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'पर्याय' शब्द
का आशय होता है 'वैसा ही' या 'उसी तरह का'। सामान्य अर्थ देखें तो 'पर्याय' शब्द का मायना 'समान अर्थ वाला' होता है। परस्पर संबंध की दृष्टि से ऐसे शब्द जो सामान्यतः किसी एक ही वस्तु, बात (विचार) या भाव की जानकारी देते हों वे आपस में एक दूसरे के पर्याय होते हैं। वाची - 'वाची' शब्द 'वाचक' से बना है। वैसे तो 'वाचक' शब्द के कई अर्थ हैं जैसे - कहने वाला, बोलने वाला, बताने वाला, सूचक, बोधक, पढ़कर सुनाने वाला इत्यादि। किंतु 'पर्यायवाची' शब्द के संदर्भ में बात करें तो 'वाचक' का सामान्य अर्थ 'बोध कराने वाला', 'जानकारी देने वाला' या अर्थ प्रदान करने वाला' होता है। वाचक शब्द के अंत में लगे प्रत्यय 'अक' को हटाकर 'ई' प्रत्यय लगा देने से 'वाची' बन जाता है, जिसका अर्थ भी 'बोध कराने वाला' या जानकारी देने वाला होता है। इन प्रकरणों 👇 के बारे में भी जानें। पर्यायवाची एवं समानार्थी शब्दों में अंतरपर्यायवाची -
जैसा कि ऊपर के वर्णन से स्पष्ट है। ऐसे शब्द समूह जो किसी एक ही बात, वस्तु या भाव के अर्थ को प्रकट करने के लिए प्रयुक्त होते हैं, पर्यायवाची कहलाते हैं। समानार्थी शब्द - नाम से ही स्पष्ट है 'समान अर्थ प्रकट करने वाला' शब्द। उदाहरण स्वरूप यदि पूछा जाए 'अश्व' शब्द का क्या अर्थ है? तो इसका अर्थ दूसरे शब्दों में प्रकट करते हुए कहा जाएगा 'घोड़ा'। अतः यहाँ 'अश्व' का समानार्थी 'घोड़ा' होगा। इसके विपरीत यदि यहाँ यह कहा जाये कि अश्व को और किन-किन शब्दों से संबोधित किया जाता है तब उत्तर में घोटक, बाजी, हय, तुरंग, दधिका, सैंधव, घोड़ा, रविपुत्र, सर्ता आदि बताए जायेंगे और ये सभी शब्द 'अश्व' के पर्यायवाची होंगे। अतः हम कह सकते हैं की जब किसी बात (विचार), वस्तु या भाव का केवल अर्थ बताना हो और उसके अर्थ को बताने के लिए जिस शब्द का प्रयोग करें, वह शब्द समानार्थी शब्द कहलाएगा। जबकि किसी एक ही बात (विचार), वस्तु, भाव को किन-किन नामों से या किन किन शब्दों से जाना जाता है यह पूछा जाए तो बताने के लिए प्रयुक्त शब्दों के समूह में सभी पर्यायवाची होंगे। यहाँ पर एक बात जानने योग्य है कि किसी बात (विचार), वस्तु या भाव के अर्थ को प्रकट करने वाला शब्द 'समानार्थी' और 'पर्यायवाची' भी होता है। किंतु जब वह शब्द केवल अर्थ स्पष्ट करेने के लिए प्रयुक्त हो तब 'समानार्थी' होगा और बात (विचार), वस्तु या भाव को किन-किन शब्दों से जाना जाता है यह बताने के लिए शब्दों की सूची में प्रयुक्त हो तब वही शब्द पर्यायवाची होगा। इन प्रकरणों 👇 के बारे में भी जानें। I hope the above information will be useful and important. Watch video for related information
पर्यायवाची शब्द प्रत्येक पर्यायवाची शब्द का वाक्य प्रयोग के अनुसार ही उचित अर्थ बैठता है। अतः भावानुसार इन शब्दोँ का प्रयोग करना चाहिए। पर्यायवाची शब्द गद्य या पद्य साहित्य को पुनरुक्ति दोष से ग्रसित होने से बचाते हैँ। महत्त्वपूर्ण पर्यायवाची शब्द– पर्यायवाची शब्द का अर्थ क्या है *?ऐसे शब्द जिनके अर्थ समान हों, पर्यायवाची (अंग्रेज़ी: Synonym) शब्द कहलाते हैं। पानी के पर्यायवाची शब्द हैं जल, नीर, अंबु, तोय आदि।
पर्यायवाची शब्द क्या है उदाहरण सहित बताइए?Synonym In Hindi : एक ही शब्द के एक से ज्यादा अर्थ निकले उसे पर्यायवाची शब्द कहते है. अर्थात किसी शब्द-विशेष के लिए प्रयुक्त समानार्थक शब्दों को पर्यायवाची शब्द कहते हैं। पर्यायवाची शब्द समानार्थक शब्द भी होते है ,परंतु भाव में एक-दूसरे से बिलकुल भिन्न होते हैं। जैसे :- उजाला – प्रकाश,खून – रक्त.
समानार्थी शब्द और पर्यायवाची में क्या अंतर है?किंतु जब वह शब्द केवल अर्थ स्पष्ट करेने के लिए प्रयुक्त हो तब 'समानार्थी' होगा और बात (विचार), वस्तु या भाव को किन-किन शब्दों से जाना जाता है यह बताने के लिए शब्दों की सूची में प्रयुक्त हो तब वही शब्द पर्यायवाची होगा।
पर्यायवाची शब्द कितने प्रकार के होते हैं?1 पूर्ण पर्याय. पूर्ण पर्याय यदि वाक्य में एक शब्द के स्थान पर दूसरे शब्द का प्रयोग किया जाये और उसके अर्थ में किसी भी प्रकार का अन्तर नहीं आये तो इस स्थित में वह शब्द उसका पूर्ण पर्याय कहलाता है जैसे-मढ़, आश्रम,भाग. पूर्णापूर्ण पर्याय ... . अपूर्ण पर्याय. |