प्लेट विवर्तनिक सिद्धांत का वर्णन करें? Show माहाद्वीपों, महासागरीय, द्रोणियों और विभिन्न स्थालाकृतियों के निर्माण से सम्बन्धित भूगर्भ शास्त्रीयों द्वारा प्रतिपादित सर्वमान्य सिद्धांत प्लेट विवर्तनिक का सिद्धांत है। इस सिद्धांत केअनुसार पृथ्वी की उपरी पर्पटी सात बड़ी एवं कुछ छोटी प्लेटों से बनी है। भूगर्भ शास्त्रियों केअनुसार लाखों वर्ष पहले संसार एक वृहतम महाद्वीप पैंजिया जो विशालकाय महासागर पैंथालसा से घिरा था, वर्तमान महाद्वीप और उसमें समाहित महासागर का निर्माण संवहनीय प्रवाह के कारण भूपर्पटी के टूटने तथा उनके संचरण से हुआ है। भारत के प्रमुख भौतिक विभागों के नाम लिखें ? किन्हीं एक भौतिक विभाग पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखें।
समुंद्र तटीय मैदान: भारत का प्रायद्वीपीय पठार पूरब और पश्चिम में पतले समुंद्र तटीय मैदान से घिरा है।पश्चिम तटीय मैदान एक
पतली पट्टी है जो अरबसागर के साथ-साथ फैला हुआ है तथा इसके पूरब में पूर्वी घाट अवस्थित है। इस पश्चिमी तटीय मैदान का उतरी भाग कोंकण ( मुम्बई से गोवा) कहलाता है। मध्यवर्ती भाग कन्नड़ तथा दक्षिणी भाग मालावार तट कहलाता है। निम्नलिखित पर संक्षिप्त टिप्पणियाँ लिखिए-मध्य उच्च भूमिनर्मदा नदी के उत्तर में प्रायद्वीपीय पठार का वह भाग जो कि मालवा के पठार के अधिकतर भागों में फैला है, मध्य उच्च भूमि के नाम से जाना जाता है। इस क्षेत्र में बहने वाली नदियाँ-चंबल, सिंधु, बेतवा तथा केन दक्षिण-पश्चिम से उत्तर-पूर्व की तरफ बहती हैं। मध्य उच्च भूमि पश्चिम में चौड़ी लेकिन पूर्व में संकीर्ण है। इस पठार के पूर्वी विस्तार को स्थानीय रूप से बुंदेलखंड तथा बघेलखंड के नाम से जाना जाता है। इसके और पूर्व के विस्तार के दामोदर नदी द्वारा अपवाहित छोटानागपुर पठार दर्शाता है। 440 Views निम्नलिखित पर संक्षिप्त टिप्पणियाँ लिखिए- मध्य हिमालय का सर्वाधिक हिस्सा असम में है। इन श्रंखलाओं का निर्माण मुख्य रूप से अत्यधिक संपीड़ित तथा परवर्तित शैलों में हुआ है। इनकी ऊँचाई 3,700 मीटर से 4,500 मीटर के बीच तथा औसत चौड़ाई 50 किलोमीटर है। पीर पंजाल श्रृंखला सबसे लम्बी तथा सबसे महत्वपूर्ण शृंखला है। धौलाधार एवं महाभारत श्रंखलाएँ भी महत्वपूर्ण हैं। इसी शृंखला में कश्मीर की घाटी तथा हिमाचल के कांगड़ा एवं कुल्लू की घाटियाँ स्थित हैं। धर्मशाला, डलहौजी, शिमला, नैनीताल, मसूरी, दार्जीलिंग आदि कई पर्वतीय नगर भी इसके निचले भागों में स्थित हैं। 635 Views भारत के उतरी मैदान का निर्माण कैसे हुआ है? संक्षेप मे वर्णन करें। टेथिस सागर में लगातार अवसादों के निक्षेपण से ऊँचे उठे हुए हिस्से से उतरी मैदान का निर्माण हुआ। निम्नलिखित पर संक्षिप्त टिप्पणियाँ लिखिए- नर्मदा नदी के उत्तर में प्रायद्वीपीय पठार का वह भाग जो कि मालवा के पठार के अधिकतर भागों में फैला है, मध्य उच्च भूमि के नाम से जाना जाता है। इस क्षेत्र में बहने वाली नदियाँ-चंबल, सिंधु, बेतवा तथा केन दक्षिण-पश्चिम से उत्तर-पूर्व की तरफ बहती हैं। मध्य उच्च भूमि पश्चिम में चौड़ी लेकिन पूर्व में संकीर्ण है। इस पठार के पूर्वी विस्तार को स्थानीय रूप से बुंदेलखंड तथा बघेलखंड के नाम से जाना जाता है। इसके और पूर्व के विस्तार के दामोदर नदी द्वारा अपवाहित छोटानागपुर पठार दर्शाता है। 440 Views पूर्वी घाट का सर्वोच्च शिखर-
3024 Views भारत के पूर्वी भाग में म्यांमार की सीमा का निर्धारण करने वाले पर्वतों का सयुंक्त नाम-
2050 Views एक स्थलीय भाग जो तीन ओर से समुन्द्र से घिरा हो-
3632 Views भूगर्भीय प्लेटें क्या है? जो सघन अर्धतरल चट्टानों के ऊपर तैरती रहती है। उन्हें भूगर्भीय प्लेटें कहते है। इसके दो प्रकार होते है-महाद्वीप और महासागरीय प्लेटें। 1803 Views गोवा के दक्षिण में स्थित पश्चिमी तटीय पट्टी-
2528 Views मध्य उच्च भूमि क्या है?Solution : मध्य उच्च भूमि : प्रायद्वीपीय क्षेत्र का वह भाग जो नर्मदा नदी के उत्तर में पड़ता है और मालवा के पठार के एक बड़े हिस्से पर फैला है उसे मध्य उच्चभूमि कहा जाता है। यह दक्षिण में विंध्य श्रेणी और उत्तर-पश्चिम में अरावली की पहाड़ियों से घिरा है।
मध्य उच्च भूमि का विस्तार कितना है?भूमि क्षेत्र के 2.42 प्रतिशत है । दक्षिण भारत के नाम से जानते हैं । इसी प्रकार से 82° 30' पूर्वी देशांतर देश के लगभग मध्य से गुजरता है । यह भारत के मानक मध्यान्ह के रूप में जाना जाता है।
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