Show प्रतिवेदन का अर्थ है, किसी भी संदर्भ में संपन्न हुई कार्रवाई का विवरण लिखित रूप में प्रस्तुत करना। किसी भी सभा, संस्था विभाग में जो बैठक आयोजित की जाती है और उसकी जो कार्रवाई होती है, उसे लिखित रूप में प्रस्तुत किया जाता है। यही प्रतिवेदन होता है (प्रतिवेदन लेखन)। कार्रवाई में बैठक में लिए गए अथवा पारित हुए प्रस्ताव या निर्णय स्पष्ट एवं संक्षिप्त रूप में लिखे जाते हैं। सभा में उपस्थित सदस्य तथा अध्यक्ष के नाम भी उल्लिखित होते हैं। संस्था की बैठक पिछली ‘बैठकों भी‘ कार्रवाई की पुष्टि भी की जाती है और उसका उल्लेख भी किया जाता है। प्रतिवेदन लिखते हुए निम्न बातों का ध्यान अवश्य रखना चाहिए:
प्रतिवेदन लेखन के उदाहरण -1. विद्यालय में 2 जनवरी, 2017 को संपन्न हुई 'प्रेमचंद साहित्य सभा' का प्रतिवेदन विद्यालय के सभागार में सांय 4 बजे हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. नरेश की अध्यक्षता में ‘प्रेमचंद साहित्य सभा‘ की बैठक संपन्न हुई। इस बैठक में निम्नलिखित सदस्य उपस्थित थे। कार्रवाई का संचालन सभा के मंत्री दिवाकर ने किया।
मंत्री महोदय ने विगत बैठक की कार्रवाई का विवरण पढ़कर सुनाया, जिसको सभी सदस्यों ने स्वीकृति दी। तत्पश्चात् अध्यक्ष महोदय ने सभा को यह समाचार सुनाया, कि प्राचार्य महोदय ने सभा की प्रगति से प्रसन्न होकर विद्यालय से पाँच हज़ार रूपए की राशि स्वीकृत की है। सभी ने करतल ध्वनि से प्राचार्य महोदय का धन्यवाद किया। इसके पश्चात् बैठक में निम्नलिखित प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किए गएः
हस्ताक्षर- दिवाकर 2. 14 सितंबर को विद्यालय में 'हिंदी-दिवस' मनाया गया। इस संदर्भ में सभा के आयोजन का संक्षिप्त प्रतिवेदन लिखिए। आज सोमवार, 14 सितंबर, 2016 को विद्यालय के सभागार में प्रातः 11 बजे प्राचार्य महोदय की अध्यक्षता में एक सभा आयोजित की गई। हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. किशोर ने 'राष्ट्रभाषा के रूप में हिंदी' तथा बारवहवीं कक्षा की छात्रा शिवानी और सपना ने हिंदी की स्थिति पर अपने विचार प्रकट किए। प्राचार्य महोदय ने घोषणा की कि इस वर्ष हिंदी में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्र को 1000/- रूपए का नकद पुरस्कार दिया जाएगा। सभी उपस्थित लोगों का अध्यक्ष महोदय ने धन्यवाद दिया और सभा विसर्जित की गई। 3. निम्नलिखित सामग्री के आधार पर प्रतियोगिता के आयोजन का प्रतिवेदन लिखिए। आज हमारे विद्यालय में 'राष्ट्र और विद्यार्थी' विषय पर प्राचार्य की अध्यक्षता में भाषण-प्रतियोगिता आयोजित की गई। प्रतियोगियों ने अपने-अपने मत और तर्क से यह तथ्य सामने रखा, कि विद्यार्थी ही राष्ट्र का भावी कर्णधार होता है। प्राचार्य ने प्रतियोगियों की भरपूर प्रशंसा की और प्रथम तीन स्थान प्राप्त करने वाले प्रतियोगियों को पुरस्कृत किया। 4. हास्य रस के महाकवि काका हाथरसी के आकस्मिक निधन पर नगर की साहित्यिक संस्था ‘कृति‘ द्वारा आयोजित श्रद्धांजलि सभा का प्रतिवेदन लिखिए। आज नगर की साहित्यक संस्था 'कृति' ने नगर के सभागार में संस्था के अध्यक्ष डॉ. विराट की अध्यक्षता में हास्य रस के महाकवि काका हाथरसी के आकस्मिक निधन पर शोकसभा आयोजित की गई, जिसमें नगर के सभी साहित्यकार, साहित्य प्रेमी एवं गणमान्य जन बड़ी संख्या में उपस्थित थे। प्रसिद्ध साहित्यकारों ने ‘काका‘ के साहित्यिक जीवन की विभिन्न उपलब्धियों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उनकी क्षति को अपूरणीय क्षति बताते हुए अध्यक्ष ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। सभा दिवंगत आत्मा की शांति के लिए दो-दो मिनट का मौन रखकर समाप्त हुई। अभ्यास : इन प्रश्नों से प्रतिवेदन लिखने का अभ्यास करें। Q1. निम्नलिखित आधार पर प्रतिवेदन लिखिए:
Q2. 'मोहल्ला सत्संग सभा' - किल्ला मोहल्ला जालंधर की स्थानीय आर्य समाज मंदिर में एक बैठक हुई। निम्न आधार पर प्रतिवेदन लिखिएः
Read More: सारांश लेखन और हिंदी पत्र-लेखन प्रतिवेदन क्या हैं किसी महाविद्यालय के वार्षिक समारोह का प्रतिवेदन तैयार कीजिए?जनवरी या फरवरी के माह में विद्यालयों एवं कॉलेजों में वार्षिक उत्सव का आयोजन किया जाता है। इस समय सत्र समाप्ति की ओर होता है और परीक्षा के आयोजन से पहले वार्षिक उत्सव विद्यार्थियों में चरम उत्साह का संचार करता है। वार्षिक उत्सव पर एक रिपोर्ट तैयार की जाती है जिसे वार्षिकोत्सव का प्रतिवेदन कहा जाता है।
प्रतिवेदन क्या है टिप्पणी लिखिए?प्रतिवेदन (Report)की परिभाषा भूत अथवा वर्तमान की विशेष घटना, प्रसंग या विषय के प्रमुख कार्यो के क्रमबद्ध और संक्षिप्त विवरण को 'प्रतिवेदन' कहते हैं। दूसरे शब्दों में- वह लिखित सामग्री, जो किसी घटना, कार्य-योजना, समारोह आदि के बारे में प्रत्यक्ष देखकर या छानबीन करके तैयार की गई हो, प्रतिवेदन या रिपोर्ट कहलाती है।
प्रतिवेदन कैसे तैयार किया जाता है?प्रतिवेदन लिखने का तरीका निम्नलिखित है,. सबसे पहले संस्था का नाम लिखना है.. उसके बाद बैठक/सम्मेलन/सभा का नाम और उद्देश्य. आयोजन-स्थल का नाम. आयोजन के दिनांक और समय की सूचना. फिर कार्यक्रम में उपस्थित लोगों की जानकारी-अध्यक्षता, मंच-संचालन, वक्ता, सुझाव देने वाले, आमंत्रित अतिथि तथा प्रतिभागी सदस्य. विद्यालय में वार्षिक उत्सव क्यों मनाया जाता है?वास्तव में प्रत्येक विद्यालय के वार्षिकोत्सव का उद्देश्य मनोरंजन ही नहीं बल्कि सभी छात्र-छात्राओं की रूचियों और प्रगति का लेखा-जोखा जानना होता है। इस आयोजन से सभी विद्यार्थियों को नए उत्साह और प्रेरणा की अनुभूति होती है।
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