प्रवास के सामाजिक परिणाम कौनसे है - pravaas ke saamaajik parinaam kaunase hai

प्रवास के सामाजिक परिणाम कौनसे है - pravaas ke saamaajik parinaam kaunase hai

सवाल: प्रवास के सामाजिक परिणाम कौन से हैं?

प्रवास करने से लोगों में सामाजिक और सांस्कृतिक मिश्रण होता है और वह लोग एक दूसरे की संस्कृतियों से अवगत होते है। और उनकी परिवार की संरचना में परिवर्तन भी देखने को मिलता है तथा आर्थिक स्थिति में भी सुधर देखने को मिलता है। इसलिए प्रवासी लोग सामाजिक परिवर्तन का एक अच्छा माध्यम माना जाता है। इसके कुछ दुष्प्रभाव भी देखने को मिलते है जैसे की वृद्ध लोगों का परित्याग कर देना क्योंकि जब कोई व्यक्ति बाहर जाकर अच्छा ख़ासा कमाने लगता है तो अपने बच्चे और पत्नी को तो वहा बुला लेता है लेकिन उसके बुजुर्ग माता पिता को वहीँ पर छोड़ देते है। 

प्रवास के सामाजिक परिणाम कौनसे है - pravaas ke saamaajik parinaam kaunase hai

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प्रवास के सामाजिक जनांकिकीय परिणाम क्या-क्या हैं?

Solution

  1. प्रवास के सामाजिक परिणाम – प्रवास से विभिन्न संस्कृतियों के लोगों का अंतर्मिश्रण होता है। नवीन प्रौद्योगिकी, परिवार नियोजन व बालिका शिक्षा इत्यादि से संबंधित नए विचार प्रवासियों द्वारा एक स्थान से दूसरे स्थान । पर नगरीय क्षेत्रों से ग्रामीण क्षेत्रों की ओर विसरित होते हैं इससे संकीर्ण विचारों का भेदन होता है, साथ ही विभिन्न संस्कृतियों के अच्छे गुणों व विशेषताओं से परिचय होता है। किंतु इसके गुमनामी जैसे गंभीर नकारात्मक परिणाम भी होते हैं जो व्यक्तियों में सामाजिक निर्वात तथा खिन्नता की भावना भर देते हैं। खिन्नता की सतत् भावना लोगों को अपराध और औषध दुरुपयोग (Drug Abuse) जैसी असामाजिक गतिविधियों में संलग्न होने के लिए प्रेरित करती है।
  2. जनांकिकीय परिणाम – प्रवास से देश के अंतद जनसंख्या का पुनर्वितरण होता है। प्रवास के कारण ग्रामीण व नगरीय क्षेत्रों में लिंग अनुपात असंतुलित हो जाता है। ग्रामीण क्षेत्रों के शिक्षित, प्रशिक्षित, कुशल व दक्ष युवा लोगों । को पलायेन वहाँ के जनांकिकीय संघटन पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है। उत्तराखंड, राजस्थान, मध्यप्रदेश व पूर्वी महाराष्ट्र से होने वाले बाह्य प्रवास ने इन राज्यों की आयु एवं लिंग संरचना में गंभीर असंतुलन पैदा कर दिया है। ऐसा ही असंतुलन उन राज्यों व नगरों में भी उत्पन्न हो गया है जहाँ ये प्रवासी बसते हैं। अतः प्रवासियों के उद्गम व गंतव्य स्थानों पर लिंग अनुपात व आयु संरचना के अनुपात में भारी असंतुलन पैदा हो जाता है।

Concept: प्रवास के परिणाम

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प्रवास: प्रकार, कारण और परिणाम

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प्रवास के सामाजिक जनांकिकीय परिणाम क्या-क्या है ?

 प्रश्न। 

प्रवास के सामाजिक जनांकिकीय परिणाम क्या-क्या है ? 

( NCERT class 12, अध्याय-2: प्रवास - प्रकार, कारण , और परिणाम  , भारत लोग और अर्थव्यवस्था)

उत्तर। 

प्रवासन प्रायः अवसर के असमान वितरण के कारण होता है। लोग आमतौर पर कम अवसर वाले स्थान से बेहतर अवसर वाले स्थान की ओर प्रवास करते हैं। प्रवास स्रोत और गंतव्य दोनों क्षेत्रों के लिए लाभ और समस्याएं दोनों उत्पन्न करता है। प्रवास के परिणामों को निम्नलिखित प्रकारों में वर्गीकृत किया जा सकता है:

  • आर्थिक परिणाम
  • जनसांख्यिकीय परिणाम
  • सामाजिक परिणाम
  • पर्यावरणीय परिणाम

प्रवास के सामाजिक-जनसांख्यिकीय परिणाम:

प्रवास के संभावित सामाजिक-जनसांख्यिकीय परिणाम निम्नलिखित हैं:

  • सकारात्मक परिणाम
  • नकारात्मक परिणाम

प्रवास के सकारात्मक सामाजिक-जनसांख्यिकीय परिणाम:

  • प्रवासन से जनसंख्या का पुनर्वितरण होता है क्योंकि लोग अधिक आबादी वाले क्षेत्रों (कम आर्थिक अवसरों) से कम आबादी वाले क्षेत्रों (उच्च आर्थिक अवसरों) में चले जाते हैं।
  • शहरी केंद्र के विकास में ग्रामीण-शहरी प्रवास का एक प्रमुख योगदान है जो शहरी समाज के विकास में मदद करता है।
  • प्रवासन सामाजिक परिवर्तन के एजेंट के रूप में कार्य करता है, यह ग्रामीण क्षेत्रों में नए विचार, नई तकनीक, बालिका शिक्षा आदि लाता है।
  • प्रवासन से विविध संस्कृतियों के लोगों का आपस में मिलन होता है जिससे एक मिश्रित संस्कृति का विकास होता है।

प्रवास के नकारात्मक सामाजिक-जनसांख्यिकीय परिणाम:

  • ग्रामीण क्षेत्रों से युवा और कुशल आबादी का चयनात्मक प्रवास ग्रामीण जनसांख्यिकीय संरचना पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है। उदाहरण के लिए, मध्य प्रदेश, उत्तरांचल, राजस्थान, बिहार और उत्तर प्रदेश से उच्च चयनात्मक युवा और पुरुष प्रवासन ने इन राज्यों की आयु और लिंग संरचना में गंभीर असंतुलन ला दिया है।
  • चयनात्मक प्रवासन स्रोत और गंतव्य दोनों क्षेत्रों में एक गंभीर यौन असंतुलन का कारण बनता है। उदाहरण के लिए, शहरी केंद्रों में बढ़ती पुरुष आबादी ने सामाजिक व्यवस्था को नकारात्मक रूप से प्रभावित किया है।
  • व्यक्तियों की गुमनामी प्रवास से समाज में विश्वास की कमी आ गयी हैं। उदाहरण के लिए , लोग अनजान को किराए पर मकान जल्दी नहीं देते हैं। 
  • शहरी केंद्र में भीड़भाड़ से अपराध और नशीली दवाओं के दुरुपयोग जैसी असामाजिक गतिविधियों बढ़ जाती है।

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प्रवास का सामाजिक परिणाम क्या है?

जनांकिकीय परिणामप्रवास से देश के अंतद जनसंख्या का पुनर्वितरण होता है। प्रवास के कारण ग्रामीण व नगरीय क्षेत्रों में लिंग अनुपात असंतुलित हो जाता है। ग्रामीण क्षेत्रों के शिक्षित, प्रशिक्षित, कुशल व दक्ष युवा लोगों । को पलायेन वहाँ के जनांकिकीय संघटन पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है।

प्रश्न 7 प्रवास के सामाजिक परिणाम कौनसे है?

3. सामाजिक परिणाम:- प्रवासी सामाजिक परिवर्तन के कार्यकर्ताओं के रूप में कार्य करते हैं और नवीन प्रौद्योगिकियों, परिवार नियोजन बालिका शिक्षा इत्यादि से संबंधित नए विचरों का नगरीय क्षेत्रें से ग्रामीण क्षेत्रों की और विसरण इन्हीं के द्वारा होता है।

प्रवास के क्या परिणाम होते हैं?

(अ) प्रवास के कारण उस जनता पर क्या प्रभाव पड़ा है, जहाँ से व्यक्ति प्रवासित हुए है। उदाहरण के लिए जनसंख्या के दबाव मे कमी तथा आर्थिक अवसरों की सुलभता।.
पारिवारिक विघटन ... .
गंदी बस्तियों में वृद्धि ... .
नगरीय बेरोजगारी में वृद्धि ... .
वैयक्तिक विघटन ... .
अलगाववाद की समस्या.