क्या होती है ओवेरियन सिस्ट-जिस प्रकार गांठ तरल पदार्थ से भरी एक थैलीनुमा आकृति होती है, उसी के समान अंडाशय में विकसित होने वाली गांठ भी तरल से भरी एक थैली होती है जो आपके दोनों में से एक या दोनों अंडाशयों में विकसित होती है। राजमा के आकार में बने आपके दोनों अंडाशय, शरीर के वे अंग होते है जिनमें गर्भाशय में पहुँचने से पूर्व, आपके अंडे संग्रहीत रहते हैं और जिससे उसमें प्रजनन उर्वरता उत्पन्न होती है। ये गर्भाशय की दोनों ओर पेट के नीचे के स्थान पर स्थित होते हैं। महिलाओं के शरीर में ये दोनों अंडाशय, अंडे के साथ एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन नामक हार्मोन की रचना करते हैं। Show ओवेरियन सिस्ट अर्थात् अंडाशय में गांठ होने का सरल अर्थ- ओवरी एक तरल पदार्थ से भरी थैली होती है जबकि सिस्ट का मतलब गांठ होता है। जब तक सिस्ट या गांठ एक बड़ा आकार ना ले लें, तब तक अंडाशय में गांठ बनने के कोई विदित लक्षण दिखाई नहीं देते हैं। ओवरियन सिस्ट के लक्षण- ओवरियन सिस्ट के कारण और ज़रूरी प्रकार-एक क्रियात्मक (फंक्शनल) आवेरियन गांठ जो एक महिला के अंदर गर्भावस्था के दौरान पाई जाती है, वह आमतौर पर आपके या आपके बच्चे के लिए कोई परेशानी नहीं पैदा करती है। क्रियात्मक ओवेरियन सिस्ट दो प्रकार की होती है- फॉलिक्युलर सिस्ट और ल्युटियम सिस्ट। 2 कॉपर्स ल्यूटियम सिस्ट- 3 पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम- ओवरियन सिस्ट (अंडाशय में गांठ) के उपचार-ओवेरियन सिस्ट या
अंडाशय में गांठों के विभिन्न उपचार है। हालांकि, इनका उपचार इस बात पर निर्भर करता है कि ये गांठे शरीर के लिए कितनी और किस रूप में हानिकारक है या कितनी सौम्य हैं और कहां से विकसित हुई हैं। यदि ये गांठे सौम्य है तो कई बार ये स्वयं ही खत्म हो जाती है किंतु यदि ये गांठे हानिकारक है तो इन्हें तुरंत इलाज की ज़रूरत होती है। किसी भी चरण में अंडाशय को क्षति से बचाना- लेप्रोस्कोपी सर्जरी- लेपरोटॉमी
सर्जरी- At Indira IVF and fertility center, our fertility experts are keen to help and resolve all your queries related infertility or IVF. You can book your appointment for a free consultation now. Articlesओवरी में गांठ क्यों पड़ जाती है?1 फॉलिकुलर सिस्ट- महिलाओं में मासिक धर्म के दौरान तरल पदार्थ युक्त थैलीनुमा आकृति अर्थात् ओवरी में उत्पन्न होने वाले अंडों को फॉलिकल कहा जाता है। अमूमन हर माह ये थैली फट जाती है और अंडे इससे बाहर निकल जाते हैं लेकिन जब यह थैली फटने में असमर्थ रहती है, उस समय अंडाशय में मौजूद तरल पदार्थ सिस्ट या गांठ का रूप ले लेता है।
ओवरी में गांठ हो तो क्या खाना चाहिए?ओवरियन सिस्ट से बचाव के उपाय (How to Prevent Ovarian Cyst). -रोजाना प्राणायाम और योगाभ्यास करें।. -प्रोटीन को अपनी डायट में शामिल करें।. -रेशेदार फलों का सेवन करें।. -हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें।. -भरपूर मात्रा में पानी का सेवन करें।. -रात को जल्दी सोने का अभ्यास करें ताकि प्रात:काल जल्दी उठें।. ओवरी में गांठ का क्या इलाज है?मेथी के अर्क के सेवन से सिस्ट की समस्या का समाधान हो जाएगा। क्वीनमेरी की डॉक्टर का दावा है कि मेथी के अर्क से हार्मोंस की गड़बड़ी ठीक हो जाती है। इससे ओवरी की गांठ गल जाती है। इसके बाद महिलाएं सामान्य रूप से गर्भधारण कर सकेंगी।
ओवरी में सिस्ट होने पर क्या क्या नहीं खाना चाहिए?डिम्बग्रंथि पुटी आहार को कार्बोहाइड्रेट, जंक फूड, विषाक्त और अम्लीय खाद्य पदार्थों से समृद्ध भोजन को बाहर करना चाहिए क्योंकि वे हार्मोनल असंतुलन का कारण बनते हैं और प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करते हैं। चीनी और कम ताज़ी सब्जियों सहित आहार विषाक्त पदार्थों को हटाने से बचा सकता है जिससे डिम्बग्रंथि व्रण होता है।
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