प्रतिरोध का समांतर क्रम संयोजन क्या है तीन प्रतिरोधों को समांतर क्रम में जोड़कर परिणामी प्रतिरोध ज्ञात कीजिए? - pratirodh ka samaantar kram sanyojan kya hai teen pratirodhon ko samaantar kram mein jodakar parinaamee pratirodh gyaat keejie?

हेलो सर कुछ बोला कि प्रतिरोध का समांतर क्रम संयोजन क्या है और और गुलशन में तीन प्रतिरोधों को समांतर क्रम जोड़कर जो हमें परिणामी प्रतिरोध ज्ञात करना है चल इस क्वेश्चन को बनाते हैं त्रिची प्रतिरोधों का समंदर का संयोजन होता क्या है वह होता है हमारा जब परिपथ में एक से ज्यादा प्रतियोगिता के उठी है और प्रत्येक प्रतिरोध में धारा की मात्रा क्या हुआ अलग अलग हो हो लेकिन जब वह आंतरिक प्रतिरोध के बीच में कितना होना चाहिए समान हो तो हम ऐसे संयोजन क्या बोलते हैं समांतर क्रम संयोजन करते ठीक है यह तो मारोगे पहला जत्था क्वेश्चन पूछेगा तो उसका दूसरा भाग में पूछा क्या पूछा गया में तीन प्रतिरोधों लागे तीन पत्र बना लो जहां पर 3 प्रतिरोध कुछ इस तरीके से जुड़े में समांतर क्रम में लगाए थे कि होगा मेरा दूसरा प्रतिरोध ठीक है दूसरे को दिया गया इस वक्त कहां पर हो गया

चित्र दोनों की इन सभी के बीच में जो है प्रत्येक मालिक R1 r2 r3 है और इसमें जो इनका विभवांतर क्या होगा उनका विभवांतर भी होगा जो कि तीनों के लिए समान होगा ठीक है लेकिन धारा की मात्रा हो गई जैसे मान लीजिए कि आप इधर अगर यह तो यहां क्या करवाई थी यहां पर आए तो वही गई और यहां पर i10 है कि यहां पर कितना हमारा भी तुझे से क्वेश्चन बोला गया कि तीन प्रतिरोध का समांतर क्रम में लगाकर उसका परिणाम पत्र निकालना है जो समांतर क्रम में जब तू लगते हैं तो उसका तुल्य पुत्र हम निकालते हैं परिणामी प्रतिरोध निकालते हैं तो तुम्हारे बराबर होता है एक भागीदार बंधन एक भाग 1 और 2 दोनों तरफ का एक भागीदार ट्रिमर यह किसका आ गया योग्य तुल्य प्रतिरोध हमारा प्रणाम प्रतिरोध का ऐसा हमारा आ जाएगा तो मिस कॉल करते आगे आप मैं उसको आरीन निकालना चाहिए

क्या धारी देवी कॉल करूंगा क्या कर दिया जाएगा मेरा नीचे क्या आएगा मेरा या नीचे R1 r2 r3 गुड धनवा काकडे धनात्मक है क्या हुआ R1 r2 धन r2 r3 धन हो जाएगा आपका r3 गणित R1 हो जाएगा ठीक है कि हमारी नीचे में आएगा R1 r2 r3 प्रतिरोध परिणामी प्रतिरोध हमारा आगे भी तो कुछ किया गया था मैं पूछा गया था कि समांतर क्रम संयोजन क्या होता है हमने बता दिया और फिर पूछा गया था कि तीन प्रतिरोध को समांतर क्रम में जोड़कर प्रणाम प्रतिरोध ज्ञात कीजिए तो हमने कर दिया ठीक है कि हमारा प्रणाम प्रतिरोध होगा धन्यवाद

प्रतिरोध का समांतर क्रम संयोजन क्या है?

प्रतिरोध का समांतर क्रम संयोजन :- समांतर क्रम संयोजन में सभी प्रतिरोध के एक सिरे को एक बिंदु A से जोड़ देते हैं। तथा सभी प्रतिरोध के दूसरे सिरे को दूसरे बिंदु B से जोड़ देते हैं। और आगे भी प्रतिरोधों को इसी क्रम में जोड़ते हैं। तो प्रतिरोध के इस संयोजन को समांतर क्रम संयोजन कहते हैं।

समांतर क्रम और श्रेणी क्रम क्या है?

जिस परिपथ में सभी घटक श्रेणीक्रम में जुड़े हों, उसे श्रेणी परिपथ और जिस परिपथ में सभी घटक समानांतर क्रम में जुड़े हों उसे समानांतर परिपथ कहा जा सकता है। श्रेणी परिपथ में हरेक घटक से समान धारा प्रवाहित होती है, जबकि समानांतर परिपथ में हरेक घटक पर समान वोल्टता उपलब्ध होती है।

समांतर क्रम का सूत्र क्या है?

एक समांतर अनुक्रम में पहले n पदों का योग (n/2)⋅(a₁+aₙ) होता है। इसे समांतर श्रेणी का सूत्र कहा जाता है।

प्रतिरोध का संयोजन क्या है यह कितने प्रकार के होते हैं?

प्रतिरोधों के दो सबसे सरल संयोजन हैं - श्रृंखला और समानांतर। इस लेख में, हम श्रृंखला और प्रतिरोधों के समानांतर संयोजन पर चर्चा करेंगे। Explanation: एक सर्किट कंडक्टर (तार), पावर स्रोत, लोड, रेसिस्टर और स्विच से बना होता है।