही है। ये लक्षण ग्लूकोमा के होते हैं।
मोबाइल देखने से आंखों को क्या होता है?हम स्क्रीन को अपनी आंखों से ज्यादा दूरी वाले गैप पर नहीं रखते हैं, जिससे हमारी आंखों पर और अधिक प्रेशर पड़ता है। इन सभी समस्याओं से सिर दर्द भी हो सकता है। इसके साथ ही धुंधला दिखना, ड्राई आई और गर्दन और कंधों में दर्द भी हो सकता है।
मोबाइल फोन का आंखों पर क्या प्रभाव पड़ता है?एकटक मोबाइल देखने से आंखों में धुंधलापन की भी शिकायत आ रही है। धुंधलापन आने से कुछ देर तक आंखों की रोशनी भी कम हो जाती है। 80 फीसद बच्चों में ड्रायनेस की समस्या देखी जा रही है। खासकर रात में जब फोन का प्रयोग करते हैं तो उससे निकलने वाली प्रकाश आपकी आंखों के रेटिना पर सीधा असर करता है।
1 दिन में कितने घंटे मोबाइल चलाना चाहिए?एक व्यक्ति को एक दिन में लगभग 1 से 2 घंटे फ़ोन का इस्तेमाल करना चाहिए क्योंकि ज्यादा मोबाइल चलाने से हमारे आखों और मानशिक में काफी तनाव पड़ता है।
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