हिंदी दुनिया की सबसे लोकप्रिय भाषाओं में से एक है। बच्चों के लिए हिंदी वर्णमाला सीखना बहुत जरूरी है। यह वेबसाइट हिंदी वर्णमाला सीखने के लिए उत्कृष्ट संसाधन प्रदान करती है। वेबसाइट बहुत उपयोगकर्ता के अनुकूल और नेविगेट करने में आसान है। लेख अच्छी तरह से लिखे गए हैं और चरण-दर-चरण निर्देश प्रदान करते हैं। हिंदी
वर्णमाला सीखने के इच्छुक किसी भी व्यक्ति के लिए यह वेबसाइट एक महान संसाधन है। यह बच्चों के लिए एक आवश्यक उपकरण है और भाषा सीखने के लिए एक महान आधार प्रदान करता है। अ से ज्ञ तक हिन्दी वर्णमाला अंग्रेजी में जानिए और अपने
प्यारे बच्चों को आसानी से सिखाइए. इस लेख को तैयार करने के लिए मैंने अनेक पुस्तकों का अध्ययन किया है. आपके लिए सबसे बेहतरीन क से ज्ञ तक और अ से ज्ञ तक वर्णमाला तैयार किया गया है. बच्चों के वर्णमाला के किताब में 49 अक्षर (वर्ण) होते हैं. लेकिन उच्च कक्षाओं के व्याकरण की पुस्तक में वर्णमाला में 52 अक्षर होते हैं. 3 extra
वर्णों को सबसेे आखिर में लिखा गया है. हिंदी वर्णमाला के बारे में आपको यह बातें अवश्य जान ही लेना चाहिए किसी भी भाषा की सबसे छोटी इकाई को ध्वनि कहते हैं. हर ध्वनि को लिखने के लिए एक निश्चित चिन्ह होता है. ध्वनि का बोला और लिखा गया रूप
वर्ण कहा जाता है. हिंदी भाषा की वह सबसे छोटी लिखित इकाई जिसमें सभी वर्णनों के समूह को व्यवस्थित रूप से लिखा जाए उसे
वर्णमाला कहते हैं. वर्णनों के सार्थक समूह को
शब्द कहते हैं. शब्दों के सार्थक समूह को
वाक्य कहते हैं. हिंदी वर्णमाला को मुख्य रूप से दो प्रकार में विभाजित किया जाता है.
स्वर एवं व्यंजन वर्णमाला के प्रमुख दो रूप हैं. स्वर वे वर्ण हैं जिन का उच्चारण करते समय, वायु बिना किसी अवरोध या रुकावट के मुख से
बाहर निकलती हो उसे स्वर कहते हैं जिसकी संख्या 11 है. उच्चारण के आधार पर स्वर के तीन प्रकार होते हैं.
ह्रस्व,
दीर्घ और
प्लुत स्वर. जिह्वा के आधार पर स्वर के 3 भेद होते हैं, क्रमशः
अग्र,
मध्य एव
पश्च स्वर. यही नहीं
मूल एवं
मात्रा स्वर के अन्य दो प्रकार हैं जो उत्पत्ति के आधार पर बांटा गया है.
स्वर के कुल कितने प्रकार हैं जानिए. जिन वर्णों के उच्चारण में स्वर की सहायता ली जाती हो, उन वर्णों को व्यंजन कहते हैं. उच्चारण स्थान के आधार पर वर्ण को मुख्य रूप से 8 भागों में बांटा गया है – संघर्षी, स्पर्श-संघर्षी, नासिक्य, पार्श्विक, प्रकंपी, उत्क्षिप्त, स्पर्श, और अन्तरस्थ. प्राण वायु की मात्रा के आधार पर व्यंजन को दो भागों में बांटा गया है- अल्प और महा. स्वर तंत्री के कंपन के आधार पर व्यंजन को दो भागों में बांटा गया है – अघोस एवं सघोष. इसके अलावा व्यंजन के और भी भेद जैसे – संयुक्त, ऊष्म और द्वित्व व्यंजन. आ से ज्ञा तक
Aa se gya tak English meinVowels A (अ) Aa (आ) I (इ) Ee (ई) U (उ) Oo (ऊ) E (ए) Ai (ऐ) O (ओ) Ou (औ) An (अं) Aha (अः) Ri (ऋ). Consonants – Ka Se Gya Tak K (क) Kha (ख) Ga (ग) Gha (घ) Nya (ङ) Cha (च) Chha (छ) Ja (ज) Jha (झ) Na (ञ Ta (ट) Tha (ठ) Da (ड) Dha (ढ) Na (ण) Ta (त) Tha (थ) Da (द) Dha (ध) Na (न) Pa (प) Fha (फ) Ba (ब) Bha (भ) Ma (म) Ya (य) Ra (र) La (ल) Va (व) Sha (श) Sha (ष) Sa (स) Ha (ह) Ksha (क्ष) Tra (त्र) Gya (ज्ञ). Aa se gya tak का उच्चारण सीखेंहिंदी देवनागरी वर्णमाला में लिखी गई है और संस्कृत से शब्दावली लिया गया है. देवनागरी वर्णमाला का एक रूप है जिसे अबुगिडा कहा जाता है. क्योंकि प्रत्येक व्यंजन में एक अंतर्निहित स्वर (ए) होता है, जिसे विभिन्न स्वर संकेतों के साथ बदला जा सकता है. समुचित अ से ज्ञ तक वर्णमाला उच्चारण मुख भुजाओं के 9 स्थानों से ही होता है. अगर आप इसको जान लेंगे तो आप का उच्चारण अति उत्कृष्ट होने के साथ-साथ आपको सभी वर्ण आसानी से याद भी हो जाएंगे.
1 – Guttural (कण्ठ)– गट्टुरल वाक् ध्वनियाँ मौखिक गुहा के पीछे के पास मुखरता के प्राथमिक स्थान के साथ होती हैं, विशेष रूप से जहाँ ध्वनि के स्थान और उसके स्वर को भेद करना मुश्किल होता है।
2 – Palatal (तालु) – अन्य प्राथमिक उच्चारणों के साथ व्यंजन तालुयुक्त हो सकते हैं, अर्थात्, जीभ की सतह को कठोर तालू की ओर ऊपर उठाने के साथ हो सकते हैं. हालांकि इसकी प्राथमिक अभिव्यक्ति में जीभ की नोक और ऊपरी मसूड़े शामिल होते हैं.
3 – Retroflex (मूर्द्धा) – जहां जीभ का एक फ्लैट, अवतल, या यहां तक कि घुमावदार आकार होता है, और वायुकोशीय रिज और कठोर ताल के बीच व्यक्त किया जाता है.
4 – Dental (दन्त) – ऊपरी दांतों के निचले हिस्से का संपर्क जीभ के आगे के हिस्से के साथ व्यक्त किया जाता है.
5 – Labial (ओष्ठ)– दोनों होंठों का उपयोग करके व्यक्त किए जाते हैं.
6 – Nostrils (नासिका) – वर्णों के उच्चारण में नाक का प्रयोग करके ध्वनि निकाला जाता है.
7 – Palato Guttural (कण्ठतालु) – कण्ठ एवं तालु के प्रयोग से उपयुक्त ध्वनि निकाला जाता है.
8 – Labio Guttural (कण्ठोष्टय)– कण्ठ एवं होंठों के प्रयोग से उपयुक्त ध्वनि निकाला जाता है.
9 – Dental Guttural (दन्तोष्ठ्य) – दांत एवं होंठों के प्रयोग से उपयुक्त ध्वनि निकाला जाता है.
क्या आपके बच्चों को ka se gya tak याद नहीं हो रहा है तो अपनाएं यह trick Ka se gya tak में कुल 36 लेटर्स हैं, इसमें से 10 से 12 ऐसे लेटर हैं जिसको लेकर के बच्चे ही नहीं हम लोग भी अंग्रेजी के दौर में कंफ्यूज रहते हैं. ञ ☛na और त्र ☛tra लेटर को गौर से देखिए, इसमें बहुत थोड़ा सा अंतर है. श ☛sha, ष ☛sha, स ☛sa इन तीनों को लेकर भी आप कंफ्यूज रहते होंगे. श का उच्चारण जीभ व तालू का स्पर्श से होती है इसलिए ‘श’ को तालव्य ‘श’ कहते हैं. जब ष का जीभ व मूर्धा का स्पर्श से होती है है और इसलिए ‘ष’ को मूर्धन्य ‘ष’ कहते हैं. जब ‘स’ का उच्चारण जीभ व दाँतों का स्पर्श से होती है और इसलिए ‘स’ को दन्त्य ‘स’ कहते हैं. नीचे की सूची में कुछ ऐसे व्यंजन भी हैं जो हम लोग जल्दी से याद नहीं कर पाते हैं उसे नीचे रेखांकित कर दिया गया है. आप भी जब अपने बच्चों को याद कर आए तो इन लेटर्स का ध्यान रखिएगा.
अ से अः तक याद करने के इस तरीके को अपना लीजिएअ से अः तक नीचे के टेबल में लिखा गया है. जिसमें स्वर लेटर्स की संख्या 12 है. याद कराने के लिए आप 6 समूहों में बांट दें. पहले समूह – अ, आ (कण्ठ)
दूसरे समूह – इ, ई (तालु)
तीसरे समूह – उ, ऊ (ओष्ठ)
चौथे समूह – ए, ऐ (कण्ठतालु)
पाँचवें समूह – ओ, औ (कण्ठोष्टय)
छठे समूह – अं, अः
अ से ज्ञ तक से संबंधित और भी कुछ जानना चाहते हैं तो कमेंट में जरूर लिखें. आपके द्वारा किए गए कमेंट से ही लेख गुणवत्ता बढ़ाता है. Conclusion Pointsआशा कर सकता हूं कि आप को आ से ज्ञ तक इंग्लिश में अच्छे से अब समझ में आ गया होगा. हमें मौका देने के लिए आपको धन्यवाद कहूंगा. * ङ, ञ और ण अक्षर से किसी शब्द का शुरुआत नहीं होता है. A Se Gya Tak (अ से ज्ञ तक) हिंदी वर्णमाला अंग्रेजी में जानिए, कैसा लगा जरूर comment लिखें. FAQsयह वेबसाइट सभी उम्र के लोगों को हिंदी वर्णमाला सीखने में मदद करने के लिए समर्पित है। अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न अनुभाग में वर्णमाला के बारे में सबसे अधिक पूछे जाने वाले कुछ प्रश्नों के उत्तर शामिल हैं। इस खंड के माध्यम से पढ़ने से आपको बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलेगी कि वर्णमाला का उपयोग कैसे करें और इसकी उत्पत्ति के बारे में और जानें। प्रश्न (1) – क से ज्ञ तक कितने अक्षर होते हैं?उत्तर – क से ज्ञ तक हिंदी वर्णमाला में कुल 36 अक्षर होते हैं जो क, ख, ग, घ, ड़, च, छ, ज, झ, ञ, ट, ठ, ड, ढ, ण, त, थ, द, ध, न, प, फ, ब, भ,म, य, र, ल, व, श, ष, स, ह, क्ष, त्र, ज्ञ है । प्रश्न (2) – हिंदी के अक्षरों को इंग्लिश में लिखना चाहिए?उत्तर – हिंदी अक्षरों को आप अंग्रेजी भाषा में बड़े ही आसानी से लिख सकते हैं. इस आर्टिकल में ऊपर में विस्तार से बताया गया है. बाराबंकी और ऑनलाइन गूगल ट्रांसलेशन के के प्रयोग से आप भरे आसानी से हिंदी वर्णमाला के अक्षरों को आप अंग्रेजी भाषा में लिख सकते हैं. प्रश्न (3) – हिंदी वर्णमाला को इंग्लिश में क्या कहते हैं?उत्तर – हिंदी शब्द वर्णमाला को अंग्रेजी में अल्फाबेट्स कहते हैं. प्रश्न (4) – Ka se gya tak कैसे सीखें?उत्तर – Ka se gya tak: क, ख, ग, घ, ड़, च, छ, ज, झ, ञ, ट, ठ, ड, ढ, ण, त, थ, द, ध, न, प, फ, ब, भ,म, य, र, ल, व, श, ष, स, ह, क्ष, त्र, ज्ञ। कुल 36 अक्षर हैं जिसे आप अलग-अलग 6 दिनों में याद करेंगे तो आपको याद हो जाएगा। प्रश्न (5) – अ से ज्ञ तक कितने वर्ण होते हैं?उत्तर – अ से ज्ञ तक: अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ, अं, अः, क, ख, ग, घ, ड़, च, छ, ज, झ, ञ, ट, ठ, ड, ढ, ण, त, थ, द, ध, न, प, फ, ब, भ,म, य, र, ल, व, श, ष, स, ह, क्ष, त्र, ज्ञ। आ से ज्ञा तक कुल 52 अक्षर होते हैं, किंतु ज्यादातर छोटे बच्चों के किताबों में 49 अक्षर होते हैं. प्रश्न (6) – अ से ज्ञ तक का वर्णमाला किस लिपि मैं होता है?उत्तर – वर्णमाला के सभी अक्षर देवनागरी लिपी का है. प्रश्न (7) – हिंदी वर्णमाला सीखने के लिए कौन सी पुस्तक खरीदना चाहिए?उत्तर – हिंदी वर्णमाला सीखने के कुछ लोकप्रिय विकल्पों में संदीप जैन की “हिंदी अल्फाबेट फॉर बिगिनर्स” और हेमा वर्मा की “ए फर्स्ट बुक ऑफ हिंदी वर्ड्स” जैसी किताबें शामिल हैं। आप जो भी पुस्तक चुनते हैं, सुनिश्चित करें कि इसमें स्पष्ट और संक्षिप्त निर्देशों के साथ-साथ सामग्री में महारत हासिल करने में आपकी मदद करने के लिए बहुत सारे अभ्यास अभ्यास शामिल हैं। इसके अलावा आप ऑनलाइन अमेजॉन या फिलिपकार्ड जैसे कई वेबसाइट है जिस पर आप ऑनलाइन किस प्रकार के बुक को बड़े ही आसानी से खरीद सकते हैं। अ से ज्ञ तक कितने वर्ण होते है?वर्णों को व्यवस्थित करने के समूह को वर्णमाला कहते हैं। हिन्दी में उच्चारण के आधार पर ५२ वर्ण होते हैं। इनमें ११ स्वर और ४१ व्यञ्जन होते हैं। लेखन के आधार पर ५६ वर्ण होते हैं इसमें ११ स्वर , ४१ व्यञ्जन तथा ४ संयुक्त व्यञ्जन होते हैं।
हिंदी वर्णमाला के 52 अक्षर कौन कौन से हैं?उत्तर – हिंदी वर्णमाला के 52 अक्षर: अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ, क ख ग घ ङ, च छ ज झ ञ, ट ठ ड ढ ण, त थ द ध न, प फ ब भ म, य र ल व, श ष स ह, क्ष, त्र, ज्ञ, श्र, ड़, ढ़, (ँ) और (:) है।
अ आ में कितने अक्षर होते हैं?हिंदी में 45 वर्ण होते हैं इनमें 10 (अ आ इ ई उ ऊ ए ऐ ओ औ, आदि) स्वर होते हैं. लेखन के आधार पर : हिंदी में 52 वर्ण होते हैं इनमें 13 (अ आ इ ई उ ऊ ए ऐ ओ औ अं अः ऋ, आदि) स्वर होते हैं.
अ कितने प्रकार के होते हैं?उच्चारण की दृष्टि से 'अ' के 6 भेद हैं- उदात्त, अनुदात्त और स्वरित होने से 3 भेद और उनके 'निरनुनासिक' (अनुनासिक –रहित) और अनुनासिक होने से कुल 6 भेद है। प्राचीन संस्कृत वैयाकरण 'अ' के 'ह्रस्व', 'दीर्घ' और 'प्लुत' भेद मानते हैं, और इसलिए 'अ' के 8 भेद कहते हैं।
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