मीन राशि में कौन सा दोष है? - meen raashi mein kaun sa dosh hai?

अक्षर तालिका : दो, दू, दे, थ, झ, चा, ची।

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विशेषता : संगीतप्रिय, चरित्रवान, संतोषी, सदाचारी, शांतचित्त, मिलनसार और कार्यकुशल।

मीन राशि (Pisces) का स्थान दोनों पाँव में होता है। इसके कारक ग्रह सूर्य, मंगल और गुरु माने गए हैं। जल तत्व प्रधान मीन राशि का स्वामी गुरु है। भाग द्विस्वभाव है और मीन लग्न की बाधक राशि वृषभ तथा बाधक ग्रह शुक्र है, लेकिन लाल किताब अनुसार शत्रु और मित्र ग्रहों का निर्णय कुंडली अनुसार ही होता है।

लाल किताब अनुसार बारहवें भाव में मीन राशि मानी गई है जिसके गुरु का पक्का घर दो, पाँच, नौ, ग्यारह और बारह माना जाता है। लाल किताब की कुंडली अनुसार गुरु के खराब या अच्छा होने की कई स्थितियाँ हैं। यदि आप मीन राशि के जातक हैं तो आपके लिए यहाँ लाल किताब अनुसार सामान्य सलाह दी जा रही है।

अशुभ की निशानी : सिर पर चोटी के स्थान से बाल उड़ जाते हैं। गले में व्यक्ति माला पहनने की आदत डाल लेता है। सोना खो जाए या चोरी हो जाए। बिना कारण शिक्षा रुक जाए। व्यक्ति के संबंध में व्यर्थ की अफवाहें उड़ाई जाती हैं। आँखों में तकलीफ होना, मकान और मशीनों की खराबी, अनावश्यक दुश्मन पैदा होना, धोखा होना, साँप के सपने। साँस या फेफड़े की बीमारी, गले में दर्द। 2, 5, 9, 12वें भाव में बृहस्पति के शत्रु ग्रह हो या शत्रु ग्रह उसके साथ हो तो बृहस्पति मंदा होता है।

सावधानी व उपाय : कभी झूठ न बोले। ज्ञान का घमंड न करें। पीपल में जल चढ़ाना। आचरण को शुद्ध रखना। पिता, दादा और गुरु का आदर करना। गुरु बनाना। घर में धूप-दीप देना।

जल तत्व प्रधान मीन राशि का स्वामी गुरु है और इसके कारक ग्रह सूर्य, मंगल और गुरु माने गए हैं। भाग द्विस्वभाव है और मीन लग्न की बाधक राशि वृषभ तथा बाधक ग्रह शुक्र है। लाल किताब अनुसार बारहवें भाव में मीन राशि मानी गई है जिसके गुरु का पक्का घर दो, पांच, नौ, ग्यारह और बारह माना जाता है। यदि आप मीन राशि के जातक हैं तो आपके लिए यहां लाल किताब अनुसार सामान्य सलाह दी जा रही है।
मीन राशि का ग्रह बृहस्पति होता है। यदि आपकी कुंडली में बृहस्पति खराब है तो आप निम्नलिखित सावधानी और उपाय अपना सकते हैं। बृहस्पति खराब होने की नीचे अशुभ की निशानी दी गई है। इससे आप पता लगा सकते हैं कि आपका बृहस्पति खराब है या नहीं।

अशुभ की निशानी

*सिर पर चोटी के स्थान से बाल उड़ जाते हैं।

*गले में व्यक्ति माला पहनने की आदत डाल लेता है।

*सोना खो जाए या चोरी हो जाए।

*बिना कारण शिक्षा रुक जाए।

*व्यक्ति के संबंध में व्यर्थ की अफवाहें उड़ाई जाती हैं।

*आंखों में तकलीफ होना, मकान और मशीनों की खराबी, अनावश्यक दुश्मन पैदा होना, धोखा होना, साँप के सपने।

*सांस या फेफड़े की बीमारी, गले में दर्द।

*2, 5, 9, 12वें भाव में बृहस्पति के शत्रु ग्रह हों या शत्रु ग्रह उसके साथ हों तो बृहस्पति मंदा होता है।

सावधानी

*कभी झूठ न बोले।

*ज्ञान का घमंड न करें।

*आचरण को शुद्ध रखें।

*पिता, दादा और गुरु का अपमान न करें।

*धर्म स्थान, धर्मग्रंथ, देवी और देवता का अपमान न करें।

*नास्तिक और नास्तिकता से दूर रहें।

उपाय

पीपल में जल चढ़ाएँ।

हो सके तो गुरु बनाएँ।

घर में धूप-दीप दें।

गीता का पाठ या कृष्ण नाम जपें।

हल्दी की गाँठ घर में रखें आदि।

गुरु ज्यादा खराब हो या उसे जल्द ही ठीक करना हो तो घर के उत्तर में पीपल पेड़ लगाएँ।

पश्चिम या उत्तर मुखी मकान हो तो अति उत्तम। ईशान में ही जल का स्थान रखें।

कुंडली की बारहवीं और अंतिम राशि मीन एक जल तत्व की राशि है। मीन का राशि स्वामी गुरु हैं, और कुंडली के बारहवें भाव पर मीन का स्वाभाविक प्रभाव होता है। मीन राशि के लोग दोस्ताना स्वभाव के होते हैं, और वे निःस्वार्थ भाव से लोगों के लिए काम करने की इच्छा रखते हैं। उनमें बिना अपने लाभ के लोगों के लिए काम करने की गजब की क्षमता होती है। मीन राशि के लोग का भावनात्मक रूप से बेहद संवेदनशील होते हैं। अन्य राशियों की अपेक्षा उनका कलात्मक पक्ष अधिक बेहतर होता है। मीन लोग वैसे तो बहुत सज्जन और शांत होते हैं, लेकिन यदि उन्हें परेशान किया जाएं, तो उनसे अधिक कठोर कोई नहीं हो सकता है।

अन्य राशियों के साथ मीन के संबंध

मीन राशि के लोग दयालु, सौम्य, मधुर, बुद्धिमान और सरल होते हैं। उन्हें अकेले रहना, सोना और रोमांस पसंद होता है, वहीं आलोचना, अतीत की डरावनी यादें और क्रूरता से सख्त नफरत होती है। मीन अपने इन गुणों और पसंद नपसंद के जरिए राशि चक्र की कुछ राशियों के साथ अधिक सहजता के साथ संबंध बना पाते हैं, वहीं कुछ राशियों के साथ उन्हें संबंध स्थापित करने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वैदिक ज्योतिष व्यक्ति को इन परेशानियों से बचाने का काम करता है, ज्योतिष आपको सही चुनने के लिए मार्गदर्शित करने का काम करता है। फिलहाल हम मीन राशि के तत्व आधार को केंद्र में रखकर अन्य राशियों के साथ उनके संबंधों का आकलन करेंगे। मीन के साथ अन्य राशियों के इस आकलन से आप अपने लिए एक बेहतर दोस्त और अनुकूल लव या लाइफ पार्टनर प्राप्त कर सकते हैं।

अग्नि तत्व की राशियों के साथ मीन के संबंध

मीन राशि में कौन सा दोष है? - meen raashi mein kaun sa dosh hai?

मेष - मीन अनुकूलता

मीन और मेष की जोड़ी एक संतुलित और संयमित जोड़ी बनाने का काम करते हैं। उनमें एक-दूसरे को समझने की जबरदस्त क्षमता होती है, वे एक-दूसरे की मनोदशा और स्वभाव को अधिक बेहतर ढंग से समझ पाते हैं। इससे उन्हें अपने रिश्तों में बेहतर तालमेल प्राप्त करने में मदद मिलती है। मीन और मेष के राशि स्वामी क्रमशः गुरु और मंगल को वैदिक ज्योतिष में एक दूसरे के लिए अनुकूल और मित्र ग्रह के रूप में जाना जाता है। गुरु और मंगल का संबंध मीन और मेष राशि के लोगों को एक दूसरे के साथ एक बेहतर लाइफ बिताने की क्षमता देता है। जब एक बार मीन और मेष राशि के लोग किसी संबंध में एक साथ आते हैं तो उनके बीच अनुकूलता अपने आप बढ़ने लगती है। कंपेटिबिलिटी चार्ट पर मीन और मेष राशि का अनुकूलता स्तर काफी बेहतर नजर आता है।

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मीन - सिंह अनुकूलता

मीन और सिंह राशि का रिश्ता पानी और आग का संबंध है। मीन और सिंह को अपने रिश्तों को निरंतर और सुचारू बनाए रखने के लिए कठिन और जटिल प्रयास करने होंगे। उन्हें एक दूसरे के साथ तालमेल बनाने और उसे लंबे समय तक जारी रखने के लिए अन्य राशियों की अपेक्षा अधिक प्रयास करने होंगे। मीन राशि के लोग कल्पनाशील और रचनात्मक होते हैं, वहीं सिंह राशि के लोग मजबूत और शक्तिशाली होते हैं। इन गुणों के साथ मीन और सिंह राशि के लोग एक दूसरे के साथ तालमेल बनाने में सक्षम नहीं है। मीन और सिंह अपने तत्व आधार पर भी एक दूसरे के विपरीत नजर आते हैं। राशि स्वामी और ग्रह आधार पर भी मीन और सिंह को अधिक लाभ मिलता दिखाई नहीं देता। हालांकि वैदिक ज्योतिष में सूर्य और गुरु के संबंधों को काफी अनुकूल और लाभदायी माना गया है, लेकिन मीन और सिंह राशि को इनसे बहुत ही कम लाभ मिलने की संभावना है।

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मीन - धनु अनुकूलता

मीन और धनु राशि के बीच एक अच्छा रिश्ता बनने की संभावना होती है, लेकिन वे अपने रिश्ते को कितने लंबे समय तक आगे बढ़ा पाते है यह एक देखने वाली बात है। मीन और धनु को अपने रिश्तों में अनुकूलता प्राप्त करने के लिए एक पतली और टाइट रस्सी पर चलना होगा। मीन और धनु दोनों को अपने संबंधों को अनुकूल बनाने के लिए सामान्य से अधिक गंभीर प्रयास करने होंगे। मीन और धनु दोनों के राशि स्वामी गुरु है जो शुभ के दाता हैं, उनका दोहरा प्रभाव इनके रिश्तों में तनाव पैदा कर सकता है। मीन और धनु को उनके राशि स्वामी गुरु की सलाह है कि आप अपने पार्टनर के प्रति अधिक दयालु और वफादार रहकर अपने रिश्ते को कुछ हद तक अनुकूल बना सकते हैं।

पृथ्वी तत्व के साथ मीन राशि के संबंध

मीन राशि में कौन सा दोष है? - meen raashi mein kaun sa dosh hai?

मीन - वृषभ अनुकूलता

मीन और वृषभ राशि के लोग एक साथ मिलकर एक शानदार जोड़ी बनाने का काम करते हैं। पृथ्वी और जल तत्व का मिलन बताता है कि आप दोनों में अधिक समानताएं और नेचुरल कनेक्शन है। मीन और वृषभ की जोड़ी एक साथ आने पर बहुत मजबूत और शक्तिशाली हो जाती है, वे दोनों साथ मिलकर तूफान को भी रोक सकते हैं। मीन और वृषभ में अपने संबंधों को बुरे दौर से बचाने की क्षमता होती है, जिससे आपका रिश्ता मजबूत होता है और लंबे समय तक चलता है। कंपेटिबिलिटी मीटर पर मीन और वृषभ की अनुकूलता उच्च और बेस्ट नजर आती है।

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मीन - कन्या अनुकूलता

कई मायनों में मीन और कन्या राशि के लोग एक दूसरे से विपरीत नजर आते हैं, लेकिन फिर भी उनके बीच एक दूसरे के प्रति खिंचाव देखने को मिलता है। वे दोनों एक दूसरे के साथ बेहद ही नाजुक धागे से जुड़े होते हैं। मीन और कन्या में अपने रिश्तों के प्रति सम्मान की भावना होती है। एक और चीज को उनके रिश्तों को अधिक उत्साह से भरेगी वह है, उनका एक दूसरे से विपरीत होना ! मीन और कन्या अपनी विपरीत शैलियों के कारण एक-दूसरे से बहुत कुछ सीख सकते हैं। मीन और कन्या राशि के लोग अपने प्यार और करूणा के कारण एक दूसरे के साथ अच्छे और संतुलित संबंध बनाने की क्षमता रखते हैं।

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मीन - मकर अनुकूलता

मीन और मकर की जोड़ी एक-दूसरे के साथ काफी बेहतर संबंध साझा करने की क्षमता रखती है। वे दोनों सेंसेटिव, लाॅयल और एक-दूसरे के लिए काफी सपोर्टिव होते हैं। जल और पृथ्वी तत्व की राशियां होने के कारण आप दोनों एक दूसरे के साथ अच्छे से मैच खाते हैं। उनके रिश्ते में सेफ्टी और स्टेबिलिटी का अच्छा मिश्रण देखने को मिलता है। इन गुणों के साथ मीन और मकर राशि की जोड़ियां एक साथ बहुत कुछ करने की क्षमता रखते हैं। मीन और वृषभ दोनों ही शांत और धैर्यवान है, जिससे उनके बीच बहुत ही कम ऑर्ग्यूमेंट्स होते हैं। कंपेटिबिलिटी चार्ट पर मीन – मकर अनुकूलता का स्तर काफी बेहतर और उच्च दिखाई देता है।

वायु तत्व राशियों के साथ मीन के संबंध

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मीन - मिथुन अनुकूलता

मीन और मिथुन राशि के लोगों के बीच एक मस्ती भरा और प्यारा सा संबंध होता है। वे दोनों एक-दूसरे के साथ अनुकूलता प्राप्त करने की क्षमता रखते हैं। मीन और मिथुन पर अपने राशि स्वामी गुरु और बुध के प्रभाव से आपको अपने आपसी संबंधों को ट्रैक पर लाने की क्षमता प्राप्त होती है। मीन और मिथुन विश्वास, धैर्य और बलिदान के साथ अपनी लव लाइफ को अच्छे से मैनेज कर सकते है। आपके पास एक दूसरे के साथ शेयर करने के लिए कई सारी मजेदार बातें होंगी, जो आपके रिश्ते को अधिक अनुकूलता प्राप्त करने में मदद करेगा। कंपेटिबिलिटी चार्ट पर मीन और मिथुन राशि के लोग एक दूसरे के साथ एक उच्च स्तर प्राप्त करने की क्षमता रखते हैं।

मीन राशि में कौन सा दोष है? - meen raashi mein kaun sa dosh hai?

मीन - तुला अनुकूलता

मीन और तुला राशि के लोग एक दूसरे के साथ अच्छे से मैच नहीं कर पाते, जिससे उनके संबंधों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना होती है। मीन राशि के लोग इंटेलीजेंट और क्रिएटिव होते हैं, जबकि तुला राशि वाले न्यायपूर्ण और अप्रत्यक्ष होते हैं। मीन और तुला का यह विपरीत व्यवहार उन्हें एक दूसरे से दूर करने का काम करता है। हालांकि मीन और तुला राशि वाले गुरु और शुक्र के पाॅजिटिव प्रभावों के कारण एक दूसरे के साथ तालमेल बनाने का प्रयास कर सकते हैं। जिनमें उन्हें सफलता मिलने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। हालांकि कंपेटिबिलिटी चार्ट पर मीन और तुला की जोड़ी एवरेज ही नजर आती है।

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मीन - कुंभ अनुकूलता

मीन और कुंभ राशि की जोड़ी में मेल खाने जैसी कोई बात नहीं है, वे दोनों एक दूसरे से बिलकुल विपरीत नजर आते हैं। जहां कुंभ राशि के लोग खुले विचारों और सामाजिक रूप से सक्रिय होते हैं। वहीं मीन राशि के लोग सुरक्षा और सेफ्टी के लिए तरसते हैं। इसलिए इन दोनों के बीच किसी भी तरह के संबंधों की अनुकूलता स्थापित कर पाना बेहद मुश्किल होता है। हालांकि आपको अपने ग्रह स्वामियों की हेल्प से अपने रिश्ते की कुछ आंतरिक परेशानियों को हल करने में मदद मिलेगी, लेकिन उसके लिए भी आपको गंभीर प्रयास करने होंगे। कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि कंपेटिबिलिटी चार्ट पर मीन और कुंभ की अनुकूलता एवरेज से उच्च नहीं हैं।

जल तत्व राशियों के साथ मीन के संबंध

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मीन - कर्क अनुकूलता

मीन और कर्क एक भावनात्मक और संवेदनशील रिश्ते की नींव रखते हैं, उनके रिश्ते में वे अपनी भावनाओं को तर्क पर तहरीज देने का काम करते हैं। जल तत्व राशि होने के कारण उनका रिश्ता कल्पनाओं की ऊंची उड़ान भरने का काम करता है। वे दोनों एक दूसरे के साथ अच्छे से तालमेल बना पाते हैं और अपने रिश्ते को भावनात्मक मजबूती के बल पर आगे बढ़ाते हैं। मीन राशि के लोग क्रिएटिव और अध्यात्मिक होते हैं, वहीं कर्क व्यावहारिकता और मार्गदर्शक हो सकते हैं, उनके यही गुण उन्हें एक दूसरे के साथ बेहतर तालमेल बनाने में हेल्प करते हैं। कर्क के लिए भौतिक और विलासिता का महत्व है और वे प्रशंसा और सराहना भी करते हैं। वहीं मीन राशि के लोगों की सरल, सहज और आसान जीवन शैली को पसंद करते हैं, जिससे कई बार उनके रिश्तों में कुछ परेशानियां भी आती है लेकिन उनके मजबूत भावनात्मक संबंधों के सामने रिश्तों की सभी कठिनाई बोनी हो जाती है।

मीन राशि में कौन सा दोष है? - meen raashi mein kaun sa dosh hai?

मीन - वृश्चिक अनुकूलता

मीन और वृश्चिक राशि के लोग एक साथ मिलकर एक अच्छी जोड़ी बनाने का काम कर सकते हैं। मीन और वृश्चिक दोनों में एक दूसरे के लिए समान स्तर का जुनून, भावनाएं और सम्मान देखा जाता है। लेकिन फिर भी कई बार उन्हें अपने रिश्तों में स्थिरता बनाए रखने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। हालांकि अपने तत्व आधार पर वे दोनों एक दूसरे के साथ मिलकर इन छोटी मोटी परेशानियों से निपटने में सक्षम है, लेकिन उन्हें इसके लिए गंभीर प्रयास करने होंगे। हालांकि मीन और वृश्चिक के राशि स्वामियों का मिलन हमें रिश्ते में आने वाली कुछ अस्थिरताओं के प्रति आगाह करने का काम करता है। मीन और वृश्चिक को अपने रिश्ते को बनाए रखने के लिए एक दूसरे को अधिक से अधिक समय और स्थान देना होगा। यदि मीन और वृश्चिक दोनों ही अपने रिश्तों को उचित ढंग से आगे बढ़ाने का काम करते हैं, तो उनके बीच की अनुकूलता कई मायनों में बेहतर होने की संभावना है।

मीन राशि में कौन सा दोष है? - meen raashi mein kaun sa dosh hai?

मीन - मीन अनुकूलता

एक मीन और मीन राशि की जोड़ी बेहद अनुकूल और प्यारी हो सकती है। वे दोनों एक दूसरे के साथ बेहद आकर्षक और सुंदर नजर आते हैं, समान राशि तत्व और गुरु के दोहरे आशीर्वाद से उन्हें अपने रिश्ते को संतुलित करने में मदद मिलती है। मीन और मीन राशि के लोग एक दूसरे के साथ बहुत ही अच्छा और खुशनुमा समय बिता सकते हैं। चूंकि दोनों ही राशियों का संबंध जल तत्व से होता है, इसलिए उनके बीच के अंतरंग संबंधों का स्तर भी काफी बेहतर होता है। एक दोनों अपने रिश्तों में समान लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए एक साथ आगे बढ़ने का काम करते हैं। रिश्तों में तालमेल और एक-दूसरे के गुणों के साथ समानता उन्हें अधिक बेहतर और अनुकूल संबंध बनाने में मदद करते है। एक मीन और मीन के संबंध कंपेटिबिलिटी चार्ट पर अन्य राशियों से बेहतर प्रदर्शन करते नजर आते हैं।

मीन के लिए अधिक अनुकूल राशियां

मीन के लिए बेस्ट मैच – वृश्चिक, कर्क और मकर

मीन राशि के लोग शांत और कोमल होते हैं, उनमें अपने रिश्तों के प्रति गहरा समर्पण देखने को मिलता है। वे अपने साथी को अपने दिल में स्थान देते हैं। उनका स्वभाव उदार और स्नेही होता है, लेकिन इन गुणों के साथ मीन तो किसी रिश्ते में एडजेस्ट कर सकते हैं, लेकिन उसके अलावा अन्य राशियां मीन के इन गुणों के साथ कितना मेल खाती है! यह एक बड़ा सवाल है। तत्व और गुण दोष के आधार पर मीन के साथ सबसे अच्छी तरह मेल खाने वाली राशियों में वृश्चिक, कर्क और मकर राशियां शामिल है। इन राशि के लोगों को मीन के साथ अनुकूलता हासिल करने में अधिक समय नहीं लगता है। वृश्चिक और कर्क का भावनात्मक और त्याग वाला नेचर मीन को उनके साथ अधिक बेहतर ढंग से रिश्ते बनाने और उन्हें आगे बढ़ाने में हेल्प करता है। वहीं वायु तत्व की मकर राशि के साथ मीन एक बेहतरीन बौद्धिक स्तर साझा करते हैं। कम शब्दों में कहें तो मीन वृश्चिक, कर्क और मकर राशि साथ सबसे अधिक अनुकूल होते हैं।

मीन राशि के लिए कम अनुकूल राशियां

मीन के लिए प्रतिकूल राशियां – तुला, मिथुन और धनु
जल तत्व की राशि मीन के लोग सरल, कोमल और सहज होते हैं। उन्हें एक घरेलू कार्यों में महारत हासिल होती है और वे अधिक शोरबाजी करने के पक्ष में नहीं होते हैं। हालांकि कई बार उन्हें अपने इंट्रोवर्ट नेचर के कारण अहंकारी और आत्मकेंद्रित समझ लिया जाता है। हालांकि यह अर्धसत्य है, मीन राशि के लोगों को कल्पनाओं से प्रेम होता है, इसलिए वे खुद के साथ अधिक समय बिताना पसंद करते हैं। लेकिन राशि चक्र की कुछ राशियां ऐसी भी हैं, जिन्हें मीन के इन गुणों के साथ तालमेल बनाने में कुछ परेशानियां का सामना करना पड़ता है। इन राशियों में तुला, मिथुन और धनु शामिल, वायु और अग्नि तत्व से संबंध रखने वाली इन राशि लोगों को जल तत्व के साथ रिश्ते बनाए रखने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। तुला का बहिर्मुखी स्वभाव मीन के इंट्रोर्वट नेचर के साथ मेल नहीं खाता, वहीं मिथुन का संबंधों के प्रति उदासीन स्वभाव भावनात्मक मीन के लिए दिल तोड़ने वाला हो सकता है। इन दोनों राशियों के अलावा अग्नि तत्व की धनु राशि मीन के बिलकुल विपरीत है और अपने आवेगी व तीव्र स्वभाव के कारण उनके बीच समान जमीन खोज पाना एक मुश्किल काम है। तुला, मिथुन व धनु इन तीनों राशियों के लोगों को मीन के साथ रिश्तों में संतुलन बनाने और उसे लंबे समय तक बनाए रखने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कुल मिलाकर मिथुन, तुला और धनु राशि के लोग मीन के साथ अपने संबंधों में अनुकूलता प्राप्त करने के लिए सक्षम नहीं होते हैं।

मीन मित्रता संगतता – राशि के आधार पर अपने बेस्ट फ्रेंड को जानें

मीन राशि के लोगों की अपने पुराने और नए दोस्तों के साथ बहुत ही बेहतरीन बाॅन्डिंग होती है। लोगों के प्रति मीन का साॅफ्ट नेचर अन्य राशियों के लोगों को उनकी ओर आकर्षित करने का काम करता है। हालांकि इसके बावजूद राशिचक्र की कुछ राशियों के साथ मीन की दोस्ती अधिक बेहतर और गहरी होती है। इन राशियों की बात करें तो इसमें जल तत्व वृश्चिक, कर्क और मकर राशि के साथ मीन की दोस्ती ज्यादा गहरी और अनुकूल नजर आती है। यहां हम अन्य राशियों की तुला को आधार मान बना रहे, क्योंकि अन्य राशियों की तुलना में वृश्चिक, कर्क और मकर मीन के साथ अधिक सजहता से संबंध बना पाते हैं और समान गुणों के साथ अपने रिश्तों को लंबे समय तक बनाए भी रखते हैं।

मीन प्रेम अनुकूलता – जानिए कौन है मीन का परफेक्ट मैच

एक प्रेमी के रूप में मीन राशिचक्र की सर्वश्रेष्ठ राशियों में से एक होती। राशिचक्र की कुछ अपवाद राशियों को छोड़कर प्रेम संबंधों में मीन का लगभग हर राशि का साथ अच्छे संबंध होते हैं। इन राशियों में भी यदि हम बेस्ट लव मैच की बात करें, तो वृश्चिक, कर्क और मकर के साथ मीन प्रेम संबंधों में एक समान लक्ष्य साझा करते हैं और एक-दूसरे के साथ चीजों को सहजता शेयर कर पाते हैं। इन राशियों का मिलनसार नेचर भी इसमें उनकी हेल्प करता है।

मीन वैवाहिक अनुकूलता – भाग्य से जुड़े अपने जीवन साथी को जानें

मीन राशि का स्वभाव किसी भी रिश्ते को बनाए रखने और उसे आगे बढ़ाने के लिए बहुत अनुकूल होता है। मीन राशि के लोग बड़ी ही सहजता से अपने विवाह जीवन को आगे बढ़ा पाते हैं। हालांकि जब उनके विवाह संबंधों की बात वृश्चिक, कर्क और मीन राशियों के साथ हो तब तो उनके विवाह संबंधों को सर्वश्रेष्ठ माना जा सकता है। इन राशियों के राशि स्वामी और इनके गुण, दोष व स्वभाव मीन राशि के साथ संबंधों को बनाने और उन्हें निर्धारित लक्ष्य तक पहुंचने में मदद करते हैं। मीन राशि के लिए वृश्चिक, कर्क और मकर राशि विवाह बंधन में बंधने के लिए सबसे अनुकूल और सहज होती है।

निष्कर्ष

हम बचपन से सुनते आए हैं कि रिश्ते आसमानों में तय होते हैं। क्या आपने कभी यह जानने का प्रयास किया कि कैसे रिश्तों का निर्माण आसमानों में होता है। इस कहावत के पीछे वैदिक ज्योतिष के उन सिद्धांतों का श्रेष्ठ योगदान है, जिनका उपयोग कर हमने मीन राशि के लिए प्रेम, विवाह और दोस्ती जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अनुकूल और कम अनुकूल राशियों का आकलन किया। उम्मीद है कि हमारी एस्ट्रोलाॅजी टीम का वर्षों का अनुभव आपको अपने लिए बेहतर चुनने में मदद करेगा।

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मीन राशि वालों का कौन सा ग्रह खराब चल रहा है?

साढ़े साती 2022 (Sade Sati on Which Rashi 2022) पंचांग के अनुसार मीन राशि वाले जातकों पर लगभग 22 वर्ष बाद शनि की साढ़े साती आरंभ हुई है.

मीन राशि का दुश्मन कौन होता है?

मीन राशि मकर, सिंह और तुला राशि को आमतौर पर मीन राशि का दुश्मन माना जाता है क्योंकि वे पैसे वाले होते हैं और अगर उन्हें विकल्प दिया जाए तो वे भावनाओं पर पैसे का चुनाव करेंगे।

मीन राशि में कौन सी दशा चल रही है?

इन राशियों पर है शनि की साढ़ेसाती शनि की साढ़ेसाती का जिन राशियों पर प्रभाव होता है, उसको जीवन में कई कष्टों का सामना करना पड़ता है। वहीं शनि 29 अप्रैल 2022 को अपनी ही राशि में कुंभ में प्रवेश करेंगे, ऐसा करने से मीन राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती का पहला चरण शुरू हो जाएगा।

मीन राशि की कमजोरी क्या है?

अपने जिद्दी और स्वतंत्र स्वभाव की वजह से दूसरों पर निर्भर होना नहीं चाहते हैं। हालांकि, ये अक्सर ऊब जाते हैं और विचलित हो जाते हैं। इन्हे खुद पर ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता होती है। साथ ही अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए और प्रेरित करने की भी आवश्यकता होती है।