कवि को क्यों लगता है कि हम कामयाब होंगे? - kavi ko kyon lagata hai ki ham kaamayaab honge?

AP State Syllabus AP Board 8th Class Hindi Textbook Solutions Chapter 1 हम होंगे कामयाब Textbook Questions and Answers.

AP State Syllabus 8th Class Hindi Solutions Chapter 1 हम होंगे कामयाब

8th Class Hindi Chapter 1 हम होंगे कामयाब Textbook Questions and Answers

InText Questions (Textbook Page No. 1)

कवि को क्यों लगता है कि हम कामयाब होंगे? - kavi ko kyon lagata hai ki ham kaamayaab honge?

प्रश्न 1.
चित्र में क्या – क्या दिखायी दे रहा हैं?
उत्तर:
चित्र में एक पेड है। पेड़ के नीचे, पेड़ के ऊपर विभिन्न देशों के लोग पढ़ रहे हैं। पेड का ऊपरी भाग विश्व मान चित्र के आकार में है। उस मान चित्र में उन देशों में रहने वाले लोगों की वेशभूषा है। और छोटी – छोटी चिडियाँ भी हैं।

प्रश्न 2.
वे क्या कर रहे हैं?
उत्तर:
वे सभी हाथ में किताब लेकर पढ़ रहे हैं।

कवि को क्यों लगता है कि हम कामयाब होंगे? - kavi ko kyon lagata hai ki ham kaamayaab honge?

प्रश्न 3.
वे एक – दूसरे से क्या कह रहे होंगे?
उत्तर:
वे एक – दूसरे से किताब के विषयों के बारे में पूछ रहे होंगे।

सुनो – बोलो

प्रश्न 1.
पाठ में दिये गये चित्रों के बारे में बातचीत करो।
उत्तर:

  • पहले चित्र में एक लड़की रस्सी – कूद का खेल खेल रही है।
  • दूसरे चित्र में एक लडका हाथ में पंखे का एक भाग लिये खडा हुआ है। उसके दूसरे हाथ में एक लोहे की रॉड है। तीसरे चित्र में एक लडका तितली को देख रहा है।
  • चौथे चित्र में एक लडकी संगणक (कंप्यूटर) के सामने बैठकर कुछ देख रही है।
  • पाँचवे चित्र में दो लड़कियाँ गीत गा रही हैं। छठवे चित्र में एक लडकी रिंग खेल खेल रही है।
  • सातवे चित्र में एक लडकी पाठशाला जा रही है।
  • आठवें चित्र में एक लडकी साइकिल की सवारी कर रही है।
  • नौवे चित्र में एक लडका चित्र खींच रहा है। उसके बगल में फूलों का पौधा भी है।
  • दसवें चित्र में एक लडकी पौधे को पानी दे रही है।
  • ग्यारहवे चित्र में एक लडका पतंग उडा रहा है।
  • आखिरी चित्र में एक लडकी बड़ी श्रद्धा के साथ पढ़ रही है।

प्रश्न 2.
पाठ का नाम तुम्हें कैसा लगा और क्यों?
उत्तर:
पाठ का शीर्षक ‘हम होंगे कामयाब’ बहुत अच्छा लगा । क्योंकि हमारे जीवन का लक्ष्य’कामयाब होना

प्रश्न 3.
हम में आत्मविश्वास हो तो क्या – क्या कर सकते हैं?
उत्तर:
हम में आत्मविश्वास हो तो हर काम में कामयाबी पा सकते हैं। परीक्षाओं में खेलों में जीत मिलती है। जीवन में कामयाब बन सकते हैं।

कवि को क्यों लगता है कि हम कामयाब होंगे? - kavi ko kyon lagata hai ki ham kaamayaab honge?

प्रश्न 4.
कामयाब होने के लिए क्या करना पड़ता है?
उत्तर:
एकता ही बल है और एकता में बल है। पूरे विश्वास के साथ एक दूसरे के हाथ में हाथ डालकर साथ साथ चलने से हम हर विषय में कामयाब हो सकते हैं।

प्रश्न 5.
कविता का सारांश अपने शब्दों में बताओ ।
(या)
विश्वास के साथ काम करने से कामयाबी प्राप्त कर सकते हैं। “हम होंगे कामयाब” कविता पाठ के द्वारा स्पष्ट कीजिए।
(या)
“कामयाब होने के लिए आत्म विश्वास की जरूरत है।” इस के बारे में अपने विचार व्यक्त कीजिए।
उत्तर:
कवि श्री गिरिजा कुमार माथुर अपनी कविता के माध्यम से आत्मविश्वास की महत्व के बारे में बता रहे हैं। अगर हम पूरे विश्वास के साथ काम करेंगे तो हम ज़रूर उस काम में सफल हो जायेंगे। हमें विश्वास है कि हमारे देश में चारों ओर शांति होगी इस प्रकार की सुनहरी स्थिति एक न एक दिन ज़रूर आयेगी। हमें विश्वास है कि हम सभी लोग एक दूसरे के हाथ में हाथ डालकर साथ-साथ मिलकर चलेंगे । अर्थात हम सभी लोग भाई-भाई की तरह रहेंगे।

कई साल से अंग्रेज़ी लोगों के कदमों के नीचे दबे गये हम आज बिना डर के आज़ादी से रह रहे हैं। हमें पूरा विश्वास है कि एक न एक दिन हमारे लक्ष्य को साकार कर सकेंगे अर्थात कामयाब होंगे।

पढ़ो

अ) नीचे दी गयी पंक्तियों के भाव बतानेवाली पंक्तियाँ कविता में रेखांकित करो।
प्रश्न 1.
हम में पूरा विश्वास है।
उत्तर:
होंगे कामयाब, होंगे कामयाब,
हम होंगे कामयाब, एक दिन
हो, हो! मन में है विश्वास,
पूरा है विश्वास, हम होंगे कामयाब एक दिन।।
होगी शांति चारों ओर, होगी शांति चारों ओर,
होगी शांति चोरों ओर एक दिन।
हो, हो! मन में हैं विश्वास, पूरा है विश्वास,
होगी शांति चारों ओर एक दिन।
हो, हो! मन में है विश्वास, पूरा है विश्वास,
हम चलेंगे साथ-साथ एक दिन
नहीं डर किसी का आज, नहीं डर किसी का आज,
नहीं डर किसी का आज, एक दिन
हो, हो! मन में है विश्वास, पूरा है विश्वास
नहीं डर किसी का आज,एक दिन ।।

कवि को क्यों लगता है कि हम कामयाब होंगे? - kavi ko kyon lagata hai ki ham kaamayaab honge?

प्रश्न 2.
हम एक दिन अवश्य सफल होंगे।
उत्तर:
होंगे कामयाब, होंगे कामयाब,
हम होंगे कामयाब, एक दिन
हो, हो ! मन में है विश्वास, ,
पूरा है विश्वास, हम होंगे कामयाब एक दिन।।
होगी शांति चारों ओर, होगी शांति चारों ओर,
होगी शांति चारों ओर एक दिन।।
हो, हो! मन में है विश्वास, पूरा है विश्वास,
होगी शांति चारों ओर एक दिन।।
हम चलेंगे साथ-साथ, डाल हाथों में हाथ,
हम चलेंगे साथ-साथ एक दिन,
हो, हो ! मन में हैं विश्वास, पूरा है विश्वास,
हम चलेंगे साथ-साथ एक दिन,
नहीं डर किसी का आज, नहीं डर किसी का आज,
नहीं डर किसी का आज, एक दिन
हो, हो! मन में है विश्वास, पूरा है विश्वास
नहीं डर किसी का आज,एक दिन ||

प्रश्न 3.
हम सब मिलकर साथ चलेंगे। हम चलेंगे साथ-साथ,डाल हाथों में हाथ, हम चलेंगे साथ-साथ एक दिन
उत्तर:
होंगे कामयाब, होंगे कामयाब,
हम होंगे कामयाब, एक दिन ||
हो, हो ! मन में हैं विश्वास, |
पूरा है विश्वास, हम होंगे कामयाब एक दिन।।
होगी शांति चारों ओर होगी शांति चारों ओर,
होगी शांति चारों ओर एक दिन।।
हो, हो! मन में है विश्वास, पूरा है विश्वास,
होगी शांति चारों ओर एक दिन।।
हम चलेंगे साथ-साथ, डाल हाथों में हाथ,
हम चलेंगे साथ-साथ एक दिन,
हो, हो ! मन में है विश्वास, पूरा है विश्वास,
हम चलेंगे साथ-साथ एक दिन,
नहीं डर किसी का आज, नहीं डर किसी का आज,
नहीं डर किसी का आज, एक दिन
हो, हो! मन में है विश्वास, पूरा है विश्वास
नहीं डर किसी का आज,एक दिन ||

कवि को क्यों लगता है कि हम कामयाब होंगे? - kavi ko kyon lagata hai ki ham kaamayaab honge?

आ) नीचे दी गयी पंक्तियों में रेखांकित शब्द से एक और वाक्य बनाओ।

1. हम होंगे कामयाब एक दिन । – सम्राट अशोक शांति की राह में कामयाब हुए।
2. होगी शांति चारों ओर एक दिन। – आजकल देश के चारों ओर समस्याएँ हैं। शांति नहीं हैं।
3. नहीं डर किसी का आज | – पिंजड़े में शेर को देखकर डर ने की ज़रूरत नहीं।

इ) चित्र देखो । उसके बारे में दो पंक्तियाँ लिखो।

जैसे – इस चींटी में आत्मविश्वास है।

कवि को क्यों लगता है कि हम कामयाब होंगे? - kavi ko kyon lagata hai ki ham kaamayaab honge?

1. आत्मविश्वास हो तो कोई कार्य असंभव नहीं है।
2. जितना भी कठिन कार्य हो, उसे चींटी की तरह करके दिखाना चाहिए।

ई) नीचे दिये गये प्रश्नों के उत्तर लिखो।

प्रश्न 1.
‘हम चलेंगे साथ – साथ ऐसा क्यों कहा गया होगा?
उत्तर:
‘हम चलेंगे साथ – साथ’ कहा गया है क्यों कि साथ – साथ मिलकर चलने पर एकता की भावना बढ़ती है, हमें कामयाबी मिलती है।

प्रश्न 2.
“होगी शांति चारों ओर एक दिन’ पंक्ति का भाव बताओ।
उत्तर:
‘होगी शांति चारों ओर एक दिन’ पंक्ति का भाव है – “एक दिन चारों ओर शांति होगी।

कवि को क्यों लगता है कि हम कामयाब होंगे? - kavi ko kyon lagata hai ki ham kaamayaab honge?

प्रश्न 3.
कवि के मन में किस बात का विश्वास है?
उत्तर:
कवि के मन में कामयाब होने का विश्वास है।

लिरवो

अ) नीचे दिये गये प्रश्नों के उत्तर लिखो।

प्रश्न 1.
कोई भी काम विश्वास के साथ क्यों करना चाहिए?
उत्तर:
कोई भी काम आत्मविश्वास के साथ करने से एक दिन जरूर विजय प्राप्त कर सकेंगे। कितना मुश्किल काम होने पर भी आत्मविश्वास हो, तो बहुत सरल बन जाती है।

प्रश्न 2.
बच्चों में कैसे – कैसे डर उत्पन्न होते हैं?
उत्तर:
बच्चों में ये डर उत्पन्न होते हैं कि हम यह काम कर सकते हैं कि नहीं और हमें विजय प्राप्त होगी या नहीं।

कवि को क्यों लगता है कि हम कामयाब होंगे? - kavi ko kyon lagata hai ki ham kaamayaab honge?

प्रश्न 3.
साथ – साथ चलना क्यों ज़रूरी है?
उत्तर:
साथ – साथ चलने का अर्थ एक दूसरे के साथ चलना है । अर्थात एकता से रहना है। अगर हम एकता से रहें तो हमारे ऊपर कोई अधिकार नहीं चला सकते ।

आ) इस कविता का सारांश अपने शब्दों में लिखो।

गिरिजा कुमार माथुर ने ‘हम होंगे कामयाब’ कविता के द्वारा क्या संदेश दिया?
उत्तर:
कवि श्री गिरिजा कुमार माथुर अपनी कविता के माध्यम से विश्वास की महत्व के बारे में बता रहे हैं। अगर हम पूरे विश्वास के साथ काम करेंगे तो हम ज़रूर उस काम में सफल हो जायेंगे। हमें विश्वास है कि हमारे देश में चारों ओर शांति ज़रूर होगी । इस प्रकार की सुनहरी स्थिति एक न एक दिन ज़रूर आयेगी। हमें विश्वास है कि हम सभी लोग एक दूसरे के हाथ से हाथ मिलाकर साथ-साथ मिलकर चलेंगे। अर्थात हम सभी लोग भाई-भाई की तरह रहेंगे | कई सालों तक अंग्रेज़ी लोगों के कदमों के नीचे दबे गये हम आज बिना डर के आज़ादी से रह रहे हैं। हमें पूरा विश्वास है कि एक न एक दिन हमारे लक्ष्य को साकार कर सकेंगे । अर्थात कामयाब होंगे।

शब्द भंडार

अ) नीचे दिये गये शब्दों के अर्थ तेलुगु या अंग्रेज़ी में लिखकर वाक्य प्रयोग करो।

विश्वास నమ్మకం, belief हर काम विश्वास के साथ करना चाहिए।
शांति శాంతి, peace आज-कल दुनिया में शांति नहीं है।
कामयाब సఫలీకృతుడు , successful मैं कामयाब हो जाऊँगा।
दिन రోజు, day मैं हर दिन पाठशाला जाता हूँ।

आ) कविता में जो शब्द बार – बार आये हैं, उन्हें लिखो । वाक्य में प्रयोग करो।

जैसे – साथ – साथ मैं अपने पिताजी के साथ बाज़ार गया ।
उत्तर:
1. हाथ – खाने से पहले हाथ को साबुन से धोना चाहिए।
2. कामयाब – वह कामयाब हो गया।
3. विश्वास – मुझे कामयाब होने की बात पर पूर्ण विश्वास है।
4. शांति – विश्व में आज – कल शांति नहीं है।
5. चारों ओर – समाचार पत्रों से दुनिया के चारों ओर के समाचार मिलते हैं।
6. पूरा – मैं अपना काम पूरा करना चाहता हूँ।
7. आज – आज का काम अभी करना चाहिए।
8. राम को रात में बाहर जाने से डर लगता है।
9. मन – मन में सदा विश्वास रखना चाहिए।

सृजनात्मक अभिव्यक्ति

कवि की जगह अगर तुम होते तो कामयाब होने के लिए क्या उपाय बताते?
उत्तर:
कवि की जगह अगर मैं होता तो कामयाब होने के लिए ये उपाय बताता हूँ।

  1. सदा मिलजुलकर एकता से रहना चाहिए।
  2. निरंतर परिश्रमी होकर आगे बढ़ना चाहिए।
  3. बडों की बातें मानना चाहिए। आलसीपन छोडकर निडर रहना चाहिए।
  4. मन में पूर्ण विश्वास के साथ काम करना चाहिए।

प्रशंसा

अ) कोई भी काम करने में सहयोग का क्या महत्व है?
उत्तर:
कोई भी काम करने में सहयोग का बड़ा महत्व है। कहते हैं एकता ही महाबल है। सभी मिलकर कार्य करने से पहाड को भी खोद सकते हैं। सहयोग के कारण काम करते समय डर नहीं होता है। और मन में यह विश्वास उत्पन्न होता है कि हमें सफलता जरूर मिलेगी। एकता से रहने से दुश्मन भी डर कर भाग जाते हैं।

पिरियोजना कार्य

अ) किसी कामयाब व्यक्ति की जानकारी इकट्ठा करो। पाँच वाक्य लिखो।
उत्तर:
महात्मा गाँधी कामयाब महापुरुष हैं। उनका जन्म 2 अक्तूबर, 1869 को हुआ। उनको “जाति पिता” भी कहते हैं। स्वतंत्रता आंदोलन में गाँधीजी बहुत बड़ा योगदान दिये थे। वे तीन आंदोलनों के द्वारा स्वतंत्रता प्राप्ति में कामयाब हुए। 1. सहायनिराकरण आंदोलन, 2. नमक सत्याग्रह, 3. भारत छोडो – इन आंदोलनों के कारण हमें 1947, 15 अगस्त को स्वतंत्रता मिली।

ऐसे महापुरुष की हत्या गाड्से के द्वारा 1948, जनवरी 30 को की गयी थी।

भाषा की बात

अ) नीचे दिये गये वाक्य ध्यान से पढ़ो ।

कवि को क्यों लगता है कि हम कामयाब होंगे? - kavi ko kyon lagata hai ki ham kaamayaab honge?

उत्तर:
तू – तू चलेगा साथ – साथ एक दिन।
तम – तुम चलोगे साथ – साथ एक दिन।
आप – आप चलेंगे साथ – साथ एक दिन।
यह – यह चलेगा साथ – साथ एक दिन।
ये- ये चलेंगे साथ – साथ एक दिन।
वह – वह चलेगा साथ – साथ एक दिन।
वे – वे चलेंगे साथ – साथ एक दिन।

हम होंगे कामयाब Summary in English

The poet Girija Kumar Mathur says as follows.

We will be successful in our attempt if we work keeping faith in ourselves. We should have strong faith while working.

We believe that one day peace will certainly prevail in all corners of the world. It means we believe that these killings and plunderings will cease and the peace will be established everywhere in the world.

We believe that one will surely follow the other, hand in hand. It means we believe that everyone will live together with harmony and friendly nature.

Today we are afraid of nobody. Before the independence we feared the British. But today we are living with complete freedom and without fear. Hence we strongly believe that one day we will certainly succeed.

हम होंगे कामयाब Summary in Hindi

कवि गिरिजा कुमार माथुर अपनी कविता के माध्यम से इस प्रकार कह रहे हैं कि “हम अपने में विश्वास के साथ काम करने से अपने काम में कामयाब ज़रूर हो जाते हैं। काम करते समय हमें पूरे भरोसे से करना चाहिए।

हमें यह विश्वास है कि देश के चारों ओर एक दिन शांति होगी । अर्थात सारा देश शांती से रहता है। ये मार-काट, लूट-मार आदि एक दिन मिट जाकर पूरा देश शांति से रहने का विश्वास है।

हमें यह विश्वास है कि एक दिन हम अपने हाथों में हाथ डालकर साथ-साथ चलेंगे । अर्थात एक दिन हम सभी मिलजुलकर स्नेह से रहने का विश्वास है।

आज हमें किसी का डर नहीं हैं। आज़ादी के पहले हम अंग्रेज़ों से डरते थे। लेकिन हम आज डर के बिना आज़ादी से रहते हैं। इसलिए हमें यह विश्वास है कि एक दिन ज़रूर कामयाब हो जायेंगे।

अर्थग्राहयता‌ ‌-‌ ‌प्रतिक्रिया‌‌

1.‌ ‌निम्नलिखित‌ ‌पद्यांश‌ ‌पढ़कर‌ ‌दिये‌ ‌गये‌‌ प्रश्नों‌ ‌के‌ ‌उत्तर‌ ‌एक‌ ‌वाक्य‌ ‌में‌ ‌लिखिए‌ ‌।‌‌
हम‌ ‌चलेंगे‌ ‌साथ-साथ,‌ ‌डाल‌ ‌हाथों‌ ‌में‌ ‌हाथ,
हम‌ ‌चलेंगे‌ ‌साथ-साथ‌ ‌एक‌ ‌दिन‌
‌हो,‌ ‌हो‌ ‌।‌ ‌मन‌ ‌में‌ ‌है‌ ‌विश्वास,‌ ‌पूरा‌ ‌है‌ ‌विश्वास,‌
‌हम‌ ‌चलेंगे‌ ‌साथ-साथ‌ ‌एक‌ ‌दिन‌ ‌॥‌‌
प्रश्न‌ ‌:‌
1.‌ ‌विश्वास‌ ‌किसके‌ ‌मन‌ ‌में‌ ‌है‌ ‌?‌‌
उत्तर:
हमारे‌ ‌(बच्चों‌ ‌के)‌ ‌मन‌ ‌में‌ ‌विश्वास‌ ‌है।‌‌

2.‌ ‌हम‌ ‌कैसे‌ ‌चलेंगे‌ ‌?‌‌
उत्तर:
हम‌ ‌साथ‌ ‌-‌ ‌साथ‌ ‌चलेंगे।‌‌

‌3.‌ ‌’विश्वास’‌ ‌का‌ ‌विलोम‌ ‌शब्द‌ ‌क्या‌ ‌है‌ ‌?‌‌
उत्तर:
‌विश्वास‌ ‌x‌ ‌अविश्वास‌‌

4.‌ ‌विश्वास‌ ‌से‌ ‌क्या‌ ‌मिलती‌ ‌है‌?‌‌
उत्तर:
‌विश्वास‌ ‌से‌ ‌हमें‌ ‌कामयाब‌ ‌मिलता‌ ‌है।‌‌

‌5.‌ ‌यह‌ ‌पद्यांश‌ ‌किस‌ ‌कविता‌ ‌पाठ‌ ‌से‌ ‌दिया‌ ‌गया‌ ‌है?‌
उत्तर:
यह‌ ‌पद्यांश‌ ‌”हम‌ ‌होंगे‌ ‌कामयाब”‌ ‌कविता‌ ‌पाठ‌ ‌से‌‌ दिया‌ ‌गया‌ ‌है।‌‌

2.‌ ‌निम्न‌ ‌लिखित‌ ‌पद्यांश‌ ‌पढ़कर‌ ‌नीचे‌ ‌दिये‌‌ गये‌ ‌वैकल्पिक‌ ‌प्रश्नों‌ ‌के‌ ‌उत्तर‌ ‌दीजिए।‌‌
हे‌ ‌वृक्ष‌ ‌देवता‌ ‌तुम्हें‌ ‌नमन,‌
तुम‌ ‌धरती‌ ‌के‌ ‌पालक‌ ‌हो‌ ‌।‌
‌तुमसे‌ ‌ही‌ ‌पाते‌ ‌शुद्ध‌ ‌हवा‌ ‌हम,‌
तुम्हीं‌ ‌मिट्टी‌ ‌को‌ ‌जकड़े‌ ‌हो,
‌तुमसे‌ ‌ही‌ ‌तो‌ ‌बारिश‌ ‌आती,‌
‌तुम्हीं‌ ‌हमें‌ ‌फल‌ ‌देते‌ ‌हो‌ ‌।‌‌
प्रश्न‌ ‌:‌
1.‌ ‌देवता‌ ‌किसे‌ ‌कहा‌ ‌गया‌ ‌?‌
A)‌ ‌वृक्ष‌ ‌को‌
B)‌ ‌धरती‌ ‌को‌ ‌
C)‌ ‌मिट्टी‌ ‌को‌
D)‌ ‌बारिश‌ ‌को‌
उत्तर:
A)‌ ‌वृक्ष‌ ‌को‌

2.‌ ‌वृक्ष‌ ‌किसका‌ ‌पालक‌ ‌है‌‌?‌
A)‌ ‌बारिश‌ ‌का‌
B)‌ ‌धरती‌ ‌का‌ ‌
C)‌ ‌हवा‌ ‌का‌
D)‌ ‌लकडी‌ ‌का‌
उत्तर:
B)‌ ‌धरती‌ ‌का‌ ‌

3.‌ ‌’शुद्ध’‌ ‌का‌ ‌विलोम‌ ‌शब्द‌ ‌क्या‌ ‌है‌‌?
A)‌ ‌शुद्धी
B)‌ ‌साफ़‌ ‌
C)‌ ‌अशुद्ध
D)‌ ‌मिलावटी‌ ‌
उत्तर:
C)‌ ‌अशुद्ध

4.‌ ‌वृक्ष‌ ‌से‌ ‌हम‌ ‌क्या‌ ‌पाते‌ ‌हैं‌?‌‌
A)‌ ‌शुद्ध‌ ‌हवा
B)‌ ‌अशुद्ध‌ ‌हवा‌ ‌
C)‌ ‌गंदी‌ ‌हवा‌
D)‌ ‌मिट्टी‌
उत्तर:
A)‌ ‌शुद्ध‌ ‌हवा

5.‌ ‌वृक्ष‌ ‌से‌ ‌क्या‌ ‌आती‌ ‌है‌?‌ ‌
A)‌ ‌धरती‌
B)‌ ‌बारिश‌‌
C)‌ ‌मिट्टी
‌D)‌ ‌जीवन‌
उत्तर:
B)‌ ‌बारिश‌‌

अभिव्यक्ति‌ ‌-‌ ‌सृजनात्मकता‌‌

2. ‌निम्नलिखित‌ ‌प्रश्न‌ ‌का‌ ‌उत्तर‌ ‌दो‌ ‌या‌ ‌तीन‌ ‌वाक्यों‌ ‌में‌ ‌लिखिए।‌‌

1.‌ ‌गिरिजा‌ ‌कुमार‌ ‌माथुर‌ ‌के‌ ‌बारे‌ ‌में‌ ‌आप‌ ‌क्या‌ ‌जानते‌ ‌हैं?‌‌
उत्तर:

  • गिरिजा‌ ‌कुमार‌ ‌माथुर‌ ‌का‌ ‌जन्म‌ ‌सन्‌ ‌1919‌ ‌में‌ ‌हुआ‌ ‌था।‌‌
  • ‌आप‌ ‌की‌ ‌मृत्यु‌ ‌1994‌ ‌में‌ ‌हुई।‌ ‌आपकी‌ ‌प्रमुख‌ ‌रचना‌ ‌है‌ ‌-‌ ‌मैं‌ ‌वक्त‌ ‌के‌ ‌हूँ‌ ‌’सामने।
  • आप‌ ‌साहित्य‌ ‌अकादमी‌ ‌पुरस्कार‌ ‌से‌ ‌सम्मानित‌ ‌हैं।‌‌

कवि को क्यों लगता है कि हम कामयाब होंगे? - kavi ko kyon lagata hai ki ham kaamayaab honge?

3.‌ ‌निम्नलिखित‌ ‌प्रश्न‌ ‌का‌ ‌उत्तर‌ ‌छः‌ ‌या‌ ‌आठ‌ ‌वाक्यों‌ ‌में‌ ‌लिखिए।

1.‌ ‌हम‌ ‌होंगे‌ ‌कामयाब‌ ‌पाठ‌ ‌में‌ ‌कवि‌ ‌का‌ ‌विश्वास‌ ‌किन‌ ‌बातों‌ ‌में‌ ‌है?‌‌
उत्तर:
कवि‌ ‌गिरिजा‌ ‌कुमार‌ ‌माथुर‌ ‌अपनी‌ ‌कविता‌ ‌के‌ ‌माध्यम‌ ‌से‌ ‌इस‌ ‌प्रकार‌ ‌कह‌ ‌रहे‌ ‌हैं‌ ‌कि‌ ‌”हम‌ ‌अपने‌ ‌में‌ ‌विश्वास‌‌
के‌ ‌साथ‌ ‌काम‌ ‌करने‌ ‌से‌ ‌अपने‌ ‌काम‌ ‌में‌ ‌कामयाब‌ ‌ज़रूर‌ ‌हो‌ ‌जाते‌ ‌हैं।‌ ‌काम‌ ‌करते‌ ‌समय‌ ‌हमें‌ ‌पूरे‌ ‌भरोसे‌ ‌से‌ ‌करना‌ ‌चाहिए।‌‌
हमें‌ ‌यह‌ ‌विश्वास‌ ‌है‌ ‌कि‌ ‌देश‌ ‌के‌ ‌चारों‌ ‌ओर‌ ‌एक‌ ‌दिन‌ ‌शांति‌ ‌होगी‌ ‌।‌ ‌अर्थात‌ ‌सारा‌ ‌देश‌ ‌शांती‌ ‌से‌ ‌रहता‌ ‌है।‌ ‌ये‌ ‌मार-काट,‌ ‌लूट-मार‌ ‌आदि‌ ‌एक‌ ‌दिन‌ ‌मिट‌ ‌जाकर‌ ‌पूरा‌ ‌देश‌ ‌शांति‌ ‌से‌ ‌रहने‌ ‌का‌ ‌विश्वास‌ ‌है।‌‌
हमें‌ ‌यह‌ ‌विश्वास‌ ‌है‌ ‌कि‌ ‌एक‌ ‌दिन‌ ‌हम‌ ‌अपने‌ ‌हाथों‌ ‌में‌ ‌हाथ‌ ‌डालकर‌ ‌साथ-साथ‌ ‌चलेंगे‌ ‌।‌ ‌अर्थात‌ ‌एक‌ ‌दिन‌ ‌हम‌ ‌सभी‌ ‌मिलजुलकर‌ ‌स्नेह‌ ‌से‌ ‌रहने‌ ‌का‌ ‌विश्वास‌ ‌है।‌‌
आज‌ ‌हमें‌ ‌किसी‌ ‌का‌ ‌डर‌ ‌नहीं‌ ‌हैं।‌ ‌आज़ादी‌ ‌के‌ ‌पहले‌ ‌हम‌ ‌अंग्रेज़ों‌ ‌से‌ ‌डरते‌ ‌थे।‌ ‌लेकिन‌ ‌हम‌ ‌आज‌ ‌डर‌ ‌के‌ ‌बिना‌ ‌आज़ादी‌ ‌से‌ ‌रहते‌ ‌हैं।‌ ‌इसलिए‌ ‌हमें‌ ‌यह‌ ‌विश्वास‌ ‌है‌ ‌कि‌ ‌एक‌ ‌दिन‌ ‌ज़रूर‌ ‌कामयाब‌ ‌हो‌ ‌जायेंगे।‌‌

अर्थग्राह्यता‌ ‌-‌ ‌प्रतिक्रिया‌‌

पठित‌ ‌-‌ ‌पद्यांश‌

नीचे‌ ‌दिये‌ ‌गये‌ ‌पद्यांश‌ ‌को‌ ‌पढ़कर‌ ‌प्रश्नों‌ ‌के‌ ‌उत्तर‌ ‌एक‌ ‌वाक्य‌ ‌में‌ ‌लिखिए।‌

‌होंगे‌ ‌कामयाब,‌ ‌होंगे‌ ‌कामयाब,
हम‌ ‌होंगे‌ ‌कामयाब,‌ ‌एक‌ ‌दिन‌‌
हो,‌ ‌हो!‌ ‌मन‌ ‌में‌ ‌है‌ ‌विश्वास,‌‌
पूरा‌ ‌है‌ ‌विश्वास,‌ ‌हम‌ ‌होंगे‌ ‌कामयाब‌ ‌एक‌ ‌दिन।‌‌
प्रश्न‌ ‌:‌‌
1.‌ ‌यह‌ ‌पद्यांश‌ ‌किस‌ ‌पाठ‌ ‌से‌ ‌लिया‌ ‌गया‌ ‌है?‌उत्तर:
उत्तर:
यह‌ ‌पद्यांश‌ ‌’हम‌ ‌होंगे‌ ‌कामयाब’‌ ‌नामक‌ ‌पाठ‌ ‌से‌‌ लिया‌ ‌गया‌ ‌है।‌

2.‌ ‌हम‌ ‌एक‌ ‌दिन‌ ‌क्या‌ ‌होंगे‌?
उत्तर:
हम‌ ‌एक‌ ‌दिन‌ ‌कामयाब‌ ‌होंगे।‌

3. ‌हमारे‌ ‌मन‌ ‌में‌ ‌क्या‌ ‌है?‌‌
उत्तर:
हमारे‌ ‌मन‌ ‌में‌ ‌विश्वास‌ ‌है।‌

4.‌ ‌”कामयाब”‌ ‌-‌ ‌इस‌ ‌शब्द‌ ‌का‌ ‌अर्थ‌ ‌क्या‌ ‌है?‌‌
उत्तर:
‌”कामयाब”‌ ‌इस‌ ‌शब्द‌ ‌का‌ ‌अर्थ‌ ‌है‌ ‌-‌ ‌सफल‌‌

5.‌ ‌विश्वास‌ ‌-‌ ‌शब्द‌ ‌का‌ ‌विलोम‌ ‌क्या‌ ‌है?
उत्तर:
‌विश्वास‌ ‌-‌ ‌शब्द‌ ‌का‌ ‌विलोम‌ ‌शब्द‌ ‌है‌ ‌”अविश्वास”|‌

कवि को क्यों लगता है कि हम कामयाब होंगे? - kavi ko kyon lagata hai ki ham kaamayaab honge?

2.‌ ‌होगी‌ ‌शांति‌ ‌चारों‌ ‌ओर,‌ ‌होगी‌ ‌शांति‌ ‌चारों‌ ‌ओर,‌‌
होगी‌ ‌शांति‌ ‌चारों‌ ‌ओर‌ ‌एक‌ ‌दिन।‌
हो,‌ ‌हो!‌ ‌मन‌ ‌में‌ ‌है‌ ‌विश्वास,‌ ‌पूरा‌ ‌है‌ ‌विश्वास,‌
‌होगी‌ ‌शांति‌ ‌चारों‌ ‌ओर‌ ‌एक‌ ‌दिन।‌‌
प्रश्न‌ ‌:‌‌
1.‌ ‌चारों‌ ‌ओर‌ ‌क्या‌ ‌होगी?‌
उत्तर:
चारों‌ ‌ओर‌ ‌शांति‌ ‌होगी।‌‌

2.‌ ‌मन‌ ‌में‌ ‌क्या‌ ‌है?‌
उत्तर:
मन‌ ‌में‌ ‌विश्वास‌ ‌है।‌

‌3.‌ ‌मन‌ ‌में‌ ‌कैसा‌ ‌विश्वास‌ ‌है?
उत्तर:
मन‌ ‌में‌ ‌पूरा‌ ‌विश्वास‌ ‌है।‌

4.‌ ‌शांति‌ ‌-‌ ‌शब्द‌ ‌का‌ ‌विलोम‌ ‌लिखिए।‌
उत्तर:
शांति‌ ‌शब्द‌ ‌का‌ ‌विलोम‌ ‌है‌ ‌-‌ ‌”अशांति”।

5.‌ ‌उपर्युक्त‌ ‌पद्यांश‌ ‌किस‌ ‌पाठ‌ ‌से‌ ‌लिया‌ ‌गया‌ ‌है?‌‌
उत्तर:
उपर्युक्त‌ ‌पद्यांश‌ ‌”हम‌ ‌होंगे‌ ‌कामयाब”‌ ‌नामक‌‌ पाठ‌ ‌से‌ ‌लिया‌ ‌गया‌ ‌है।‌

कवि को क्यों लगता है कि हम कामयाब होंगे? - kavi ko kyon lagata hai ki ham kaamayaab honge?

3. हम‌ ‌चलेंगे‌ ‌साथ-साथ,डाल‌ ‌हाथों‌ ‌में‌ ‌हाथ,‌
‌हम‌ ‌चलेंगे‌ ‌साथ-साथ‌ ‌एक‌ ‌दिन‌‌
हो,‌ ‌हो!‌ ‌मन‌ ‌में‌ ‌है‌ ‌विश्वास,‌ ‌पूरा‌ ‌है‌ ‌विश्वास‌‌
हम‌ ‌चलेंगे‌ ‌साथ-साथ‌ ‌एक‌ ‌दिन‌ ‌॥‌
‌प्रश्न‌ ‌:
1.‌ ‌हम‌ ‌एक‌ ‌दिन‌ ‌कैसे‌ ‌चलेंगे?‌‌
उत्तर:
हम‌ ‌एक‌ ‌दिन‌ ‌साथ‌ ‌-‌ ‌साथ‌ ‌चलेंगे।‌‌

2.‌ ‌हमारे‌ ‌मन‌ ‌में‌ ‌क्या‌ ‌है?
‌उत्तर:
‌हमारे‌ ‌मन‌ ‌में‌ ‌पूरा‌ ‌विश्वास‌ ‌है।‌

3.‌ ‌हम‌ ‌कैसे‌ ‌चलेंगे‌?‌‌
उत्तर:
हम‌ ‌हाथों‌ ‌में‌ ‌हाथ‌ ‌डालकर‌ ‌चलेंगे।‌

4.‌ ‌यह‌ ‌पद्यांश‌ ‌किस‌ ‌पाठ‌ ‌से‌ ‌लिया‌ ‌गया‌ ‌है?‌‌
उत्तर:
यह‌ ‌पद्यांश‌ ‌”हम‌ ‌होंगे‌ ‌कामयाब’‌ ‌पाठ‌ ‌से‌ ‌लिया‌ गया‌ ‌हैं।‌

5.‌ ‌”दिन’‌ ‌-‌ ‌शब्द‌ ‌का‌ ‌पर्याय‌ ‌लिखिए।
उत्तर:
‌दिन‌ ‌शब्द‌ ‌का‌ ‌पर्याय‌ ‌शब्द‌ ‌-‌ ‌दिवस,‌ ‌रोज़‌

कवि को क्यों लगता है कि हम कामयाब होंगे? - kavi ko kyon lagata hai ki ham kaamayaab honge?

4.‌ ‌नहीं‌ ‌डर‌ ‌किसी‌ ‌का‌ ‌आज,‌ ‌नहीं‌ ‌डर‌ ‌किसी‌ ‌का‌ ‌आज,‌‌
नहीं‌ ‌डर‌ ‌किसी‌ ‌का‌ ‌आज,‌ ‌एक‌ ‌दिन‌‌
हो,‌ ‌हो!‌ ‌मन‌ ‌में‌ ‌है‌ ‌विश्वास,‌ ‌पूरा‌ ‌है‌ ‌विश्वास‌
नहीं‌ ‌डर‌ ‌किसी‌ ‌का‌ ‌आज,एक‌ ‌दिन‌ ‌॥‌‌
प्रश्न‌ ‌:‌
‌1.‌ ‌हमें ‌आज‌ ‌क्या‌ ‌नहीं‌ ‌है?‌
उत्तर:
हमें‌ ‌आज‌ ‌किसीका‌ ‌डर‌ ‌नहीं‌ ‌है।

2.‌ ‌मन‌ ‌में ‌कैसा‌ ‌विश्वास‌ ‌है?‌
उत्तर:
मन‌ ‌में‌ ‌पूरा‌ ‌विश्वास‌ ‌है।

3.‌ ‌’डर’‌ ‌शब्द‌ ‌का‌ ‌विलोम‌ ‌लिखिए।‌‌
उत्तर:
“डर’‌ ‌शब्द‌ ‌का‌ ‌विलोम‌ ‌शब्द‌ ‌-‌ ‌निडर‌ ‌है।

4.‌ ‌उपर्युक्त‌ ‌पद्यांश‌ ‌किस‌ ‌पाठ‌ ‌से‌ ‌दिया‌ ‌गया‌‌
उत्तर:
‌पद्यांश‌ ‌”हम‌ ‌होंगे‌ ‌कामयाब’‌ ‌पाठ‌ ‌से‌ ‌दिया‌ ‌गया‌‌ है।

5.‌ ‌विश्वास‌ ‌-‌ ‌शब्द‌ ‌का‌ ‌विलोम‌ ‌क्या‌ ‌है?‌
उत्तर:
विश्वास‌ ‌शब्द‌ ‌का‌ ‌विलोम‌ ‌शब्द‌ ‌-‌ ‌अविश्वास‌ ‌है।

अपठित‌ ‌-‌ ‌पद्यांश‌

निम्न‌ ‌लिखित‌ ‌पद्यांश‌ ‌पढ़कर‌ ‌दिये‌ ‌गये‌ ‌प्रश्नों‌ ‌के‌ ‌उत्तर‌ ‌विकल्पों‌ ‌में‌ ‌से‌ ‌चुनकर‌ ‌लिखिए।‌‌

1.‌ ‌हे‌ ‌मातृभूमि‌ ‌!‌ ‌तेरे‌ ‌चरणों‌ ‌में‌ ‌सिर‌ ‌नमाऊँ।‌‌
मैं‌ ‌भक्ति‌ ‌भेंट‌ ‌अपनी,‌ ‌तेरी‌ ‌शरण‌ ‌में‌ ‌लाऊँ।‌।‌
‌जिससे‌ ‌सपूत‌ ‌उपजे‌ ‌गाँधी,‌ ‌तिलक‌ ‌जैसे।‌
‌उस‌ ‌तेरी‌ ‌धूल‌ ‌को‌ ‌मैं,‌ ‌निज‌ ‌शीष‌ ‌पर‌ ‌चढाऊँ।‌
‌सेवा‌ ‌में‌ ‌तेरी‌ ‌सारे‌ ‌भेदों‌ ‌को‌ ‌भूल‌ ‌जाऊँ।‌
‌वह‌ ‌पुण्य‌ ‌नाम‌ ‌तेरा‌ ‌प्रतिदिन‌ ‌सुनें-‌ ‌सुनाऊँ।‌‌
प्रश्न‌ ‌:
‌1.‌ ‌बच्चे‌ ‌किनके‌ ‌चरणों‌ ‌में‌ ‌सिर‌ ‌नमाते‌ ‌हैं?‌
A)‌ ‌मातृभूमि‌‌
B)‌ ‌माता‌
‌C)‌ ‌पिता‌‌
D)‌ ‌भगवान‌
उत्तर:
A)‌ ‌मातृभूमि‌‌

‌2.‌ ‌बच्चे‌ ‌प्रति‌ ‌-‌ ‌दिन‌ ‌क्या‌ ‌सुनाना‌ ‌चाहते‌ ‌हैं?
A)‌ ‌मातृभूमि‌ ‌का‌ ‌पुण्य‌ ‌नाम‌
B)‌ ‌गाँधी‌ ‌का‌ ‌नाम‌
C)‌ ‌फ़िल्मी‌ ‌गाने‌
D)‌ ‌शास्त्रीय‌ ‌संगीत‌‌
उत्तर:
A)‌ ‌मातृभूमि‌ ‌का‌ ‌पुण्य‌ ‌नाम‌

3.‌ ‌मातृभूमि‌ ‌में‌ ‌कौन‌ ‌-‌ ‌कौन‌ ‌से‌ ‌सपूत‌ ‌उपजें?‌
A)‌ ‌जवाहर‌ ‌लाल,‌ ‌गाँधी‌
B)‌ ‌अंबेड्कर,‌ ‌तिलक‌
C)‌ ‌गाँधी,‌ ‌तिलक‌
D)‌ ‌गाँधी,‌ ‌नेहरू‌
उत्तर:
C)‌ ‌गाँधी,‌ ‌तिलक‌

4.‌ ‌सेवा‌ ‌में‌ ‌बच्चे‌ ‌किन्हें‌ ‌भूल‌ ‌जाना‌ ‌चाहते‌ ‌हैं?
A)‌ ‌भगवान‌ ‌को‌
B)‌ ‌सारे‌ ‌भेदों‌ ‌को‌
‌C)‌ ‌माँ‌ ‌-‌ ‌बाप‌ ‌को‌
D)‌ ‌दादा‌ ‌-‌ ‌दादी‌ ‌को‌
उत्तर:
B)‌ ‌सारे‌ ‌भेदों‌ ‌को‌

‌5.‌ ‌बच्चे‌ ‌निज‌ ‌शीष‌ ‌पर‌ ‌क्या‌ ‌चढ़ाना‌ ‌चाहते‌ ‌हैं?
A)‌ ‌गंगा‌ ‌जल‌
‌B)‌ ‌तीर्थ‌
C)‌ ‌प्रसाद‌‌
D)‌ ‌मातृभूमि‌ ‌की‌ ‌धूल‌
उत्तर:
D)‌ ‌मातृभूमि‌ ‌की‌ ‌धूल‌

कवि को क्यों लगता है कि हम कामयाब होंगे? - kavi ko kyon lagata hai ki ham kaamayaab honge?

2.‌ ‌काँटों‌ ‌की‌ ‌है‌ ‌राह‌ ‌तुम्हारी‌‌
नहीं‌ ‌कुसुमों‌ ‌की‌ ‌शय्या,‌
निहित‌ ‌स्वार्थ‌ ‌की‌ ‌रेलपेल‌ ‌से‌
बचकर‌ ‌तुम‌ ‌को‌ ‌चलना‌ ‌है।‌
‌चलो‌ ‌समय‌ ‌से‌ ‌होड‌ ‌लगाकर‌
‌नयी‌ ‌उमंगें‌ ‌भर‌ ‌मन‌ ‌में,
‌स्वप्निल‌ ‌मोहों‌ ‌से‌ ‌तुम‌ ‌बचकर,‌‌
बढे‌ ‌चलो‌ ‌दृत‌ ‌नित‌ ‌मंग‌ ‌में।‌
प्रश्न‌ ‌:‌
1.‌ ‌मन‌ ‌में‌ ‌क्या‌ ‌भरना‌ ‌है?‌‌
A)‌ ‌नई‌ ‌उमंग‌‌
B)‌ ‌आशा‌‌
C)‌ ‌निराशा‌
D)‌ ‌दुःख‌
उत्तर:
A)‌ ‌नई‌ ‌उमंग‌‌

‌2.‌ ‌तुम‌ ‌को‌ ‌कैसे‌ ‌चलना‌ ‌है?‌‌
A)‌ ‌स्वार्थ‌ ‌की‌ ‌रेलपेल‌ ‌से‌ ‌बचकर‌‌
B)‌ ‌बुराई‌ ‌से‌ ‌बचकर‌
C)‌ ‌मेहमान‌ ‌से‌ ‌बचकर‌‌
D)‌ ‌मित्रों‌ ‌से‌ ‌बचकर‌
उत्तर:
A)‌ ‌स्वार्थ‌ ‌की‌ ‌रेलपेल‌ ‌से‌ ‌बचकर‌‌

3.‌ ‌राह‌ ‌कैसी‌ ‌है?
A)‌ ‌काँटों‌ ‌की‌‌
B)‌ ‌फूलों‌ ‌की
‌C)‌ ‌कुसुमों‌ ‌की
‌D)‌ ‌उमंगों‌ ‌की
उत्तर:
A)‌ ‌काँटों‌ ‌की‌‌

4.‌ ‌समय‌ ‌से‌ ‌क्या‌ ‌लगाकर‌ ‌चलना‌ ‌है‌?
A)‌ ‌शय्या
B)‌ ‌दिल‌
C)‌ ‌भीड‌‌
D)‌ ‌होड‌
उत्तर:
D)‌ ‌होड‌

5.‌ ‌किन‌ ‌मोहों‌ ‌से‌ ‌बचकर‌ ‌चलना‌ ‌है?‌‌
A)‌ ‌तात्कालिक‌
‌B)‌ ‌उमंग‌
C)‌ ‌स्वप्निल‌
D)‌ ‌क्षणिक‌
उत्तर:
C)‌ ‌स्वप्निल‌

कवि को क्यों लगता है कि हम कामयाब होंगे? - kavi ko kyon lagata hai ki ham kaamayaab honge?

3. अहा‌ ‌!‌ ‌दीवाली,‌ ‌अहा!‌ ‌दीवाली‌ ‌|‌‌
खुशियाँ‌ ‌लेके‌ ‌आयी‌ ‌दीवाली।
चमचम‌ ‌मन‌ ‌को‌ ‌लुभाती‌ ‌आयी‌
‌सारे‌ ‌दुख‌ ‌वह‌ ‌’भगाती‌ ‌आयी।‌
‌हलुआ‌ ‌पूरी‌ ‌खाये‌ ‌मिठाई‌
पहने‌ ‌पोशाक‌ ‌नई‌ ‌सिलाई।
‌खेल‌ ‌रहे‌ ‌सब‌ ‌बालक‌ ‌सुंदर‌‌
आया‌ ‌त्यौहार‌ ‌बहुत‌ ‌मनोहर॥‌
‌प्रश्न‌ ‌:‌
‌1.‌ ‌उपर्युक्त‌ ‌पद्यांश‌ ‌में‌ ‌किस‌ ‌त्यौहार‌ ‌के‌ ‌बारे‌ ‌में‌ ‌वर्णन‌ ‌किया‌ ‌गया‌ ‌है?‌‌
A)‌ ‌दशहरा‌‌
B)‌ ‌दीवाली‌
C)‌ ‌राखी‌‌
D)‌ ‌होली‌
उत्तर:
B)‌ ‌दीवाली‌

2.‌ ‌दीवाली‌ ‌क्या‌ ‌लेके‌ ‌आयी‌ ‌है?‌‌
A)‌ ‌खुशियाँ‌
‌B)‌ ‌दुःख‌
‌C)‌ ‌उमंग‌‌
D)‌ ‌आशा‌
उत्तर:
A)‌ ‌खुशियाँ‌

3.‌ ‌बहुत‌ ‌मनोहर‌ ‌क्या‌ ‌आया‌ ‌है?‌‌
A)‌ ‌ओनम‌
B)‌ ‌क्रिसमस‌
C)‌ ‌ईद‌‌
D)‌ ‌त्यौहार‌ ‌
उत्तर:
D)‌ ‌त्यौहार‌ ‌

4.‌ ‌त्यौहार‌ ‌के‌ ‌दिन‌ ‌कैसे‌ ‌पोशाक‌ ‌पहनते‌ ‌हैं?
A)‌ ‌नई‌ ‌सिलाई‌
‌B)‌ ‌सिलाई‌
‌C)‌ ‌सुंदर‌‌
D)‌ ‌चमकते‌
उत्तर:
A)‌ ‌नई‌ ‌सिलाई‌

5.‌ ‌सब‌ ‌बालक‌ ‌कैसे‌ ‌खेल‌ ‌रहे‌ ‌हैं?‌‌
A)‌ ‌सुंदर‌
B)‌ ‌मनोहर‌
C)‌ ‌चमचम‌‌
D)‌ ‌मनोरंजक‌
उत्तर:
A)‌ ‌सुंदर‌

कवि को क्यों लगता है कि हम कामयाब होंगे? - kavi ko kyon lagata hai ki ham kaamayaab honge?

4.‌ ‌मछली‌ ‌से‌ ‌सीखो‌ ‌स्वदेश‌ ‌के‌ ‌लिये‌ ‌|‌‌
तड़प‌ ‌-‌ ‌तड़प‌ ‌कर‌ ‌मरना।‌‌
पतझड‌ ‌के‌ ‌पेड़ों‌ ‌से‌ ‌सीखो‌‌
दुःख‌ ‌में‌ ‌धीरज‌ ‌धरना।
सीख‌ ‌हवा‌ ‌के‌ ‌झोंकों‌ ‌से‌
लो‌ ‌हिलना‌ ‌और‌ ‌हिलाना।‌ ‌
दूध‌ ‌तथा‌ ‌पानी‌ ‌से‌ ‌सीखो‌ ‌|‌‌
‌मिलना‌ ‌और‌ ‌मिलाना।‌
प्रश्न‌ ‌:‌
‌1.‌ ‌पतझड़‌ ‌के‌ ‌पेड़ों‌ ‌से‌ ‌हमें‌ ‌क्या‌ ‌सीखना‌ ‌है?‌
A)‌ ‌मिलना‌ ‌और‌ ‌मिलाना‌
B)‌ ‌हिलना‌
C)‌ ‌धीरज‌ ‌धरना‌
D)‌ ‌निडर‌ ‌रहना‌
उत्तर:
C)‌ ‌धीरज‌ ‌धरना‌

‌2.‌ ‌मछली‌ ‌से‌ ‌हम‌ ‌क्या‌ ‌सीखते‌ ‌हैं?‌‌
A)‌ ‌स्वदेश‌ ‌के‌ ‌लिए‌ ‌मरना‌
B)‌ ‌हँसना‌ ‌-‌ ‌हँसाना‌
C)‌ ‌तडपना‌
D)‌ ‌मिलना‌ ‌और‌ ‌मिलाना‌
उत्तर:
A)‌ ‌स्वदेश‌ ‌के‌ ‌लिए‌ ‌मरना‌

3.‌ ‌हवा‌ ‌के‌ ‌झोंकों‌ ‌से‌ ‌हम‌ ‌क्या‌ ‌सीखते‌ ‌हैं?‌‌
A)‌ ‌हिलना‌ ‌और‌ ‌हिलाना
‌B)‌ ‌मिलना‌ ‌और‌ ‌मिलाना‌
C)‌ ‌तडप‌ ‌-‌ ‌तडप‌ ‌कर‌ ‌मरना‌
‌D)‌ ‌धीरज‌ ‌धरना‌
उत्तर:
A)‌ ‌हिलना‌ ‌और‌ ‌हिलाना

4.‌ ‌दूध‌ ‌तथा‌ ‌पानी‌ ‌से‌ ‌हम‌ ‌क्या‌ ‌सीखते‌ ‌हैं?
A)‌ ‌मिलना‌ ‌और‌ ‌मिलाना
B)‌ ‌रोना
C)‌ ‌हँसना‌‌
D)‌ ‌याद‌ ‌करना‌
उत्तर:
A)‌ ‌मिलना‌ ‌और‌ ‌मिलाना

5.‌ ‌उपर्युक्त‌ ‌पद्यांश‌ ‌का‌ ‌उपयुक्त‌ ‌शीर्षक‌ ‌क्या‌ ‌हो‌ ‌सकता‌ ‌है?‌‌
A)‌ ‌पढ़ो‌‌
B)‌ ‌सीखो‌
C)‌ ‌लिखो‌
D)‌ ‌मछली‌
उत्तर:
B)‌ ‌सीखो‌

कवि को क्यों लगता है कि हम कामयाब होंगे? - kavi ko kyon lagata hai ki ham kaamayaab honge?

5.‌ ‌जनम‌ ‌-‌ ‌जनम‌ ‌का‌ ‌रिश्ता‌ ‌हमारा,‌‌
अब‌ ‌हम‌ ‌में‌ ‌रोशनी‌ ‌पूर्ण‌।
‌आसमान‌ ‌की‌ ‌थाली‌ ‌में‌ ‌सूर्यदीप,‌
‌पृथ्वी‌ ‌देवी‌ ‌की‌ ‌आरती‌
सदा‌ ‌-‌ ‌सर्वदा‌ ‌प्रकाशमान‌ ‌है‌ ‌यह‌ ‌जीव‌ ‌-‌ ‌प्रदीप‌।
गा‌ ‌रहा‌ ‌है‌ ‌पक्षि‌ ‌-‌ ‌संकुल‌ ‌शुभकीरति.‌
‌’कुहू‌ ‌कुहू‌ ‌कुहू’‌‌
कड़वा‌ ‌-‌ ‌मीठा‌ ‌है‌ ‌जीवन।
‌प्रश्न‌ ‌:‌
‌1.‌ ‌हमारा‌ ‌रिश्ता‌ ‌कैसा‌ ‌है?‌
A)‌ ‌जनम‌ ‌-‌ ‌जनम‌ ‌का‌
B)‌ ‌पूर्व‌ ‌जनम‌ ‌का
‌C)‌ ‌इस‌ ‌जनम‌ ‌का‌
D)‌ ‌कडुवा‌ ‌-‌ ‌मीठा‌
उत्तर:
A)‌ ‌जनम‌ ‌-‌ ‌जनम‌ ‌का‌

2.‌ ‌यह‌ ‌जीव‌ ‌प्रदीप‌ ‌कैसा‌ ‌है?‌
A)‌ ‌प्रकाशमान‌
‌B)‌ ‌प्रकाशमय‌
C)‌ ‌रोशनीपूर्ण‌‌
D)‌ ‌सूर्यदीप‌
उत्तर:
A)‌ ‌प्रकाशमान‌

3.‌ ‌पृथ्वी‌ ‌देवी‌ ‌की‌ ‌आरती‌ ‌कौन‌ ‌है?‌‌
A)‌ ‌सूर्यदीप‌‌
B) देवी
C)‌ ‌जीवन‌‌
D)‌ ‌थाली‌
उत्तर:
A)‌ ‌सूर्यदीप‌‌

4.‌ ‌जीवन‌ ‌कैसा‌ ‌है?‌‌
A)‌ ‌ज़हरीला‌‌
B)‌ ‌कडवा-मीठा
C)‌ ‌कडवा‌
D)‌ ‌मीठा‌
उत्तर:
B)‌ ‌कडवा-मीठा

5.‌ ‌संकुल‌ ‌शुभकीरति‌ ‌कौन‌ ‌गा‌ ‌रहा‌ ‌है?‌
‌A)‌ ‌गायक‌
B)‌ ‌पपीहा‌
C)‌ ‌पक्षी‌‌
D)‌ ‌कोयल‌
उत्तर:
C)‌ ‌पक्षी‌‌