Free Show UPSC Civil Service Prelims General Studies Mock Test 100 Questions 200 Marks 120 Mins Latest UPSC CAPF AC Updates Last updated on Sep 21, 2022 UPSC CAPF AC Interview Schedule released. The interview will be held from 31st October to 22nd November 2022. The UPSC CAPF Result for the written exam was released on 16th September 2022. The selection process of the CAPF Assistant Commandant consists of a Written Exam, Physical Test, and Interview/Personality Test. The finally appointed candidates will get a salary in the range of Rs. 56100 - Rs. 177500. Free General Awareness Mock Test 10 Questions 10 Marks 6 Mins Latest Navy MR Agniveer Updates Last updated on Sep 22, 2022 The Indian Navy has released the Navy MR Agniveer Admit Card 2022. The writtern examination is scheduled to be held in the month of October 2022. The candidates who wish to attend the Indian Navy MR Exam must download the admit card. The selection of the candidates is based on the performance in written examination and physical fitness test. A total number of 200 vacancies are released for the recruitment process. With a decent salary package of Rs. 30,000 to Rs. 40,000, it is golden opportunity for job seekers. भारत सरकार देश के विकास के लिए लोगों से कर लेती है वहीँ दूसरी तरफ लोगों के कल्याण में वृद्धि करने के लिए इस धन को सार्वजानिक व्यय के माध्यम से खर्च भी करती है. बजट अनुमान (2018-19) के आंकड़े बताते हैं कि सरकार के कुल खर्च का 23.58% सिर्फ ब्याज भुगतान के लिए आवंटित किय गया है. वर्तमान में सरकार की आय का प्रमुख स्रोत “वस्तु एवं सेवा कर” (33 % योगदान) है इसके बाद कारपोरेशन टैक्स (27%) और आय कर की हिस्सेदारी 23% है. भारत एक संघात्मक व्यवस्था वाला देश है यहाँ पर अधिकतर कर लगाने और वसूलने का अधिकार केंद्र सरकार के पास है. केंद्र सरकार को करों और गैर-कर स्रोतों से आय प्राप्त होती है जिन दोनों के कुल योग को कुल राजस्व प्राप्तियां कहा जाता है. इस लेख में हम आपको बता रहे हैं कि भारत सरकार को किस कर से कितनी राशि प्राप्त होती है और इसके अलावा किन अन्य स्रोतों से सरकार को आय प्राप्त होती है साथ ही यह भी बताएँगे कि सरकार किस मद (item) पर कितना खर्च करती है. केंद्र सरकार को निम्नलिखित स्रोतों से आय प्राप्त होती है; 1. आय कर 2. निगम कर 3. वस्तु एवं सेवा कर (अब उत्पाद कर, सेवा कर और सीमा को समाप्त कर दिया गया है लेकिन नीचे की तस्वीर में इन सभी को शामिल किया गया है क्योंकि तस्वीर का डेटा पिछले वर्ष के बजट का है) 4. उधार लिया गया धन 5. विदेशी अनुदान 6. सरकारी कंपनियों से प्राप्त लाभ भारत में आय असमानता के बारे में 14 रोचक तथ्य सरकार निम्न मदों पर धन खर्च करती है; 1. रक्षा व्यय 2. उधार धन पर किया गया ब्याज भुगतान 3. सब्सिडी (खाद्य, उर्वरक और पेट्रोलियम) 4. पेंशन 5. राज्यों को दिया गया करों में हिस्सा 6. शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक कल्याण पर किया गया खर्च आइये अब जानते हैं कि भारत सरकार को किस स्रोत से कितनी मात्रा में आय प्राप्त होती है;
ऊपर दी गयी सारिणी से यह स्पष्ट है कि सरकार को सबसे अधिक कर के रूप में आय, निगम कर से प्राप्त होने की उम्मीद है इसके बाद आयकर से लगभग 5.29 लाख करोड़ रुपये मिलने की संभावना है. नोट: यदि सरकार किसी देश या संस्था से ऋण लेती है तो उसको भी सरकार की आय में जोड़ा जाता है. इसी प्रकार जिन देशों और संस्थाओं को भारत सरकार ने ऋण दिया है उससे ब्याज के रूप में प्राप्त होने वाली आय को भी सरकार की आय माना जाता है. आइये अब जानते हैं कि भारत सरकार किन-किन मदों पर रुपया खर्च करती है;
ऊपर दी गयी सारिणी से सारांश निकाला जा सकता है कि भारत सरकार की खर्च की सबसे बड़ी मद (5,30,843 करोड़ रूपए) ब्याज भुगतान है. यह ब्याज उस राशि के लिए दिया जाता है जो कि भारत सरकार ने विश्व की अन्य संस्थाओं और देशों से लिया है. बजट 2017-18 के अनुमानों के अनुसार भारत सरकार अपनी कुल आय का लगभग 18% सिर्फ ब्याज भुगतान के रूप में खर्च करती है. सरकार को रुपया ब्याज के रूप में इतनी बड़ी रकम खर्च करनी पड़ती है कि इस धन से शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, सामाजिक कल्याण, उर्जा, सब्सिडी और वैज्ञानिक विभाग का पूरा खर्चा उठाया जा सकता है. आइये अब ऊपर दी गयी सारिणी के आधार पर कुछ तथ्यों के जान लेते हैं; 1. सरकार की कुल कर आय में सबसे अधिक हिस्सेदारी (33%) वस्तु एवं सेवा कर की है, इसके बाद कारपोरेशन टैक्स (27%) और आय कर की हिस्सेदारी 23% है. 2. सरकार के कुल खर्च का 23.58% सिर्फ ब्याज भुगतान के लिए आवंटित किय गया है जबकि रक्षा खर्च के लिए कुल खर्च का 11.58% धन आवंटित किया गया है. 3. सब्सिडी को फ़ूड सेक्टर के लिए 20.7% बढाया गया है जबकि कुल सब्सिडी में 15% की वृद्धि की गयी है. सारांश के तौर यह कहा जा सकता है कि भारत एक लोकतान्त्रिक देश है और यहाँ की सरकार लोगों के कल्याण को अधिकत्तम करने के लिए काम करती है न कि लाभ को अधिकत्तम करने के लिए. इसी कारण सरकार को कई ऐसी योजनाओं को शुरू करना पड़ता है जो कि धन अर्जन के हिसाब से तो बहुत ही फिसड्डी साबित होती हैं लेकिन जन कल्याण के मामले में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं. इन जन कल्याणकारी योजनाओं के कारण ही सरकार के वित्तीय घाटे में कोई कमी नही आ रही है. उम्मीद है कि इस लेख को पढने के बाद आप समझ गए होंगे कि भारत सरकार किन किन स्रोतों से आय प्राप्त करती है और उसे कहाँ खर्च करती है. क्या भारत सरकार नए नोट छापकर विदेशी कर्ज चुका सकती है? रुपये के कमजोर होने से भारतीय अर्थव्यवस्था को होने वाले फायदे और नुकसान भारत में राजस्व का प्रमुख स्रोत क्या है?राजस्व का मुख्य स्त्रोत है आयकर
सरकार के राजस्व का सबसे बड़ा स्रोत क्या है?कॉरपोरेट कर भारत सरकार की आय का एकमात्र सबसे बड़ा स्रोत है।. सरकार द्वारा सीधे व्यक्तियों या निगमों पर लगाया जाने वाला कर प्रत्यक्ष कर कहलाता है।. आयकर, कॉरपोरेट कर और धन कर प्रत्यक्ष कर के कुछ उदाहरण हैं।. वे प्रकृति में प्रगतिशील हैं।. राज्य सरकार की आय का सबसे बड़ा स्रोत क्या है?1 Answer. भू-राजस्व या मालगुजारी – यह एक अति प्राचीन कर है। ... . व्यापारकर या बिक्री कर – 'बिक्री कर' या व्यापार कर राज्य सरकार की आय का एक महत्त्वपूर्ण स्रोत है। ... . राज्य उत्पादन शुल्क – 'राज्य उत्पादन शुल्क राज्य की आय का एक महत्त्वपूर्ण स्रोत है। ... . स्टाम्प व पंजीयन शुल्क – 'स्टाम्प शुल्क' प्राय: दो प्रकार का होता है –. आय का स्रोत क्या है?पहला भाग सैलरी और पेंशन से होने वाली आय है। जो आपके नियोक्ता द्वारा प्रदान की जाती है। आय का दूसरा स्रोत हाउस या प्रॉपर्टी से होनी वाली आय है। हाउस प्रॉपर्टी के जरिए मिलने वाले मकान किराए या मिलने वाले मकान किराए को भी आमदनी में शामिल किया जाता है।
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