लोक प्रशासन का क्षेत्र
लोक प्रशासन का क्षेत्र से संबन्धित दृष्टिकोण1. संकुचित दृष्टिकोण Show
2. व्यापक दृष्टिकोण 3. पोस्डकोर्ब दृष्टिकोण (Posd Corb View ) 4. पाठ्य विषयवस्तु सम्बन्धी दृष्टिकोण 5. लोक नीति सम्बन्धी दृष्टिकोण 6. मनोसामाजिक दृष्टिकोण 7. लोक एवं निजी प्रशासन द्विविभाजन दृष्टिकोण उपरोक्त सभी दृष्टिकोण का विस्तृत वर्णन नीचे दिया गया है: लोक प्रशासन के क्षेत्र का संकुचित दृष्टिकोण
लोक प्रशासन के क्षेत्र का व्यापक दृष्टिकोण
लोक प्रशासन के क्षेत्र का पोस्डकोर्ब (POSDCORB ) दृष्टिकोणलोक प्रशासन के कार्य क्षेत्र के सम्बन्ध में POSDCORB विचार लूथर गुलिक (Luther Gullick) की देन है। "POSDCORB" शब्द अंग्रेजी के सात शब्दों के प्रथम अक्षरों को मिलाकर बनाया गया है। ये शब्द निम्न प्रकार हैं: POSDCORB Full FormP-Planning -योजना बनाना O-Organising -संगठन बनाना S- Staffing -कर्मचारियों की व्यवस्था करना D - Directing - निर्देशन प्रदान करना CO-Co-coordinating-समन्वय करना R - Reporting -प्रतिवेदन देना B-Budgeting-बजट तैयार करना इन शब्दों का कुछ विस्तृत अध्ययन आवश्यक है, क्योंकि POSDCORB द्वारा निष्पादित कार्य मोटे तौर पर मुख्य कार्यपालिका द्वारा निष्पादित कार्य से काफी मिलता-जुलता है। 1. योजना बनाना (Planning):बिना योजना के लक्ष्य प्राप्त करना कठिन हो जाता है। इच्छित कार्यों की रूपरेखा तैयार करना और निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति के लिए रीतियों एवं नीतियों का निर्धारण इसके अन्तर्गत किया जाता है। 2- संगठन बनाना (Organising):
3. कर्मचारियों की व्यवस्था करना (Staffing):
4- निर्देशन प्रदान करना (Directing ):लोक प्रशासन का कार्य प्रशासन सम्बन्धी कार्यों का विश्लेषण करके निर्णय लेना और निर्णय के अनुसार कर्मचारियों को निर्देश देना है। उचित निर्देशन के अभाव में प्रशासन अपने लक्ष्यों से भटक जायेगा। 5- समन्वय स्थापित करना (Co-ordinating ):
6. प्रतिवेदन देना (Reporting):
7. बजट तैयार करना (Budgeting):
लोक प्रशासन के क्षेत्र के पोस्डकार्ब दृष्टिकोण की आलोचनायद्यपि पोस्डकार्ब दृष्टिकोण लोक प्रशासन के क्षेत्र को समझने में काफी सहायक है किन्तु यह द दृष्टिकोण अधूरा है और इसी कारण अनेक विद्वानों ने इसकी कटु आलोचना की है। इन आलोचकों में लेविस मेरियम प्रमुख है। मेरियम ने इस दृष्टिकोण की आलोचना अपनी पुस्तक 'Public Service and Special Training' में की है। मेरियम के अनुसारः
वाकर ने विषय-वस्तु सम्बन्धी ज्ञान को प्रायोगिक लोक प्रशासन का नाम दिया है और इसे 10 भागों में बाँटा है-राजनैतिक, वैधानिक, वित्तीय, प्रतिरक्षा, शैक्षिक, सामाजिक, आर्थिक, विदेशी साम्राज्य सम्बन्धी तथा स्थानीय प्रशासन इन कार्यों के अन्तर्गत आने वाली प्रमुख क्रियाएं निम्नलिखित हैं: 1. प्रशासन के राजनीतिक कार्यों में आते हैं कार्यकारिणी-विधानमण्डल सम्बन्ध, मन्त्रिमण्डल या मन्त्रिपरिषद की राजनीतिक प्रशासनिक क्रियाएँ, मन्त्री तथा स्थायी अधिकारियों के सम्बन्ध । 2. प्रशासन के वैधानिक कार्यों में सम्मिलित है प्रत्यायुक्त विधायन (Delegated Legislation) तथा विधान-मण्डल में विधेयक को पेश करने तथा पारित करने सम्बन्धी प्रारम्भिक कार्य जो प्रशासनिक अधिकारियों एवं विभागों द्वारा किये जाते हैं। 3.वित्तीय कार्यों में बजट को तैयार करने से लेकर उसको लागू करना, लेखाविधि, अंकेक्षण, खजाने का प्रबन्ध आदि समूचा वित्तीय प्रशासन सम्मिलित है। 4. प्रतिरक्षा कार्य के अन्तर्गत सैनिकों से सम्बन्धित कार्य आता है। 5. शैक्षिक कार्य में अपने विशाल अर्थ में शैक्षिक प्रशासन आता है। 6. सामाजिक प्रशासन में खाद्य, भवन निर्माण, सामाजिक सुरक्षा, रोजगार आदि से सम्बन्धित विभागों की क्रियाएँ सम्मिलित हैं। 7. आर्थिक प्रशासन का सम्बन्ध एक सम द्ध तथा स्थिर अर्थव्यवस्था की स्थापना से है। जैसे कृषि और उद्योगों की सुरक्षा तथा विकास, विदेशी व्यापार तथा वाणिज्य को प्रोत्साहन देना, उपभोक्ता के हित में उद्योगों का नियमन आदि। 8. विदेशी प्रशासन में हैं विदेशी मामलों का प्रबन्ध, कूटनीति अन्तर्राष्ट्रीय सहयोग, विभिन्न प्रकार के अन्तर्राष्ट्रीय संगठनों या अभिकरणों का प्रशासन आदि । 9. साम्राज्य प्रशासन में वे समस्याएँ तथा तकनीकें आती हैं जो एक राष्ट्र के द्वारा दूसरे लोगों अथवा राष्ट्र पर शासन करने से उत्पन्न होती हैं।
लोक प्रशासन का क्षेत्र का लोक नीति सम्बन्धी दृष्टिकोण
लोक प्रशासन के क्षेत्र मनो सामाजिक दृष्टिकोण
लोक प्रशासन एवं निजी प्रशासन द्विविभाजन दृष्टिकोण
निष्कर्षः
कौन कौन लोक प्रशासन के प्रबंध दृष्टिकोण के समर्थक हैं??? फिफनर के अनुसार, “मनुष्य तथा भौतिक संसाधनों का संगठन एवं नियंत्रण ही प्रशासन है। ' लूथर गुलिक के मतानुसार, “प्रशासन का संबंध कार्यों को संपन कराने से है जिससे कि निर्धारित लक्ष्य पूरा हो सके । " • निग्रो के अनुसार, “प्रशासन लक्ष्य की प्राप्ति के लिये मनुष्य तथा सामग्री, दोनों का संगठन है । "
निम्न में से कौन लोक प्रशासन के Posdcorb दृष्टिकोण के समर्थक हैं *?POSDCORB का विस्तारित रूप है : Planning, Organizing, Staffing, Directing, Coordinating, Reporting and Budgeting (नियोजन, संगठन, कर्मचारी, निर्देशन, समन्वय, प्रतिवेदन, तथा बजट)। यह सिद्धान्त लूथर गुलिक द्वारा प्रतिपादित है। ये सभी प्रशासन के लिये आवश्यक प्रमुख चरण ।
दार्शनिक उपागम के समर्थक कौन नहीं है?यांत्रिक सिद्धान्त की निम्नलिखित प्रमुख मान्यतायें हैं :- () इस उपागम के समर्थक संगठन की संरचना पर सर्वाधिक बल देते हैं। इनकी मान्यता है कि संगठन की Page 12 प्रशासनिक सिद्धांत समस्त समस्याएँ इसकी संरचना में जन्म लेती हैं, अतः वैज्ञानिक आधार पर संगठन की संरचना होनी चाहिए।
लोक प्रशासन के दृष्टिकोण क्या है?लोक प्रशासन की प्रकृति लोक प्रशासन के सम्बन्ध में दी हुई भिन्न-भिन्न विचारकों की परिभाषाओं के अध्ययन के आधार पर उसकी प्रकृति से सम्बन्धित तीन प्रकार के दृष्टिकोण हैं। . (a) लोक प्रशासन का सम्बन्ध सरकार की तीनों शाखाओं - विधानपालिका, कार्यपालिका तथा न्यायपालिका का क्रियाओं से है ।
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